RE: Bhabhi ki Chudai राजू और उसकी भाभी
वो बोली, तुम तो नंगे ही ज़्यादा खूबसूरत लगते हो. मैने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा, और इसके बारे में क्या ख़याल है. भाभी मेरे लंड को देख रही थी. उनकी आँखे गुलाबी सी होने लगी थी. वो बोली, तुम्हारा लंड तो वाकाई बहुत ही अच्छा है. मैने पूछा, अच्छा है का क्या मतलब. वो बोली, अच्छा है का मतलब, तुम्हारा लंड बहुत ज़्यादा लंबा है, खूब मोटा है, एक दम गोरा और चिकना है, इसका सूपड़ा भी खूब मोटा और एक दम गुलाबी है. मैने आज तक ऐसा लंड कभी नहीं देखा. मैने पूछा, आज तक नहीं देखा है का क्या मातब. लगता है तुम इसके पहले भी केयी लंड देख चुकी हो. वो बोली, नहीं मेरे राजा, मैने आज तक अपनी ज़िंदगी में केवल 2 लंड ही देखा है. कुच्छ दिनो पहले तुम्हारे भैया का देखा था और दूसरा आज अपने प्यारे प्यारे देवर का देख रही हूँ. चलो अब नाश्ता कर लो.
मैने कहा, ठीक है, नाश्ता भी कर लूँगा लेकिन पहले एक बार और मेरे लंड को चूम लो. भाभी ने कहा, तुम बड़े शैतान हो. उसके बाद उन्होने मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ लिया और अपने गरम गरम और गुलाबी होठों को मेरे लंड के सूपदे पर रख दिया. थोड़ी देर तक अपने होठों को मेरे लंड के सुपाडे पर रखने के बाद उन्होने बड़े प्यार से चूम लिया. मुझे बहुत मज़ा आया और मेरे सारे बदन में बिजली सी दौड़ गयी. मैने पूच्छा, कैसा लगा. वो बोली, सुबह तो मैने तोड़ा सहरामाते हुए तुम्हारे लंड को चूमा था लेकिन इस बार तुम्हारे लंड को चूमने में बहुत मज़ा आया. मैने कहा, तो एक बार और चूम लो. वो बोली, तुम कहते हो तो मैं एक नहीं दो बार चूम लेती हूँ. उन्होने फिर से मेरे लंड को पकड़ कर बड़े प्यार से दो बार और चूम लिया.
भाभी की आन्खे भी जोश से एक दम गुलाबी हो चुकी थी और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और बोला, मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा है. काश कोई मेरे लंड को अपने मूह में ले कर चूस लेता. वो बोली, अगर तुम कहो मैं ही चूस लेती हूँ. मैने कहा, नेकी और पूच्छ पूच्छ. वो बोली, ठीक है, पहले तुम नाश्ता कर लो और मैं नहा लूँ. उसके बाद मैं तुम्हारे लंड को चूस लूँगी. मैने कहा, ठीक है, मैं तब तक इंतजार करता हूँ. उसके बाद मैं नाश्ता करने लगा. नाश्ता ख़तम होने के बाद भाभी नहाने चली गयी. मैं अपने लंड पर हाथ फिराते हुए भाभी का इंतेज़ार करता रहा. 15 मिनट बाद भाभी नहा कर आई तो उन्होने केवल पेटिकोट ही पहन रखा था और उसे अपने बूब्स के उपर से बाँध रखा था. उनका एक दम गोरा बदन देख कर मुझे और ज़्यादा जोश आने लगा. मैं सोफे पर बैठा था. भाभी मेरे सामने ज़मीन पर बैठ गयी और बोली, लाओ, अब मैं तुम्हारे लंड को चूस लेती हूँ. उन्होने मेरे लंड को हाथ से पकड़ कर अपने मूह में ले लिया और बड़े प्यार से चूसने लगी. मैं धीरे धीरे जोश में आता जा रहा था. भाभी भी जोश में आने लगी थी. थोड़ी ही देर में भाभी सिसकारियाँ भरते हुए मेरे लंड को चूसने लगी.
मेरे लंड का जूस निकलने वाला था तो मैने भाभी से कहा, अब रहने दो. वो बोली, अब क्या हुआ. क्या मैं तुम्हारे लंड को ठीक से नहीं चूस रही हूँ. मैने कहा, नहीं ऐसी बात नहीं है, तुम तो मेरे लंड को बहुत ही अच्छि तरह चूस रही हो लेकिन अब मेरे लंड का जूस निकलने वाला है. वो बोली, तो क्या हुआ, मेरे मूह में ही निकल जाने दो
ना. मैं तुम्हारे लंड के जूस की एक बूँद भी बर्बाद नहीं होने दूँगी. सारा का सारा जूस निगल जाउन्गि. मैने कहा, ठीक है, जैसा तुम चाहो. भाभी और ज़्यादा तेज़ी के साथ मेरे लंड को चूसने लगी. थोड़ी ही देर में मेरे लंड का जूस भाभी के मूह में निकलने लगा. मैने भाभी के सिर को पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया तो मेरा लंड भाभी के मूह में और ज़्यादा गहराई तक घुस गया. भाभी ने मेरे लंड का सारा का सारा जूस निगल लिया. मेरे लंड का सारा जूस निगलने के बाद उन्होने मेरे लंड को अपने मूह से बाहर निकल दिया. मेरे लंड पर थोड़ा जूस अभी भी लगा हुआ था. मैने भाभी को दिखाते हुए कहा, थोड़ा जूस बाकी रह गया है तो उन्होने उसे भी अपनी जीभ से चाट लिया.मैने भाभी से कहा, तुमने मेरे लंड को देख लिया, इसे चूम लिया और इसे अपने मूह में ले कर चूस भी लिया. इसका सारा जूस भी तुमने निगल लिया लेकिन तुमने अभी तक अपने सारे बदन को ढक रखा है. मुझे अपना बदन नहीं दिखओगि. वो बहुत ज़्यादा जोश में आ चुकी थी और बोली, तुम जो देखना चाहो, देख हो. मैने कहा, मैं तो तुम्हारा पूरा बदन देखना चाहता हूँ. वो बोली, तो देख लो. मैने कहा, तुमने अपना बदन ढक रखा है. वो बोली, खुद ही खोल कर देख लो.
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