RE: XXX Kahani दो दो चाचिया
कोई डेढ़ महीने तक में छोटी चाची और कमला को चोद्त रहा, एक दिन दोनो बाहर से लौटे और मिठाई ले कर आया,' ले रमेश मिठाई खा , आज हम सब बहुत खुश हेँ, छ्होटी चाची बड़ी चाची और कमला बोली, मैने पूछा,' किस बात की खुशी है चाचिजी?" " अरे अभी तू छ्होटा है बड़ा होगा तो अपने आप पता चल जाएगा,' बड़ी चाची बोली.' थोड़ी देर बाद मैने छुप छुप कर तीनो की बात सुनने लगा,' बता देते इसको की ये तुम्हारे बचे का बाप बनने वाला है,' छोटी चाची बोली,' अरे बेवकूफ़ अभी ये बचा है ग़लती से इसके मूह से ये बात निकल हटी तो तेरे पति तेरा खून कर देंगे,' बड़ी चाची बोली,' हा दीदी ये बात तो सही है,' छ्होटी चाची बोली.' और हा तूने इस दौरान अपने पति को चोडा तो था ना?" बड़ी चाची ने पूछा,' हा दीदी तीन बार आए थे इस बीच में ये और रात रात भर इनसे में चुद ली थी,' छ्होटी चाची बोली,' फिर ठीक है मगर ध्यान रखना तेरे पति को किसी भी चीज़ की भनक ना लगे,' बड़ी चाची बोली,' वा दीदी अपने दो दो बचे दो अलग अलग मर्दो से पैदा कर लिए, जेत्जी को तो आज तक पता नही चला,' छ्होटी चाची बोली,' अरे इनके आँड में डम होता तो इनसे अब तक आधा दर्ज़न बचे नही हो गये होते,' कह कर बड़ी चाची हस्ने लगी,' वैसे बुड्ढे आँड में भी इतना डम होता है ये पता नही था,' छ्होटी चाची बोली,' अर्रे वो बुद्धा लगता है तू एक बार चुद कर देख रमेश से ज़्यादा ताक़त है उसकी गांद मे,' बड़ी चाची बोली,' बगीचे में किशन लाल की खुरपई कम चलती है आपके भोसड़े में ज़्यादा,' कह कर छ्होटी चाची ज़ोर से हस्ने लगी,' अरे में भी उसकी खुरपई को बेकार समझती थी मगर ये कमला तो धोती के उपेर से देख कर ही औज़ार की ताक़त भाँप लेती है,' बड़ी चाची बोली,' हा दीदी इसकी आँखे क्ष रे हैं, सीधे मर्द की चड्डी के अंडर देख लेती हेँ,' कह कर तीनो औरते हस्ने लगी. मुझे सब समझ मे आ गया था, बड़ी चाची हुमारे माली किशन लाल को चोद्ति थी, इसलिए उन्होने अभी तक मुझे नही चोदा था.
मे किशन लाल को बड़ी चाची को चोद्ते देखना चाहता था. एक दिन मैने पेट दुखने का बहाना किया और स्कूल से छुट्टी मार ली. मुझे ध्यान था किशन माली 11 बजे के आसपास आता था. ' चाचिजी मे दरवाज़ा बंड कर के लेट जाउ, जब तबीयत ठीक होगी तब उठ जौंगा,' मैने बड़ी चाची से कहा,' हा बेटा सो जा मे तुझे जगा दूँगी,' बड़ी चाची बोली. मुझे पता था कोई 5-10 मिनिट बाद बड़ी चाची मुझे ज़रूर चेक करने आएँगी, वो आई तो मे गहरी नींद का बहाना करने लगा. मेरी खिड़की से बाहर पूरी लॉन दिखती थी, मैने खिड़की की दरार मे से देखना शुरू काइया. किशंबगीचे मे खुरपई कर रहा था. बीच मे वो बार बार बड़ी चाची के कमरे की तरफ देख लेता था. वो उकृू बैठा था. थोड़ी देर के बाद उसने अपनी धोती खोल कर एक पेड़ पेर तन्गि और ढरी वाले कच्चे मे बेथ गया. ,मुझे पता था बड़ी चाची उसको देख रही थी, थोड़ी देर मे उसने कचे के साइड से अपना एक आँड बाहर निकाला, ऐसा लग रहा था जैसे वो अंजाने मे निकल गया हो मगर मैने देखा था की उसने वो गोली जान बुझ कर बाहर निकाली थी, थोड़ी देर बाद उसने दूसरी गोली भी बाहर निकल ली, अब उसके आँड नीचे लटक रहे थे, मेरे अंडकोष तो ज़्यादा बड़े नही थे मैने पहली बार किसी आदमी के ऐसे लटके हुए और मोटे अंडकोष देखे थे. थोड़ी देर मे बड़ी चाची उसके लिए चाइ बना कर लाई, किशन ने उनको देख कर आँड वापस कचे मे डाल दिए. चाचिजी ने चाइ उसके बिल्कुल पास जा कर रखी और एक हाथ से उसके लंड को उपेर से ही दबा दिया, और खुद उसके सामने प्लास्टिक की कुर्सी पेर बैठ गयी,' क्या हुआ आज चुदाई नसीब नही होगी क्या?' किशन ने पूछा,' नही किशन आज भतीजा स्कूल नही गया है,' चाचिजी बोली.' किशन ने मुझे गली दे,' उस मदारचोड़ को भी आज ही छुट्टी लेनी थी मे तो मन बना कर आया था,' एयो बोला,' कोई बात नही कल दो बार चोद लेना,' चाचिजी बोली.' " खड़ा हुआ लंड चूत को चोद कर ही कचे मे जाता है जैसे म्यान से निकली तलवार सिर काट कर ही वापस म्यान मे जाती है,' किशन बोला.' अछा दिखा तो सही तेरी तलवार,' चाचिजी बोली.किशन ने बैठे बैठे ही कचे के साइड से अपना पूरा लंड बाहर निकल दिया,' अभी तो ठंडा पड़ा है तेरा हथियार,' चाचिजी बोली,' आपकी छ्होट दिखाओ इसे तो ही खड़ा होगा,' किशन बोला, बात करते करते वो एक हाथ से लंड हिला रहा था. चाचिजी ने नाइटी पहनी हुई थी, उन्होने पाव उँचे कर लिए, अंडर चड्डी नही थी, इस तरह किशन को चाचिजी की चूत के दर्शन हो रहे थे, किशन अब तेज़ी से लॉडा हिलने लगा, दूसरे हाथ से वो चाचिजी की चूत मे उंगली कर रहा था. मुझे पता था अंडर से छ्होटी चाची और कमला भी ये सब देख रहे है मेरी तरह. खुले आम घर की लॉन मे एक बूढ़ा माली मेरी चाची के सामने लंड हिला रहा था,' किशन तेरा औज़ार बूढ़ा हो गया, किसी काम का नही रहा,' चाचिजी बोली, ये सुनते ही किशन खड़ा हुआ और कचा नीचे साल कर चाचिजी के मूह मे अपना समान डाल दिया चाचिजी कुलफी की तरह उसको चाटने लगी दूसरे हाथ से वी उसके अंडकोष मसल रही थी." चूस रंडी चूस मेरा लॉडा अभी बताता हू तुझे ये लंड बूढ़ा है या जवान,' किशन बोला और चाचिजी का मूह चोद्ने लगा,' कोई 3-4 मिनिट मे किशन का लंड आकर ले चुका था, उसका लंड कोई 8 इंच का होगा और उसका कला सुपरा बहुत मोटा था, चाचिजी उल्टी हुई और कुर्सी के हाते का हहरा ले कर घोड़ी बन गयी, किशन ने पीछे से उनकी चूत मे अपना लंड पेल दिया, वो पूरी ताक़त लगा रहा था, ' क्यू रंडी अब बता बूढ़े का लंड है या जवान का?' वो बोला,' मेरे राजा मे तो तुझे गुस्सा दिला रही थी गुस्से मे तू बहुत ताक़त से चिदता है जिस से मेरी चूत को बहुत मज़ा आता है,' चाचिजी बोली, किशन हर स्ट्रोक पेर बोलता ले रंडी फाड़ रहा हू तेरी चूत,' फाड़ दो किशन फाड़ दो मेरा भोसड़ा,' चाचिजी बोल रही थी. किशन ने स्पीड तेज़ कर दी थी वो राजधानी एक्सप्रेस की तरह चोद रहा था,' ओह किशन मे मार जौंगी बड़ा ज़ालिम है तू, चाचिजी ने कहा.' कोई 5 मिनिट की चुदाई के बाद चाचिजी का पानी निकालने वाला था,' किशन मे झाड़ रही हू, मेरा राजा,' ये कह कर वी गांद को उछालने लगी, किशन उनके चुतदो पेर थप्पड़ मार रहा था, ऊवू किशन मेरे बूढ़े सांड़ मे तेरी गे हू भर दे मेरी चूत,' चाचिजी बोली और हफने लगी, वी झाड़ गयी थी, उन्होने अब आगे से हाथ क़िस्स्काया और किशन के उछाल रहे आँदिओ को पकड़ लिया,' अब कर दे तेरे आँड मेरी चूत मे खाली,' वो बोली,' हा रंडी ये ले तेरे भोस्डे मे आ रहा है मेरा पानी,' ये कह कर किशन पेड़ से गिरे पत्ते की तरह हिलने लगा. पानी च्छुतते ही उसने चाचिजी को कमर से कस कर पकड़ लिया था, ' साले तू मुझे और बचा दे कर मानेगा,' चाचिजी बोली और हट गयी, किशन ने उनके पेटिकोट से अपना लंड पोछा और वापस कचा और धोती पहन लिया,' अब मे जाती हू कल ज़रूर आना,' कह कर चाचिजी चली गयी, किशन फिर से खुरपई करने लगा.
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