RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
लंच करते टाइम भी मैं रितिका भाभी की तरफ ज़्यादा ध्यान नही दे रहा था बस खाने पर ध्यान दे रहा
था,,,,लंच करके मैं वहाँ से निकल पड़ा और करण भी मेरे साथ चल पड़ा,,,उसने भाभी को बोला था कि
वो मेरे साथ किसी ज़रूरी काम से जा रहा है,,,फिर मैं और करण पहुँचे बुटीक पर और वहाँ पहुँच
कर हम लोगो ने शिखा ,,अलका आंटी और मेरी माँ के साथ मिलकर खूब मस्ती की,,फिर रात होने से पहले हम
लोग चल पड़े अपने अपने घर की तरफ,,,,,,
बुटीक से मस्ती करके करण गया अपने घर अपनी माँ और बेहन के साथ जबकि मैं माँ को लेके अपने घर
आ गया,,,,
घर पहुँचा तो सीधा उपर अपने रूम मे चला गया,,,डॅड घर आ चुके थे और नीचे बैठकर टीवी देख
रहे थे,,जबकि सोनिया उपर रूम मे ही बैठकर स्टडी कर रही थी,,,जब मैं रूम मे घुसा तो वो बेड
पर बैठी हुई थी,,,,
कहाँ था तू,,,स्टडी नही करनी थी क्या,,तेरे को तो कोई टेन्षन ही नही है सन्नी ,,याद रख अगर तेरी वजह से
मुझे मेरी अक्तिवा नही मिली तो बहुत बुरा होगा तेरे साथ,,,सोनिया हल्के गुस्से और नखरे का साथ बोली,,
सौरी सोनिया,,मुझे थोड़ा काम था करण के साथ इसलिए लेट हो गया ,,,बस नहा धो कर फ्रेश हो जाउ फिर
करता हूँ स्टडी,,,
हां हां करले बहाने जितने करने है,,,,एक तू है बहानेबाज और एक कविता है,,मेडम की तबीयत ठीक नही
है,,,बोलने लगी भाई के साथ घूम कर आई हूँ तबीयत बिगड़ गई है,,,,झूठी बहानेबाज कहीं की,,,
अरे ऐसे क्यूँ बोल रही हो उसको,,,हो सकता है उसकी तबीयत सच मे खराब हो सकती है,,,,,
वैसे मुझे तो पता ही था कि उसकी तबीयत सच मे खराब है,,,क्यूकी उसकी तबीयत मेरी वजह से ही तो खराब
हुई थी,,,
तो क्यूँ गई अपने भाई के साथ घूमने ,,मैने मना भी किया था मत जाओ ,,,एग्ज़ॅम के दिन चल रहे है,सोनिया
हल्के गुस्से से बोली
वो एग्ज़ॅम से बोर हो गई होगी मन बहलाने के लिए चली गई होगी अपने भाई के साथ,,इसमे क्या बड़ी बात है,,
वैसे तुझे शरम आनी चाहिए ,,जब तू बीमार थी तो वो तेरी इतनी केर करती थी और अब वो बीमार हुई है तो
उसकी खबर लेने की जगह तू उसको बहानेबाज बोल रही है,,क्या यही दोस्ती है तेरी,,,
बस बस तू चुप कर,,तुझे मेरे और कविता के बीच मे बोलने की ज़रूरत नही,,,,जाके जल्दी फ्रेश होज़ा और स्टडी
कर चुप-चाप बैठकर,,,,उसने ये बात ऐसे बोली जैसे ओरडर दे रही हो,,,,वैसे भी इसके सामने बोलना मेरे
बस की बात नही इलसीए मैं चुप करके बाथरूम मे घुस गया,,,
साला एक तो बाथरूम की टॅब ठीक से काम नही कर रही थी,,,,ये तो शूकर है मुँह-हाथ धोना था तो थोड़े
पानी से काम चल गया ,,अगर नहाना होता तो मैं शोभा के रूम मे ही जाता ,,,,,खैर मैं मुँह-हाथ धोके
बाहर आ गया और अपने बेड पर बैठकर स्टडी करने लगा,,,
सोनिया ने डिन्नर करने भी नीचे नही जाने दिया ,,,खाना प्लेट मे लेके उपर ही आ गई ,और डिन्नर करके हम
लोग फिर स्टडी करने लगे,,,पहले तो मैं अपने बेड पर बैठा रहा फिर डिन्नर के बाद मैने दरवाजे को
अंदर से बंद किया और मॅट्रेस को नीचे ज़मीन पर लगा कर सोनिया के बेड से दूर बैठ गया,,,सोनिया मेरी
इस हरकत से मुझे खुश होके देखने लगी थी,,,मैने भी हंस कर उसकी तरफ देखा और फिर ध्यान अपनी बुक
की तरफ कर लिया,,,,
सुबह भी सोनिया ने मुझे उठा दिया था क्यूकी मैं मॅट्रेस को दरवाजे के पास लगा कर लेटा हुआ था,उसने
मुझे उठाया तो मैने मॅट्रेस को बेड पर रखा और वो बाहर चली गई,,,,,उसके जाने के बाद मैं भी फ्रेश
होके नीचे चला गया,,,,,,
नीचे जाके देखा तो मोम और डॅड समान पॅक कर रहे थे,,सोनिया भी मोम की हेल्प करने लगी थी,,,,
अरे मोम ये समान क्यू पॅक कर रही हो,,,मैने मोम के रूम मे जाते ही पूछा,,,,
मुझे पता था तू भूल जाएगा सन्नी,,,,,माँ ने हंसते हुए बोला,,,,रेखा की शादी है ना हम लोगो को गाँव
जाना है,,,,
ओह्ह शिट मैं तो सच मे भूल गया था मोम,,,
तभी सोनिया मज़ाक मे बोल पड़ी,,,,,,हां मोम अक्सर इंटेलिजेंट लोग छोटी छोटी बातें भूल ही जाते है,,,
उसने इतना बोला तो मोम और डॅड हँसने लगे,,,,
माँ मेरा भी बहुत दिल करता है शादी मे जाने का,,,गाँव जाके घूमने का,,,मैने मायूस मुँह बनाते हुए
बोला,,,,
चल चुप कर,,,एग्ज़ॅम से डरने वाले नालयक लड़के,,,,,मुझे पता है तू बहाना बना रहा है गाँव जाने का
सोनिया ने इतनी बात बोली तो सब लोग फिर से हँसने लगे,,,
क्यू तेरा दिल नही करता क्या गाँव जाने का,,मैने चिढ़ते हुए सोनिया की बात का जवाब दिया,,
दिल तो करता है मेरा पर मुझे एग्ज़ॅम की ज़्यादा टेन्षन है,,,एग्ज़ॅम नही होते तो मैं चली जाती,,,
एग्ज़ॅम कब ख़तम हो रहे है तुम लोगो के बेटी,,,,ये बात डॅड ने पूछी,,,,
डॅड एक एग्ज़ॅम कल है और एक एग्ज़ॅम उसके 1 दिन बाद,,,,
ओह नो बेटा,,,,, परसो रात को तो रेखा की शादी है ,,मतलब रात को रेखा की शादी है और अगले दिन सुबह
तुम लोगो का एग्ज़ॅम है,,,,,,अगर तुम लोग शादी पर गये तो रात की शादी अटेंड करके सुबह एग्ज़ॅम टाइम तक
वापिस आना मुश्किल होगा,,,
इट्स ओके डॅड ,,हम शादी के बाद मिल लेंगे रेखा को गाँव जाके,,,वैसे भी शादी से ज़्यादा ज़रूरी है मेरे
एग्ज़ॅम ,,,सोनिया ने इतनी बात मेरी तरफ देखते हुए बोली,,,मैं समझ गया वो मुझे चिड़ा रही है,,,
ये हुई ना बात बेटी,,,अच्छा तो अब हम लोग चलते है,,,
डॅड आप वापिस कब तक आओगे,,,,मैने डॅड का बॅग पकड़ा और बाहर जाते हुए ये बात डॅड से पूछी,,,
बेटा हम लोग शादी के 2 दिन बाद ही वापिस आयंगे,,क्यूकी गाँव मे शादी के बाद भी बहुत रस्मे होती है
पूरी करने वाली,,,हम लोगो को कम से कम 6-7 दिन तो लग ही जाने है,,,,तब तक तुम लोग झगड़ा बिल्कुल मत
करना ,,,अच्छे भाई बेहन की तरह मिलकर रहना,,,,
माँ हम लोगो अब कब लड़ते है,,,अब तो हम दोनो की फाइट कबकि ख़तम हो गई है,,,अब आप बेफ़िक्र होके
जाओ,.,,
मैने मन ही मन सोचा कि मोम डॅड तो चले जाएँगे बेफ़िक्र होके लेकिन अब मुझे थोड़ी फ़िक्र होने लगी थी
क्यूकी 7 दिन मुझे और सोनिया को अकेले रहना था ,,,,अगर कुछ ग़लत हो गया तो ,,और अगर कुछ नही हुआ तो,,,
मोम डॅड चले गये ,,,,मैं और सोनिया गेट बंद करके वापिस अंदर आ गये,,,सोनिया ने नाश्ता लगा दिया टेबल पर
जो मोम बना कर गई थी,,,,उसने प्लेट मे नाश्ता रखा और कॉफी कप मे डालके मेरी तरफ कर दी,,,मैने अपनी
प्लेट और कॉफी कप लिया और उपर चला गया और उपर जाके भुआ की किचन के बाहर लगे डाइनिंग टेबल पर बैठ
कर नाश्ता करने लगा,,,,
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