RE: Incest Kahani दीवानगी
अंकुर : अरे रवि कल तू, रिया दी और संजू तीनो लोग इन्वाइटेड हो फॉर माइ बर्तडे सेलेब्रेशन अट माइ होम
रवि : अरे वाह फिर तो पार्टी सार्टी और दारू ठीक कह रहा हू ना
अंकुर : बिल्कुल ठीक
रवि : पर तूने उस मादर्चोद को इन्वाइट तो नही किया ना
अंकुर : मैं जानता हू तू जतिन की बात कर रहा है, अबे वैसे भी वह हमारे ग्रूप मे कभी आ ही नही सकता और मैं इतना बड़ा बेवकूप तो नही कि उसे अपने घर बुलाऊ और फिर हँसते हुए अंकुर ने कहा कहीं वह अपनी कमिनि नज़र मेरी मोम पर ही मारने लगे तो
रवि : हा हा हा तू ठीक कह रहा है
अंकुर : वैसे तेरी खुशी के लिए बता दू कि कल 4 लोगो के बीच मारपीट हो गई थी जिसमे वह भी था और पोलीस ने उसे अंदर डाल दिया है सुना है सामने वाला किसी पैसे वाले सेठ का लोन्डा था तो उसने तगड़ा केस बनवा दिया है अब जतिन बाबू की तो लग गई 4-6 महीने की
रवि : क्या बात कर रहा है
अंकुर : अब तो खुश
रवि : हा हा क्यो नही अब तो खुश होऊँगा ही बहन्चोद मेरी दी की गान्ड पर नज़र जमाए बैठा था
अंकुर : चल ठीक है मैण रखता हू और हाँ तू ऐसा ना हो कि दी को लाना भूल जाए, एक्चूली मेरे डॅड तो आउट ऑफ स्टेशन है और मोम आ गई है तो दी रहेगी तो मोम को भी कंपनी मिल जाएगी, और फिर मोम की तरह तेरी दी भी अड्वान्स विचारो वाली है तो दोनो की अच्छी जमेगी और तू मैं और संजू नेवरमाइंड होकर दारू का मज़ा लेंगे
रवि : चल ठीक है मैं संजू को बोल देता हू,
अंकुर : वैसे तो मैने उसे फोन कर दिया है पर फिर भी तू भी उससे बात कर ले, चल अब मैं फोन रखता हू ओके बाइ
खाना खाने के बाद मैं रिया दी का वेट करता रहा पर वह मोम के रूम से बाहर ही नही आ रही थी फिर मैने सोचा मैं ही जाकर बुला लेता हू और मैं मोम के रूम मे गया जहा दोनो मा बेटी बाते कर रही थी, मुझे देख कर मोम मुस्कुराइ और कहने लगी क्या हुआ बेटा नींद नही आ रही क्या,
रवि : दी को देख कर नज़रे मिलाते हुए, मोम रिया दी से बाते करे बिना मुझे नींद कहाँ आती है, और फिर मैने दी को मुस्कुराकर देखते हुए कहा, दी चलो ना
रिया : तू जा आज मैं मोम के साथ ही सोउंगी यह बात रिया दी ने मंद मंद मुस्कुराते हुए की तो मुझे कुछ राहत मिली,
मैने कहा ओके दी जैसी तुम्हारी मर्ज़ी और मैं अपने रूम मे आ गया और कुछ सोच ही रहा था कि अचानक मुझे संजू और उसकी मम्मी का वह सीन याद आ गया और मैं चुपके से उठा और छत की ओर चल दिया
छत से होते हुए मैं संजू की छत पर पहुच गया और धीरे से सीढ़िया उतर कर मैं संजू के घर के अंदर चुपके से गया, मुझे डर तो बहुत लग रहा था लेकिन सभी जगह की लाइट्स ऑफ थी और रोशनी केवल उसी रूम से आ रही थी जहा संजू सोता था, मैं चुपके से उस खिड़की तक गया जो उसके रूम के दरवाजे के करीब ही थी और अंदर झाँक कर देखा तो मेरे होश उड़ गये, संजू की मोम पूरी नंगी पेट के बल लेटी थी और संजू अपनी मोम के भारी चुतडो पर तेल लगा लगा कर मसल रहा था, उसकी मोम की मोटी मोटी और गोरी गान्ड तेल से भीगी हुई चमक रही थी, उसकी मोम का चेहरा दूसरी और था और संजू नंगा बैठा एक हाथ से बीच बीच मे अपने खड़े लंड पर तेल लगा रहा था, फिर उसने तेल लगाकर अपनी उंगलियो को अपनी मोम की गान्ड के छेद मे अंदर तक पेलना शुरू कर दिया, सीमा आंटी उउन्ह उउन्ह सीयी आह्ह्ह की आवाज़ धीरे धीरे निकाल रही थी, संजू अपने दूसरे हाथ से सीमा आंटी की चूत को खोल खोल कर सहला रहा था, मेरा लंड बुरी तरह अकड़ चुका था और मैं अपने लंड को मसल्ते हुए अंदर का नज़ारा देख रहा था, तभी संजू अपनी मोम के चुतडो पर दोनो तरफ पेर फैलाकर बैठ गया और अपने लंड को तेल मे डुबो कर अपनी मोम की मोटी गान्ड के छेद से सटा कर हल्के हल्के दबाने लगा, लगता था संजू बहुत पहले से ही अपनी मोम की मोटी गान्ड मारता आ रहा था तभी तो उसकी मोम को कोई खास दर्द नही हो रहा था और संजू का लंड मेरे देखते देखते पूरा अंदर समा गया, सीमा आंटी धीरे धीरे उउन्न्ह उऊन्ह के साउंड निकाल रही थी, संजू अपने एक हाथ से लंड को पकड़ पकड़ कर लंड अपनी मोम की गान्ड मे कभी अंदर कभी बाहर कर रहा था, संजू की मम्मी की गान्ड बहुत चिकनी नज़र आ रही थी मेरा दिल कर रहा था कि मैं संजू को हटा कर अपने मूसल को उसकी मोम की गान्ड मे पेल दू, तभी सीमा आंटी ने कहा, संजू थोड़ा तेज तेज कर बहुत मज़ा आ रहा है और मेरे दूध भी दबा, संजू ने जल्दी ही अपनी कमर तेज तेज और गहराई तक चलाना शुरू कर दी और साथ मे अपनी मोम के दूध भी कस कस कर मसल्ने और दबाने लगा, फिर कुछ देर मे संजू अपनी मोम की गान्ड मे लंड फसाए ही उसकी पीठ पर पेट के बल लेट गया और अपनी मोम की मोटी गान्ड से चिपक कर जल्दी जल्दी अपनी गान्ड हिलाने लगा, संजू की मोम की सिसकारिया अब कुछ ज़्यादा जोरो पर आ गई तभी संजू ने तीन चार धक्के कस कस कर मारे और अपनी मोम की नंगी गान्ड से इस कदर चिपक गया कि उसके लंड ने पानी छोड़ दिया हो, कुछ देर बाद संजू का हिलना बिल्कुल बंद हो गया, और फिर वह लुढ़क कर साइड मे लेट गया, उसकी मोम उसी अवश्था मे लेटी रही, मैने ज़्यादा देर वहाँ रुकना उचित नही जाना और मैं दबे पाँव अपनी छत से होते हुए अपने घर के अंदर आ गया और जैसे ही मैने अपने रूम का दरवाजा खोला मेरे बिल्कुल सामने रिया दी खड़ी थी, मैं तो एक दम से घबरा गया जैसे किसी ने मेरी चोरी पकड़ ली हो, मुझे यह भी होश नही था कि मेरे पाजामे मे मेरा लंड बहुत बड़ा तंबू बनाए पूरी तरफ खड़ा होकर साफ नज़र आ रहा था, रिया दी ने आँखे फाड़ कर मेरे चेहरे की ओर देखा और मुझसे सवाल किया
रिया : कहाँ गया था तू
रवि : वो वो हकलाते हुए, दी छत पर घूम रहा था,
रिया : झूठ मत बोल मैं बाथरूम, बालकनी, बरामदे मे और छत पर सभी जगह तुझे देख कर आ रही हू और फिर मैं संभलता इससे पहले ही दी की नज़र मेरे तने हुए लौडे पर पड़ गई और वह एक दम से सकपका गई और उसने अपनी नज़रे एक बार मुझसे मिलाई और मैं पसीने पसीने हो रहा था, मेरे पास रिया दी के सवालो का कोई जवाब नही था, लेकिन भला हो लंड देवता का जो खड़े थे और रिया दी ने अपनी नज़रे इधर उधर घूमाते हुए पलट कर बेड पर जाने लगी और मुझसे कहा दरवाजा बंद कर दे, मेरे लौडे को देख कर शायद रिया दी यह समझ रही थी कि मैं कही कोने मे छुप कर मूठ मार रहा होऊँगा
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