RE: Kamukta Sex अमेरिका रिटर्न बंदा
"उम्म.पल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़, देवरररर जी." उसकी साँस जैसे अंदर ही कहीं रुक गयी थी और टूट्ति, बिखरती सांसो से बेतरतीब यह अल्फ़ाज़ पंकज को मज़ीद उकसा रहे थे. "ब्स्स्स. आब्ब्ब, छोड़ो पंकज" वो उसे छोड़ने का कह रही थी. लेकिन अपने हाथों से पंकज के सिर को अंदर की तरफ दबाए जा रही थी, जज़्बात के मारे. "उम, क्या मस्त माल हो भाभी, मज़ा आगेया." पंकज ने अपना सिर उठाया ओर जीभ फेरते हुए कहा ओर गान्ड पर रखे हाथ को चूत एरिया पर लाते हुए एक बार फिर साऱी को पेटिकोट के साथ नीचे को खींचा. साऱी पहले से भी ज़्यादा नीचे आगयी ओर नीता अचानक होश मे आगयी. अल'ता के गहरी नाभी बा "क्यों, जी दिखा रही हैं चूत अपनी, अपने देवर को .भाई जब साली आधी घर वाली हो सकती है तो देवर क्यों नहीं, हां. ?, भैया आप की चूत देख सकते हैं तो हमें भी कुच्छ हक़ मिलना चाहिए ना जी." नीता की गान्ड को पिंच करते हुए पंकज ने कहा. बहुत कुच्छ हो चुका था. अब नीता को डर लग रहा था के कोई अंदर ना आजाए. पंकज काबू मे ही नहीं आरहा था ओर उसे लग रहा था के वो चूत देखे बगैर उसे जाने भी नहीं देगा, लेकिन इस ख़याल से ही उसे शरम आरहि थी कि वो अपने देवर को खुद चूत का नज़ारा करवाए. तभी डोर बेल बजी और नीता हड'बड़ा के उठी. दरवाजा खोला तो काम कर'ने वाली बाई थी. उस दिन तो भाभी की पंकज से जान छुट गई. दूस'रे ही दिन की बात है. पंकज रोज की तरह नहाने वाला था. भाभी ने आवाज़ दी और बोली .
तेरे नहाने का पानी तैयार है" पंकज बाथ रूम में गया. तभी भाभी को याद आया के उसने पंकज को बहुत ही गरम पानी दिया है. भाभी ने कहा " अरे, थोड़ी देर रुक में तुझे ठंडा पानी परोसती हूँ". भाभी ने साऱी पहनी थी. बाथरूम बहुत छोटा था. दो आदमियों से भी वह भर जाता है. पंकज अंदर था और भाभी बाथरूम में आगाई. पंकज नंगा ही नहाता था पर भाभी आने वाली थी इस'लिए टवल बाँध के रखा था. भाभी अंदर आई, पंकज भाभी के पीछे खड़ा था. भाभी पंकज के साम'ने झुकी. उसका मूँ'ह दूस'री तरफ था और उसकी गान्ड पंकज की तरफ थी. वह ठंडा पानी गरम पानी में डाल रही तही. तभी उसकी गान्ड पंकज के लंड को लगी. पंकज को करेंट सा लगा और लंड 180 डिग्री खड़ा हो गया. भाभी को भी चुभन महसूस हुई. भाभी ने पानी डाला और वह फ़ौरन कुच्छ मुस'कराती सी बाहर चली गई. उसी रात पंकज भाभी के कम'रे में पहूंचा और आश्चर्य की भाभी का कम'रा अंदर से बंद नहीं था. भाभी दूस'री तरफ मूँ'ह कर'के सोई हुई थी. पंकज पलंग पर बैठ गया और भाभी की कमर पर हल'के से हाथ रख दिया. भाभी जब हिली भी नहीं तो पंकज भी नीता के पीछे लेट गया और भाभी को चिपका लिया. अब लंड भाभी की गान्ड को छूने लगा. धीरे धीरे पंकज ने हाथ भाभी की चूचियों पर रखे और उन्हे सहलाने लगा. उसे लगा भाभी सो गई है लेकिन वह सोने का नाटक कर रही थी. पंकज ने धीरे धीरे हाथ भाभी के पेट से घुमा के भाभी की साऱी में डाला. अचानक, भाभी ने हाथ पकड़ा और बोली.
क्रमशः..........................
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