RE: Chudai Kahani मेरा बेटा ऐसा नही है
सादिया ने सोचा चलो जो होना था हो गया लकिन अब ऐसा कभी नही करूँ गी फिर सोचती कभी कभी इतना करने से कुछ नही होता खैर कुछ देर बार सादिया उठी और वॉशरूम चली गयी फ्रेश हो के रूम मैं आ के अली को उठाया और ब्रेकफास्ट बनाने चली गयी.
सादिया के हज़्बेंड घर वापस आ गये जब अली डाइनिंग टेबल पे बैठा ब्रेकफास्ट का इंतज़ार कर रहा था वो अली से मिले फिर सादिया से सलाम दुआ की हाल पूछा और रूम मैं चले गये फ्रेश होने.
अली उठा और किचन मैं गया जब उस के फादर रूम मैं जा चुके थे वहाँ किचन मैं सादिया डिशस वॉश कर रही थी के अली उस के पीछे खड़ा हो गया.
अली डाइनिंग टेबल पे बैठा किचन मैं अपनी अम्मी की गांड़ को देख रहा था तो उस से रहा नही गया और वो करीब से देखने के लिए किचन मैं चला गया था.
सादिया डिशस भी वॉश कर रही थी और रोटी भी बना रही थी जब अली अपनी अम्मी के पीछे जा के खड़ा हो गया तो उसी वक़्त उस की अम्मी घूम के चूल्हे के पास आ गयी रोटी को देखने वो धीमी आग पे रोटी पका रही थी.
अली बहुत भूक लगी है किया सादिया ने अपने बेटे से पूछा.
नही अम्मी बस ऐसे ही आ गया सोचा आप की हेल्प कर दूँ अगर ज़रूरत है तो?
नो बेटा बस थोडा सा काम रह गया है मैं कर लूँ गी ये कह के सादिया सिंक की तरफ गयी और डिशस वॉश करने लगी के अचानक अली आगे हुआ और अपनी अम्मी सादिया के बहुत क़रीब हो गया लकिन टच नही हुआ अपनी अम्मी की सेक्सी बॉडी से.
अली ने अजीब हरकत की जिस से उसकी अम्मी सादिया बहुत हैरान हुई.
अली ने अपनी अम्मी के सिर से दुपट्टा उतार दिया और उस के हेयर मैं अपनी फिंगर्स घूमने लगा और साथ से अपना फेस पास कर के हेयर की खुशबू को सूंघने लगा जो बहुत मीठी और फ्रेश थी सादिया के सुबह सुबह नहाने की वज़ह से.
सादिया के जिस्म मैं करेंट दौरने लगा उसे समझ नही आया के उस का बेटा ऐसा क्यों कर रहा है लकिन उसे अच्छी लग रहा था.
मा आप के हेयर बहुत अच्छे हैं इन की खुशबू भी बहुत मीठी है फ्रेश है मुझे आप के लंबे हेयर बहुत अच्छे लगते हैं. बातें करने के साथ साथ अली आगे मूव करने लगा अब अली का फ्रंट उसकी अम्मी की बैक को टच हो रहा था.
सादिया प्लेट हाथ मैं लिए वहीं खड़ी रही बिना कुछ कहे और किए जिस से अली की हिम्मत बढ़ गयी और उस ने अपनी अम्मी सादिया के शोल्डर ऐंड बैक नेक पे अपने लिप्स लगा दिए.
अली किस नही कर रहा था बस अपने लिप्स आराम आराम से टच कर रहा था और उसकी गरम सांस फील कर के सादिया को मदहोशी छाने लगी सादिया की चूत दोबारा गीली होना शुरू हो गयी उसकी सांस भी गरम हो गयी उसका जिस्म कांप रहा था टांगें कांप रही थी.
सादिया को तभी होश आया और उस ने अली को पीछे कर दिया और कहा बेटा तुम्हारा अबू आ रहा है जब उस ने अपने रूम के डोर के खुलने की आवाज़ सुनी.
अली भी साइड पे हो के फ्रिज खोल के उस मैं देखने लगा. उस वक़्त ना तो अली का दिल कर रहा था अपनी अम्मी से अलग होने का ना ही सादिया का दिल कर रहा था के अली उस से अलग हो.
अली ने फ्रिज का डोर क्लोज़ किया और बाहर आ गया लकिन उस का फादर दोबारा रूम मैं चला गया था तो अली भी जल्दी से वापस किचन मैं चला गया और जाते ही अपनी अम्मी को पीछे से चिपक गया.
अली: अबू वापस रूम मैं चले गये हैं.
सादिया: अली छोड़ो मुझे ये ठीक नही है बेटा मैं तुम्हारी अम्मी हूँ और अम्मी बेटा इस तरह नही चिपकते तुम चलो मैं ब्रेकफास्ट ला रही हूँ और सादिया ने ज़बरदस्ती खुद को अली से छुड़ा लिया.
अली किचन से बाहर आ गया फिर उस के फादर भी आ गये और सब ने एक साथ ब्रेकफास्ट किया और अली कॉलेज रवाना हो गया.
दोपहर को अली घर वापस आया और अपने रूम मैं जा के फ्रेश हो के स्टडी करने लगा फिर शाम को सब ने एक साथ डिन्नर किया और अली दोबारा अपने रूम मैं आ गया और कंप्यूटर पे ग़मे खेलने लगा. रात को 10 बजे सादिया अली के रूम मैं आई और कहा बेटा ग़मे खेल के मेरे रूम मैं आ जाना सोने.
अली: अबू दोबारा चले गये किया?
सादिया: हाँ वो इस्लामाबाद गये हैं कोई ज़रूरी काम था कंपनी से कॉल आ गयी इस लिए उन्हें जाना परा उन्हें देर हो रही थी इस लिए वो तुम से मिले बगैर चले गये.
रात को 11 बजे अली ने कंप्यूटर ऑफ किया और अपनी अम्मी के रूम मैं गया रूम मैं उसकी अम्मी बेड पे लेटी टीवी देख रही थी अली भी पास जा के लेट गया. दोनो अम्मी बेटे का दिमाग एक दूसेरे पे था लकिन नज़रें टीवी पे थी.
अली: अम्मी एक बात करनी थी आप से?
सादिया: किया बात है?
अली: अम्मी आप मुझे बहुत प्यारी लगती हैं इस लिए मेरा बहुत दिल करता है आप के करीब रहने का लकिन आप माना करती हैं किया अम्मी बेटा एक दूसेरे के करीब नही रह सकते?
सादिया: बेटा वो बात नही है अम्मी बेटा करीब रह सकते हैं लकिन वैसे नही जैसे सुबह तुम मेरे करीब आ गये थे ये गलत है बेटा इस से गुनाह मिलता है अम्मी बेटा ऐसे नही करते.
अली: लकिन अम्मी ज़ियादा करीब आने से गुनाह क्यों होता है? मेरे बहुत फ्रेंड्स हैं जो अपनी अम्मी को हग करते हैं किस करते हैं उनकी अम्मी तो उन्हें नही रोकती हैं फिर आप ऐसा क्यों नही करने देती हैं?
सादिया: बेटा अम्मी बेटे को किस भी करती है हग भी और बेटा भी करता है लकिन इस तरह नही जैसे तुम करते हो वो अलग होता है.
अली: अच्छा जैसे नॉर्मल अम्मी बेटा हग करते हैं और किस करते हैं आप वो करें मेरे साथ मेरा बहुत दिल करता है मा.
सादिया ने अली की तरफ देखा और उस वक़्त उस के चेहरे पे मासूमियत देखी तो उस से रहा नही गया और उस ने अली को अपनी तरफ करवट कर के आराम से अपने गले से लगा लिया और अली के फोर्हेड पे किस भी किया.
अली ने भी अपनी अम्मी को हग किया और गाल पे किस भी किया फिर अपना सिर अपनी अम्मी की चेस्ट मैं रख लिया जिस से सादिया को अपने बेटे की गरम सांस अपनी चेस्ट पी ची लगने लगी और उस ने अली को अपने से अलग नही किया.
काफ़ी देर वो उसी पोज़िशन मैं रहे फिर सादिया ने अपने बेटे का सिर उठा के अपना दुपट्टा उतार के साइड पे रख दिया और दोबारा अली का सिर अपनी चेस्ट मैं कर दिया.
अब अली की गरम सांस डाइरेक्ट उसकी अम्मी की चेस्ट पे मम्मों पे जाने लगी और सादिया मज़े से गरम होने लगी उसकी चूत गीली होना शुरू हो गयी.
कुछ मिनिट्स बाद अली ने अपनी ज़ुबान बाहर निकल के अपनी अम्मी की नेक से थोडा नीचे फेरने लगा अली के ऐसा करने से उसकी अम्मी को पहले से ज़ियादा अच्छा फील होने लगा तो सादिया ने अपने बेटे को दबा लिया और अपनी लेफ्ट लेग अपने बेटे की राईट लेग पे रख दी.
सादिया की चूत बहुत गीली हो चुकी थी एक तो उसे बहुत मज़ा आ रहा था आज वो अपने हज़्बेंड से चुदवाने के लिए तरस रही थी जो अचानक दोबारा आउट ऑफ सिटी जाने की वज़ह से नही हो सका.
अब अली अपनी अम्मी की कमर पे अपना हाथ रब कर रहा था लेकिन शलवार और ब्रा के बीच मैं उसे बहुत मज़ा आ रहा था फिर अली अपना हाथ ज़रा ऊपर ले गया और अब वो अपनी अम्मी की ब्रा को फील कर रहा था.
अली: अम्मी ये किया है आप की कमीज़ के नीचे?
सादिया: कुछ नही तुम आराम से लेटे रहो वरना मैं हग नही करूँ गी.
सादिया की आवाज़ मैं थर थराहत थी उसकी सांस गरम और तेज़ थी उस के दिल की धड़कन बहुत तेज़ चल रही थी वो मज़ा भी कर रही थी और सोच भी रही थी के अब किया करूँ यहीं रोक दूँ या जो होना है होने दूँ? सादिया बहुत शर्मा भी रही थी लकिन अपने हवस पे काबू भी नही कर पा रही थी.
तभी अली थोडा और आगे हुआ जिस से अब अली का फुल हार्ड लंड उसकी अम्मी को अपनी लेग्स पे चूत से ऊपर टच हुआ.
लंड को फील करते ही सादिया भी थोडा आगे हुई और अपनी लेग उठा के पहले से ज़ियादा आगे कर दी और उसकी इस मूव्मेंट से अब अली का हार्ड लंड उसकी अम्मी की चूत के लिप्स पे आ गया.
सादिया अब अपने बेटे का हार्ड ऐंड लोंग लंड अपनी चूत के लिप्स मैं फील कर के मज़ा कर रही थी वो स्लो स्लो आगे पीछे मूव भी कर रही थी जिस से उस के बेटे का लंड उसकी चूत के लिप्स मैं रगड़ ख़ाता और उसे मज़ा आने लगता.
अली को भी मज़ा आ रहा था क्यों के उसकी शलवार उसकी अम्मी की चूत के गरम पानी से गीली हो गयी थी और उसे अपनी अम्मी की चूत को अपने लंड से मसलने से अच्छा फील हो रहा था अब उसका लंड स्लिप हो रहा था और चूत वाली जगह बहुत गरम थी अली को अपने लंड पे हीट महसूस हो रही थी.
अली भी मज़े मैं अपनी अम्मी का साथ दे रहा था वो भी अपने लंड को ज़ोर देने लगा. सादिया मज़े से अपनी लेग को और आगे करने लगी कुछ देर ऐसे ही चलता रहा फिर अचानक अली का लंड उसकी अम्मी की चूत के सुराख पी आ गया.
क्यों के दोनो स्लो स्लो मूव कर रहे थे जिस से अली का लंड अब उसकी अम्मी की चूत के सुराख मैं जाने की कोशिश करने लगा.
अगर दोनो अम्मी बेटा नंगे होते तो अब तक अली का पूरा लंड आराम से स्लिप हो के सादिया की चूत मैं जा चुका होता लकिन दोनों ने कपडे पहन रखे थे फिर भी अली के लंड की कॅप उसकी अम्मी की चूत मैं जा रही थी रगड़ रही थी दोनो फुल हॉट हो चुके थे बहुत मज़ा कर रहे थे.
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