RE: Chudai Kahani स्वामी जी का कमाल
स्वामीजी
रश्मि की उलझन को समझ गये. बोले ` रश्मि घबराओ मत. में तुम्हारी चूत में
उतना ही लंड डालूँगा जितना तुम ले सकोगी. अब शरम उतार दो और मस्ती करो.
देखो सुबू कैसी मस्ती कर रही है.` रश्मि नें उधर देखा. सुबू नारायण का
लंड अपने मुँह में लेने की कोशिश कर रही थी, मगर इतना मोटा लंड मुँह में
समा नही रहा था. रश्मि सोचने लगी अगर ये लंड मुँह में नही जा रहा तो चूत
में कैसे जाएगा. जब रश्मि की ख्याल टूटा तो देखा की स्वामीजी अपना लंड
उसके मुँह के पास ले आए है. रश्मि नें सोचा जब चुदवाना ही है तो फिर शर्म
कर क्या फाय्दा. स्वामीजी सही कह रहे थे . रश्मि ने स्वामी जी का लंड
मुँह मे ले कर चूसना शुरू कर दिया. पहली बार लंड मुँह में गया था, रश्मि
तो निहाल हो गयी. उसे मालूम नही था कि लंड की चुसाइ इतनी मस्त होती
है.रस्मी ज़ोर ज़ोर से लंड चूसने लगी. स्वामीजी मस्ती में आ गये. रश्मि
को लिटा कर उसकी चूत चूसने लगे. उधर सुबू के मुँह में नारायण का लंड समा
नही रहा था. मगर वो इस जंबो लंड को अपनी चूत में महसूस कर रही थीसुबूने
लंड चूसना बंद किया और प्यासी नज़रों से नारायण को देखा. नारायण समझ गया
की सुबू अंदर लेना चाहती है. अब तक नारायण शांत था. जैसे ही चुदाई का
टाइम आया वो जानवर बन गया. सुबू की टाँगें उठा कर उसने अपनें कंधों पर रख
दी और एक ही झटके में लंड सुबू की चूत में घुसेड दिया. सुबू को लगा की
कोई अंगारा उसकी चूत में चला गया हो. वो ज़ोर से चीखी, `हाई में मर गयी ,
स्वामीजी मुझे बचाओ इस-से, इसने मेरी चूत का कबाड़ा कर दिया, ये किस को
ले आए आप. ये तो जानवर है.` मगर नारायण चोदता जा रहा था. कोई तरस नही कोई
रहम नही. नारायण के धक्के सुबू कीजान निकाल रहे थे. उधर सुबू की हालत देख
कर रश्मि डर गयी. मगर स्वामीजी ने उसे हिम्मत बँधाई, ` डरो मत तुम्हारी
दीदी अभी ठीक हो जाएगी. अब तुम भी अपनी टाँगें खोलो ओए मेरा लंड ले लो.
रश्मि अब तक पतली छोटी मूली ही चूत में लेती थी,इतना बड़ा लंड कैसे चूत
में जाएगा समझ नही पा रही थी.स्वामी जी नें उसकी टाँगें फैलाई और अपना
लंड रश्मि की चूत पर रख दिया (मगर अंदर नही डाला) कुछ देर ऐसे ही लेटे
रहे. रश्मि अंदर लेने की इच्छा करने लगी और थोड़ा थोड़ा हिलने लगी.
स्वामीजी जी नें लंड थोड़ा सा अंदर डाला और रुक गये. ऐसे ही कुछ देर चलता
रहा. स्वामी जी का आधा लंड अंदर जा चुका था.रस्मी पेशोपश में थी के और
लंड ले तो कोई तकलीफ़ तो नहीं होगी? दिल तो चाह रहा था मगर दरद से डर रही
थी. मस्ती डर पर हावी थी. एक बार फिर लंड लेने के लिए हिली, और स्वामीजी
नें एक ही झटके में पूरा लंड अंदर डाल दिया. बकरी को एक दिन तो हलाल होना
ही था. `आआआआअ.. …….मर गइईई, डिडियीयैआइयीयिमिन मर गइईए. मेरी चूऊऊओत
फाड़ दी स्वामीजी नें. दीदी प्लीज़ मुझे बचाओ.` सुबू उसे क्या बचाती.
उसकी तो अपनी चूत का भोसड़ा बन रहा था. नारायण वहशयों की तरहा सुबू की
चुदाई कर रहा था.उधर स्वामीजी ने थोडा रुक कर धक्के लगाने शुरू कर दिए.
दर्द का अहसास कम हो रहा था. मस्ती दोनो बहनों पर हावी हो रही थी. चीखो
के जगहा सिसकारियों ने ले ली थी. दोनो बहनें बड़बड़ा रही थी, ` हां
स्वामीजी मज़ा आ रहा हाइपर ज़रा धीरे चोदो. आआअहह. …स्वामी जी आआआ. पूरा
जा रहा है . हाआन नारायण तुम आदमी हो की जानवर. कैसे चोद्ते हो. पर आहह
ऐसे ही, ऐसे हीईई….. हन्न्न…. ऐसे ही चोदो. साले कितना मोटा है
तेरा…..स्वामीजी ठीक ही कहते थे….. साले तू रश्मि की तो फाड़ ही देता.
आआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नारया…… ..ज़रा लंबे लगाओ.आआहहस्वँ ई जी आआहह क्या
मस्त चला लाए हूऊ……. आआअहहस्वँ ईज़ी रशमी को ज़बरदस्त चोदो. कोई हसरत ना
रह जाए.` उधर रशमी चिल्ला रही थी, ` डीडीिईई…. म्ज़ा आआआअ…. गया मेरपयारी
दीदी……क्या स्वरग की सैर करवाई है……स्वामीजी तो मस्त चोद रहे हैं आआआआ….
स्वामीजी …स्वामीजी …..करो स्वामीजी ज़ोर से करो…..हाए ये क्या हो रहा
है…….स्वामीजी ….प्लीज़ स्वामीजी …….चोदो. …जैसे मेरी दीदी को चोदा
था……..आआहह हौर रश्मि ज़ोर ज़ोर से चूतड़ उछालने लगी. स्वामीजी समझ गये
की लड़की गयी. उन्हों-ने धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी. टाइट चूत ने उन्हें
भी मस्त कर दिया. उन्हों-ने भी मज़ा लेने का मंन बना लिया. रश्मि चिल्ला
रही थी, ` स्वामी जी ज़ोर से चोदो आज तो कमाल हो गया. है दीदी अब हमेशा
चुदवाउन्गि स्वामीजी ……स्वामीजी. …..स्वाआआआअ म्म्म्मीईज्ज्ज्जीइ. ….
..आआआआ आआआ`. उधेर स्वामीजी भी झाड़ गये,`आबीयेयेयीयायग गग्ग्घगया
…..सुबू तुम्हारी बेहन बड़ी सेक्सी है…….आआअहह हह`. सुबू और नारायण की
कुश्ती जारी थी. सुबू उचक उचक कर चुदवा रही थी. पूरी चूत लंड से भरी हुई
थी. रश्मि सुबू के पास आ कर बैठ गयी और चुदाई देखने लगी नारायण का मोटा
लंड जब बाहर निकलता था तो चूत की स्किन भी बाहर आ जाती थी. दोनो मस्ती
में ज़बरदस्त चुदाई कर रहे थे दुनिया से बेख़बर. रश्मि ने स्वामीजी की
तरफ देखा जो नंगे लेटे हुए थे. रश्मि नें उनका लंड चूसना शुरू कर दिया.
अब वो भी सुबू की तराहा लंड की प्यासी थी. स्वामीजी से दोबारा चुदने के
लिए तैयार….. ……… ….एंड ऑफ पार्ट2.
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