RE: XXX Kahani दो दो चाचिया
बड़ी चाची की माक वासना देख कर मे बहुत उत्तेजित था, मैने घुटने मोड़ कर उपेर कर लिए और चदडार उपेर डाल कर तंबू बना दिया, अंडर हाथ से मुति मारने लगा, मे इतना उत्तेजित था की कोई आठ डस स्ट्रोक्स मे ही पानी छ्छूट गया. जैसे ही मैने चदडार मे से मूह निकाला तो देखा कमला खड़ी थी,' हुमने कितनी बार कहा है आपको की मुट्ठी मारने का मन हो तो मुझे कह दिया करो,' वो बोली. मुझसे कुछ बोला नही गया,' मे जानती हू तुमने बड़ी चाची की माली से चुदाई देखी है इसलिए हाथ से करने लग गये,' कमला ने कहा,' ' हा कमलाजी,' मैने कहा.' मान मसोसने की ज़रूरत नही चलो बगीचे मे, किशन माली की तरह ही हमे चोद लो ऐसा सोचना की बड़ी चाची को ही चोद रहे हो, उसने कहा और मेरी चद्दर फेंक दी. कमला मुझे अधनंगा ही बगीचे मे ले गयी,' कोई आ जाएगा,' मैने कहा,' अरे आएगा तो उसको भी चोद लेना, उस बुड्ढे को देखा नही खुले आम तुम्हारी चाची को चोद गया और तुम हो की शर्मा रहे हो,' कमला बोली. कमला कुस्रि पेर बैठी और मेरे लंड को थूक से गीला कर उस पेर अपनी जीभ फिरने लगी, कोई एक मिनिट मे ही मेरा जवान लंड वापस तन गया. कमला बड़ी चाची की तरह कुर्सी के हाते पाकर कर घोड़ी बन गये,' ले अब किशन माली की तरह चोद मुझे, कह कर उसने अपनी काली गांद उपेर कर दी. मैने अपना खड़ा हुआ लंड पीछे से उसकी चूत के होटो पेर रखा और एक धक्का मारा, ऊओह ,' उसके मूह से निकला,' तुममे तो बहुत ताक़त है रमेश,' कमला बोली,' अपनी पूरी ताक़त मेरे भोस्डे मे खाली कर दो मुझे ज़ोर से चोदो,' उसने कहा, मैने उसके चुतताड पाकर लिए और घिस्से लगाने लगा,' ओह मदारचोड़ चोद मुझे फाड़ मेरी फुददी,' कमला बोली. " देखने दे तेरी बड़ी चाची को खिड़की से उन्हे भी पता चले जवान और बुद्धि गांद की ताक़त का उन्तेर,' कमला बोली, जैसी ही कमला ने ये कहा, बड़ी चाची अंडर से बाहर आई और कहने लगी,' किशन की गांद की ताक़त की बात मत कर, बड़ा मज़बूत है वो,' उन्होने कहा,' अरे जाओ चाचिजी, देखा इस लौंदे के लंड की मज़बूती डूस बार पानी निकल जाए तो भी ऐसा ही रहेगा, वो बुद्धा एक बार चोद ले तो 24 घंटे तक उसका लंड खड़ा नही होता,' कमला बोली. मे बड़ी चाची से नज़रे कुरा कर चोदे जा रहा था, बड़ी चाची मेरे पास आई और मुझे किस करने लगी, मेरे हाथ उन्होने अपने मुम्मो पेर रख दिए, मे एक हाथ से कमला की गांद मे उंगली कर रहा था दूसरे से चाची के बूब्स दबा रहा था, बहुत मज़ा आ रहा था,' बेटा तुझे मे चुदाई का बहुत मज़ा दूँगी, मेरी चूत कमला से ज़्यादा टाइट और गरम है बस तुझे थोडे दिन तरसा लू,' ये कह कर चाचिजी ने मेरा निचला हॉट काट लिया, मे इतना उत्तेजित था की दो मिनिट मे मेरा नल खुल गया,' दल दे इसकी नाली मे अपना अमृत,' चाचिजी बोली. " नाली होगी आपकी मेरा तो कमाल का फूल है, कमला ने कहा,' हा वो भी तो कीचड़ मे ही खिलता है, चाचिजी बोली,' रमेश बाबू आपका अमृत जहा जाए वो जगह खराब हो सकती है क्या?' कमला बोली, मैने अपना गीला लंड बाहर निकाला और ढोने के लिए बाथरूम मे चला गया.
मे बाथरूम से जैसे ही बाहर आया, छ्होटी चाचिजी बोली,' वा भैया, किशन माली की चुदाई देख ये हाल हो गया आपका?' वो बोली. मे घबरा कर भाग गया. " अब तुमको नयी नयी चुदाई दिखानी पड़ेगी ताकि तुम ऐसे ही बेक़ाबू होते रहो,' छ्होटी चाची की आवाज़ मुझे पीछे से सुनाई दी. " कमला घर मे होने वाली सारी चुदाई अब इस लरके को ज़रूर दिखाते रहना,' वो कमला से बोली. मुझे आइडिया हो गया अब चोरी छिपे या सामने घर मे होने वाली रोज़ की चुदाई ज़रूर देखनी होगी.
शाम को होमे वर्क कर के मैने खाना खाया तभी दोनो चाचा एक साथ आ गये. दोनो कोई 15 दिन बाद घर आए थे. खाना खा कर मे लॉबी मे टीवी देख रहा था, तभी बड़ी चाची ने कहा,' कमला रमेश को अकेले मत सुलाना उसके साथ ही सो जाना बचा अकेले मे तोड़ा डरता है,' ये सुनते ही मेरे लंड मे झुरजुरी होने लगी, मगर गांद भी फट रही थी, कमरे का दरवाज़ा तो बंड कर नही सकता था, मगर थोड़ी देर मे कमला आ गयी, मेरे लिए दूध भी लेकर आई,' लो रमेश बाबू दूध पी लो तभी तो मलाई निकलेगी,' वो आँख मार कर बोली. कोई डस बजे वो मुझसे बोली,' पहले छ्होटी चाची की चुदाई देखेंगे, वो खीरकी हल्की सी खुली रखेंगी और लाइट जला कर रखेंगी,' कमला बोली. आधे घंटे बाद वो उठी और बोली,' चलो रमेश बाबू, वाहा तलवार बाहर निकल गयी है.'
हम दोनो खिड़की के पीछे चुप कर देखने लगे. चाचा चाची दोनो नंगे थे, चाची चाचजी का लंड चूस रही थी, वो नीचे लेते हुए थे और चाची की गांद चूस रहे थे,' भेन्चोद तेरी तो गांद भी रसीली है, कितने दिन हो गये इसको छाते हुए और इसको मारे हुए,' चाचजी बोले,' देखो अब जब तक बचा नही हो जाता चुदाई बूँद, थोड़े दिन गांद मार लो फिर ये भी बूँद,' चाचिजी बोली,' मगर फिर मेरे लंड का क्या होगा?" चाचजी ने कहा,' मे मूठ मार दूँगी नही तो कमला है आपकी बड़ी भाभी है,' चाचिजी हस्ते हुए बोली,' धत गंदी बाते करती है,' चाचजी बोले. कोई 5-7 मिनिट की चटाई के बाद चाचा ने छ्होटी चाची को घोड़ी बनाया और उनकी गांद मे नारियल का तेल दल कर उसको उंगली से मरने लगे,' अब लॉडा डाल भी दो कब से उंगली जीभ डाले जा रहे हो,' चाचिजी बोली,' ठीक है जान,' ये कह कर चाचजी ने अपने लंड पेर भी तेल लगाया और चाची की गांद के च्छेद पेर रख दिया, मेरा लंड ये सब देख कर पागल हो रहा था.
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