RE: Sex amukta मस्तानी ताई
ताइजी एक पत्थर पर बैठ गयी और सारे कपड़े एक तरफ रख दिए, मेने उनसे पूछा ताइजी मुझे क्या करना है, तो उन्होने कहा के यह सारे कपड़े भिगो दे और फिर एक एक कर के देता जा, मेने झट से सारे कपड़े भिगो दिए और थोड़ा वॉशिंग पाउडर भी डाल दिया, ताइजी कहने लगी तुझे सब पता है, मेने कहा ताइजी हॉस्टिल में सारा काम खुद ही करना पड़ता है, कपड़े भिगोने के बाद में ताइजी के साइड में बैठ गया और उन्हे एक एक कर के कपड़े दे रहा था, ट्यूबिवेल के आस पास की जगह पत्थर से बनाई हुई थी, कुछ काम ना होने की वजह से मेने कहा लाओ में भी ब्रश मारने में आपकी मदद कर देता हूँ, उन्होने कहा रहने दे बेटा में कर लूँगी मेने कहा ताइजी ऐसे तो शाम हो जाएगी, उन्होने स्माइल दी और अपना काम करने लगी, फिर में ताइजी के सामने आके बैठ गया, और भिगोये हुए कपड़ो को धोने लगा, तभी अचानक बाल्टी में हाथ डाल ते वक़्त मेरे हाथ में ब्रा आ गई, जब मेने उसे निकाला तो ताइजी थोड़ा शर्मा गयी, मेने कहा ताइजी आप तो कह रहे थे चदडार और दूसरे घर के कपड़े हैं, तो वो शरमाते हुए बोली बेटा यह भी कई दिनो से धुले नही थे इसलिए सोचा इन्हे भी धुल्वा दूँगी..
फिर जब में ब्रा को गौर से देख रहा था तो उन्होने हिचकिचाते हुए पूछा क्या देख रहा है, में अचानक चौक गया हड़बड़ा ते हुए कहा कुछ नही, उन्होने प्रेशर दिया तो मेने कह दिया के डिज़ाइन काफ़ी मॉडर्न है इसलिए देख रहा था, फिर डरते डरते मेने पूछा क्या यह आपकी है, वो शरमाते हुए कहने लगी हां यह मेरी है, वो ब्लश करने लगी, उसके बाद हमारे बात करने के तरीके में डबल मीनिंग आ रहे थे, ताइजी ने कहा तुझे बड़ा पता चलता है डिज़ाइन के बारे में तो में कुछ नही बोला और मुस्कुरा दिया, मेने हिम्मत करके कह दिया ताइजी यह तो आप पे खुद सजती होगी, वो मेरी तरफ देखती ही रह गयी और जैसे ही मेने उनकी तरफ देखा वो शर्मा गयी, अब इन सब बातों में उन्हे भी मज़ा आरहा था, वो अचानक खड़ी हुई के मेरी कमर अकड़ गयी है ज़रा सीधा कर लूँ, फिर थोड़ी देर बाद बैठ गयी पर जब बैठी तो उन्होने अपनी सारी और उपर कर ली, अब सारी घुटनो के उपर तक आ गई थी, ताइजी के गोरे पैर और थोड़ी थोड़ी झांगे दिख रही थी, मुझे पता ही नही चला के में ताइजी के टांगे देखने में इतना मस्त था के कब उन्होने मुझे देखते हुए पकड़ लिया, जब मेरी नज़र उन पर पड़ी तो वो मेरी तरफ ही देख रही थी, में थोडा डर गया पर उन्होने कुछ नही बोला और स्माइल दे कर अपना काम करने लगी.
आधे कपड़े हम धो चुके थे, और आज तक जिंदेगी में मुझे कपड़े धोने में इतना मज़ा कभी नही आया, धूप तेज होती जा रही थी और गर्मी भी बढ़ रही थी, ताइजी फिर खड़ी हुई कहने लगी के अब उमर हो गयी है इसलिए यह कमर भी जवाब दे रही है, मेने कहा ताइजी किस ने कहा आपसे के आपकी उमर हो गयी है, आप तो अभी भी किसी भी जवान लड़की को पीछे छोड़ दे, वो ब्लश करने लगी और कहने तू तो पागल है, मेने कहा सच ताइजी आपको देख कर उमर का अंदाज़ा नही लगाया जा सकता, वो मुस्कुरई और कहने लगी पता नही तुझे ऐसा क्यूँ लगता है, फिर कहने लगी देख तो मेरी सारी भीग गयी और पेटिकोट भी, मेने कहा ताइजी यहाँ आपके और मेरे सिवाय कोई नही है, थोड़ी देर में कपड़े भी ख़तम हो जाएँगे तो आप अपनी सारी उतार के सूखा दो, पहले तो वो हिचकिचाई पर मेरे बोलने पे उन्होने एक कोने में जाके सारी निकाल दी और सुखाने डाल दी, जब वो आई तो में उन्हे देखता ही रह गया, ब्लू ब्लाउस और पेटिकोट में बड़ी कामुक लग रही थी, वो जान चुकी थी के में उनके शरीर को उपर से नीचे तक देखे जा रहा हूँ पर कुछ बोली नही, वो बैठने जा रही थी तभी मेने कहा अर्रे ताइजी संभाल ना कहीं पेटिकोट और गीला ना हो जाए, इस पर वो बैठने से पहले उसे थाइस तक उपर कर के बैठ गयी, अब जब वो बैठी तो मिड थाइस तक सॉफ नज़र आरहा था, और उनकी सफेद रंग की पॅंटी भी दिख रही थी.
मेने कहा ताइजी कमर ज़्यादा दुख रही है क्या, तो उन्होने कहा हां दुख तो रही है बेटा पर कोई उपाय नही है, काम तो करना है ना, मेने कहा में मालिश कर देता हूँ आपको अछा लगेगा, बोली रहने दे बेटा तू इतना काम करवा रहा है वोही बोहत है, मेने ज़ोर देते हुए कहा इसमे क्या हुआ, वैसे भी पापा ने मुझे कहा है के में आपका आछे से ध्यान रखूं, तो यह तो मेरा फ़र्ज़ है ना, वो मान गयी और कहने लगी पहले कपड़े धो लेते हैं फिर देखते हैं, मेरी नज़र उनकी थाइस से हट ही नही रही थी, उन्होने कहा कहाँ खोया है तू, मेने कहा जगह बोहत अछी है यह, अछा लग रहा है, और में यह सब कह रहा था ताइजी की थाइस की तरफ देख के, वो कहने लगी चल अब यहाँ वहाँ देखना छोड़ और यह कपड़े सुखाने में मेरी मदद कर, हमने सारे कपड़े लिए और झदिओ पे सुखाने लगे, ताइजी का पेटीकोत पूरा भीग चुक्का था और पॅंटी भी इसलिए कपड़ा उनके चूतड़ से चिपक गया था, उन्होने जान बुझ कर कपड़े सही नही किए, वो मेरे आगे खड़ी थी और में उन्हे कपड़े पास कर रहा था सुखाने के लिए, फिर में हिम्मत करके ताइजी के दम पीछे खड़ा हो गया अब उनकी गांद और मेरे लंड में सिर्फ़ एक या दो इंच का फासला था, और उनके पसीने की स्मेल ने मुझे पागल कर रखा था, जब वो कपड़े लेने के लिए पीछे पलटी तो उनकी चुचियाँ मेरी छाती से टकरा गयी, वो थोड़ा मुस्कुराइ पर पीछे नही हटी, और कपड़े मेरे हाथ से ले कर सुखाने लगी, जान बुझ कर वो भी थोड़ा पीछे आई, अब उनके चूतड़ हल्के हल्के मेरे सख़्त लंड से टकरा रहे थे.
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