RE: Kamukta stories मेडम को कार चलाना सिखाया
ओह..ऊओ.सुमित यह क्या कर रहे हो”
मॅम…मुझे खरबूज़े बहुत अच्छे लगते हैं”
ओह्ह..और क्या अच्छा लगता है तुम्हे”
चूयिंग गम”
क्या..चूयिंग-गम.वो कौनसा पार्ट है”
जवाब में मैं मॅम की चूत दबाने लगा
ऊहह..आह.आह.सुमित….चूयिंग-गम को दबाते नहीं हैं”
मॅम..इस पोजीसन से मैं चूयिंग-गम को छू नहीं कर सकता”
सुमित.कार की पिछली सीट पे चूयिंग-गम छुई जा सकती है”
फिर हम दोनो पिछली सीट पर आ गये. मॅम ने टाँगें(लेग्स) खोल ली और अपनी चूत पे हाथ रख कर बोली
सुमित.यह रही तुम्हारी चूयिंग-गम”
मैं मॅम की चूत चाटने लगा. मॅम सीट पे लेटी हुई थी. मेरी जीभ मॅम की चूत पे और मेरे हाथ मॅम की ब्रेस्ट को दबा रहे थे. मैं करीब 10 मिनिट तक मॅम की चूत पे जीभ मारता रहा
सुमित..क्या तुम्हारी पेन्सिल शार्पेंड है”
क्या मतलब”
बुद्धू..मेरे पास शारपनर है और पेन्सिल तुम्हारे पास है..”
यस मॅम..मेरी पेन्सिल को शार्प कर दीजीये”
लेकिन पहले तुम अपनी पेन्सिल दिखाओ तो”
मैने अपनी जीन्स उतार दी . मैने अंडरवेर नहीं पहना था. मैं अपना लंड मॅम के मूँह के पास ले गया तो मॅम ने जल्दी से उसे अपने मूँह में ले लिया.कुछ देर तक मॅम मेरा लंड चूस्ति रही..फिर बोली
सुमित..तुम्हारी पेन्सिल काफ़ी अच्छी क्वालिटी की है”
मॅम क्या आपका शारपनर भी अच्छी क्वालिटी का है”
यह तो पेन्सिल शार्प होने पर ही पता चलेगा”
तो मॅम करलूँ अपनी पेन्सिल शार्प”
येस्स्स्स…सुमित..जस्ट डू इट..फक मी.यस फक मी हार्ड…चोद मी..स्क्रू मी..”
मैने अपना लंड मॅम की चूत में डाल दिया और धक्के देने लगा
ओह्ह्ह..सुमित..माइ डार्लिंग..युवर पेन्सिल ईज़ फिट फॉर माइ शारपनर….आआहह..वेरी गुड..कीप डोइंगगगगगग…सुमित..मेरे संतरों को ना भूलो…इन्हे तुम्हारे हाथों की सख़्त ज़रूरत है”
मॅम.आ.आपकी चूत मारने में बहुत मज़ा आ रहा है”
एयेए…हह..सुमित.बच्चे.अपनी मेडम के संतरों से मिल्क-शेक तो पियो”
फिर मैं धक्के देने के साथ साथ मॅम के निपल्स को मूँह में लेकर चूस्ता रहा. कुछ ही देर बाद मॅम के बूब्स में से दूध निकलने लगा और मैं पीने लगा
आऐईए.सुमित..और तेज़..तेज़ तेज़ धक्का मारो..आज अच्छी तरह ले लो मेरी.मेरे मिल्क-शेक का फ़ायदा उठाओ..स्पीड बढ़ाओ”
मैने तेज़ तेज़ धक्के मारने शुरू कर दिए. करीब 15 मिनिट बाद
एयेए.ओह्ह.सुमीईइत्त्त्त….तेज़…मैं आने वाली हूँ”
मैं और मॅम एक साथ ही झाडे
आ.एयाया..आहा..आइ लव यू सुमित..मज़ा आ गया”
यस मॅम..आपका शारपनर ग़ज़ब का है”
तुम्हारी पेन्सिल भी कमाल की है..”
मॅम मैं आपके पीछे वाले शारपनर को भी यूज़ करना चाहता हूँ”
पीछे वाला शारपनर..मैने कभी नहीं यूज़ करवाया”
लेकिन मुझे तो करने देंगी ना”
शुवर..लेकिन बाकी का काम घर चल कर..और फिर अभी तो मुझे कार सीखने में कुछ दिन और लगेंगे”
तबसे मैं और मॅम हर मौके पर चुदाई करते थे और मॅम से ट्यूशन पड़ते वक़्त हम दोनो बिल्कुल नंगे होते थे .
समाप्त
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