RE: Antarvasna Sex kahani जीवन एक संघर्ष है
संध्या जैसे ही सूरज को कमरे के अंदर लेकर जाती है, सूरज को कस कर गले लगा लेती है और होंठ से होंठ जोड़ कर चूसने लगती है, सूरज भी संध्या को अपने सीने से लगा कर जकड़ लेता है । किस्स करते करते संध्या सूरज को बेड पर धक्का देकर लेटा देती है, संध्या जंगली औरत की भाँती सूरज के ऊपर कूद कर पुन उसके होंठो को चुस्ती है, सूरज का लंड झटके मारने लगता है। सूरज संध्या की मेक्सी को उतार देता है,संध्या ने अंदर ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी। सूरज भी अपना लोअर और टीशर्ट उतार कर नंगा हो जाता है।
संध्या-" सूर्या मेरी चूत को चाट,बहुत तंग किया है इस चूत ने मुझे" संध्या यह कह कर सूरज के मुह पर अपनी चूत और भारी भरकम गांड रख देती है, सूरज चूत के अंदर अपनी जीव्ह डालकर चौदने लगता है ।
संध्या-"आह्ह्ह्होह्ह्हफ़्फ़्फ़्फ़् सूर्या तेरी जीव्ह भी तेरे लंड की तरह लंबी है, ऐसा लग रहा है जैसे में मेरी चूत में लंड घुसा हो" संध्या सिसकियाँ लेती हुई बोली। दस मिनट तक चूत चाटने के बाद सूरज संध्या को घोड़ी बना कर चूत में लंड डालकर चौदने लगता है ।
संध्या-"आह्ह्हफ़्फ़्फ़् मेरे लाल चौद अपनी माँ को,तेरी माँ बहुत प्यासी है, आज मेरी चूत की अग्नि को शांत कर दे अपने पानी से" सूरज तेज तेज धक्के मारने लगता है।
सूरज-" ओह्ह्ह्ह माँ तुम्हारी चूत बाकई में बहुत गर्म है,ऐसा लग रहा है चूत में भट्टी जल रही हो" सूरज गांड पर तमाचे मारता है तो कभी बूब्स को मसलता है।
संध्या सूरज को नीचे लेटा कर खुद लंड पर बैठ कर कूदने लगती है, संध्या के बड़े बड़े बूब्स उछालने लगते हैं, सूरज संध्या के बूब्स के दोनों निप्पल को मसल कर मरोड़ता है। संध्या कामुक आवाज़ के साथ झड़ जाती है ।सूरज संध्या को नीचे लेटा कर चौदने लगता है। थोड़ी देर बाद सूरज भी चूत में ही झड़ जाता है । सूरज काफी देर तक संध्या के ऊपर ही पड़ा रहता है, तभी उसे तान्या की याद आती है की कहीं दीदी जग न जाए इसलिए जल्दी से अपने कपडे पहन कर संध्या को किस्स करके सीधे तान्या के रूम में जाता है। तान्या लोअर और टीशर्ट पहने सो रही थी, सूरज तान्या के पास जाकर तान्या को किस्स करता है तभी उसे याद आता है की तान्या की चूत में जैल क्रीम लगानी है, सूरज तान्या के पर्स में से क्रीम निकाल कर तान्या की टांगो की तफ बैठ जाता है । लोअर और पेंटी को निकालकर दोनों टांगो को बिपरीत दिशा में फैलाकर चूत के मुख पर क्रीम लगाने लगता है, तान्या की चूत में सूजन ठीक हो चुकी थी,लेकिन हलके जख्म अब भी थे, सूरज जेल क्रीम को ऊँगली में लेकर तान्या की चूत में लगाने लगता है, चूत में ऊँगली के घर्षण से तान्या कामुक हो जाती है और सिसकियाँ भरते ही आँख खुल जाती है।
तान्या-" ओह्ह सूर्या तू दवाई लगा रहा है या चूत में ऊँगली कर रहा है"
सूरज-"दीदी में तो दवाई ही लगा रहा हूँ लेकिन ये देखो आपकी चूत तो बहने लगी, आपकी चूत तो रस छोड़ रही है" तान्या को मजा आने लगता है, सूरज चूत के लाल दाने को कुरेदने लगता है।
तान्या-"ओह्ह्हउफ़ सूर्या मजा आ रहा है, तेरी ऊँगली में जादू है, ऐसे ही ऊँगली कर दे में झड़ जाउंगी"
सूरज-"दीदी आप कहे तो लंड डालकर आपकी चूत की आग बुझा दू"
तान्या-"नहीं सूरज आज नहीं कल चौद लेना, कल तक में ठीक हो जाउंगी" सुरज तेजी से ऊँगली अंदर बहार करने लगता है और तान्या का जिस्म अकड़ने लगता है और एक तेज पिचकारी के साथ पानी छोड़ने लगती है, सूरज चूत का सारा पानी मुह लगा कर पी जाता है । चूत में जीव्ह डालकर साफ़ करके तान्या के पास ही सो जाता है ।
सुबह 8 बजे तान्या और सूरज जागते हैं।
तान्या-"गुड़ मॉर्निंग मेरे प्यारे भाई" गले लगा कर किस करती है सूरज भी गले लगा कर किस्स करता है और गुड़ मॉर्निंग बोलता है। दोनों लोग कंपनी जाने के लिए फ्रेस और तैयार होकर नीचे जाते हैं,
संध्या-" जाग गए मेरे दोनों अनमोल रत्न" सूरज और तान्या संध्या को गले लगा कर किस्स करते हैं और गुड़ मॉर्निंग बोलते हैं।
संध्या दोनो बच्चों को नास्ता देती है ।
सूरज-"दीदी आप कंपनी अकली जाओ आज,मुझे कुछ काम है" तान्या समझ जाती है की सूरज अपनी सगी माँ बहनो से मिलने तान्या-"ठीक है मेरे भाई, तू जहाँ जा रहा है वहां में भी आउंगी,कंपनी का काम निपटा कर" तान्या कंपनी चली जाती है। सूरज भी अपना बेग लेकर फ़ार्म हाउस निकल जाता है ।
फ़ार्म हाउस पहुँचते ही तनु दौड़ती हुई सूरज को गले लगा लेती है, ऐसा लग रहा था जैसे दो प्रेमी वर्षो बाद मिल रहे हो ।
तनु-" क्यूँ रे सूरज तुझे मेरी बिलकुल याद नहीं आती, तू तो अब बिलकुल मेरा ख्याल नहीं रखता"
सूरज-"दीदी अब में आ गया हूँ,अब आपका ही ख्याल रखूँगा" यह कह कर सूरज तनु को कस कर गले लगा लेता है और होंठो पर किस्स करता है । तनु सूरज को घर के अंदर लेकर जाती है तभी पूनम सूरज को देख कर उसे गले लगा लेती है।
रेखा किचेन में खाना बना रही थी, सूरज दौड़ कर माँ को गले लगा लेता है ।
रेखा-"मेरा बच्चा मुझे तो भूल ही गया, तुझे मेरी याद नहीं आती" रेखा सूरज से गुस्सा होते हुए बोली।
सूरज-"अरे माँ कंपनी के काम से फुरसत नहीं मिल पाती है, अब बस कुछ ही दिन की परेसानी है, फिर देखना माँ में इस घर को खुशियों से भर दूंगा" सूरज का इशारा पापा की तरफ था ।
रेखा-" तू आ गया ये ही मेरे लिए सबसे बड़ी ख़ुशी है"
सूरज-" माँ एक और ख़ुशी है जिसे में वक़्त आने पर बताऊंगा आपको, आप सुनकर खुश हो जाओगी" रेखा को लगा शायद सूरज ने अपने लिए कोई लड़की देख ली है,
रेखा-" क्या कोई लड़की देख रखी है तूने?"
पूनम और तनु भी थोड़ी हैरान होती है।
सूरज-"अरे नहीं माँ लड़की बडकी मेरे बस की बात कहाँ है,आप बस कुछ दिन रुको, तब बताऊंगा" रेखा हँसाने लगती है यह सुनकर ।तनु और पूनम भी काफी उत्सुकता से जानना चाहती थी की कौनसी खुशियाँ लाएगा सूरज ।
रेखा-" पूनम बेटा खाना बनबाने में मेरी मदद कर दे, सूरज भूका होगा"
पूनम-"ठीक है माँ"
तनु-"सूरज तू मेरे साथ आ तुझसे बहुत सारी बातें करनी है आज" तनु सूरज को पकड़ कर फ़ार्म हॉउस में बनी झाड़ियों में ले जाती है और एकांत में जाकर सूरज को गले लगा कर चूमने लगती है। सूरज भी तनु को चूमने चाटने लगता है । दस मीनट बाद सूरज तनु के बूब्स और गांड मसलने लगता है । तनु घाघरा चोली पहने थी, सूरज घाघरा उठा कर तनु की चूत चाटने लगता है, तनु पेंटी नहीं पहनी थी। सूरज तनु को हरी घास में लेटा कर चूत में लंड घुसेड़ देता है। और तेज तेज धक्के मारने लगता है ।तनु बहुत दूँ की प्यासी थी इसलिए आज मन भर कर चुदना चाहती थी ।
इधर पूनम घर की साफ़ सफाई करती है तभी उसे सूरज का बेग दिखाई देता है ।
पूनम समझ जाती है सूरज उसके लिए अमेरिका से कपडे लेकर आया होगा, पूनम जल्दी से बेग को अपने कमरे में ले जाकर खोलती है । पूनम बेग में से कपडे निकलती है जिसमे नई फेशनेवाल ड्रेस थी जो ऊपर और नीचे से शार्ट थी । पूनम अपने साइज़ की दो स्कर्ट टीशर्ट और जीन्स निकाल कर देखती है। बहुत ही मोर्डन ड्रेस को देख कर पूनम खुश हो जाती है। पूनम तनु की ड्रेस देखने लगती है जो उसी के साइज़ की थी। पूनम के बूब्स और गांड तनु से बड़ी थी जिससे पूनम ने अंदाज़ा लगा लिया था और पूनम काफी लंबी भी थी।तनु की ड्रेस भी ठीक थी । लेकिन पूनम की स्कर्ट और टीशर्ट बहुत छोटी थी जिसे पहनना पूनम के लिए सोचनीय था चूँकि आज तक उसने सलवार सूट और जीन्स कुरता ही पहना था। पूनम बेग में हाँथ डालकर एक पोलिबेग निकाळती है जिसमे दो जोड़ी ब्रा और पेंटी थी, पूनम ब्रा और पेंटी देख कर हैरान रह जाती है की सूरज यह फेसनेवल जालीदार ब्रा और पेंटी मेरे लिए लाया है । पुनम पेंटी देखती है जो बहुत छोटी थी चूत बाली जगह जाली थी और गांड बाले हिस्से में एक लेस थी जो गांड में समां जाती हो । पूनम ऐसी पेंटी देख कर शर्मा जाती है की सूरज यह मेरे लिए क्यूँ लाया है । पूनम काफी देर तक सोचने लगती है । पूनम ब्रा और पेंटी वापिस बेग में रखने लगती है तभी बेग में उसे कुछ कठोर सा डंडा स्पर्श होता है । पूनम हाँथ डालकर निकालती है तो हैरान रह जाती है, पूनम के हाँथ में रबड़ का लंड था,(सूरज संध्या के लिए लाया था जिसे देना भूल गया और बेग में ही रह गया) पूनम उसे देख कर हैरान थी, पूनम ने इंटरनेट पर सहेली के साथ एक दो बार पोर्न फिल्मे देखि थी उन फिल्मो में लड़कियां ऐसे ही नकली लंड से अपनी हवस को शांत करती हैं। पूनम की साँसे तेजी से चलने लगती हैं। पूनम डिडलो को हाँथ में लेकर मुठियाने लगती है । बहुत ही मोटा और लंबा लंड को देख कर पूनम की चूत पानी छोड़ने लगती है । सूरज कभी भी आ सकता था इसलिए डिडलो और सारे कपडे ज्यो के त्यों बेग में रख देती है और बेग जहां से उठाया था वहीँ रख देती है ताकि सूरज को शक न हो ।
इधर सूरज तनु की ताबड़ तोड़ चुदाई करने के बाद जल्दी से कपडे पहन कर आने लगता है । तनु तीन चार बार झड़ चुकी थी चुदाई के दौरान इस लिए तनु आज बहुत खुश थी । सूरज और तनु घर आकर फ्रेस होकर डायनिंग टेवल पर बैठ जाते हैं । पूनम गुमसुम थी उसके दिमाग में अभी तक ब्रा पेंटी और डिडलो ही घूम रहा था । कई सवालो ने उसे घेर लिया था आखिर सूरज यह किसके लिए लाया है ।
पूनम-' मन में! सूरज ऐसी जालीदार पेंटी और ब्रा किसके लिये लाया है,और वो डिडलो, कहीं ऐसा तो नहीं है यह सामान तान्या लेकर आई हो, उसी ने सूरज के बेग में रख दिया हो, मेरा भाई बहुत सीधा है । उसका तो अभी कहीं किसी के साथ अफेयर भी नहीं है।और कोई भाई अपनी बहन के लिए ला नहीं सकता, जरूर ये तान्या ने ही धोके से रख दिए होंगे""""
पूनम यह सोच ही रही थी तभी फ़ार्म हॉउस पर तान्या की गाडी आकर रुकी। तान्या जैसे ही अंदर आती है सूरज खुश हो जाता है, पूनम समझ जाती है ये तान्या है ।
सूरज तान्या का सबसे परिचय करवाता है।
सूरज-" ये मेरी सबसे बड़ी बहन पूनम हैं" तान्या पूनम को गले लगा लेती है ।तभी तनु बोलती है।
तनु-"और में सूरज की दूसरी बहन तनु" तान्या खुश होकर तनु को हग कर लेती है। तभी रेखा आ जाती है।
सूरज-"मेरी प्यारी माँ हैं" तान्या रेखा को गले लगाती है, रेखा भी तान्या के सर पर किस्स करती है फिर सूरज तान्या का परिचय देता है और वास्तविक सच्चाई छुपा लेता है ।
सूरज-"यह मेरी तान्या दीदी हैं,इन्ही की कंपनी में मैं नोकरी करता हूँ," पुनम समझ जाती है की सूरज कुछ छुपा रहा है क्योंकि सूरज तान्या की नज़र में उसका भाई सूर्या है । रेखा और तनु तो बहुत खुश थी तान्या से मिल कर सब लोग साथ में खाना खाते हैं। सब लोग आपस में बातें करते है । तान्या पूनम और तनु के साथ काफी घुल मिल जाती है । शाम के 7 बज जाते हैं।
तान्या-" सूरज चलो अब घर चलते हैं"
सूरज-"दीदी आज बहुत दिनों बाद आया हूँ आप अकेली चली जाओ,में सुबह आ जाऊँगा" तान्या सबको हग करके चली जाती है । इधर पूनम अभी भी अपनी सोच में डूबी थी। सूरज अपने कमरे में बेग लेकर जाता है तनु और पूनम के कपडे निकाल देता है। तनु अपने कपडे देख कर बहुत खुश होती है। पूनम भी खुश थी लेकिन अभी भी ब्रा और पेंटी डिडलो के बारें में सोच रही थी। रात के 9 बजे पूनम सूरज के कमरे में जाती है ।
रात के 9 बजे फ़ार्म हाउस पर सभी लोग जल्दी सो जातें हैं। तनु आज तीन चार बार चुदाई करवाने के कारण जल्दी सो जाती है। पूनम को नींद नहीं आ रही थी,चुकीं उसके मन में कई सवाल चल रहे थे। पूनम अकेली अपने कमरे में सोती है और तनु अलग कमरे में।
सबके पास अपना अलग कमरा है ।पूनम और सूरज का कमरा बराबर में ही था,जब कभी सूरज आता तो अपने कमरे में ही सोता था । पूनम सूरज के रूम में जाती है, सूरज मोबाइल पर तान्या से बात कर रहा था। जैसे ही पूनम अंदर आती है सूरज खड़ा हो जाता है और फोन काट देता है ।
सूरज-"अरे दीदी आप अभी तक सोई नहीं?"
पूनम-" मुझे नींद नहीं आ रही है सूरज तो सोचा तुझसे ही बात कर लू" पूनम मेक्सी पहनी हुई थी।
सूरज-" ओह्ह ठीक किया दीदी आओ बैठो" सूरज पूनम को बेड पर बैठाता है ।
पूनम-" सूरज मुझे तुझसे कुछ बात करनी थी!"
सूरज-" हाँ दीदी बोलो"
पूनम-" तान्या को तूने बता दिया क्या की तू सूर्या नहीं सूरज है?"
सूरज-" हाँ दीदी बता दिया,लेकिन अब वो हमारी सगी बहन ही है"
पूनम-"मतलब सगी बहन, में समझी नहीं" सूरज अमेरिका वाला पूरा वाक्या बता देता है की अमेरिका में हमारे पापा मिले। तान्या और हमारा वाप एक ही है, पापा ने दो शादी की । सूरज सब समझाता है,पूनम यह सुनकर हैरान रह जाती है।
पूनम-"मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है की पापा जिन्दा है, मुझे उनका फोटो दिखा सूरज" सूरज मोबाइल पर फोटो दिखाता है।
सूरज-" दीदी अब सबकुछ ठीक हो जाएगा, कुछ ही दिन में पापा आएंगे घर पर लेकिन तुम यह बात माँ और तनु दीदी को मत बताना"
पूनम-"ठीक है मेरे भाई मुझे तूझपर नाज़ है तुने हमारी सबकी ज़िन्दगी ही बदल दी"
सूरज-" दीदी मुझे तुम्हारा साथ चाहिए, पापा और माँ को मिलवाने में,संध्या माँ को में संभाल लूँगा"
पूनम-"में हमेसा तेरे साथ हूँ मेरे भाई"
सूरज-" सब कुछ ठीक होते ही में आपके लिए अच्छा सा लड़का देख कर शादी कर दूंगा" पूनम पहले शर्मा जाती है फिर बोलती है।
पूनम-" तुझे मेरी शादी की बड़ी फ़िक्र है, में तुझे और घर को छोड़ कर कहीं नहीं जाउंगी"
सूरज-"दीदी शादी भी तो बहुत जरुरी है, इसलिए ही तो फ़िक्र है, आप कहीं मत जाना लड़का घर जमाई ढूंढ लेंगे" सूरज हँसते हुए बोला।
पूनम-"लड़का घर जमाई होगा तब तो ठीक है, लेकिन शादी अभी तीन चार साल तक नहीं करनी है"
सूरज-" ओह्ह दीदी तीन चार साल में क्या कर लोगी आप, आपके बाद तनु दीदी की भी तो शादी करनी है और तान्या दीदी की, अभी से नम्बर लगाउँगा तो चार पांच साल इन शादियों के झमेले में ही निकल जाएगी"
पूनम-' सबकी शादी करने के बाद तू अपनी शादी करने के फ़िराक में होगा, तू ही कर ले अपनी, कोई लड़की देख ली है क्या तूने?"
सूरज-"अरे दीदी मुझसे भला कौन शादी करेगा, मुझे शादी की जरुरत नहीं है अभी"
पूनम-" तू झूठ बोल रहा है सच बता कोई गर्ल फ्रेंड है क्या तेरी, अगर हो तो बता में माँ से बात में कर लुंगी शादी की"
सूरज-"नहीं दीदी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है, में आपकी शादी की बात कर रहा हूँ और आप मेरे ही पीछे पड़ गई, गाँव में आपके साथ की सभी लड़कियों की शादी हो चुकी है और सब पर तीन चार बच्चे भी हैं" पूनम यह सुनकर शर्मा जाती है ।
पूनम-" ओह्ह्ह सूरज तू भी पागल है, मतलब अगर में भी उस समय शादी कर लेती तो तीन चार बच्चे मुझपर भी होते"
सूरज-"हाँ दीदी चार पांच तो हो जाते अभी तक" पूनम शर्म से मरी जा रही थी,पहली बार सूरज से इतनी बातचित कर रही थी।
पूनम-"ओह्ह अभी तो तीन चार बच्चे कह रहा था अब ये पांच बच्चे कहाँ से आ गए?"
सूरज-" अब तक पांचवां भी हो जाता" सूरज भी शर्मा कर बोला।पूनम भी अंदर ही अंदर बहुत शरमा रही थी ।
पूनम-" ओह्ह्ह पांच बच्चे, मेरे बस की बात नहीं, बच्चों की लाइन तो तू ही लगाना अपनी शादी के बाद, में तो एक या दो बच्चे बस"
सूरज-" मेरी शादी तो पता नहीं कब होगी दीदी, लेकिन अभी आपकी शादी हो जाए तो आप लाइन लगा सकती हो"
पूनम-"उफ्फ्फ तू न पागल है, तुझे मेरी शादी की फ़िक्र है या मेरे बच्चों की लाइन लगवानी है"
सूरज-" दीदी मुझे मामा बनना है, आपके बच्चे घर में खेलेंगे तो सबका मन लगा रहेगा, माँ का भी अकेलापन दूर हो जाएगा"
पूनम-" ज्यादा सपने मत देख,में अभी शादी नहीं करुँगी और शादी के चार पांच साल तक बच्चा नहीं"
सूरज-"मतलब दीदी आपने अपनी फेमिली प्लानिंग कर ली है, और शादी के चार पांच साल तक बच्चे नहीं करोगी,फिर क्या करोगी"
पूनम-" ऐश करुँगी, दुनिया की सैर करुँगी"
सूरज-" ओह्ह्ह वाव्व्व् दीदी,लेकिन आपके पति नहीं माने तो और बच्चा कर लिया तो"
पूनम-"में करने ही नहीं दूंगी"
सूरज-"मतलब समझा नहीं में"
पूनम-"तू अभी नहीं समझेगा पगले" हँसते हुए बोली । तभी पूनम को डिडलो और पेंटी ब्रा की याद आती है जो सूरज के बेग में थी।
पूनम-"सूरज एक बात पुछु तुझसे?"
सूरज-"हाँ बोलो दीदी"
पूनम-" कुछ देर सोचती है फिर मना कर देती है-" कुछ नहीं बस ऐसे ही"
सूरज-"अरे दीदी बोलो न"
पूनम-" बात को घुमा देती है-" वो तू कपडे बहुत अच्छे लाया है लेकिन स्कर्ट और टॉप बहुत शार्ट है, सबके सामने कैसे पहनूँगी उसे"
सूरज-"दीदी मैंने तो पहले ही आपसे बोला था की अमेरिका में लड़कियां शार्ट कपडे पहनती है, आपके बाले तो फिर भी ठीक है बरना वहां तो इससे भी छोटे कपडे पहनती हैं"
पूनम-" हाँ पता है मुझे" सूरज चोंक जाता है।
सूरज-"आपको कैसे पता दीदी, आपने कहाँ देखे" अब पूनम चोंकती हैं चुकी उसने अमेरिकन पोर्न मूवी देखी हैं इंटरनेट पर कई बार ।
पूनम-" सॉरी देखा नहीं है सुना है सहेलियों से" पूनम फिर से बात घुमा देती है।
सूरज-"मतलब आपकी सहेलियों ने देखें हैं, दीदी आपकी सहेलियां तो बहुत एक्सपर्ट हैं"
पूनम-"हाँ लेकिन तू इतना क्यूँ चोंक रहा है तू तो अमेरिका घूम कर आया है तुने कैसे कपड़ो में लड़कियों को देखा, फोटो खेंच कर लाया है दिखा मुझे भी"
सूरज-" दीदी बहुत गन्दा देश है, आप मत देखो फोटो"
पूनम-"क्यूँ कैसे फोटो हैं, अच्छा दिखा मत मुझे व्हाट्सअप पर सेंड कर दे, अब में अपने कमरे में जा रही हूँ"
पूनम अपने कमरे में जाकर लेट जाती है और व्हाट्सअप चलाने लगती है ।
पूनम बेड पर लेटते ही मोबाइल उठाकर सूरज को व्हाट्सअप पर मेसेज भेजती है।
पूनम-" तूने फोटो नहीं भेजी अभी तक?"
सूरज-" ओके दीदी wait,अभी भेज रहा हूँ" सूरज नैला और सैला तान्या के साथ बाला फोटो भेजता है।
पूनम नैला और सैला को पेंटी ब्रा में देखती है तो हैरान रह जाती है ।
पूनम-" ओह्ह्ह यह अंग्रेजिन कौन है"
सूरज-" दोनों माँ बेटी हैं,हमें बीच पर मिले थे, देखा दीदी अमेरिका में लड़कियां कैसे कपडे पहनती हैं"
पूनम-" मतलब तू और तान्या बीच पर भी गए थे, क्या तान्या ने भी ऐसे ही कपडे पहन कर नहाईं थी"
सूरज-"नहीं दीदी! तान्या दीदी शर्म की बजह से नहीं नहाईं"
पूनम-"ओहके! जगह तो बहुत सुन्दर है"
सूरज-" दीदी आप चलोगी अमेरिका घूमने, बीच पर घुमा कर लाऊंगा आपको"
पूनम-" सच! तू लेकर जाएगा मुझे"
सूरज-"हाँ दीदी जब भी मन हो तो बता देना'
पूनम-" आज तक तूने मुझे इस शहर में तो घुमाया नहीं, अमेरिका क्या घुमाएगा, तू बस मेरा मन बहलाने के लिए बोल देता है"
सूरज-" ओह्ह दीदी सच बोल रहा हूँ, चलो कल आपको शहर घुमा ही देता हूँ, अब सो जाओ दीदी"
पूनम-" ठीक है सूरज, गुड़ नाईट"
पूनम फोन रख देती है और आज की दिन चर्या के बारे में सोचने लगती है, पूनम अभी भी सूरज के बेग में निकले नकली रबड़ के लंड के बारे में सोचती है और ब्रा पेंटी के बारे में, आखिर सूरज किसके लिए लाया है ये सब, पूनम सोचती है इतना बड़ा डिडलो कौन अपनी चूत में घुसेंड कर हस्तमैथुन कर सकती है, आज तक पूनम ने सिर्फ ऊँगली या केला चूत में डालकर अपनी कामाग्नि को शांत किया था, लेकिन आज मोटे लंबे डिडलो को देख कर उसकी चूत में सुरसुराहट शुरू हो चुकी थी । पूनम मेक्सी के अंदर हाँथ डालकर पेंटी के ऊपर से ही अपनी चूत सहलाने लगती है ।
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