RE: गोरी अंग्रेजन की जवानी चुद गई
पैरी बोली- तुम उसे बताते क्यों नहीं हो कि तुम उससे प्यार करते हो?
तो मैंने कहा- हिम्मत ही नहीं होती.. मुझे नहीं लगता कि मैं उसे पसंद आऊँगा।
पैरी बोली- तुम बहुत ही सेक्सी मर्द हो.. तुम पर तो हजारों लड़कियां फिदा हो जाएंगी।
मैंने कहा- तुम झूठ बोल रही हो।
पैरी बोली- कसम से!
तभी मैंने कहा- तो क्या तुम्हें भी मैं पसंद हूँ?
पैरी बोली- बिल्कुल..
‘तो क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी?’
इतना कहकर मैं कमरे से बाहर निकलने लगा कि पीछे से आवाज आई- आई लव यू नरेश..
मैंने भी अन्दर आते हुए बोल दिया- आई लव यू टू पैरी.. तुम मुझे बहुत पसंद हो।
मैंने उसके करीब आकर उसे अपनी बांहों में भर लिया। तभी मेरे जिस्म में बिजली का झटका सा महसूस हुआ।
क्या हसीन लम्हा था वो..
तभी उसने कहा- अब छोड़ भी दो।
मैंने कहा- नहीं.. ऐसे कैसे छोड़ दूँ, पहले एक चुम्बन करने दो।
उसने कहा- कर लो।
मैंने कस कर उसे बांहों में पकड़ लिया और उसके होंठों पर चुम्बन करने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैं धीरे-धीरे उसके चूचे दबाने लगा, वो भी गर्म होने लगी, करीब 15 मिनट तक चूमा-चाटी के बाद हम दोनों अलग हुए।
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पैरी बोली- अभी बहुत हो गया है।
मैंने उसे पीछे से फिर पकड़ लिया और उसके मम्मों को दबाने लगा।
तभी उसने कहा- अच्छा मानोगे नहीं.. तो चलो आओ बिस्तर पर..
हम दोनों बिस्तर पर आ गए, मैंने अब धीरे से उसका शर्ट ऊपर किया और उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा। मेरा एक हाथ उसकी जींस में घुस गया और उसकी चुत सहलाने लगा।
अब वो बहुत गर्म हो गई और कहने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… प्लीज अब और ना तड़पाओ!
मैंने अब उसके कपड़े उतार दिए, उसने भी मेरे कपड़े उतार दिए, मैंने उसको चुम्बन किया और उसकी चुत की तरफ़ हो लिया।
वाह.. क्या चुत थी एकदम कसी हुई.. लाल सुर्ख.. ऐसा लग रहा था.. जैसे बटर पर किसी ने लाल रंग डाल दिया हो। उसका चेहरा बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। मैंने उसकी चुत पर अपनी जीभ लगाई और अन्दर-बाहर करने लगा।
मुझे बहुत मजा आ रहा था। ऐसा कुछ मिनट तक चला।
फिर मैंने उसको सीधा लेटने को कहा और उसकी कमर के नीचे एक तकिया लगा दिया। मैंने अपने लंड को उसके मुँह में डाला और लंड चुसाई करवा कर लंड को गीला करवा लिया।
अब मैंने उसके दोनों पैर उठाए और चुत पर लंड रखकर जोर का झटका मारा।
मेरा आधा लंड उसकी चुत में घुसता चला गया, उसके मुँह से चीख निकल गई।
मैंने अपने होंठों को उसके होंठों पर रखा और धीरे-धीरे लंड अन्दर डालने लगा। कुछ झटकों के बाद वो भी सामान्य हो गई।
अब उसे भी मजा आने लगा था। उसके मुँह से बहुत ही कामुक आवाजें आने लगीं। मैं तो जन्नत की सैर करने लगा। कुछ ही देर में पैरी झड़ गई।
मैंने लंड बाहर निकाला और उसकी चुत का रस पीने लगा।
मैंने फ़िर से लंड उसकी चुत में डाला और बहुत स्पीड से चोदने लगा, कुछ ही देर में मैं झड़ गया।
मेरे साथ में पैरी भी दुबारा झड़ गई।
अब हम दोनों ने होंठ मिलाए और एक-दूसरे को बांहों में कसकर भींच लिया।
दोस्तो यह थी मेरी सेक्स स्टोरी.. आपको कैसी लगी.. जरूर बताइएगा.. धन्यवाद।
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