RE: Desi Chudai Kahani बुझाए ना बुझे ये प्यास
बुझाए ना बुझे ये प्यास--12
"क्या तुम्हारी चूत गीली हो चुकी है?" उसने पूछा.
"हां किसी खुली नाल की तरह बह रही है." उसने भी शरम करते
हुए जवाब दिया.
"क्या तुम्हारी चुचियाँ कठोर हो चुकी है... तुम्हारे निपल खड़े
हो गये है?" उसने कहा.
"ऑश हाआं" उसने एक गहरी सांस लेते हुए कहा.
"अपनी चुचियों को गाउन से बाहर निकाल कर अपने निपल को भींचो."
जैसा राज ने कहा उसने वैसे ही किया और उसके मुँह से इस्कारी फूट
पड़ी, 'म्म्म्ममममममममम. "
"अपनी उंगली अपनी चूत मे डालो."
महक ने अपने गाउन को अपनी जाँघो पर से खिसकाया और अपन उंगली को
अपनी चूत मे अंदर तक घुसेड दिया..."ओह" एक कराह निकाल पड़ी
उसके मुँह से.
"अब अपनी उंगली से अपनी चूत को चोदो."
उसने अपनी उंगली को थोड़ा बाहर निकाला और फिर उसे अंदर तक घुसा
दिया... वो इसी तरह अपनी उंगली को अंदर बाहर कर अपनी चूत को
चोदने लगी. उसकी सिसकारिया सुन कर वहाँ राज का लंड तन कर खड़ा
हो चुका था. उसने अपने लंड को अपनी अंडरवेर से बाहर निकाला और
उसे मसल्ने लगा.
"मेरा लंड तन कर खड़ा हो चुका है और में इसे जोरों से मसल
रहा हूँ... में जानता हूँ अगर तुम मेरे पास होती तो मेरे लंड को
ज़रूर चूसना पसंद करती...."
"ऑश हाआं हाआं." उसने जवाद दिया, अपने मुँह मे गरम लंड के
एहसास ने उसकी चूत को और गरमा दिया.. उसकी चूत मे जोरों से
खुजली मचने लगी और वो और ज़ोर से अपनी उंगली अंदर बाहर करने
लगी. उसकी सिसकारियों की आवाज़ फोन पर और बढ़ने लगी.
'हां.. में यही चाहता हूँ की तुम अपनी चूत को अपनी उंगली से
तब तक चोदति रहो जब तक की तुम्हारी चूत पानी ना छ्चोड़ दे."
इन गंदी बातों ने महक की चूत की आग और भड़का दी थी.. वो अब
अपनी एक उंगली की बजाई दो उंगली चूत मे डाल कर अंदर बाहर करने
लगी... उसकी चूत मे उबाल बढ़ रहा था.... उसने अपनी सिसकियों को
रोकने के लिए अपना चेहरा वहाँ पड़े एक तकिये मे छुपा लिया और ज़ोर
से सिसकते हुए उंगली अंदर बाहर करने लगी... तभी उसकी चूत ज़ोर
से कड़ी और पानी छोड़ने लगी...
अपनी उखड़ी सांसो पर काबू पाते हुए उसने फोन पर कहा, "ओह राज
मज़ाअ आ गया....."
राज अभी भी अपने लंड को मसल रहा था... वो उसकी सिकियों को फोन
पर सुन रहा था.. वो भी अपने लंड को पानी छुड़ाना चाहता था
लेकिन अभी उसका लंड तय्यार नाहुआ था.. वो और जोरों से अपने लंड को
मसल्ने लगा और महक से बोला.
"मुझसे बात करो और मेरे लंड का पानी छुड़ाने मे मेरी मदद करो."
उसने महक से कहा.
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