RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
प्रीत वीर को खीच कर डॅन्स फ्लॉर पर ले जाती है ऑर डॅन्स करने लगती है..ये देख परी ओर नेहा भी नही रुकती ऑर वो भी अपने अपने बाय्फ्रेंड को साथ ले चली जाती है स्टेज पर..
बची 3 लड़किया..सॅड सा मुँह बना बैठी थी. इस बात का पता वीर को भी लग जाता है ...
वीर..आगे बढ़ तीनो को स्टेज पर लाता है..ऑर डॅन्स करने लगता है.
इन्सब को देख वहाँ बैठे कुछ कपल भी उठ कर डॅन्स करने लगते है.....
सभी थक हार कर वापिस टेबल पर आ जाते है....
संजू..सच मे बहुत मज़ा आया..भाई आप तो डॅन्स कमाल करते हो...
वीर..थॅंक्स यार..हाँ मज़ा तो बहुत आया..लड़का एक ऑर इतनी हसीनाए साथ हो
.
नहिना...चलो ना आइस क्रीम पलोर चलते है..मुझे आइस्क्रीम खानी है..चोक्लट.
प्रीत..हाँ जान.चलो ना .सब खाते है..
फिर सब जाते पार्लर वहाँ से सब मिल आइस क्रीम ओर्डर करते है .
थोड़ी देर मे सब का ओर्डर आ जाता है..
वीर...परी न्ड नेहा तुम दोनो का क्या विचार है शादी का .
शादी के नाम पर दोनो शरमा जाती है....
परी .भाई पहले स्टडी पूरी करेगे फिर शादी. ऑर यही फ़ैसला नेहा का भी है...
वीर...वेरी गुड..एक बात याद रखना मैं हमेशा तुम लोगो के साथ हूँ..
सब आइस क्रीम खाते है ऑर निकलते है
अभी रास्ते मे पहुँचे ही थे कि तभी टाइयर पंचर हो जाता है....
ओर जैसे ही गाड़ी रुकती है..
तभी बूऊऊओंम्म्मममम.......
गाड़ी ब्लास्ट होने से एक मिनट पहले ही वीर को इसका पता चल जाता है..ऑर वो सबको साथ ले गाड़ी से गायब जो जाता है ऑर गाड़ी भूंम्म्म..
वहीं दूर खड़े गुन्डे अपने मंसूबो को देख खुश हुए जा रहे थे..पर वो ये नही जानते इन्हो ने किस शेर के मुँह मे हाथ डाला है..
गुन्डा..1. हाँ बॉस काम हो गया.है.
बॉस...बहुत अच्छा तुम्हारा इनाम तुम्हे मिल जाएगा..
मेरे भाई को मारा था इसने..इसे पता नही था..टोनी नाम है मेरा अंडरवर्ल्ड का बादशाह हूँ मैं....अब इसके परिवार की वारी है..
उधर...जंगल मे तांत्रिक अपनी जादुई सेना खड़ी करने मे लगा हुआ था....
तांत्रिक...मैं लौट आया हूँ अब इन जिन्न्लोक.को कोई नही बचा सकता..हाहहहहहाहा..
पर ये नही पता था कि अब जिन्न लोक का राजा आ चुका है..
इधर..वीर..सबको साथ ले.दूसरी कार मे बैठा था..
प्रीत...जान क्या हुआ हम इस कार मे..
वीर..हाँ उस कार मे हम पर हमला हुआ था..ठीक उसके पहले मैं तुम्हे बाहर ले आया..
बिस्वा..भाई अब ये नया कौन आ गया..
वीर..ये अंडरवर्ल्ड का बादशाह टोनी है..जो मलेशिया मे रहकर इंडिया मे गैर क़ानूनी धंधे करता है..अब बस इसका टाइम नज़दीक है......
आशीष..सही कहा भाई इसकी मौत तो पक्की हो गयी......
संजू..जान इसको मैं मारूँगी..
नहिना..ऑर मैं भी..वो साला हमारे भाई ऑर परिवार पर हमला करे ये मैं सह नही सकती..
तभी वीर का फ़ोन बजता है..
वीर काल पिक कर निकलता है घर की ओर .
घर पहुँच ..वीर क्या देखता है.एक आदमी वीर के डॅड के आगे हाथ जोड़े खड़ा था..
दादाजी..अब क्यूँ आया है..जब हमे ज़रूरत थी तब कहाँ था.. तब क्यू छुप गया था
ऑर वैसे अब इस घर का मुखिया मेरा पोता है..
वीर..माँ कौन है ये ऑर बात क्या है..
माँ..बेटा बात ये है.कि ये तेरे चाचा जी है..आज एज बहुत बड़ी प्रोबलम मे है..इसके दोस्त ने इसके घर पर क़ब्ज़ा कर लिया ऑर इनकी एक रेडीमेट की शॉप थी उसपर भी
इनकी 2 बेटियाँ है घरवाली है कहाँ रहेगी .
चाचा ..बेटा प्लज़्ज़्ज़ मुझे माफ़ करदो मैं तब पैसे मे अँधा हो गया था..प्लज़्ज़्ज़ हमे पनाह दे दो..मैं तुम्हारे हाथ जोड़ता हूँ..
वीर..अपनी माँ की तरफ देखता है.जो हाँ मे इशारा करती है..
वीर..ठीक है चाचा जी आप अपने हाथ मत जोड़िए..आप मुझ से बड़े है..बडो के हाथ सिरफ़ आशीर्वाद के लिए होते है छोटो के सामने जोड़ने के लिए.नही...
आप चाहे तो मैं आपकी दुकान ऑर घर छुड़वा सकता हूँ..
चाचा जी ...जैसा तुम्हे ठीक लगे बेटा पर मैं अब तुम सब के साथ रहना चाहता हूँ...
वीर..ठीक है....दादाजी डॅड.प्लज़्ज़्ज़ अब आप भी माफ़ कर दीजिए..ये अपने किए पर शर्मिंदा है..
दादाजी..ठीक है बेटा..जैसा तुम्हे ठीक लगे इतना बोल दादाजी उसे गले लगा लेते है..
देखा बेटा ये है मेरा पोता जिसके लिए तुम सब ने मुझसे मुख मोड़ लिया था..
डॅड...जा बेटा चाची ऑर बहनो को ले आ...
संजू - चल भाई मैं भी चलती हूँ...
फिर संजू वीर ऑर चाचा जी निकलते है अपने घर की ऑर अपने परिवार को लेने
वहाँ पहुँचा .......
वीर....जाइए चाचा जी सबको ले आइए.....
चाचा जी अंदर जाते है.थोड़ी देर मे दो लड़किया बाहर आती है..
लड़की 1...ए ड्राइवर..ये बॅग अंदर रख...
संजू कुछ बोलने ही वाली थी कि वीर उसे चुप करवा देता है..
वीर....जी में..ज़रूर वीर उस बॅग को अंदर रख देता है..
संजू उन दोनो लड़कियों से मिलती है..
थोड़ी देर मे चाचा जी ऑर चाची जी आ जाते है
.
.फिर सभी निकलते है बंगले की ओर...
घर पहुँच वीर गाड़ी पार्क करता है....
लड़की..हमारे बॅग अंदर भेज देना...
वीर....जी में..
चाचा जी ...विशु ये क्या बतमीज़ी है...
विशु..डॅड ड्राइवर को बॅग रखने के लिए ही तो बोला है .
वीर..अंकल को चुप रहने का इशारा करता है..
सब अंदर चले जाते है..
थोड़ी देर मे वीर बॅग ले अंदर आता है..
बेग रख अपने रूम की तरफ जाने लगता है कि
विशु..उधर किधर जा रहे हो ड्राइवर..
मोम...ड्राइवर..हाहहहाहा..
चाचा जी भी हँसने लगते है ..जिसे तुम ड्राइवर समझ रही हो...वो इस बंगले का मालिक मिस्टर धनवीर सिंग वीर है...
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