RE: Antarvasna Sex kahani जीवन एक संघर्ष है
सूरज और तान्या एअरपोर्ट पर पहुँचते है, प्लेन का समय 10 बजे का था, सूरज और तान्या काफी लेट हो गए इसलिए भागते हुए काउंटर पर जाकर अपनी सीट कन्फर्म करके तुरंत अमेरिका जाने बाले प्लेन में बैठ जाते हैं।
तान्या-"थैंक गॉड! अगर थोड़े से और लेट हो गए होते तो हम नहीं जा पाते" तान्या गहरी सांस लेती है,तभी एयर होस्टेज आ कर सीट बेल्ट आकर बाँधती है और एक अलाउंस के साथ प्लेन आसमान की ओर रवाना हो जाता है,सूर्या बहुत ही अचिम्भित व उत्सुकता से प्लेन को उड़ता हुआ देख रहा था,अमेरिका जाने का सपना हर व्यक्ति का होता है आज वाही सपना सूर्या का पूरा होने जा रहा था, तान्या भी पहली बार आज अमेरिका की यात्रा कर रही थी, आज से पहले अमेरिका के बारे में कहानी और किस्सों की तरह सुना ही था।तान्या और सूरज अपनी धुन में मस्त थे सूरज प्लेन में बैठे लोगों को देख रहा था तो कभी एयर होस्टेज वाली लड़की को देख रहा था,जो यात्रियों को जूस और नास्ता दे रही थी, तान्या सूरज की ओर देखती है और कहती है।
तान्या-" ओये सूर्या इधर उधर क्या देख रहा है, सीधे बैठ न, तुझे देख कर लोग देहाती समझेंगे"
सूर्या-" दीदी ये एयर होस्टेज वाली लड़की को पैसे देने पड़ेंगे क्या,अगर कुछ खाने के लिए मंगवाए तो?" तान्या हँसती है।
तान्या-"नहीं सब कुछ फ्री में है,अगर तुझे कुछ चाहिए तो बोल सकता है"
सूरज-"दीदी अगर टॉयलेट आई तो लोग कैसे करते होंगे प्लेन में? इस बार फिर से सूर्या की मासूमियत बाले सवालो पर हँसती है।
तान्या-"टॉयलेट भी होती है प्लेन में,तुझे जाना है क्या"
सूरज-"नहीं दीदी बस पूछ रहा था" काफी देर तक दोनों भाई बहन आपस में बात करते रहे, थोड़ी देर बाद सूरज और तान्या सो जाते हैं,जब आँख खुलती है तो देखते हैं अमेरिका आ चूका था,सूरज और तान्या प्लेन से निकल कर बहार आते हैं, कंपनीज एसोसिएसन की तरफ से एक अमेरिकन लेडी उन्हें रिसीव करने आती है, तान्या उस लेडी को अपना परिचय देती है और सूरज भी, लेडीज भी अपना नाम हेलिना बताती है, सूरज तो उस 40 वर्षीया हेलिना की खूबसूरती देखने में व्यस्त था, उसके बूब्स उसकी टीशर्ट से आधे से ज्यादा बहार निकले हुए थे, आज से पहले सूरज ने ऐसी महिलाओं को सिर्फ पोर्न फिल्मो में ही देखा था, सूरज की हार्दिक इच्छा थी की एक दिन अंग्रेजिन् महिला को जरूर चोदूंगा, और लगभग यह सोच प्रत्येक भारतीय पुरुष की होती है की अंग्रेजिन महिला के साथ सेक्स करने की, हेलिना की कामुक गोलाकार नितम्ब और फुटबॉल जैसे बूब्स को देख कर सूरज उसके जिस्म का एक्सरा कर चूका था, अपने मन की कल्पनाओं में तीन चार पोजीसन में चौद चूका था, तान्या सूर्या को आवाज़ देती है, तब सूरज अपने असली बर्तमान में आता है,और तीनो लोग एक लग्जरी गाडी में बैठकर एक आलीसान होटल में आते हैं, सूरज अमेरिका की चकाचोंध और वहां के महिला पुरुष के कपड़ो पर अपना फोकस किए हुए था, प्रत्येक महिला के कपडे उसके जिस्म के आकर से छोटे थे, जिसमे उनके आधे बूब्स पेट और टाँगे नंगी ही होती हैं ।
हेलिना एक शानदार होटल में जाती है और एक रुम को खोलती है जो बड़ा ही सुन्दर था और जरुरत का हर सामान था, तान्या रूम को देख कर खुश हो जाती है।
हेलिना सूरज और तान्या को होटल में खाना खिलबाती है। खाना खाने के बाद हेलिना अपना मोबाइल नम्बर देती है और कहती है।
हेलिना-" मिस्स तान्या अब आप अपने रूम में आराम कीजिए,कोई भी परेसानी हो तो मुझे कॉल कीजिए, में आपके बराबर बाले रूम में ही हूँ, सुबह 10 बजे मीटिंग में चलना है आपको" यह कह कर हेलिना तान्या को गले लगा कर किस्स करती है फिर सूरज को जैसे ही गले लगाती है सूरज भी कस कर गले लगाता है जिससे हेलिना के बड़े बूब्स दब जाते है और सूरज का खड़ा लंड उसकी चूत पर दबाब बन जाता है, हेलिना समझ जाती है सूरज का लंड खड़ा है,हेलिना मुस्करा जाती है और एक किस्स करके अपने रुम में चली जाती है, इधर तान्या और सूरज रुम में आकर बेड पर लेट जाते हैं, 19 घंटे का सफ़र करके थक चुके थे, तान्या फ्रेस होने के लिए और कपडे बदलने के लिए उठती है तभी उसे याद आता है की वो बेग लाना तो भूल ही गई जिसमे उसके कपडे थे।
तान्या-"ओह्ह सुर्या कपड़ो का बेग तो गाड़ी में ही रह गया,प्लेन पकड़ने के चक्कर में मेरा और तेरा बेग तो गाडी में रह गया, अब क्या पहनेंगे, मुझे तो नहाना है अभी और रात में ये जीन्स पहनकर में कैसे सोऊँगी" तान्या परेसान हो जाती है,इधर सूरज को भी झटका लगता है चूँकि उसका बेग भी गाड़ी में रह गया,और उसके पास भी पहनने के लिए कोई वस्त्र नहीं थे,इधर तान्या रात में नायटी या लोअर टीशर्ट पहन कर ही सोती है,और उसकी ब्रा पेंटी सब बेग में रह गई,
सूरज-"अब क्या करेंगे दीदी,कल मीटिंग ख़त्म होने के बाद हम लोग शॉपिंग कर लेंगे,अभी तो आप कैसे भी अपना काम चलाओ" तान्या मूड पर हाँथ रख कर सोचती है की अभी क्या पहन कर सोऊँगी, और कल मीटिंग में यही कपडे पहनने पड़ेंगे,यदि रात में इन कपड़ो को पहन कर सोई तो कपडे ख़राब हो जाएंगे ।
सूरज के दिमाग में एक आयडिया आता है।
सूरज-" दीदी क्यूँ न हेलिना से मदद मांगी जाए, आप उसके कपडे पहन लेना?" तान्या सोचती है की ये सूर्या भी पागल है अब इसे कैसे समझाऊं की हेलिना के जिस्म में और मेरे जिस्म में थोडा सा अंतर है,उसके कपडे मेरे कैसे आ सकते हैं,
तान्या-" तू भी पागल है सूर्या हेलिना आंटी के कपडे मेरे नहीं आएँगे,और उनके कपडे तूने देखे हैं न, कितने शार्ट हैं में कैसे पहनुगी उनके कपडे"
सूरज-'हाँ यह बात तो ठीक है दीदी लेकिन आज रात में पहनने के लिए कोई नायटी या लोअर तो मिल सकता है उनके पास" तान्या इस बात से सहमत हो जाती है,
तान्या-" हाँ सूर्या हेलिना आंटी के पास रात में पहनने के लिए नायटी जरूर मिल सकती है,जा तू लेकर आ,जब तक में फ्रेस होती हूँ" सूरज उठकर तुरंत हेलिना के दरवाजे पर दस्तक देता है,लेकिन दरबाजा नहीं खुलता है सूरज थोडा सा धक्का देता है तुरंत दरवाजा खुल जाता है, लेकिन हेलिना कहीं दिखाई नहीं देती है, तभी बाथरूम से पानी की आवाज़ सुनाई देती है,सूरज समझ जाता है की हेलिना नहा रही है, सुरज कमरे में पड़े सोफे पर बैठ कर इंतज़ार करने लगता है, सूरज का तो मन कर रहा था की बॉथरूम में जाकर हेलिना के करिश्माई जिस्म को देखे लेकिन अजनबी देश और पराई संस्कृति के डर के कारण सोफे पर इंतज़ार करना ही उचित समझता है, इधर हेलिना बाथरूम में नहाने के पश्चात नंगी ही बाथरूम से निकलती है, जैसे ही हेलिना नंगी निकलती है सूरज की नज़र उसके गोरे सफ़ेद जिस्म और फुटबॉल की आकर के बूब्स जो एक दम तने हुए थे और उनके लाल निप्पल खड़े हुए थे, बूब्स के बाद सूरज की नज़र चिकनी चूत पर पड़ती है और उसके गोलाकार गांड पर पड़ती है जो बहार की ओर निकली हुई थी,हेलिना के जिस्म पर पानी की बुंदे और भीगे बाल चार चाँद लगा रहे थे, हेलिना की नज़र जैसे ही सूरज पर पड़ती है तुरंत अपनी चूत हाँथ से छुपा लेती है और बाथरूम में जाकर टॉवल बाँध लेती है, तोबल भी उसके जिस्म को छुपा नहीं प् रहा था, हेलिना के आधे बूब्स और जांघे साफ़ चमक रही थी, हेलिना बाथरूम से निकल कर सूर्या के पास आती है,सूरज के दिल की धड़कन तो अभी भी तेज चल रही तो,उसका लंड पेंट में तम्बू बना हुआ था ।सूरज हेलिना के आते ही माफ़ी मांगता है ।( अमेरिका में सब लोग अंग्रेजी में ही बार्तालाप करेंगे,लेकिन में हिंदी में ही लिखूंगा)
सूरज-" माफ़ कीजिए हेलिना जी,मुझे नहीं पता था की आप बिना कपड़ो के ही होगी" हेलिना की नज़र सूरज के खड़े लंड पर जाती है जो पेंट में तम्बू बना हुआ था, हेलिना समझ जाती है की सूरज का लंड मेरे नंगे जिस्म को देख कर खड़ा हो गया है, उसके चेहरे पर एक कामुक मुस्कान तैर जाती है, सूरज के मोटे और लंबे लंड की कल्पना करते ही उसकी चूत में खुजली मचने लगती है और सूरज से चुदवाने का मन बना लेती है,
हेलिना-'सर कोई बात नहीं, कोई काम था आपको मुझसे, मेरे लिए कोई सेवा हो तो बोलिए" सूरज सब बता देता है की उसका बेग गाडी में ही रह गया, अब पहनने के लिए कपडे नहीं है,
सूरज-" हेलिना जी यदि आपके पास कोई नायटी या कपडे हो तो तान्या के लिए दे दीजिए"
हेलिना-" सूर्या जी आप फ़िक्र मत कीजिए मेरे पास जो भी कपडे आपको पसंद है ले लीजिए" हेलिना अपने कपड़ो की ड्रॉल(अलमारी) खोलती है और उनमे से कई सेक्सी पारदर्शी व् हाफ नायटी निकालती है सूरज ने इतनी सेक्सी और हॉट नायटी सिर्फ पोर्न फिल्मो में ही देखि थी, हेलिना तीन चार जोड़ी नायटी निकालती है जो छोटी थी और पारदर्शी भी थी, बिना ब्रा और पेंटी के पूरा जिस्म देख सकते हैं इस प्रकार नायटी थी ।
सूरज-"हेलिना जी कोई ऐसी नायटी नहीं है जिसमे जिस्म दिखाई न दे,और थोड़ी बड़ी भी हो,इसमें तो पूरा जिस्म दिखाई देगा" हेलिना यह सुनकर हँसती है चूँकि अमेरिका में इसी प्रकार के कपडे पहने जाते हैं ।
हेलिना-" नायटी के अंदर ब्रा पेंटी पहन कर इस्तेमाल कर सकती है तान्या जी,अगर ब्रा पेंटी चाहिए तो मेरी ले जा सकते हो" हेलिना अपनी स्टाइलिस ब्रा और पेंटी दिखाते हुए बोली।
सूरज-"आपके कपडे तान्या जी को नहीं आएँगे,छोटा साइज़ हो तो दे दीजिए" सूरज का इशारा ब्रा की तरफ था ।
हेलिना-" तान्या जी का साइज़ छोटा है मुझसे, मेरा साइज़ 42 है,मेरी ब्रा उनके आएगी नहीं" जैसे ही हेलिना यह बात बोलती है सूरज की नज़र तोबल में आधे ढके 42 साइज़ के बूब्स पर जाती है।
सूरज-" हाँ आपका साइज़ बहुत बढ़ा है"
हेलिना यह सुन कर मुस्करा जाती है, हेलिना के दिमाग में सूरज को उकसाने का ख्याल आता है तभी हेलिना नीचे झुक कर ड्रॉल खोलती है और उसमे कुछ कपडे निकलने लगती है,नीचे झुकने के कारण तोबल ऊपर खिसक जाती है हेलिना की गांड और चूत की किनारी और चूत का लाल दाना साफ़ दिखाई देने लगता है,सूरज का लंड झटके मारने लगता है और उसका मन करता है की गांड और चूत को अच्छी तरह से चाट ले, सूरज पास जाकर गांड और चूत को देखने लगता है,हेलिना घोड़ी की तरह खड़ी थी,कभी कभी जानबूझकर गांड को और ज्यादा झुकाती,सूरज पर रहा नहीं जाता है और अपना लंड मसलने लगता है। हेलिना यह भांप जाती है की उसका जादू चल चूका है, हेलिना खड़ी होती है तो जानबुझ कर अपना तोबल खोल देती है, सूरज जैसे ही हेलिना के जिस्म और चूत को देखता है तो लंड मसलने लगता है। हेलिना बेशर्मी की हद पार करने पर मजबूर हो जाती है।सूर्या के लंड को ऊपर से देख कर बोलती है
हेलिना-" सूर्या जी कोई परेसानी है क्या आपके लंड में? लाइए इसका इलाज मेरे पास है" हेलिना बेड पर लेजाकर सूरज की पेंट उतार कर लंड चूसने लगती है,मोटा और लंबा लंड देख कर बड़ी प्रसन्न होती है ।सूरज हेलिना के पांच किलो के एक बूब्स को दोनों हांथो से मसलता है,उनके निप्पल को काटता है दांतो से, हेलिना लंड की चुसाई बड़ी तेजी से कर रही थी, सूरज हेलिना की चूत में एक ऊँगली डालकर अंदर बहार मसलता है,हेलिना बडे जोश में आ जाती है और सूरज से चूत चटवाती है।
सूरज हेलिना की लाल गुलाबी चूत को जीव्ह से अच्छी तरह चाटता है। काफी देर दोनों लोग एक दूसरे के लिप्स को चूसते हैं फिर जिस्म को चाटते हैं। हेलिना सूर्या के ऊपर बैठ कर बड़ी तेजी से धक्के मारने लगती है उसके बड़े बूब्स उछालने लगते हैं। हेलिना सूर्या के मोटे लंड के घर्षण से चीखने लगती है। सूरज हेलिना को डौगी स्टायल में चोदने लगता है उसकी गांड में तमाचे मारता है।
हेलिना-"ohhjhhuffff fuck me, oh my god. Fuck hard, ohhh my son fuck me" इतना बोलते ही हेलिना बुरी तरह से झड़ जाती है,और सूरज जैसे झडने को होता है अपना लंड चूत से निकाल कर हेलिना के मुह में लंड डाल देता है और एक जोर दार पिचकारी के साथ झड़ जाता है । हेलिना सारा वीर्य चाट लेती है ।
सूरज को तान्या की याद आती है,काफी लेट हो चूका था,सूरज जल्दी से हेलिना की दो नायटी और एक पेंटी लेकर अपने रूम में पहुँचता है,तान्या नहा कर फ्रेस हो चुकी थी, अभी बाथरूम में बैठी इंतज़ार कर रही थी,
सूरज-"दीदी आप फ्रेस हो चुकी क्या, हेलिना जी ने दो नायटी भेजी हैं,आप ले लीजिए" पेंटी की नहीं बोलता है ।
तान्या-"ओह्ह्ह सूर्या तू भी इतनी देर लगाता है,में कब से तेरा इंतज़ार कर रही थी, ला जल्दी से मुझे नायटी पकड़ा दे"तान्या बॉथरूम का गेट खोलकर एक हाँथ निकलती है,सूरज नायटी के अंदर पेंटी रख कर पकड़ा देता है ।
सूरज तान्या को नायटी देने के लिए बाथरूम के गेट पर जाता है,तान्या गेट से सिर्फ एक हाँथ बहार निकाल कर नायटी ले लेती है और दरबाजा बंद कर लेती है । तान्या जैसे ही नायटी को खोल कर देखती है उसे झटका लगता है क्योंकि एक तो नायटी बहुत शॉर्ट थी और ऊपर से उसमे एक बहुत बड़ी पेंटी रखी थी जिसका साइज़ काफी बड़ा था,चूँकि हेलिना की गांड का साइज़ काफी बड़ा था, अब तान्या हैरान थी की आखिर कैसे इन कपड़ो को पहने?
तान्या नहाने के पस्चात अपनी ब्रा और पेंटी को धोकर डाल चुकी थी ताकि सुबह उनको पहन सके, अब नायटी के अंदर ब्रा और पेंटी नहीं पहनती है तो अंदर का हर अंग दिखाई देगा, अब करे तो क्या करे?
तान्या इस बात पर भी हैरान थी की सूरज मेरे लिए ऐसी नायटी लेकर आया है जो बिलकुल पारदर्शी है और पेंटी भी लाया है, तान्या-"(मन में) ये सूर्या भी पागल है,कितनी शॉर्ट नायटी लाया है मेरे लिए,और पेंटी भी, उसको पता नहीं है क्या में इस तरह के कपडे नहीं पहनती हूँ,और सूर्या के सामने तो कैसे भी नहीं पहन सकती हूँ, लेकिन अब पुरी रात क्या पहन कर सोऊँ, जीन्स और टॉप तो पहन नहीं सकती क्योंकि सुबह इन्ही कपड़ो को पहनना है,अब क्या करू समझ नहीं आ रहा है' तभी बहार से सूरज की आवाज़ आती है चूँकि सूरज को भी तैयार होना था।तान्या काफी देर सोच विचार करके मजबूरन पेंटी और नायटी पहन लेती है, और शीशे में खुद को देखती हओ तो हैरान रह जाती है,उसकी चुचिया और पेंटी साफ़ दिखाई दे रही थी,
तान्या खुद को कोसती है की अपना बेग कैसे गाडी में भूल गई, अगर इन कपड़ो में बहार गई तो सूर्या क्या सोचेगा,इसी बात की उधेड़बुन उसके दिमाग में चल रही थी।
सूरज पुनः आवाज़ लगाता है, सूरज भी समझ चूका था की दीदी शायद नायटी पारदर्शी होने के कारण शर्मा रही है और भला एक भाई के सामने कैसे आ सकती है, और सूरज खुद शर्म महसूस कर रहा था दीदी ऐसे कपडे पहन कर मेरे साथ कैसे सोएंगी, जरूर दीदी मेरे सामने आने में शर्मा रही होंगी इसलिए अभी तक बाहर नहीं आई हैं। सूरज खुद इस दुविधा से बचने के लिए एक फैसला लेता है की वो कमरे के बहार पड़े सोफे पर सो जाएगा ।
कमरे के बाहर बड़ा सा लॉन था जिसमें कई सोफे पड़े थे,इस लिए बहार सोने में कोई परेसानी नहीं थी ।
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