RE: kamukta Sex kahaaniya किरण की कहानी
एसके ने कहा वाउ किरण तुम्हारी चूत तो एक दम से टाइट है क्या अशोक तुम्है चोद ता नही है ? तो मैं ने कहा के पहले तो तुम्हारा लंड देखो कितना बड़ा लंबा मोटा और कितना सख़्त जैसे कोई स्टील का पाइप हो और यह मेरी इतनी छोटी सी चूत मे घुसेगा तो टम्हे तो टाइट ही लगेगा ना और देखो इस मूसल ने मेरी छोटी सी चूत का क्या हाल बना दिया है इस मे से खून भी निकाल दिया इसने मेरी चूत को फाड़ डाला और दूसरे यह के हा अशोक से मुझे कभी भी मज़ा नही आया वो तो बॅस मेरी चूत मे आग लगा के खुद ठंडा पड़ जाता है और पलट के सो जाता है और मैं सारी रात जलती रहती हू. कभी कभी ही तो उसका छोटा सा लंड जो इतना सख़्त भी नही होता अंदर जाता है और फॉरन ही उसकी मलाई निकल जाती है ऐसा लगता है जैसे मेरी गरम चूत मे उसकी मलाई पिघल के निकल गई हो और कभी कभी तो बिना अंदर घुसाए ही ऊपेर ही अपना माल गिरा देता है और आज
मुझे ऐसे लग रहा है जैसे आज ही मेरी सुहाग रात हुई हो और ऐसी चुदाई ज़िंदगी मे कभी नही हुई और मैं ने कहा के एसके तुम्हारी वाइफ के तो मज़े होगे वो बोला के नही ऐसे कोई बात नही पहली टाइम तो वो भी तुम्हारी तरह से बेहोश हो गई थी और अब उसकी चूत मेरा लंड आसानी से ले लेती है मैं तो उसकी गंद मे भी डालता हू और वो गंद भी आसानी से मरवा लेती है. मैं ने हैरत से कहा के उसकी गंद मे इतना मोटा और बड़ा लंड घुस्स कैसे जाता है तो वो बोला के पहले टाइम ही थोडा सा दरद होता है फिर बाद मे नही होता और फर्स्ट टाइम डालने के लिए बोहोत सा तेल लगाना पड़ा था तब कही जा के धीरे धीरे घुसा सका था.
हम ऐसे ही बातें करते रहे और एसके ने मेरा हाथ पकड़ के अपने लंड पे रख दिया जो फिर से एरेक्ट हो चुका था उसने फिर से मेरी चूत मे अपनी उंगली डाल के क्लाइटॉरिस को मसलना शुरू कर दिया तो मेरी चूत फिर से गरम हो गई और गीली हो गई वो मेरी चुचिओ को चूस रहा था और खुद सीधा लेट के मुझे अपने ऊपेर खेच लिया फिर से उसका मूसल जैसा लंड किसी खोफ़नाक मिज़ाइल की तरह से खड़ा हो चुका था मई एक बार फिर से दर गई. एसके ने मुझे आगे की तरफ खेच लिया और मैं उसके मूह पे बैठ गई मेरे दोनो पैर उसके सर के दोनो तरफ थे मुड़े हुए थे और मैं उसके मूह पे अपनी चूत रगड़ रही थी एसके ने अपने हाथ बढ़ा के मेरे बूब्स को मसलना शुरू कर दिया. उसके दाँत मेरी चूत के अंदर बोहोत मज़ा दे रहे थे और मैं झड़ने लगी. मैं इतने टाइम झाड़ चुकी थी और ऐसे लगता था जैसे मैं आज झड़ने का सारे रेकॉर्ड तोड़ने वाली हू.
अब एसके ने मुझे पलटा दिया और हम 69 पोज़िशन मे आ गये मैं झुक के उसके मूसल जैसे लोड्े को अपने मूह मई लेने की कॉसिश करने लगी पर उसके सूपदे से ज़ियादा मेरी मूह मेी कुछ नही गया. मेरा मूह उसके लंड का सिल्की सॉफ्ट चिकना सूपड़ा पे लगते ही एसके ने अपनी गंद उठा के लंड मेरे मूह मे घुसेड़ना चालू कर दिया जिस से वो कुछ और अंदर गया और मेरा मूह उसके लंड से फुल हो गया मेरा मूह पूरा खुल चुका था पर वो अपनी गंद उचका उचका के मेरे मूह मे लंड घुसा रहा था तकरीबन आँधा या उस से कुछ ज़ियादा ही अंदर घुसा होगा जो मेरे हलक (थ्रोट) तक घुस चुका था और मैं उसका लंड चूसने लगी मेरे मूह मे दरद हो रहा था इतना मोटा लंड इतनी देर तक नही ले पा रही थी लंड मे से चिकना चिकना प्री कम निकल रहा था जिसे मैं टेस्ट कर रही थी.
उसका लंड उसके प्री कम से और मेरे थूक से बोहोत गीला हो चुका था और वो कंटिन्यू मेरी चूत को चूस रहा और मेरी गंद मे अपनी उंगली घुसेड रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था
कभी कभी पूरी चूत को अपने दांतो मे पकड़ के काट लेता और ऐसे चबाता जैसे पान चबा रहा हो और मेरी चूत का फालूदा बना के खा रहा हो तो मैं इतनी मस्ती मे आ गई के फॉरन ही झड़ने लगी. मेरी चूत का रसीला जूस एसके के मूह मे जाने लगा जिसे वो हनी की तरह से चाटने लगा.
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