Hindi Sex Stories बदले की आग
06-28-2017, 10:52 AM,
#10
RE: Hindi Sex Stories बदले की आग
बदले की आग (भाग - 10)

आप'नी बाद'ले की आग में मैं कामिनी की चाची रागिनी को आप'ने घर बुला आप'नी टाँगों के बीच ले चुका था. अब उस 45 साल की अधेऱ औरत को अच्च्ची तरह से चोद के आप'ने साथ बैठ के उसे खाना खिला रहा था. लेकिन दोस्तों जो मज़ा मुझे उस'की कुँवारी बेटी मधु को चोद'ने में आया वैसा ही मज़ा उस तंदूरस्त बदन की मालिका रागिनी को चोद'ने में आया. खाना खा'ने के बाद वह फिर मुझ से बोली,

अब बताओ विशाल की आख़िर तुम'ने ये सब क्यों किया. मेरी दोनों बेटी को चोद लिया और साथ में आज तूने मुझे भी चोद लिया पर मेरी दोनों बेटियों की नंगी फिल्म तूने क्यों बना रखी है? मैने कहा की,

क्या बताओन, चलो छोऱो इस विष'य को, तुम्हें बहुत जल्द पता चल जाएगा और मैं अपनी सीट से उठ कर उस'के पास गया. वह अब भी नंगी थी. मैने उसे उठाय और उसे सोफे पर ले गया. उसे अपनी गोद मैं बिताया और साथ ही उस'की चूचियाँ छूसा कर'ने लगा. उसे गरम कर'ने मैं मुझे कुच्छ ज़्यादा वाक़त नहीं लगा वह जल्द ही गरम हो गयी थी. वह आप'ने स्तन को हाथ मैं ले कर मेरे मूँ'ह में अंदर तेल रही थी.

चूस लो इन्हें,. चूसो मेरे मुममे बच्चे और चूसू. क्या मज़ा आ रहा है.. ऊह... ओह. मैने मोका से फ़ायडा उठा'ते हुए अपनी एक अंगुल उस'की गान्ड मैं अंदर तेल दी. उस'ने एक बहुत ज़ोर की कामुक सिस'कारी डियी.

उईईईईई..... विशाल बहुत मज़ा आ रहा है. मैं लग भाग 5 मिनिट तक उस'की चूचियों को मुख में भर चूसा. उस'की गान्ड को अंगुल से छोड़ा. वह बहुत गरम हो चुकी थी. . मेरे कान मैं बोली,

आ विशाल ट्तूम'से चुद'वा के तो मुझे ना जाने क्या हो गया है. मेरी चूत की प्यास बढ़ गई है. ना जाने कब से यह प्यास दबी हुई पऱी थी आज तुम'ने भऱ'का दी है. मुझे चोदो मेरे राजा, अब रहा नहीं जाता. मेरी चूत को आप'ने लौऱे से भर दो. मेरा जवाब सुने बिना वह अपनी जगह से उठि और अपनी चूत को मेरे लौऱे पे रखा और आहिस्ता आहिस्ता मेरे लौऱे पर फिर से बैठ'ने लगी. मेरा लंड उस'की चूत में घुस रहा था. मैं अब भी सोफे पर बैठ था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था जैसे ही मेरा पूरा लंड उस'की चूत में घुस चुका तो उस'ने मेरे लंड पर उच्छालना शुरू कर दिया. साथ ही उस'के मूँ'ह से कामुक सिस'कारी जारी थी..

विशाल क्या लंड है.. सीधा मेरी छ्चाटी तक पाहूंछ गया. मज़ा आ गया. वह और ज़ोर से मेरे लौऱे पर उच्छल'ने लगी. फिर वह आगे को झुकी जिस'से अब मैं उस'की गान्ड देख सक'ता था. मेरा लंड कैसे उस'की चूत में आ जेया रहा था, यह भी दिख रहा था. अब उस'ने आप'ने दोनों हाथ ज़मीन पर रख दिए थे. अपनी गान्ड को मेरे लौऱे पर उच्छल रही थी. मैं बहुत ही मज़ा महसूस कर रहा था. वह भी मज़े मैं आ के अपनी गान्ड को ऊपर नीचे कर'ते हुए मेरे लौऱे पर चला रही थी. जैसे फिर सुबह नहीं होगी. या फिर उसे ऐसा लंड नसीब नहीं हो गा.

फिर अचानक वह पीच्चे की तरफ आई उस'की कमर मेरी छ्चाटी पर थी. मैने उस'की चूचियाँ पकऱ के दबेअना चालू कर दिया जिस'से वह और मस्त हो गयी. वह अब भी अपनी चूत को हिला रही थी. मेरे लौऱे पर वह एक दूं से अपनी जगह से उठि. मेरा लंड उस'की चूत से निकल गया लेकिन दूसरे ही लम्हे वह मेरी तरफ घूमी और सोफे पर आ गयी. अब उस'ने अपनी दोनों टाँगें मेरी कमर के साइड मैं की और फिर से मेरा लंड पकऱ के अपनी चूत में अंदर तेल दिया. अब उस'का मूँ'ह मेरी तरफ था. जैसे ही उस'ने फिर से उच्छालना शुरू किया तो उस'की चूचियाँ मेरी आँखों के साम'ने हिल'ने लगी. मैने उस'की चूचियों को हाथो मैं लिया और उन्हें दबाने लगा जिस'से वह और ज़्यादा सिस'कारी लेने लगी. लग भाग 5 मिनिट तक मैने उस'की चूचियों को ज़ोर ज़ोर से दबाया और फिर वह झऱ'ने वाली हो गयी..

विशाल मैं झऱ'ने वाली हून और उस'ने आप'नी गान्ड को और ज़्यादा उच्छालना शुरू कर दिया. मुझे भी बहुत मज़ा मिल रहा था. पर मैं झऱ'ने के करीब भी नहीं था. फिर अचान्नक उस'ने अपनी चूत को ज़ोर से मेरे लौऱे पर गिरा दिया जिस'से मेरा लंड उस'की चूत की गहराइयों मैं उतार गया. साथ ही उस'ने एक ज़ोर दार कामुक सिस'कारी दी..

विशाल मैं झऱ गयी हून.. ऊह.. क्या मज़ा है.. तुम्हारा लंड मेरी चूत की गहरैईिओं मैं घूम रहा है.. मैने उस'के होठों पर चुंबन की बार'सात शुरू कर दी. कहा की,

मेरी रागिनी जानू अभी तुम'ने क्या देखा है. ऱन्डी अभी तो तुम्हें मैने आस'मान की शायर भी करनी है. अभी देखती जाऊ मेरी रन्डी और मैने उसे उठा के कार्पेट पे लिट दिया. फिर से अपना लंड उस'की चूत में डाल दिया. जैसे ही मेरा लंड उस'की चूत में गया तो वह फिर हर'काट में आ गई. साली पक्की चुदैल थी. मैं बहुत गरम हो चुका था. साली रन्डि बहुत मज़ा दे रही थी. इतना मज़ा तो उस'की कुँवारी बेटी को चोद के भी नहीं आया जितना यह उस'की मा दे रही थी.. मैने धुंवा धार तरीके से उसे चॉड्ना शुरू कर दिया था क्योंकि मैं अब झऱ'ने वाला था. साली मज़ा ही इतना दे रही थी की अब 1 या 2 मिनिट मैं झऱ ही जाता फिर मैने उस'की दोनों टाँगें आप'ने कंधों पर रखी और अब फिर से उसे चोद'ने लगा. अब उसे और मज़ा आ रहा था क्योंकि मेरा पूरा लंड उस'की चूत में आ जेया रहा था. वह उत्तेजना मैं चिल्ला'ने लगी..

विशाल क्या मज़ा है. बेटा बहुत मज़ा आ रहा है.. तुम्हारा लंड पूरा मेरी चूत में जेया रहा है..

हन साली रन्डी मुझे भी मज़ा मिल रहा है. साली तू तो अपनी बेटियों से भी ज़्यादा मस्त माल है. . साली पता होता तो पहले तेरे को मैं छोड़ता, चलो अब तो तू मेरे नीचे है. ही... आज का दिन मैं तेरी खूब मान लगा के चुदाई करूँगा साली, तुझे चल'ने के काबिल भी नहीं छोऱून्ग.

विशाल चल'ने के काबिल तो अब भी मैं नहीं हून. आज पहली बार इट'ने बऱे लौऱे से पाला परा है.. क्या मस्त लंड है.. आज के दिन तो मैं तेरी रन्डी हून, तेरी रखैल हून. मेरी चूत को फाऱ डाल रे आप'ने नाम के जैसे विशाल लौऱे से. साथ ही वह फिर से झऱ रही थी. औरतें जब झऱ'ना शुरू होती हैं तो लगातार झऱ'ती जाती है. अब मैं भी रोक नहीं पा रहा था. मैं बोला,

आआ... मेरी रागिनी रानी. मेरी रन्डीई मैं झऱ'ने वाला हून.. ऊह... ओह.. मैं तेरी चूत आप'ने माल से फिर से भर'ने वाला हून. तुम्हें आप'ने बच्चे की मा बनाओंगा जो तेरी टीस'री बेटी होगी और उस साली की भी चूत एक दिन मैं ही खोलूँगा और साथ ही मैने एक ज़ोर का झट्क दिया जिस'से मेरा लंड पूरा उस'की चूत में घुस गया. फिर अपना सारा माल मैने उस'की चूत में छोऱ दिया. उस'ने मुझे आप'ने बदन से दबा के पकऱ लिया.. जब तक मेरे लौऱे का आख'री कटरा तक उस'की चूत में नहीं गिर गया. फिर मैं उस'के ऊपर ही गिर गया. हम दोनों लंबी लंबी साँसें ले रहे थे. हमारी साँसों को नॉर्मल होने मैं कुच्छ मिनिट लगे फिर उस'ने मेरे होठों को चूमा और बोली,

विशाल तेरे लौऱे'ने इतना मज़ा दिया है की मैं तुम्हें बता नहीं सक'ती. बना दे रे मुझे आप'ने बच्चे की अम्मा. मैने कहा की,

चाची अभी क्या देखा है? मैने बहुत कुच्छ आप के लिए बचा के रखा है. फिर उस'ने उठ कर तौलिया लिया और मेरा लंड सॉफ किया. फिर उस'ने अपनी चूत को सॉफ किया. फिर वह मेरे पास बैठ गयी. 2 या टीन मिनिट के बाद ही दर'वाजे पर घन्टी हुई हम दोनों'ने एक दूसरे को देखा. मैं किसी को भी एक्सपेक्ट नहीं कर रहा था. मैं वहाँ से उठा और तौलिया लिया.. जिस'से उस'ने मेरा लंड और अपनी चूत सॉफ की थी. मैने उसे अपनी कमर पर बाँधा और दर'वाजे पर देख'ने गया की कौन है. मैने वक़्त देखा दिन के दो बाज रहे थे. इस वाक़त कौन आ सक'ता है. जब मैने दर'वाजे खोला तो. मैं हैरान हो गया. वह रूचि और मधु थी.

तुम दोनों इस वाक़त यहाँ क्या कर रही हो तो रूचि बोली,

हमें अंदर तो आ'ने दो फिर बताती हैं.. मैने मुऱ कर देखा क्योंकि बैठक मैं उस'की मा नंगी मेरा इंत'ज़ार कर रही थी. मैने सोचा की चलो जो प्लान मैने किसी और दिन के लिए रखा था आज ही पूरा कर दे'ते हैं. वह प्लान क्या था मैं आप को बताता हून. वह यह के मैं आप'ने दोस्तों के साथ मिल के इस पुर परिवार के साथ सामूहिक चुदाई करूँगा. मया को तो मैने खुद बुलाया था. Bएटियान खुद आ गयी. अब रहा उन का भाई उसे तो मेरे दोस्त मेरे फोन कर'ने पर साथ ले ही आएँगे. चलो अच्च्छा हुआ मैं दोनों को अंदर लाया और दर'वाजा बंद कर दिया. फिर बोला,

हन बताओ क्यों आई हो तुम दोनों? कॅसेट तो मैने तुम्हें दे ही दिया था. अब क्या लेने आई हो? तब रूचि बोली,

विशाल जब से तुम'ने हम दोनों को छोड़ा है, हम दोनों तुम्हारे लौऱे की गुलाम हो गयीं हैं. क्या आज आख'री बार हमें नहीं चोदो'गे प्लीज़. फिर हम तुम्हें कभी भी तंग नहीं करेंगी प्लीज़ सिर्फ़ आज के दिन हमें चोदो. मैने बैठक की तरफ देखा, मेरे ख़याल मैं उस'की मा को अभी नहीं पता चला था की उस'की दोनों बेटियाँ बाहर हाल मैं मुझ से कूदा की बातें कर रही हैं.. मैने कहा की,

चलो आज का दिन तुम्हारी फॅमिली के नाम. चलो बैठक मैं तुम्हें किसी से मिलवाता हून. रूचि फॉरन बोली,

क्या तुम किसी के साथ हो, कौन है वह? मैने उसे बाज़ू से पकऱ कर बैठक मैं ले गया. मधु चुप छाप हमारे पीच्चे चली आई. जब हम बैठक मैं पाहूंचे तो चाची सोफे से उठ कर बोली,

कौन था? विशाल क्या वह चला गया? मैं बोला,

नहीं चाची देख लो कौन है. रूचि की और मधु की हालत खराब थी. उन्हों'ने अपनी मा की आवाज़ पहचान ली थी. जब वह नंगी ही सोफे से उठि और मुझे अपनी दोनों बेटियों के साथ देखा तो उस'की भी हालत खराब हो गयी. वह सिर्फ़ यह ही बोल सकी,

तुम दोनों यहाँ कैसे आई और वह इट'ने सदमें मैं थी की उसे पता ही नहीं चला के वह अपनी बेटियों के साम'ने नंगी खऱि है. मैने रूचि को बाज़ू से पाक'रे हुए उस'की मा के पास छोड और फिर मधु को भी और उन'की मा से बोला की,

ये आज फिर मुझ से चुद'वाने आई हैं. तुम तो कह रही थी ना की मैं तेरी बेटियों को ब्लॅक मैल कर'के चोद रहा हून. अब पुच्च्ो इन से ये खुद चूत की खाज से मेरीयी मेरे पास आई है और बोल रही है की विशाल हमें जी भर के चोदो. चाची'ने मेरे को देखा फिर अपनी बेटियों को.

रूचि तुम'ने तो कहा था की तुम आप'ने ससुराल जा रही हो, कुच्छ दिनों के लिया और अब यहाँ चली आई और विशाल यह क्या कह रहा है. तुम इसे नहीं जान'ती, इस'ने तुम दोनों की नंगी फिल्म बना रखी है. इस'ने मुझे फिल्म दिखाई और तुम दोनों की इज़्ज़त बचाने के लिए यह सब कुच्छ कर रही थी. दोनों बहनें चुप थी. अब मा से क्या बोलती वह. मैने कहा की,

चलो मेरी रागिनी रानी कोई बात नहीं, हम तीनों ही मज़ा कर'ते हैं. फिर तुम सब चली जाना. यह सुन'के रूचि फ़ौरन बोली,

नहीं ऐसा नहीं हो सक'ता. मैं बोला की,

क्यों नहीं हो सक'ता, तुम दोनों बहनों को मैने एक साथ छोड़ा है. तुम्हारी मा को भी चोद चुका हून. वह अब भी तुम दोनों के साम'ने नंगी खऱि है. तब चाची को होश आया और उस'ने आप'ने हाथों से आप'ने स्तन और चूत को च्छूपा'ने की नाकाम कोशिश की. मैने चाची का हाथ पाक'रा और कहा की,

चलो मैं ही तुम्हारी झीजक निकालता हून. मैने चाची को सोफे पे धकेला वह ना ना करती रही. जब'की रूचि और मधु अपनी जगह पे ही खऱि रहीं. मैने उस'की टाँगों के बीच मैं हो गया. और एक ही धक्के में अपना 9 इंच का लंड उस'की चूत में अंदर तेल दिया. वह ना ना ही करती रही लेकिन लंड जब उस'की चूत में गया तो उस'के मूँ'ह से एक ज़ोर की कामुक सिस'कारी निकली.

उ.... ओह ... और मैने धुंवा धार तरीके से उसे उस'की बेटियों के साम'ने ही चॉड्ना शुरू कर दिया.. कुच्छ देर तक तो वह ना ना करती रही लेकिन फिर वह मस्त हो गयी..

विशाल शाबाश मेरे शेर बहुत मज़ा आ रहा है.. उ.... ओह और चोदो. तब रूचि और मधु'ने एक दूसरे को देखा और फिर उन'की नज़रें हम लोगों पर जाम गयी. अब मैं उन'की मा की जाम के चुदाई कर रहा था. वह सिसक रही थी. साथ साथ मुझे और ज़ोर से चोद'ने को बोल रही थी..

आह विशाल और तेज. बहुत मज़ा आ रहा है.. देखो मेरी दोनों रन्डि बेटियाँ अपनी मा की चुदाई देख रही हैं.. देखो रन्डियोन अपनी मा की चुदाई. विशाल देखो मेरी बेटियाँ फिर से चुद'वाने आई हैं.. विशाल तुम्हारे लंड की वह भी आशिक़ हो गयी हैं. जैसे के तुम'ने मुझे बना दिया है. .

ऊह... मेरी रन्डि चाची लेकिन तुम इन दोनों से अच्च्ची हो. तुम्हें चोद'ने मैं ज़्यादा मज़ा है. तुम्हारी चूत'ने मुझे तेरी कुँवारी बेटी की चूत से भी ज़्यादा मज़ा दिया है और मैने अपनी गति और बढ डियी . वह फिर से मज़े मैं चिल्ला'ने लगी..

विशाल क्या ताक़त'वॉर लंड है रे. ऊह.. देखो रन्डिओन तुम्हारा बाप तो किसी काम का नहीं, ना ही उस'का लंड लेकिन विशाल का लंड क्या मस्त लंड है. देख क्या रही हो चलो कप'रे उतारो और विशाल के लौऱे का स्वाद लो जैसे मैं ले रही हून. फिर दोनों बहनों'ने एक दूसरे को देखा और सोचा की जब मा ही कह रही है तो हमें क्या. उन दोनों'ने आप'ने कप'रे निकाल दिए. मैं अब भी उन'की मा की चूत चोद रहा था. रूचि की नज़र मेरे लौऱे पर थी. कैसे उस'की मा को चोद रहा था, उस'ने आप'ने होठों पर ज़ुबान फेरी.
Reply


Messages In This Thread
RE: Hindi Sex Stories बदले की आग - by sexstories - 06-28-2017, 10:52 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,564,539 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 551,645 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,260,160 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 952,833 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,689,952 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,111,650 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,004,031 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,233,382 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,095,420 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 291,048 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)