RE: Antarvasnasex मुंबई से भूसावल तक
इतना बोलके सुरभि फिर बारी-बारी से परेश की गोतिया चूसने लगती है. इस
लड़'की के मुँह से वह बात सुनके परेश बड़ा खुश हुआ. झुकके सुरभि के निपल
से खेलते वह बोला,
"ठीक है जान तू सिर्फ़ मेरी रंडी बनेगी, मैं तुझे मेरी स्पेशल रखैल बनाके
रखूँगा पर अब तुझे अपने बदन पर किसी भी मर्द का हाथ नहीं लग'ने देना होगा
समझी? तू सिर्फ़ परेश की रखैल है समझी? आह ऐसे ही गोतिया चूस मेरी कमसिन
रंडी, आज तुझे जन्नत दूँगा. " परेश की गोतिया चूस्के सुरभि फिर उसका लंड
चूसना शुरू करते बोली,
"हां मैं क़िस्सी को भी अपना जिस्म टच नहीं करने दूँगी परेश चाचा." परेश
सुरभि को उठाके अपनी नंगी जाँघ पे बैठा उसके मम्मो से खेलने लगता है.
सुरभि को परेश का लंड अपनी नंगी जांघों मैं महसूस होता है. सुरभि का एक
मम्मा मसल्ते और दूसरा चाट्के परेश बोला,
"मेरा लंड इतना अच्च्छा चूसा है तूने तो अब उतनी ही तेरी चुदाई मस्त
करूँगा सुरभि रान्ड. आज तेरी चूत को चोद्के उसपे इस लॉड का ठप्पा लगा
दूँगा. " एक सेक्सी अंगड़ाई लेते सुरभि परेश का लंड अपने पैरो के बीच हाथ
डालके पकड़ते बोली,
"नहीं छ्छूने दूँगी मैं अपना जिस्म किसी को भी परेश चाचा क्योंकि अब मैं
सिर्फ़ आप की हूँ. पर परेश चाचा यह आप चोदने का क्या बोल रहे हो? अभी जो
हम कर रहे थे उसे क्या बोलते है फिर?"
बेटी जब मेरा यह लंड तेरी इस चूत (यहाँ परेश सुरभि की चूत मैं उंगली
घुसाता है) घुसके तेरी चूत का परदा फाऱ्के अंदर-बाहर होगा तब तेरी चुदाई
होगी. पह'ले तेरी चूत चोदुन्गा और फिर तेरी यह मस्त गान्ड मारके तुझे
मेरी रखैल बनाके रखूँगा बहन्चोद. हम तेरी जैसी कमसिन लड़'की को शादी के
पह'ले ही चोद्के सुहागरात का मज़ा देते है. अभी जो तूने मेरा लंड चूसा वह
तो सिर्फ़ खेल की शुरूवात थी, रांड़ अब तुझे चोदुन्गा तो देख'ना इतना
मज़ा आएगा, बोल सुरभि तू अब चुदेगि ना तेरे इस परेश चाचा से?" परेश सुरभि
का पूरा जिस्म मसल्ते यह गालियाँ इतने प्यार से दे रहा था कि सुरभि को
ज़रा भी बुरा नहीं लगा . सुरभि बल्कि मस्ती से परेश के साथ वह सब कर रही
थी जो परेश कह रहा था. परेश का मोटा लंड पकड़के अब सुरभि बोली,
क्रमशः...........
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