RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
मेरी चूत पसंद है पार्ट--2
गतान्क से आगे.......
छी कितने गंदे है आप" करिश्मा मचलती हुई बोली. तब रसिकलाल जी
करिश्मा को चूमते हुए बोले, "अरे मैं तो गंदा हूँ ही, लेकिन तू क्या
कम गंदी है? अपने ससुर के सामने बिल्कुल नंगी पड़ी हुई है
और अपनी चुचियो को ससुर से मसलवा रही है? अब बता कोन
ज़्यादा गंदा है, मैं या तू?" फिर रसिकलाल जी ने करिश्मा से
पूछा, "अच्छा ये बात कि चुचि मसलाई से तेरा क्या हाल हो रहा
है?" करिश्मा अपने ससुर से लिपट कर बोली, ""ऊऊहह और जोरे से
हां ससुरजी और ज़ोर से दबाओ बड़ा मज़ा आरहा है मुझे,
आपके हाथ औरतों के चुचियो से खेलने मे बहुत ही माहिर है.
आपको पता है कि औरतों की चूंची कैसे दबाया जाता है. और ज़ोर
से दबाइए, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. फिर करिश्मा अपने
ससुर को अपने हाथों से बाँधते हुए बोली, "अब बहुत हो गया है
चूंची से खेलना. आपको इसके आगे जो भी करने वाले हैं जल्दी
कीजिए, कहीं रमेश ना आ जाए और मेरी भी चूत मे खुजली हो
रही है." "अभी लो, मैं अभी तुझको अपने इस मोटे लंड से चोद्ता हूँ.
आज तुझको मैं ऐसा चोदुन्गा कि तू जिंदगी भर याद रखेगी" इतना
कह कर रसिकलाल जी उठकर करिश्मा के पैरों के बीच उकूड़ू हो कर
बैठ गये.
ससुरके अपने ऊप्पेर से उठते ही करिश्मा ने अपनी दोनो टाँगों को
फैला कर ऊपर उठा लिया और उनको घुटने से मोड़ कर अपना घुटना
अपनी चुन्चिओ पर लगा लिया. इससे करिश्मा की चूत पूरी तरह से
खुल कर ऊपर आ गयी और अपने ससुर के लंड कोअपनी चूत को
खिलाने के लिए तैयार हो गयी. रसिकलाल जी भी उठ कर अपनी धोती
उतार, अंडरवेर, कुर्ता और बनियान उतार कर नंगे हो गये और फिर से
करिश्मा के खुले हुए पैरों के बीच मे आकर बैठ गये. तब
करिश्मा नेउठ कर अपने ससुर का तन्तनाया हुआ लंड अपने नाज़ुक
हाथों से पकड़ लिया और बोली, "ऊओह ससुरजी कितना मोटा और
सख़्त है आपका ये." रसिकलाल जी करिश्मा के कन से अपना मुँह
लगा कर बोले, "मेरा क्या? बोल ना करिश्मा, बोल" रसिकलाल जी अपने
हाथों से करिश्मा का गदराई हुई चुचियो को अपने दोनो
हाथों से मसल रहे थी और करिश्मा अपने ससुर का लंड पकड़
कर मुट्ठी मे बाँधते हुए बोली, " आपका ये पेनिस सस्स्शह
उउउउम्म्म्म्म्म्माआह्ह्ह्ह." रसिकलाल जी फिरसे करिश्मा के कान
पर धीरे से बोले, "करिश्मा हिन्दी मे बोलो ना इसका नाम प्लीज़".
करिश्मा ससुर के लंड को अपने हाथों मे भर कर अपनी नज़र
नीची कर के अपने ससुर से बोली, "मैं नही जानती, आप ही बोलिए ना,
हिन्दी मे इसको क्या कहते हैं." रसिकलाल जी ने हंस कर करिश्मा की
चूंची के चूस्ते हुए बोले, "अरे ससुर के सामने नंगी बैठी
है और ये नही जानती कि अपने हाथ मे क्या पकड़ रखी है? बोल
बेटी बोल इसको हिन्दी मे क्या कहते और इससे अभी हम तेरे साथ क्या
करेंगे."तब करिश्मा ने शरमा कर अपने ससुर के नगी छाती
मे मुँह छुपाते हुए बोली, "ससुरजी मैने अपने हाथों से आपका खड़ा
हुआ मोटा लंड पकड़ रखा है, और थोरी देर के बाद आप इस लंड को
मेरी चूत के अंदर डाल कर मेरी चुदाई करेंगे. बस अब तो खुश
हैं आप. अब मैं बिल्कुल बेशर्म होकर आपसे बात करूँगी." इतना सुन
कर रसिकलाल जी ने तब करिश्मा को फिर से पलंग पर पीठ के बल
लेटा दिया और अपने बहू के टाँगो को अपने हाथों से खोल कर खुद उन
खुली टाँगो के बीच बैठ गये. बैठने के बाद उन्होने झुक कर
करिश्मा की चूत पर दो तीन चुम्मा दिया और फिर अपना लंड अपने
हाथों से पकड़ कर अपनी बहू की चूत के दरवाजे पर दिया. चूत
पर लंड रखते ही करिश्मा अपनी कमर उठा उठा कर अपने ससुर के
लंड को अपनी चूत मे लेने की कोशिश करने लगी. करिश्मा की
बेताबी देख कर रसिकलाल जी अपनी बहू से बोली, "रुक छीनाल रुक,
चूत के सामने लंड आते ही अपनी कमर उचका रही है. मैं अभी
तेरे चूत की खुजली दूर करता हूँ." करिश्मा तब अपने ससुर की
छाती पर हाथ रख कर उनकी निपल को अपने उंगलियो से मसल्ते हुए
बोली, "ऊऊहह ससुरजी बहुत हो गया है. आअब बर्दाश्त नहीं हो
रहा है आओ ना ऊऊओ प्लीज़ ससुरजी, आओ ना, आओ और जल्दी
से मुझको चोदो. अब देर मत करो अब मुझे चोदो ना अब और
कितनी देर करेंगे ससुरजी. ससुर जी जल्दी से अपना ये मोटा लंड
मेरी चूत मे घुसेर दीजिए. मैं अपनी चूत की खुजली से पागल हुई जा
रही हूँ. जल्दी से मुझे अपने लंड से चोदिये. आह! ओह! क्या मस्त
लंड है आपका." रसिकलाल जीने अपना लंड अपने बहू की चूत मे ठेलते
हुए बोले, "बाह री मेरी छीनाल बहू, तू तो बड़ी चुड़दकर है. अपने
मुँह से ही अपने ससुर के लंड की तारीफ कर रही है और अपनी चूत
को मेरा लंड खिलाने के लिए अपनी कमर उचका रही है. देख मैं
आज रात को तेरी चूत की क्या हालत बनाता हूँ. साली तुझको चोद चोद
कर तेरी चूत को भोसरा बना दूँगा" और उन्होने एक ही झटके के
साथ अपना लंड करिश्मा की चूत मे डाल दिया.चूत मे अपने ससुर
का लंड घुसते ही करिश्मा की मुँह से एक हल्की सी चीख निकल गयी
और उसने अपने हाथों से अपने ससुर को पकड़ उनका सर अपनी
चूंचियो से लगा दिया और बोलने लगी, "वाह! वाह ससुर जी क्या
मस्त लंड है आपका. मेरी तो चूत पूरी तरह से भर गयी. अब ज़ोर ज़ोर
से धक्का मार कर मेरी चूत की खुजली मिटा दो. चूत मे बहुत
खुजली हो रही है."
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