RE: औरत की प्यास
मैं लण्ड खा कर पूरी तरह से मस्ता गई और बोली- रमेश ! आज पूरी रात तू इसी तरह मुझे चोदता जा। तू बहुत अच्छी तरह से चोद रहा है। तेरी चुदाई से मैं और मेरी चूत बहुत खुश हैं। मुझे नहीं मालूम था कि तू इतना अच्छा और मस्ती से चोदता है।
रमेश बोल रहा था कि हाय दीदी ! मैं आज पूरी रात तुमको इसी तरह चोदूंगा। तुम्हारी चूत बहुत अच्छी है, इसमें बहुत मस्ती भरी हुई है। अब यह चूत मेरी है और इसको खूब चोदूंगा। मैं मस्ती से पागल हो रही थी और मेरी चूत पानी छोड़ने वाली थी। रमेश अब जोर जोर से मेरी चूत चोद रहा था। वो अब अपना लण्ड मेरी चूत से निकाल कर पूरा का पूरा मेरी चूत में जोरों से पेल रहा था। मेरी चूत अब तक दो बार पानी छोड़ चुकी थी। मैं उसके हर धक्के का आनन्द उठा रही थी। हम दोनो अब तक पसीने से नहा गए थे।
रमेश अब अपनी पूरी ताकत के साथ मुझ्र चोद रहा था और मैं सोच रही थी कि काश आज की रात कभी खत्म ना हो। थोड़ी देर बाद रमेश चिल्लाया कि हय दीदी अब मेरा लण्ड पानी छोड़ने वाला है, अब तुम अपनी चूत से मेरे लण्ड को कस के पकड़ो। इतना कहने के बाद रमेश ने करीब दस बारह धक्के और लगाये और वो मेरी चूत के अन्दर झड़ गया और मेरी चूचियों पर मुंह रख कर सो गया।
उसके लण्ड ने बहुत सा पानी छोड़ा था और अब वो मेरी चूत से बाहर आ रहा था। मैंने रमेश को कस कर अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसका मुंह चूमने लगी और मेरी चूत ने तीसरी बार पानी छोड़ दिया।
थोड़ी देर बाद हम दोनो उठकर बाथरूम गए और अपनी चूत और लौड़े को साफ़ किया। रमेश का लण्ड अभी तक सख्त था। मैं उसका लण्ड हाथ में ले कर सहलाने लगी और फ़िर उसके सुपारे पर चुम्मा दे दिया। फ़िर हम दोनो नंगे ही बिस्तर पर जाकर सो गए औए एक दूसरे के लण्ड और चूत से खेलते रहे। थोड़ी देर बाद रमेश का लण्ड फ़िर से खड़ा होने लगा। उसे देख कर मैं फ़िर से मस्ती में आ गई। मैंने उसके लण्ड का सुपारा खोल दिया। उस समय उसका सुपारा बहुत फ़ूला हुआ था और चमक रहा था। मैंने झुक कर उसको अपने मुंह में ले लिया और मस्ती से चूसना शुरू कर दिया।
कुछ देर बाद रमेश बोला- दीदी! अब मेरा लण्ड छोड़ दो, नहीं तो मेरा पानी निकल जायेगा। मैं उससे एक बार और चुदाना चाहती थी इसलिए मैंने उसका लण्ड अपने मुंह से निकाल दिया और बोली- भाई ! अब तेरा लण्ड अच्छी तरह से खड़ा हो गया है और मेरी चूत में घुसने को तैयार है। चल जल्दी से मेरे ऊपर आ और मेरी प्यासी चूत को अच्छी तरह से चोद दे। यह सुनते ही रमेश मेरे ऊपर आ गया और अपना पूरा का पूरा लण्ड मेरी चूत में एक झटके में ही पेल दिया। फ़िर उसने मेरी चूत को खूब अच्छी तरह से चोदा और मैं उसकी चुदाई से निहाल हो गई। उस रात हम दोनो नंगे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गए। उस दिन के बाद से मैं और रमेश जब भी घर में अकेले होते हैं तो हम कपड़े नहीं पहनते रहे और खूब जम कर चुदाई करते हैं।
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