RE: Kamukta मुझे कुच्छ कुच्छ होता है
अजय नीमा की चूत को चूसने लगा तो मेरे मन में भी आया कि शिवम भी मेरी चूत को उसी तरह चूसे. क्योंकि नीमा बहुत मस्ती में लग रही थी. ऐसा लग रहा था जैसे वो बिना लंड घुस्वाए ही चुदाई का मज़ा ले रही है. उसके मूह से बहुत ही कामुक सिसकारियाँ निकल रही थी. शिवम भी मेरी टाँगो के बीच में झुक कर मेरी चूत को चाटने चूसने लगा तो मेरे मूह से भी कामुक सिसकारियाँ निकालने लगी. कुच्छ देर तक चूसने के बाद ही मेरी चूत बुरी तरह गरम हो गयी. मेरी चूत में जैसे हज़ारो कीड़े रेंगने लगे. मैने जब नीमा की ओर देखा तो पाया उसका भी ऐसा ही हाल था. मेरे कहने पर शिवम ने मेरी चूत चाटना बंद कर दिया. एका एक मेरी निगाह अजय के लंड की ओर गयी, जिसे थोड़ी देर पहले नीमा चूस रही थी. लंड उसके मूह के अंदर था इसलिए मैं उसे ठीक से देख नहीं पाई थी.
अब जब मैने अच्छी तरह देखा तो मुझे अजय का लंड बहुत पसंद आया. मेरे मन में कोइ बुरा ख़याल नहीं था. ना मैं शिवम के साथ बेवफ़ाई करना चाहती थी. बस मेरा मन कर रहा था का एक बार मैं अजय का लंड मूह में लेकर चूसू. यह सोच कर मैने कहा, “यार ! क्यों ना हम चारो एक साथ मज़ा ले. जैसे ब्लू फिल्म में दिखाया जाता है.”
अब अजय और नीमा भी मेरी ओर देखने लगे. मैं बोली, “हम चारो दोस्त हैं.
इसलिए आज अगर कोइ और किसी और के साथ भी मज़ा लेता है तो बुरा नहीं
होगा. क्यों शिवम, मैं ग़लत कह रही हूँ?”
“नहीं !” वो बोला, मगर मुझे लगा कि वो मेरी बात समझ ही नहीं पाया है. नीमा ने पूछ लिया. मैने कहा, “मान ले शिवम अगर तेरी चूत चाते तो मुझे कोइ फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए. उसी प्रकार अगर मैं अजय का लंड मूह में ले लूँ तो बाकी तुम तीनो को फ़र्क नहीं पड़ेगा. मैं ठीक कह रही हूँ ना?”
मेरी बात का तीनो ने समर्थन किया. मैं जानती थी कि किसी को मेरी बात का
कोइ ऐतराज़ नहीं होगा. क्योंकि एक प्रकार से मैने सबके मन की इच्छा पूरी करने की बात कही थी. सब राज़ी हो गये तो मैने आइडिया दिया कि बिल्कुल ब्लू फिल्म की तरह से जब मर्ज़ी होगी, लड़का या लड़की डबल लेंगे.
मेरी यह बात भी सबको पसंद आ गयी. उसी समय शिवम ने नीमा को खींचकर अपने सीने से लगा लिया और उसके सीने पर कश्मीरी सेब की तरह उभरे हुए मम्मो को चूसने लगा. और मैं सीधे अजय के लंड को चूसने में लग गयी. उसके मोटे लंड का साइज़ था तो शिवम जैसा ही मगर मुझे उसका लंड को चूसने में कुच्छ ज़्यादा ही अनद आ रहा था. मैं मज़े से लंड को मूह में काफ़ी अंदर डाल कर अंदर बाहर करने लगी. उधर नीमा भी शिवम के लिंड को चूसने में लग गयी थी.
तभी अजय ने मेरे कान में कहा, “तुम्हारी चूत मुझे अपनी ओर खींच रही है. कहो तो मैं तुम्हारी चूत अपने होंठो में दबाकर चूस लूँ?”
यह उसने इतने धीमे स्वर में कहा था कि मेरे अलावा कोइ और सुन ही नहीं सकता था. मैने मुस्कुरा कर हा में सिर हिला दिया. वो मेरी जाँघो पर झुका तो मैने अपनी टाँगो को थोड़ा सा फैला कर अपनी चूत को खोल दिया. वो पहले तो मेरी चूत के छेद को जीभ से सहलाने लगा. मुझे बहुत मज़ा आने लगा था. मैं उसे काट काट कर चूसने के लिए कहने वाली थी, तभी उसने ज़ोर से चूत को होंठो के बीच दबा लिया और खुद ही काट काट कर चूसने लगा. मेरे मूह से कामुक सिसकारियाँ निकलने लगी “आआआअहह उूुुउउम्म्म्मममममम ऊऊऊफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआज्जजज्जाआायययी ढ़ीईईररर्र्रररीईईईई ककक्कााअटततततूऊऊओ आआआअहह हहाआआऐययईईईईईईई म्म्म्ममममम बहुत माआआ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआअ आआआ र्र्ररराआहहााआ हहाआाईयईईईईईई.
अब तो मैं और भी मस्त होने लगी और मेरी चूत रस से गीली होने लगी. वो
फांको को मूह में लेकर जीभ रगड़ रहा था. मैने शिवम की ओर देखा तो पाया कि वो भी नीमा की चूत को चूसने में लगा हुआ था. नीमा के मूह से इतनी ज़ोर से सीकारियाँ निकल रही थी की अगर आस पास कोइ घर होता तो उस तक आवाज़ पहुच जाती और वो जान जाते कि यहाँ क्या हो रहा है.
“ख्हाअ ज्ज्ज्जाआओाऊूऊ छ्ूऊऊसस्सूऊओ और्र्र्र्र्ररर ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊररर्र्र्र्ररर
सस्स्स्सीईईई सस्स्स्सााालल्ल्ल्लीीई ककककककाअटततटटटटटतत्त ल्ल्ल्ल्लीीई
म्म्म्मीईररर्रृिईईईई कचहूऊतततत्त म्म्म्ममममम हहाआआआईयईईईईईईईईई म्म्म्ममममाआज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआअ आआआ र्रर्राआाहहााअ हहाआाईयईईईईईईईई उूुुउउफफफफफफफफफ्फ़ ऊऊओह”
खैर मेरी चूत को चूस्ते हुए जब अजय ने चूत को बहुत गरम कर दिया तो मैने जल्दी से उसके कान में बोली, “अब और मत चूसो. मैं पहले ही बहुत गरम हो चुकी हूँ. तुम जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो वरना शिवम का दिल आ जाएगा. जल्दी से एक ही झटके में घुसा दो.”
वो भी मेरी चूत में अपना लंड डालने को उतावला हो रहा था, मैने अजय के साथ चुदवाने का इसलिए मन बना लिया था ताकि मुझे एक नये तरीके का मज़ा मिल सके.
क्रमशः...............
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