RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
नही सन्नी रितिका की पार्टी नही है ये ऑर ना ही रितिका का बर्थडे है,,,ये पार्टी मेरी छोटी सिस के बर्थडे की है
इसलिए तो मैं कुछ दिन के लिए यहाँ आई हूँ ताकि पार्टी अटेंड कर सकूँ,,,,मेरी छोटी सिस तुम लोगो के
कॉलेज मे है,,सोनिया ऑर कविता की क्लास मे,,,,
अब समझ आया मुझे सब कुछ,,,साला मैं तो परेशान ही हो गया था,,,,,अभी हम सब बातें करने लगे
तभी करण रितिका को लेके पार्टी मे एंजाय करने चला गया जबकि पायल भाभी मेरे पास ही खड़ी रही,,,
लगता है पार्टी मे यंग लोग ही आए है,,,,कोई घर का बड़ा नही है,,,,
यंग लोगो से नफ़रत है क्या तुमको,,,जो बड़े बुजुर्ग लोगो को याद कर रहे हो,,,
नही पायल भाभी ये बात नही ,,मेरा कहने का मतलब था की अपने मोम डॅड नही है क्या यहाँ
वो लोग अंदर बैठकर अपनी उमर वालों के साथ पार्टी कर रहे है सन्नी,,,,बाहर की ये पार्टी हम जैसे
जवान लोगो के लिए है,,,,अभी हम लोग मस्ती मज़ाक कर ही रहे थे कि मुझे एक आवाज़ सुनाई दी जिस से मुझे
गुस्सा आ गया,,,,ये आवाज़ थी कमिने अमित की,,,,
ये यहाँ क्या कर रहा है,,,,अमित ने आते ही पूछा,,,,
तुमसे मतलब,,,,,ये मेरा दोस्त है इसलिए यहाँ आया है,,,,पायल ने जवाब दिया,,,
मैं गुस्से मे आ गया था अमित को देख कर,,,अमित भाई चला जा यहाँ से इस से पहले मैं अपना आपा खो
दूं,,,,
जानता था तू यही बोलेगा इसलिए तेरे को किसी से मिलवाने के लिए लाया हूँ,,,उसने इतना बोला ऑर तभी पीछे
से अमित ऑर सुरेश के बाप भी आ गये,,,,
क्या सन्नी बेटा तुझे मैने बुलाया था अपने घर पर तू आया ही नही,,,,ये सुरेश का बाप था,,,
मुझे कुछ काम था अंकल इसलिए नही आ सका,,,,बोलिए क्या बात है,,,
बात जो भी है बेटा यहाँ करने वाली नही,,,,तुम कभी आओ हमारे घर अकेले बैठ कर बात करते
है,,,,ये बात अमित का बाप बोला,,,
तभी मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया,,,,,,ठीक है अंकल आप जब बोलो मैं आ जाउन्गा लेकिन बात इन जनाब
के घर पर नही आपके घर पर होगी,,,,मैं अमित के बाप की तरफ इशारा करके बोला,,,
ठीक है बेटा ,,,जब फ्री हो तो आ जाना मेरे घर पर,,,अभी फिलहाल पार्टी एंजाय करो,,,,ऑर खाना ज़रूर
खाकर जाना,,,,,अमित का बाप जाते जाते अपना एक तीर मेरे पर छोड़ गया था लेकिन उसको नही पता था जो
तीर मैं चलाने वाला हूँ वो सब लोगो की माँ चोद कर रख देगा,,,,,
ये सब लोगो तेरे घर पर क्या कर रहे है,,,,,
रितिका के पापा तो मेरे इन लॉस की तरफ से आए है बट ये अमित ऑर उसका बाप मेरे पापा के अच्छे दोस्त है
इसलिए पापा ने इसको भी इन्वाइट किया था,,,,ये सब लोग तो अंदर बैठ कर बात कर रहे थे अब तुमको देख
कर बाहर क्यूँ आ गये,,,ऑर ये क्या बात करना चाहते है तुमसे,,,,कहीं वो कॉलेज के पंगे वाली बात तो
नही,,,,
मैं सुनकर दंग रह गया,,,,,क्या आपको पता है सब बात का,,,,
हां सन्नी,,,रितिका मेरे से कभी कुछ नही छुपाती,,,मुझे सब पता है जितना भी तुमने रितिका को बताया
है,,,,,,,,,,,
मैं कुछ सोच मे पड़ गया ऑर टेन्षन मे आ गया था,,,मुझे कुछ ठीक नही लग रहा था जो सब हो रहा
था,,,मुझे टेन्षन मे देख कर पायल ने मेरे सर पर हाथ रखा ऑर प्यार से सहलाते हुए बोलने लगी,,,,
मैं जानती हूँ तुम क्या सोच रहे हो सन्नी,,,तुम जो सोच रहे हो जो टेन्षन ले रहे हो वो ठीक है,तुमको
किसी पर यकीन नही है ये अच्छी बात है,,,क्यूकी यकीन नही करने वाला खुद ही हर तरफ से बचा हुआ
होता है सुरक्षित होता है,,,आंड जो सब तुम अब कर रहे हो या करने वाले हो वो भी कोई हिम्मत वाला
ही कर सकता है,,,जिसमे दम होगा वही ये सब कर सकता था,,,तुम बिल्कुल ठीक कर रहे हो सन्नी ऑर इसलिए तो
तुम मुझे अच्छे लगे,,,विश्वास के क़ाबिल लगे ऑर उसी विश्वास की खातिर मैने अपना जिस्म भी तुमको सोप
दिया था,,,,क्यूकी रितिका को तुमपर बहुत यकीन है ऑर अब रितिका मेरी बहुत अच्छी दोस्त बन चुकी है,,,मेरी
इतनी दोस्ती अपनी रियल सिस से नही है जितनी रितिका से है,,,
बात करते करते पायल एक दम से बोली,,,,ओह्ह्ह माइ गॉड,,,क्या डॅन्स करती है वो ऑर कितनी खूबसूरत
है,,,
किसकी बात कर रही हो तुम पायल भाभी,,,
पायल कुछ नही बोली बस मेरे सर पर हाथ रखा ऑर दूसरे हाथ से एक उंगली का इशारा करते हुए मेरे सर
को भी उसी तरफ घुमा दिया,,,
ऑर जैसे ही मैने उस तरफ देखा तो एक दम दिल खुश हो गया,,,,वो कविता थी जो अपनी दोस्तो के साथ डॅन्स
कर रही थी,,,ऑर साथ मे सोनिया भी थी लेकिन सोनिया को डॅन्स नही आता था बस वो कविता ऑर बाकी की फ्रेंड्स
के साथ हल्का हल्का डॅन्स करने की कोशिश कर रही थी ,,लेकिन कविता का डॅन्स अच्छा था,,,,
कितनी खूबसूरत है दोनो,,,,तय करना मुश्किल है कॉन ज़्यादा खूबसूरत है,,,,वाउ दोनो की साड़ी का
कलर ऑर डिज़ाइन कितना अच्छा है,,,,,
जैसे पायल भाभी बड़ी उत्सुकता से उनको देख कर खुश हो रही थी वैसे ही मैं भी उनको देख कर कहीं
गुम हो गया था,,,,
देख रहे हो ना सन्नी कितनी अच्छी है दोनो,,,,तुमको कॉन्सी ज़्यादा अच्छी लग रही है,,,सन्नी,,,सुन्नयययी
कहाँ खो गये सन्नी,,,,
कुच्छ नही भाभी बस ऐसी ही,,,
हाँ हाँ जानती हूँ दोनो बहुत खूबसूरत है जो भी देखे बस खो ही जाए,,,,सच मे कितनी क्यूट है
दोनो,,,,बता ना तेरे को कॉन्सी अच्छी लगी,,,,पिंक साड़ी वाली या ब्लू वाली,,,,
मुझे दोनो ही अच्छी लग रही है पायल भाभी ,,क्यूकी एक मेरी दोस्त है ऑर दूसरी मेरी बेहन है,,,,
मेरी बात सुनके पायल भाभी चुप हो गई,,,,लेकिन फिर बोलने लगी,,,,,ओह्ह्ह तो इनमे से एक तेरी गर्लफ्रेंड
है,,,,,
गर्लफ्रेंड नही है भाभी बस दोस्त है,,,,हम लोग साथ स्कूल जाते थे ऑर अब कॉलेज भी साथ है,,,वो मेरी ऑर
मेरी सिस सोनिया की अच्छी दोस्त है ,,,,
अच्छा बता ना कॉन है वो,,ब्लू साड़ी वाली या पिंक वाली,,,,
ब्लू वाली,,,,वो कविता है आंड पिंक साड़ी मे सोनिया है मेरी बेहन,,,,
मानना पड़ेगा सन्नी दोनो की दोनो बहुत अच्छी लग रही है,,,मैने तो अब देखा उनको,,,पार्टी मे सबसे
ज़्यादा खूबसूरत है दोनो,,,,देख तो ज़रा हर कोई उनको ही देख रहा है,,,
देखेगा भी क्यू नही भाभी,,,,वो दोनो है ही इतनी खूबसूरत,,,,ऑर सबसे बड़ी बात है दोनो साड़ी मे
है,,,,बाकी लड़कियों की तरह छोटे छोटे टॉप ओर छोटी छोटी स्कर्ट्स मे नही,,,,,मैने ये बात भाभी की
तरफ इशारा करके बोली तो भाभी थोड़ा गुस्सा कर गई,,क्यूकी पार्टी मे बाकी लड़कियों की तरह भाभी ने
भी टॉप-स्कर्ट पहना हुआ था,,,,
सही बोला तूने साड़ी की बात कुछ ऑर है,,लेकिन इस टॉप-स्कर्ट की बात तो साड़ी से भी कहीं ज़्यादा है,,लोग
इन कपड़ो मे लड़कियों को देख कर ज़्यादा खुश होते है,,,,
हां ये बात भी है भाभी,,क्यूकी मर्द की नज़र ही गंदी होती है ऑर छोटे कपड़े तो ज़्यादा उकसाते है
मर्दो को,,,,ऑर जिन लड़कियों ने ऐसे कपड़े पहने होते है मर्द उनको एक लज़्ज़तदार आइटम समझता है इज़्ज़त
के क़ाबिल नही,,
मेरी बात सुनके भाभी गुस्से से वहाँ से चली गई,,,,मैं समझ गया ये गुस्सा कर गई है मेरी बात का
मैने भी उसको जाने दिया रोकने की कोशिश तक नही की,,,
फिर मैं साइड पर बने एक बार की तरफ चला गया,,ऑर बार टेबल पर बैठ गया ऑर कोल्ड्ड्रिंक पीने लगा
ऑर साथ साथ मेरा ध्यान था कविता पर जो आज सच मे बहुत खूबसूरत लग रही थी ऑर डॅन्स तो गजब
का कर रही थी,,,नाचते हुए एक से बढ़ कर एक ठुमका लगा रही थी अपनी पतली ऑर लछादार कमर से ,,सोनिया
भी पास मे थी लेकिन उसको अच्छा डॅन्स नही आता था,,आख़िर बेहन किसकी थी,,,,
तभी कुछ देर बाद म्यूज़िक ऑफ हो गया ऑर पता चला कि केक काटने वाला है इसलिए म्यूज़िक ऑफ हुआ है,,बाद
मे म्यूज़िक फिर शुरू होगा,,,सब लोग केक वाली जाग पर जाने लगे ,,मैं भी उठकर चला था फिर सोचा
मैं वहाँ जाके क्या करूँगा इसलिए वहीं बैठा रहा,,,,
तभी मेरे पास एक सारी मे लिपटी हुई हसीन मूरत आके खड़ी हो गई,,,मैं उस मूरत को देखता रह गया
,वो कोई ओर नही पायल भाभी थी,,मैं उसको देखता ही रह गया ऑर पता नही कहाँ खो गया,,
क्यू कहाँ खो गये सन्नी ,,,,,भाभी हँसते हुए बोली,,,,
उूओ मैं वूऊ
क्यू बोलती बंद हो गई क्या,,,भाभी मज़ाक मे बोलने लगी,,,
सच मे भाभी आपने मेरी बोलती बंद करदी,,,,,कुछ नही बोलने को अब मेरे पास ,,दिल करता है बस
देखता ही रहूं,,,,
बोलती बंद करवानी ज़रूरी थी तेरी सन्नी,,औरत जैसे भी कपड़े मे रहे जिस मर्द की आँख गंदी होती है
वो गंदी ही रहती है,,फिर औरत साड़ी मे हो सूट मे हो टॉप-स्कर्ट मे हो या बुर्क़े मे हो,,हम लोग अपना
जिस्म ढक कर भी रखे तो मर्द की नियत को धोखा नही दे सकती,,,जानती हूँ छोटे कपड़े अजीब लगते
है लेकिन मॉडर्न सोसाइटी मे ये आज कल का फेशन बन गया है ,,,,
सॉरी भाभी मैं समझ गया आपकी बात,,,,मेरी ग़लती थी बस,,,अब तो खुश हो आप,,,,
तभी केक कट गया ऑर म्यूज़िक फिर से शुरू हो गया,,,,,
ऐसे खुश नही होने वाली मैं,,,डॅन्स कर मेरे साथ अगर मुझे खुश करना है तो,,चल अब तो
म्यूज़िक भी शुरू हो गया है,,,,
डॅन्स ऑर यहाँ,,,इतने लोगो के सामने ऑर वो भी आपके साथ,,,,नेवेर,,,मुझसे नही होगा भाभी,,मैने
डरते ओर शरमाते हुए बोला,,,,आंड वैसे भी मुझे डर लग रहा था ख़ासकर कविता ऑर सोनिया से
|