RE: Kamukta Kahani मेरा चोदू परिवार
"भैया चुसो अपनी बहन की चुत. तुझे पसंद है न मेरी चुत का नमकीन स्वाद." और रजनी अपनी चुत राज के मुह पर रगड़ने लगी. राज भी अपनी जीभ निकाल कर उसकी चुत चोदने लगा. रजनी उछल उछल कर राज के मुह पर अपनी चुत चोद रही थी. उसके बूब्स उछल कर इधर उधर जा रहे थे. मेरे मुह में राज का लौड़ा अब पूरी तरह खडा था और किसी भी छेद को चोदने को तैयार था. उधर पायल भी अब पूरी नंगी हो चुकी थी और मनोज का लौड़ा अपने मुह में ले उसको चूस रही थी. मनोज उल्टा होकर उसकी गुलाबी चुत चाट रहा था और अपनी उँगलियाँ अन्दर बाहर कर रहा था. पायल गांड उछाल उछाल कर उसकी उँगलियाँ अन्दर ले रही थी.
"हाँ भाई पूरी ऊँगली डाल मेरी चुत में... चोद मुझे कुत्ते...चोद हरामी...अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्छ"
और पायल ने फिर मनोज का लौड़ा अपने मुह में ले लिया. थोडी देर तक चूसने के बाद पायल अब तैयार थी चुदाई के लिए. पायल ने मनोज का लौड़ा बाहर निकाला और बोली "चल अब शुरू कर मेरी चुदाई. डाल अपना मोटा लंड मेरी गरम गीली चुत में और फाड़ दे इसको. भाई, तू भी आ और चोद मेरे मुह को. देख तेरी रांड बहन कैसे चुस्ती है तेरा लंड साले हरामी मादरचोद. तुम रंडियां तब तक एक दुसरे की चुत चाटो"
राज उठा और अपना लौड़ा पायल के मुह पर ले गया जिसे उसने लपक कर अपने मुह में भर लिया. मनोज ने भी पायल की टाँगे खोली और उसकी गीली चुत मैं अपना लंड भर दिया. अब दोनों जोर जोर से धक्के मार रहे थे और पायल को कुतिया की तरह चोद रहे थे. ५ मिनट के ज़बरदस्त धक्को के बाद दोनों झड़ने लगे तो दोनों ने अपने लंड बाहर निकाले और पायल के मुह पर पिचकारी छोड़ने लगे. पायल का पूरा चेहरा भीग गया दोनों के वीर्य से जिसको वोह मजे लेकर चाट रही थी. पूरी तरह झड़ने के बाद उसने दोनों लौडे अपने मुह में एक साथ लिए और चाट चाट कर उनको साफ़ कर दिया. फिर अपने भाई के मुह में जीभ डाल उनको चूमा और अपने मुह में भरा दोनों का वीर्य राज के मुह में डाल दिया. राज चटकारे लेकर उसको पि गया.
"वह मजा आ गया जीजू तेरी बहनो और बीवी को चोद कर. साली मस्त रंडियां है. इनको तो तू नंगा ही रखा कर घर पर."
"यार यह रहती ही नंगी है. कई बार तो अकेले मुझे इन तीनो को चोदना मुश्किल हो जाता है. अगर एक दो लंड और होते तो मजा आ जाता. इन रांडो को तो जितने लंड देदो उतने कम है"
"हम रंडियों की जय हो.... मैं बोली और मनोज का लंड फिर चूम लिया..
दोस्तो ये कहानी यही ख़तम होती है फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त राज शर्मा
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