RE: Bhabhi ki Chudai राजू और उसकी भाभी
5 मीं तक चुद्वाने के बाद वो बोली, अभी कितना लंड अंदर घुसना बाकी है. मैने कहा, अभी 2" और बाकी है. वो बोली, अब तुम पूरी ताक़त के साथ खूब ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाते हुए मेरी चुदाई करो. उन्होने अभी तक भैया से बड़ी मुश्किल 10-15 बार ही चुद्वाया होगा. उनकी चुत मेरे लंबे और मोटे लंड के लिए किसी कुँवारी चूत से कम नहीं थी. मुझे भी खूब मज़ा आ रहा था.थोड़ी देर तक चुद्वाने के बाद वो बोली, तुमने बहुत ही अच्छि तरह से मेरी चुदाई करके मेरी चूत में आग सी भर दी है. अब तुम मुझे खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो और मेरी चूत की आग को अपने लंड के जूस से ठंडा कर दो. अगर तुमने मेरी चुदाई करने में ज़रा भी ढील की तो मैं तुमसे फिर कभी नहीं चुद्वाउन्गि. मैने कहा, ठीक है. मैने भाभी की कमर को ज़ोर से पकड़ लिया और बहुत ही जोरदार धक्के लगाते हुए उनकी चुदाई शुरू कर दी. बेडरूम में फ़च फ़च की आवाज़ होने लगी. मैं बहुत तेज़ी के साथ भाभी की चुदाई कर रहा था. वो बोली, जीयो मेरे राजा, और तेज़ी के साथ चोदो अपनी भाभी को. अगर तुम इसी तरह धीरे धीरे मुझे चोदोगे तो मेरी चूत की आग कैसे बुझेगी. और तेज़ी के साथ चोदो मुझे, खूब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. मैने अपनी पूरी ताक़त लगाते हुए बहुत की बहुत तेज़ी के साथ चुदाई शुरू कर दी.
10 मीं तक चुद्वाने के बाद भाभी दूसरी बार झाड़ गयी और बोली, अभी मेरी चूत की आग केवल थोड़ी सी ही बुझ पाई है. खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो. फाड़ दो आज मेरी चूत को. मैं पूरे जोश और ताक़त के साथ भाभी को चोद्ता रहा. वो भी जोश से पागल सी हुई जा रही थी. भाभी अपने चूतड़ आगे पीछे करते हुए मेरा साथ दे रही थी. मेरा बाकी का लंड भी धीरे धीरे भाभी की चूत में घुस गया लेकिन वो इतनी ज़्यादा जोश में थी कि उन्हें पता ही नहीं चला. 10 मीं तक और चुद्वाने के बाद वो तीसरी बार झाड़ गयी लेकिन मैं रुका नहीं. मैं भाभी को बहुत ही बुरी तरह से चोद रहा था और वो एक दम मस्त हो कर चुद्वा रही थी. 5 मीं तक और चोद्ने मैं भी झाड़ गया. लंड का सारा जूस भाभी की चूत में निकाल देने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला और हट गया. भाभी ने कहा, आज तुमने मेरी बहुत ही अच्छि तरह से चुदाई की है और मुझे पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया है. अब मैं तुमसे खूब चुद्वाउन्गि. अगर तुम आज मुझे ठीक से नहीं चोद पाते तो मैं तुमसे फिर कभी नहीं चुद्वाती. अगली बार जब मैं तुम्हारा पूरा का पूरा लंड अपनी चूत के अंदर लूँगी तब मुझे और ज़्यादा मज़ा आएगा. मैने कहा, जब तुमने और तेज और तेज कहा तो मैने अपनी स्पीड बहुत तेज कर दी थी. उस स्पीड से चुद्वाने में ही धीरे धीरे मेरा पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुस गया था. तुम बहुत ज़्यादा जोश में थी इस लिए तुम्हे पता ही नहीं चला. तुम तो मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर ले चुकी हो. वो बहुत खुश हो गयी. भाभी की चूत एक दम सूज चुकी थी.रात के 7 बजे मैने भाभी को फिर से चोदा. 30-35 तक चोद्ने के बाद मैं झाड़ गया तो वो बोली, काश तुम मुझे और देर तक चोद्ते. मैने कहा, मैं अकेला एक बार में 30-35 से ज़यादा नहीं चोद सकता. अगर तुम कहो तो मैं
अपने दोस्त जे को बुला लूँ. वो बोली, तुम पागल हो गये हो क्या. इंता अच्छा लंड अपनी चूत के अंदर लेने के बाद मैं भला किसी छ्होटे लंड से क्यों चुद्वा कर अपना टेस्ट खराब करूँ. मैने कहा, उसका लंड बहुत ही अच्छा है तुम्हे पसंद आएगा. भाभी ने कहा, तुम उसी ज़य की बात कर रहे हो जो एक दम गोरा चितता और गातीले बदन
का था. मेरी शादी में हमेशा तुम्हारे साथ साथ ही था और मुझसे बहुत मज़ाक कर रहा था. मैने कहा, हां, वही. वो बोली, अगर उस ने किसी से कुच्छ कह दिया तो. मैने कहा, वो किसी से कुच्छ भी नहीं कहेगा. भाभी ने पूछा, वो कहाँ रहता है. मैने कहा, बस थोड़ी ही दूर पर उसका घर है. मैं होटेल से खाना लाते समय उसे बुला लाउन्गा. थोड़ी देर सोचने के बाद वो बोली, ठीक है, बुला लाना.
मैं होटेल खाना लेने जाने लगा. होटेल से वापस आते समय में ज़य को बुला लाया. घर पहुचने के बाद मैने बहुत धीरे से दरवाज़ा खोला जिस से भाभी को पता ना चले. ड्रॉयिंग रूम में मैने ज़य से एक दम नंगा हो कर बैठ जाने को कहा. वो एक दम नंगा हो गया. मैं भाभी के बेडरूम में गया. जब उन्होने मेरे साथ ज़य को नहीं देखा तो बोली, ज़य को साथ नहीं लाए क्या. मैने कहा, नहीं. वो बहुत ही ज़्यादा उदास हो गयी और बोली, मैं बड़ी बेसब्री से ज़य का इंतेज़ार कर रही थी. मैने सोचा था कि जब तुम जे को साथ ले कर आओगे तो मैं पूरी रात तुमसे और ज़य से खूब चुद्वाउन्गी और मुझे जी भर कर चुद्वाने का मौका मिलेगा. तुमने तो मुझे एक दम निराश कर दिया. जाओ मैं तुमसे बात नहीं करती. मैं भाभी के पास बैठ गया. उनकी आँखों में आँसू आ गये तो मैने कहा, मैं तो मज़ाक कर रहा था और तुम रोने लगी. वो बोली, कहाँ है ज़य. मैने कहा, बाहर ड्रोइंग रूम में बैठा है. भाभी ने कहा, उसे जल्दी से अंदर बुला लो. मैं उसका लंड देखना चाहती हूँ. मैने जैसे ही ज़य को बुलाया तो भाभी ने चादर ओढ़ ली. ज़य बेडरूम में आ गया. ज़य का लंड मेरे लंड के जितना ही मोटा था लेकिन उसका लंड मेरे लंड से 2" ज़्यादा लंबा था. जैसे ही भाभी ने ज़य का 9" लंबा लंड देखा तो वो खुशी से झूम उठी. भाभी ने मेरे गालों को चूम लिया और बोली, जीयो मेरे राजा, तुम तो मेरे लिए बहुत ही अच्छि चीज़ ढूँढ कर लाए हो. अब तो
पूरी रात खूब मज़ा आएगा. भाभी ने जोश के मारे अपने उपर से चादर हटा दी और ज़य को अपने पास बुलाया. ज़य भाभी के पास आ कर बैठ गया. ज़य का लंड तो पहले से ही खड़ा था. भाभी ने ज़य का अपना लंड अपने मूह में ले लिया और चूसने लगी. जैसे ही भाभी ने ज़य का लंड अपने मूह के अंदर लिया तो ज़य बोला, आप को मेरा लंड अपनी चूत के अंदर लेने में ज़्यादा तकलीफ़ नहीं होगी. भाभी ने पूछा, क्यों. ज़य ने कहा, औरत की चूत के साइज़ का अंदाज़ उसके मूह से हो जाता है.
औरत का मूह जितना बड़ा होता है उसकी चूत का मूह भी उतना ही बड़ा होता है. भाभी ने कहा, ऐसी बात है. ज़य ने कहा, हां, ऐसा ही होता है. भाभी ने मुझसे कहा, तुमने लता को तो देखा ही है. उसका मूह तो बहुत ही छ्होटा है. मैने कहा, हां उसका मूह तो बहुत ही छ्होटा है. ज़य ने कहा, अगर वो हम दोनो से चुद्वाने के लिए तय्यार हो जाए तो मज़ा आ जाएगा. वो राजू का और मेरा लंड अपनी चूत के अंदर आसानी से नहीं ले पाएगी. उसे बहुत ज़्यादा तकलीफ़ होगी. हो सकता है कि लता की चूत हम दोनो से चुद्वाने में कुच्छ ज़यादा कट फॅट जाए. भाभी ने कहा, लता भी बहुत सेक्सी है. एक दिन वो मुझसे कह रही थी कि उसे अपने पति से चुद्वाने में ज़्यादा मज़ा नहीं आता. वो राजू से चुद्वाना चाहती है. मैने कहा, नेकी और पूच्छ पूच्छ. उसे भी बुला लो. भाभी ने कहा, ठीक है, मैं कल उसे बुला लूँगी. रात के 9 बज रहे थे. भाभी अभी ज़य का लंड चूस ही रही थी कि कॉल्लबेल बजी. हम सब घबडा गये कि इस समया कौन आ गया. मैने जल्दी से चड्धि पहनी और अपने कंधे पर एक टवल रख लिया. मैने दरवाज़ा खोला तो दरवाज़े पर लता थी. वो बोली, राजा जी, तुम इस समय इस ड्रेस में क्या कर रहे थे. वो भी भाभी की तरह मुझसे बहुत मज़ाक करती थी.
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