RE: Chudai Kahani स्वामी जी का कमाल
स्वामीजी ज़ोर ज़ोर से चुदाई कर रहे थे. पूरा लंड बाहर निकाल फिर अंडर
डालते थे. सुबू मस्त हो चुकी थी. अपने चूतदों को ज़ोर ज़ोर से ऊपेर नीचे
कर रही थी. धीरे धीरे उसके दिमाग़ नें काम करना बंद कर दिया. वो कुछ भी
सोच नहीं पा रही थी. केवल चूत लंड चुदाई और स्वामीजी ही उसके ख़यालों में
थे.मस्ती पूरी तरह हावी थी. मज़ा आने वाला था. सुबू के मुँह से सिसकारिया
निकलने ल्गी थी. वो मुँहसे कुछ बड़बड़ा रही थी. धीरे धीरे उसकी मस्ती
बढ़ती गयी. उसकी आवाज़ ऊँची होती गयी. स्वामीजी का हर धक्का उसे स्वर्ग
की सैर करा रहा था,` आह स्वामी जी……. क्या चीज़ हो आप……. कैसे चोद्ते
हो…. आह…..स्वामीजी आप और कैसे कैसे चोद सकते हो….सब तरहा से चूत मारो
मेरी……मैं कहती थी ना की मेरी चूत फॅट ना जाए…….. अब कहती हूँ फाड़ दो
इसे…….धक्के मार कर.` सुबू को पता नही था की वो क्या बोल रही है. मॅन की
बातें ज़ुबान पर आ रही थी. स्वामीजी उसकी बातें सुन कर और भी सेक्सी हो
रहे थे. उनके धक्कों की रफ़्तार बढ़ती जा रही थी. ` अहह….स्वामी जी
स्वामीजी….. …आअहह. स्वामी ……स्वामी आह….फाड़ दो ….फाड़ दे स्वामी
साले…..स्वामी मॅदर चोद…….स्वामी चूतिया….. .फाड़ दे साले. आह….स्वामीजी
प्लीज़ और ज़ोर से… और ..हां ऐसे ही…हः… आह…आह स्वामी जी मज़ा आने वाला
है….सवमीज़ी. …रोज़ चोदना मुझे….कभी जाना मत…..आह. ..स्वामीजी मेरी बेहन
को भी स्वर्ग दिखा दो…..अहहहः. …उसे भी चोदना ` सुबू को मज़ा आने वाला
था. वो अपने चूतड़ ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी. स्वामीजी नें अप्ना मज़ा रोक
लिया और सुबू के बाद झड़ने का फ़ैसला किया. अचानक सुबू को मज़ा आ गया वो
ज़ोर से चिल्लाई, ` आह…….मर गयी रे……ये क्या कर दिया स्वामी…..इतना मज़ा
? हे भगवा…..ये स्वामी क्या चीज़ है ……..हाए ……और क्या चीज़ है ये लंड और
चूत…..आह आह आह ….स्वामी आह.. मर गयी…..मर गयी. स्वामी फाड़ दे साले फाड़
मेरी चूत…. फाड़ ….फा….. आह……. .` और इसके साथ ही वो पस्त हो गयी.अब
स्वामी जी की बारी थी. स्वामीजी नें मज़ा लेने का मॅन बनाया और ज़बरदस्त
धक्कों के साथ झाड़ गये. एक ऊँची आवाज़ उनके गले से निकली…..आआआआः हह….
….आआआगयाआ आ…स उउउब्ब्ब्ुऊउ… ..आअहह. ……..किययाया चूऊत है……..आआहह ह…….
..सुउुबुउउउ. ….सुउुउउ ब्ब्ब्बुउउउ` नीचे सुबू को अपनी चूत में स्वामीजी
का वीर्य गिरता महसूस हुआ तो उसेफिर मज़ा आने लगा. स्वामी जी का वीर्य
गिरता ही जा रहा था.थोड़ी देर में सब शांत हो गया. स्वामी जी नें लंड
बाहर निकाला. सुबू सीधी हुई और स्वामीजी का लंड प्यार से चूस चाट कर सॉफ
किया. खड़ी हो कर पूछने लगी, `स्वामीजी अब कब आओगे`. जल्दी ही आऊंगा,
रश्मि की कुँवारी चूत जो चोदनि है.` सुबू नें प्यार से उनकी तरफ देखा और
उनके गले लग गयी और अगली चुदाई के सपनों में डूब गयी.
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