RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
सुजाता : अरे पागल वहाँ इतनी अच्छी खुश्बू थोड़ी आती है
रवि : तो फिर कहाँ आती है मोम
मेरी बात सुन कर मोम ने मेरे गालो को खिचते हुए मुस्कुरा कर कहा, मैं तुझे बाद मे बताउन्गि कि सबसे मस्त खुश्बू औरतो के बदन के किस हिस्से से आती है, जब तू सूँघेगा तो पागल हो जाएगा, पर रिया को मत बताना ये सब बाते
रवि : नही बताउन्गा मोम,
सुजाता : चल अब छोड़ मुझे क्या दिन भर आपनी मोम के दूध मे ही मूह लगाए रहेगा,
मेरा लंड पूरी औकात मे खड़ा था और शायद मोम की नज़रे भी मेरे टॅट पर पड़ चुकी थी मेरा मन मोम की गुदाज जवानी को कस कर मसल्ने का हो रहा था, दिल कर रहा था कि मोम को पूरी नंगी करके खूब सहलाऊ और दबाऊ, मैने मोम के उभरे हुए नंगे गुदाज पेट और गहरी नाभि पर हाथ फेरते हुए कहा मोम आपका पेट कितना मुलायम और चिकना है इस पर हाथ फेरने मे कितना अच्छा लगता है, मैं मोम के पूरे नंगे पेट को सहला रहा था,
सुजाता : मुस्कुराते हुए, बेटे औरतो का पेट ऐसे ही चिकना और मुलायम होता है, पर देख मेरा पेट भी मेरे चुतडो के जैसे ही कितना बढ़ गया है और मोम ने अपनी टीशर्ट उपर करके मुझे अपना पूरा नंगा पेट दिखाया, मैने मोम के नंगे पेट को मसल्ते हुए कहा नही मोम आपकी लंबाई और मोटाई के हिसाब से तो आपका पेट बहुत ही मस्त और गुदाज है मुझे तो आपका पेट ऐसे ही उठा हुआ अच्छा लगता है
मोम का चेहरा देख कर मुझे ऐसा लगा जैसे वह बहुत चुदासी हो रही हो और उनकी बुर पानी छोड़ रही हो, ऐसा इसलिए भी लगा क्योकि उन्होने अपनी जीन्स के उपर से अपनी फूली हुई चूत को थोड़ा दबा कर जीन्स को उपर नीचे करती हुई कहने लगी पर बेटे जीन्स मे यही दिक्कत है पूरा बदन कसा रहता है कही ज़रा भी हवा नही लगती है
रवि : मोम अगर ऐसी प्राब्लम है तो आप घर मे स्कर्ट क्यो नही पहनती है उससे आपके पेरो मे भी हवा लगेगी और आप बिल्कुल फ्री महसूस करेगी,
मोम : मुस्कुराते हुए, क्या मैं स्कर्ट मे अच्छी लगुगी
रवि : क्यो नही मोम आज कल तो बड़ी बड़ी औरते भी स्कर्ट पहनती है और बड़ी अच्छी दिखती है
सुजाता : अगर ऐसा है तो तू ही अपनी पसंद की स्कर्ट मेरे लिए ले आना मैं पहन कर देखती हू
मैं तो इस कल्पना से ही मरा जा रहा था कि मोम को शॉर्ट स्कर्ट ला कर दे देता हू जिसमे उसकी गोरी गोरी पिंदलिया और गुदाज मोटी मोटी सुडोल जंघे नज़र आएगी जिसे देख कर मेरा लोड्ा तो पानी छोड़ देगा और मोका लगने पर मोम की पैंटी और गान्ड भी नज़र आ जाएगी, बस मैं इन्ही ख्यालो मे खोया मोम के पेट को सहला रहा था तभी बाहर से आहट आई और मोम और मैं पीछे देखने लगे जहाँ रिया अंदर आ चुकी थी
दी मोम से बात करने लगी और इशारे से मुझे रूम मे चलने को कहा मैं वहाँ से अपने रूम मे आ गया और कुछ 5 मिनिट बाद दी अंदर आई और आते से ही मेरे होंठो को पागलो की तरह चूसने लगी, मैने भी दी के कसे हुए अमरूदो को खूब कस कस कर मसलना शुरू कर दिया, दी कहने लगी रवि तू मुझसे दूर दूर क्यो रहता है तेरे बिना तो मुझे एक पल अब अच्छा नही लगता है, आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ज़रा धीरे दबा भैया क्या जान लेगा अपनी दी की, मैने दी के मोटे मोटे बोबे खूब कस कस कर मसलना शुरू कर दिया और वह मुझसे पागलो की तरह चिपक कर चूमे जा रही थी
रवि : दी लगता है अब तुम मेरे बिना रह नही पाती हो
रिया : रवि तू मुझे छोड़ कर किसी के पास मत जाया कर मुझे बिल्कुल अच्छा नही लगता
रवि : मैं कहाँ किसी के पास जाता हू, मैं तो मोम के पास था
रिया : मोम के पास भी नही तू बस मेरा है और मेरे पास ही रहा कर
मैने दी की मोटी गुदाज गान्ड को दबाते हुए कहा दी
रिया : क्या
रवि : अपने भैया का लंड चुसोगी
रिया : मुस्कुराते हुए, तुझे जो अच्छा लगता है मैं वह सब करूँगी, बस तू मुझसे दूर ना रहा कर और दी घुटनो के बल बैठ गई और मेरे लंड को बाहर निकाल कर उसे बड़े प्यार से चूसने लगी और मैं स्वर्ग का आनंद लेने लगा, दी लंड को बड़े अच्छे तरीके से चाट चाट कर पूरा अपने मुँह मे भर लेती और कभी कभी किसी आम को चूसने के अंदाज मे जब लंड चुस्ती तो लगता की दी मेरे लंड के छेद से पूरा पानी खींच कर पी जाना चाहती हो, कुछ देर चूसने के बाद मैने दी को बेड पर झुका कर उसकी गान्ड से पॅंट उतार कर उसकी पैंटी जो उसकी गान्ड मे धँसी हुई थी उसको हटा कर दी की मस्त फूली हुई रस छोड़ती बुर मे अपने लंड को लगा कर थोड़ा अंदर दबाया और दी के मूह से आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह रवि कितना मोटा है तेरा, मेरी फटी जा रही है प्लीज़ निकाल ले, मेरा आधे से ज़यादा लंड दी की चूत को फाड़ कर अंदर घुस चुका था मैने दी की गान्ड के पाटो को फैला कर उसकी गुदा को सहलाते हुए लंड को एक बार बाहर खींचा और फिर कस कर अंदर पेल दिया और मेरा लंड अपनी दी की गुदाज चूत मे जड़ तक समा गया और
दी- ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह भैया मर गई रे की आवाज़ के साथ बेड पर पेट के बल पसर गई, मैने स्टासट दी को कस कस कर चोदना शुरू किया और डर था कि कही मोम ना आ जाए इसलिए ताबड़तोड़ तरीके से दी की चूत मार मार कर पानी छोड़ दिया और दी हान्फते हुए पस्त होकर लेट गई, मैने दी को शाम को पार्टी के लिए चलने की बात की और फिर सोचा चलो थोड़ी देर संजू के यहाँ जाकर बैठता हू, जब मैं संजू की दुकान पर गया तो दुकान पर उसकी मोम बैठी थी,
आंटी संजू कहाँ है,
सीमा : मुस्कुरा कर बैठो वह अभी नहा कर आ रहा है, आंटी को देख कर बड़ा आश्चर्य हो रहा था वह सुबह से मस्त मेकप करके बैठी थी, मैने मन मे सोचा साली विधवा है पर अपने बेटे से गान्ड मरवाने के लिए कैसे सुबह से ही इसकी बुर खुजलाने लगती है कि यह सजिधाजी रहती है, यह सब सोचते हुए मेरी नज़र उसके मोटे मोटे बोबो और उभरे हुए पेट को देख रही थी तभी आंटी की आवाज़ सुन कर मेरा ध्यान भंग हुआ
सीमा : मुस्कुराते हुए, क्या देख रहे हो रवि
मैने आंटी की ओर देखा तो उसकी निगाहे बड़ी अजीब थी ऐसा लग रहा था कि साली जनम जनम की चुदासी हो, मैं तो वैसे भी उसके नंगे बदन और भारी गान्ड को देख कर उसको चोदने के लिए मरा जा रहा था, मैने भी उसके मोटे मोटे तंदुरुस्त दूध को खा जाने वाली नज़रो से देखते हुए, आपको ही को देख रहा हू आंटी जी
सीमा : मुस्कुराते हुए, मुझमे देखने लायक क्या बचा है रवि जो तुम मुझे देख रहे हो
रवि : आपके पास तो अभी बहुत कुछ है आंटी, आपको तो पता ही नही कि आप संजू की मोम नही बल्कि बड़ी दी लगती है
सीमा : पहले तो तुमने ऐसा कभी नही कहा लगता है तुम्हारा नज़रिया बदल गया है
रवि : आपको देख कर तो किसी का भी नज़रिया बदल सकता है,
सीमा : अपने दोस्त की मोम को देखने का नज़रिया बदल गया है यह बात तुम्हारे दोस्त को पता है कि नही
रवि : आंटी उसका तो खुद का नज़रिया आपके लिए बदला हुआ लगता है अब उसे क्या बताऊ
आंटी मेरी बात सुन कर झेप्ते हुए, रवि तुमसे बहुत सारी बाते करनी है पर तुम कभी मेरे पास मिलने आते ही नही हो
रवि : बताओ ना आंटी मैं बैठा तो हू आपके पास,
सीमा : अभी नही आज तो मुझे ढेर सारा काम है, कल संजू अपने मामा के यहाँ जाएगा और मैं घर मे अकेली बोर हो जाउन्गि ऐसा करो तुम कल दोपहर मे आना फिर हम बाते करेगे
रवि : जी बिल्कुल आपसे बाते करने के लिए तो मैं भी कब से सोच रहा हू, मैने बिना डरे आंटी के सामने ही अपने लोडे को मसल्ते हुए कहा और आंटी मुस्कुरा कर खड़ी होते हुए, अंदर जाने लगी और कहा मैं संजू को भेजती हू और फिर वह वहाँ से चली गई, मेरा तो लंड उसकी बात सुन कर खड़ा हो चुका था तभी संजू आया और मैने उससे कुछ बाते की और फिर घर आ गया,
शाम को मोम ने स्लीवलेस ब्लौज और गुलाबी साड़ी चूत के एक इंच उपर बाँधी थी और काफ़ी महक रही थी उनका गुदाज पेट देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया
सुजाता : चल रवि मुझे मंदिर ले चल
रवि : ओके मोम चलिए, मैने बाइक स्टार्ट की और मोम अपने विशाल चुतडो को रख कर बैठ गई
रवि : मोम आज तो और भी मस्त खुश्बू आ रही है आपके पास से
सुजाता : मुस्कुरा कर, तू दिन भर अपनी मोम की खुश्बू ही लेता रहता है क्या,
रवि : क्या करू मोम आपकी खुश्बू ही इतनी अच्छी है, दिल कर रहा है कि अभी तुम्हारी खुश्बू को अच्छे से सूंघ कर देखु
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए, चलती बाइक पर मत खुश्बू सूंघना घर चल के सूंघ लेना बेटा रोड पर ध्यान दे
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