RE: XXX Kahani दोस्त बना साला
आपसे आपकी बहन बहुत खुश रहेगी. आप रोज़ आईएएगा. भाय्या ना हो तो भी." "हां मेरी जान अब तो तुम्हारे बिन रहा नही जाएगा." "आप अब अपनी बहन को भी चोदियेगा. कभी कुच्छ किया है कंचन के साथ." "न्न्न नही." "ओह्ह तू आप कैसे करिएगा. खैर कोई बात नही मेरे भाय्या आपकी बहन को पटाकर चोदेन्गे फिर आप भी उसको चोदियेगा." फिर मैं अपनी बहन को अपने दोस्त को देने का वादा कर अपने घर वापस आया.. अब मैं बहुत खुश था. पहली बार किसीलड़की को चोदा था वह भी इतनी खूबसूरत और जवान कि क्या बताएँ. घर आकर अपनी जवान 17 साल की छ्होटी बहन कंचन को देखा तो आज वह मुझे बहुत खूसूरत लगी. इसकी चुचियाँ तो सपना की चुचियों से ज़्यादा टाइट और बड़ी लग रही थी. पहले तो मैं उसपर ज़्यादा ध्यान नही देता था पर आज मैं उसको दूसरी नज़र से देख रहा था. रात हुई तो मैं सोने लेट गया पर नींद नही आई और आँखो मैं सपना का नंगा बदन घूमता रहा. किसी तरह सोया तो सपने मैं भी वही दिखती रही. अगली सुबह देर से सोकर उठा. कंचन इस वक़्त रोज़ की तरह मेरे रूम मैं झारू लगा रही थी. वह झुककर झारू लगा रही थी जिससे उसकी दोनो चुचियाँ उसके कुर्ते से आधी बाहर को दिख रही थी. जिन्हे देखकर मैं मस्त हो गया. वैसे तो वह रोज़ इन्ही कपड़ो मैं घर पर रहती थी पर पहले मैं उसकी तरफ गौर नही करता था पर कल की घटना से अब मैं उसे ही देखे जा रहा था. तभी उसने मुझे अपनी तरफ इस तरह से देखते पाया तो वह शर्मा गयी और जल्दी से अपने कपड़ो को ठीक कर लिया.. मैं झेंपकर उठा और नाहकर फ्रेश हुवा. उसने ब्रेक फास्ट रेडी कर दिया था. मोम डॅड ड्यूटी पर जा चुके थे वह और मैं घर पर अकेले थे.. हम दोनो नाश्ता करने बैठे तो मैं उसे ही देख रहा था. आज उसे मेरा बदला रूप नज़र आ रहा था. वह कुच्छ नर्वस हो रही थी. इस वक़्त वह भी नहा धोकर एक पिंक स्कर्ट और येल्लो शर्ट मैं थी. मैं उसकी चुचियों को ही घूर रहा था. तभी एक स्पून टेबल से नीचे गिरा तो वह उसे उठाने को झुकी तो मैं फिर उसकी चुचियों की झलक पा गया. उसे शायद यह एहसास हो गया था कि मैं उसकी चुचियों को देखने की कोशिश कर रहा हूँ. किसी तरह नाश्ता करके वह अपने दूसरे काम करने लगी. मैं अपने रूम मैं आ गया था. आधे घंटे बाद वा मेरे रूम मैं आई और सफाई करने लगी. मैने देखा कि वा अब एक नयी शर्ट पहने थी जो कि एकदम वाइट और हल्की सी टॅंग्स्पेरेंट थी. यह शर्ट बड़े गले की थी और उसका ऊपर का एक बटन भी खुला था. वह अब बार-बार किसी ना किसी बहाने से मेरे सामने आ रही थी और अब वा झुक भी ज़्यादा रही थी जिससे मुझे उसकी चुचियाँ ठीक तरह से दिख रही थी. मैं समझ गया कि मेरे दोस्त की बहन सपना की बात सच है कि हर लड़की 15 की उमर के बाद चुदवाना चाहती है पर इज़्ज़त को डरती है और अगर उसे घर मैं ही कोई मिल जाए तो वह फ़ौरन तैय्यर हो जाती है चुदवाने को. अब मैने एक बात और सोची क़ी मेरे दोस्त ने तो अपनी चुदी बहन मुझे दी थी पर मेरी बहन तो एकदम ताज़ा माल है.. मैने सोचा की जब बहन को चुदवाना ही है तू क्यों ना पहले खुद ही उसे चोद्कर कुँवारा माल चखा जाए. यह ख्याल दिल मैं आते ही मैने सोचा कि ट्राइ करते है अगर सपना की बात सच है तो कंचन मुझसे ज़रूर चुदवायेगि. तब मैने प्लान बना उसे आवाज़ दी,
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