RE: Sex Kahani चुदाई के नौकर
गतान्क से आगे................
मैने पुचछा, क्यों, क्या हुआ. वो बोली,
मैं इसका लंड अपनी चूत के अंदर नहीं ले पाउन्गि. मेरी चूत का पहले से ही बहुत बुरा हाल है. मेरी चूत एक दम फॅट जाएगी. मैने कहा,
मज़ा नहीं लेना है. वो बोली,
मज़ा तो मैं भी लेना चाहती हूँ. लेकिन मुझे झबरू के लंड को देख कर बहुत डर लग रहा है. मैने कहा,
जब मैं चुदवा लूँगी तब तो तुम्हारा डर ख़तम हो जाएगा. वो बोली,
पहले तुम चुदवा लो. मैं बाद में सोचूँगी. मैने झबरू से कहा,
पहले तुम मुझे चोद दो. सीमा बाद में चुदवायेगि. झबरू भी लंड खड़ा होने के बाद जोश में आ चुका था. उसने मुझसे कहा,
तुम सोच लो. मुझसे चुदवाने में अगर तुम्हारी चूत फॅट गयी तो बाद में मुझे दोष मत देना. मैने कहा,
मैं तुम्हें कुच्छ भी नहीं कहूँगी. वो बोला,
फिर ठीक है. पहले मुझे कोई क्रीम या तेल दे दो. मैं अपने लंड पर लगा लूँ. उसके बाद मैं तुम्हारी चुदाई करूँगा. मैने उसे एक क्रीम दे दी तो उसने ढेर सारा क्रीम अपने लंड पर लगा लिया. उसके बाद उसने मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए. जब मैं एक दम नंगी हो गयी तो उसने मेरा चुत्तऱ बेड के किनारे पर रख कर मुझे बेड पर लिटा दिया और खुद मेरे पैरों के बीच ज़मीन पर खड़ा हो गया. उसके बाद उसने 2 तकिये मेरे चुत्तऱ के नीचे रख दिए. मेरी चूत अब उसके लंड के सीध में हो गयी. उसने मुझे कहा,
एक बार फिर से सोच लो. मैने कहा,
अब सोचना क्या है. अब तुम मेरी इस तरह से चुदाई करो की मुझे ज़्यादा तकलीफ़ ना हो. उसने कहा,
मैं कोशिश करूँगा. उसने अपने लंड का सूपड़ा मेरी चूत के बीच रहा और अपना लंड धीरे धीरे मेरी चूत के अंदर दबाने लगा. अभी उसका लंड 2" भी अंदर नहीं घुस पाया था कि मुझे दर्द होने लगा. मैने अपने होठों को ज़ोर से जाकड़ लिया. वो बहुत धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत के अंदर घुसाता रहा. मुझे लग रहा था की मेरी चूत फॅट जाएगी. धीरे धीरे उसका लंड मेरी चूत में 4" तक घुस गया तो मेरी हिम्मत जवाब दे गयी. मेरे मु'ह से जोरदार चीख निकली. उसने पुचछा,
क्या हुआ. मैने कहा,
बहुत दर्द हो रहा है. उसने कहा,
घबराओ मत. थोड़ा दर्द बर्दास्त करो. अभी 10-15 मिनट में मैं धीरे धीरे अपना पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुसा दूँगा और तुम्हें ज़्यादा तकलीफ़ भी नहीं होगी. मैं चुप हो गयी. उसने और ज़्यादा लंड घुसाने की कोशिश नही की और धीरे धीरे मुझे चोदने लगा. थोड़ी देर तक मैं चीखती रही लेकिन बाद में जब मेरा दर्द कुच्छ हल्का हुआ तो मैं शांत हो गयी. वो मुझे धीरे धीरे चोद्ता रहा.
5 मिनट बाद मैं झाड़ गयी तो उसने अपनी स्पीड थोड़ी सी बढ़ा दी. अब वो हर 8-10 धक्के के बाद एक धक्का थोड़ा सा तेज लगा कर मेरी चुदाई करने लगा. जब वो थोड़ा तेज धक्का लगा देता तो दर्द के मारे मु'ह से हल्की सी चीख निकल जाती लेकिन मैं इतने ज़्यादा जोश में थी कि मुझे उस दर्द का ज़्यादा एहसास नहीं हो रहा था. इसी तरह वो मेरी चुदाई करता रहा. लगभग 10 मिनट और चुदवाने के बाद मैं फिर से झाड़ गयी. मैने झबरू से पुचछा,
अब तक तुम्हारा लंड मेरी चूत में कितना घुस चुका है. वो बोला,
लगभग 7" घुस चुका है और अभी 3" बाकी है. तुम घबराओ मत मैं धीरे धीरे अपना बाकी का लंड भी तुम्हारी चूत में घुसा दूँगा. वो उसी स्टाइल में मेरी चुदाई करता रहा. सीमा बैठ कर आँखें फाडे उसके लंड को मेरी चूत के अंदर घुसता हुआ देखती रही. मेरी चूत से थोड़ा खून निकल आया था. झबरू अभी मुझे तेज़ी के साथ नहीं चोद रहा था. उसके हर धक्के के साथ दर्द के मारे मेरे मु'ह से आ की आवाज़ निकल रही थी. लगभग 10 मिनट की चुदाई के बाद उसने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. मेरे मु'ह से अब बहुत ज़ोर ज़ोर की चीखें निकलने लगी. मैने झबरू से कहा,
थोड़ा धीरे धीरे चोदो, दर्द हो रहा है. वो बोला,
अब मैं अपनी स्पीड धीरे धीरे बढ़ाता रहूँगा क्यों कि अब तुम मेरा पूरा का पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले चुकी हो. मैने चौंक कर कहा,
क्या. वो बोला,
मैं सही कह रहा हूँ. तुम सीमा से पुच्छ लो. मैने सीमा की तरफ देखा तो सीमा ने कहा,
दीदी, ये ठीक कह रहा है. इसका पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर घुस चुका है. झबरू ने इतनी अच्छी तरह से अपना पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुसा दिया है कि मैं भी अब इस से चुदवाने के लिए तैयार हूँ.
झबरू की स्पीड अब धीरे धीरे बढ़ती ही जा रही थी. मुझे अभी भी दर्द हो रहा था. 10 मिनट की चुदाई के बाद मेरा दर्द एक दम कम हो गया और मुझे मज़ा आने लगा. मैने धीरे धीरे अपना चुत्तऱ उठा उठा कर झबरू का साथ देना शुरू कर दिया तो उसने अपनी स्पीड और तेज कर दी. 2 मिनट के बाद मैं फिर से झाड़ गयी तो झबरू ने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. अब वो मुझे बहुत तेज़ी के साथ चोद रहा था. मैं भी एक दम मस्त हो चुकी थी. उसका लंड मेरी चूत के लिए अभी भी बहुत ही ज़्यादा टाइट था. जब वो अपना लंड बाहर खींचता तो मुझे लगता कि मेरी चूत उसके लंड के साथ ही बाहर निकल जाएगी. धीरे धीरे झबरू की स्पीड बहुत तेज हो गयी. अब वो मुझे एक दम पागलों की तरह से चोदने लगा था.
अब तक मुझे चुदवाते हुए लगभग 40 मिनट हो चुके थे. मेरी चूत ने झबरू के लंड को रास्ता दे दिया था और मुझे अब ज़्यादा मज़ा आने लगा था. वो मुझे चोद्ता रहा और मैं एक दम मस्त हो कर चुदवाती रही. लगभग 1 घंटे की चुदाई के बाद झबरू झाड़ गया और मैं भी उसके साथ ही साथ एक बार फिर से झाड़ गयी. मैं इस चुदाई के दौरान 4 बार झाड़ चुकी थी. झबरू ने अपना सारा वीर्य मेरी चूत में निकालने के बाद अपना लंड बाहर निकाला तो मुझे लगा कि मेरी चूत भी उसके लंड के साथ ही बाहर निकल जाएगी. उसने अपना लंड मेरे मु'ह के पास कर दिया तो सीमा बोली,
दीदी, तुम रहने दो. इसका लंड मैं चाट कर सॉफ करूँगी. सीमा ने झबरू के लंड को चाट चाट कर सॉफ करना शुरू कर दिया. उसके बाद झबरू बेड पर लेट गया और आराम करने लगा. अब वो एक दम संतुष्ट दिख रहा था. 30 मिनट के बाद सीमा ने झबरू से कहा,
मुझे भी चोद दो. वो बोला,
अभी थोड़ी देर मुझे और आराम कर लेने दो, उसके बाद मैं तुम्हें भी चोद दूँगा. जब मैं तुम्हारी चुदाई करूँगा तो तुम्हें ज़्यादा तकलीफ़ होगी. सीमा ने पुचछा,
क्यों. झबरू ने कहा,
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