RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
इधर मेरे हाथ पायल की नंगी कमर पर थे दोनो तरफ ऑर उसके हाथ मेरे शोल्डर्स पर थे,,डॅन्स
फ्लोर पर रोशनी बहुत कम थी,,,आस पास वालों को देखना मुश्किल था ऑर ना ही कोई हमे देख सकता था
बस 3-4 फीट तक अगर कोई पास था तो कुछ दिखाई दे जाता था,,,,,करण ऑर रितिका तो हम लोगो के बेहद
करीब थे,,,करण की पीठ पायल की पीठ से बस 1-2 फीट की दूरी पर थी इसलिए मुझे रितिका का फेस
नज़र आ रहा था,,,मेरे हाथ भले ही पायल की कमर पर थे लेकिन फिर भी मेरा ध्यान पता नही क्यूँ
रितिका की तरफ था क्यूकी वो कुछ ठीक नही लग रही थी,,आज पहली बार ड्रिंक की थी उसने इसलिए कुछ मदहोशी
सी छाइ हुई थी उस पर ,,,,वो हल्की हल्की आँखें खोल कर मुझे देख रही थी ,,,सॉफ पता चल रहा था
वो अपने आप मे नही थी,,,,तभी कुछ ऐसा हुआ जिस से मैं हिल गया करण ने अपने हाथ से रितिका के सर को
पकड़ा ऑर उसके लिप्स पर किस करने लगा ऑर तभी रितिका ने उसको धक्का दिया ऑर भाग कर एक तरफ चली
गई,,वो किस तरफ गई कुछ पता नही चला ऑर करण भी उसीतरफ चला गया ,,मैने भी भाग कर उसकी
तरफ जाने की कोशिश की लेकिन तभी पायल ने मुझे रोक लिया,,,,,
तुम कहाँ चले,,,उसकी गर्लफ्रेंड है उसी को बात करने दो ,,तुम मेरे साथ डॅन्स करो इतना बोलकर पायल मेरे
से पहले से भी ज्याद करीब गई ऑर दोनो हाथों को मेरे गले मे डालके मेरे से चिपक गई उसका सर
मेरी छाती पर था ,,उसकी साँसे मेरी छाती पर महसूस होते ही मेरी हालत खराब होने लगी लेकिन मेरे
हाथ अभी भी हवा मे थे,,,तभी उसने अपने हाथ मेरे गले से निकाले ऑर अपने हाथों से मेरे हाथ
पकड़ कर अपनी पीठ पर ले गई ऑर मुझे खुद को हग करने को बोला,,,मेरा ऐसा दिल तो नही कर रहा था
लेकिन तभी उसकी सांसो के एहसास से मैं थोड़ा बहक गया ऑर मेरे हाथ उसकी पीठ पर चले गये ऑर ऐसा
होते ही उसने मुझे कस्के अपने से सटा लिया,,उसके बूब्स मेरी छाती से एक दम दब गये थे उसने मोका
देखा ऑर आगे बढ़ कर मेरे लिप्स पर हल्की किस करदी ,,मैं उसकी इस हरकत से हैरान रह गया लेकिन मैं
थोड़ा मस्त भी हो गया,,,तभी मुझे ज़्यादा हैरत तब हुई जब एक ही पल मे मेरे लिप्स भी खुल गये ऑर हम
दोनो के लिप्स एक दूसरे के लिप्स मे जाकड़ गये ,,,मैने उसके लिप्स को हल्के से किस किया जबकि उसने मुझे एक ही
पल मे पागलो की तरफ किस करना शुरू कर दिया ऑर तभी उसका एक हाथ मेरे लंड पर चला गया,,,ऐसा होते
ही मैं बहुत डर गया ,,डॅन्स फ्लोर पर बहुत लोग थे ,,माना बहुत अंधेरा भी था लेकिन अगर कोई हमे
इस हालत मे देख लेता तो,,,इसलिए मैने उसको खुद से अलग किया ऑर वापिस टेबल की तरफ बढ़ गया,,,,मेरे पीछे
पीछे वो भी आ गई,,,,जब मैं टेबल पर पहुँचा तो करण रितिका को मना राह था ऑर वो मान नही
रही थी लेकिन मेरे ऑर पायल के वहाँ आते ही रितिका ऐसे बिहेव करने लगी जैसे कुछ हुआ ही नही ,,लेकिन
रितिका मेरी तरफ बड़े अजीब अंदाज़ से देख रही थी,,,,,,,पायल भी आके फिर से मेरे सामने बैठ गई,,
तभी कुछ देर तक सब चुप रहे लेकिन पायल मेरी तरफ बड़े मस्ती भरे अंदाज़ मे देख रही थी
वो बार बार अपने लिप्स पर अपनी ज़ुबान घुमा रही थी,,,उसकी ऐसी हरकत से मैं डर गया दिल किया
वहाँ से चला जाउ ऑर मुझे बातरूम जाने का भी दिल किया,,,,काफ़ी कोल्डड्रिंक पी चुका था ऑर इतनी देर
से पायल ने मुझे हर जगह टच कर के मस्त कर दिया था जिस से मुझे पेशाब आने लगा था,,,मैं
उठा ऑर बाथरूम की तरफ चला गया,,,,,
मैं आया तो था खुद को हल्का करने लेकिन मेरी हालत ऑर भी ज़्यादा खराब होने लगी थी ,,अभी तक तो
मैं बाथरूम मे पहुँचा भी नही था कि बुरा हाल हो गया था मेरा,,,,
बाथरूम जाने के लिए एक बहुत पतले से गलियारे से गुजर कर जाना पड़ रहा था वहाँ पर इता ज़्यादा
अंधेरा था कि पूछो मत,,,,,ऑर उसी अंधेरे का फ़ायदा उठा कर कुछ लोग अजीब सी हरकते करने मे
लगे हुए थे,,,,कहीं कोई लड़का लड़की को किस कर रहा था तो कहीं कोई 2 लड़कियाँ आपस मे किस
कर रही थी,,,यहाँ तक कि कहीं मैने देखा 2 लड़के आपस मे किस कर रहे थे उनको देख कर '
मुझे इतना गुस्सा आया कि दिल किया इनका सर फोड़ दूं,,,,फिर सोचा मुझे क्या हक़ बनता है गुस्सा
करने का उनकी अपनी लाइफ है अपने तरीके से एंजाय करने दो लेकिन फिर भी कहीं दिल मे उलझन
सी पैदा हो गई थी,,मैं बाथरूम नही गया हालाकी मुझे बहुत तेज पेशाब आया था लेकिन इन लोगो को
देख कर मेरा दिल नही किया बाथरूम जाने को ऑर मैं वापिस टेबल पर आके बैठ गया,,,
वापिस आया ऑर आके अपनी सीट पर बैठ गया जल्दी से,,,बाथरूम के बाहर ऐसी ऐसी चीज़े देख कर
आया था कि हैरान रह गया था,,,,ऑर आते ही मुझे पायल ने फिर से हैरान कर दिया,,जैसे ही मैं
आके सोफे पर बैठा पायल का पैर सीधा मेरे लंड पर आके लगा ऑर उसने अपने पैर की उंगलियों से
मेरे लंड पर हल्के हल्के सहलाना शुरू कर दिया,,,,बाथरूम जाने की तेज़ी थी लेकिन बाथरूम नही
करके आया था ऑर अभी पायल का फिर से लंड को ऐसे टच करना बर्दाश्त नही हो रहा था ,,,लग
रहा था जैसे आज किस्मत बहुत खराब है,,वैसे तो किस्मत अच्छी थी कि कोई भाभी वो भी इतनी ज़्यादा
सेक्सी खुद चलके चुदवाने को तैयार थी लेकिन लंड मे हल्का हल्का पेन होने लगा था जिस वजह से
किस्मत खराब लगने लगी थी,,,,कुछ नही कर सकता था मैं बस ऐसे ही बैठा रहा,,,,
तभी करण बोला,,सन्नी भाई ज़रा साइड होना मुझे बाहर जाना है,,,,करण की आवाज़ सुनके मैं बहुत
खुश हुआ क्यूकी करण की वजह से मुझे हिलने का मोका मिला था वैसे हिलता तो शायद करण मेरे
पर शक करता या रितिका,,,,,,
मैं कुछ नही बोला ऑर जल्दी से खड़ा होने लगा लेकिन तभी याद आया कि लंड तो पूरी तरह अकडा हुआ
है ऑर अगर उठकर खड़ा हो गया तो कहीं करण या रितिका की नज़र नही पड़ जाए उस पर इसीलिए उठने
की जगह मैं अपनी सीट से खिसक कर बाहर की तरफ टाँगे मोड़ कर बैठ गया जिस से करण बड़े
आराम से सोफे से निकल कर बाथरूम की तरफ चला गया,,,उसको भी बाथरूम बहुत तेज़ी से आया था शायद
क्यूकी वो भी बाथरूम की तरफ तेज़ी से जा रहा था,,,,,अभी मैं बाहर टाँगे करके बैठा हुआ
था तभी कुछ लोग आस पास से गुजर रहे थे ,,,,डिस्को की लाइट्स भी कभी कभी इधर घूम कर
आ रही थी जिस से हल्की रोशनी हो रही थी,,,मैं डर गया कहीं कोई मेरे लंड को ना देख ले इसलिए
वापिस सोफे से अंदर की तरफ मूड गया क्यूकी टेबल मेरी टाँगों के उपर तक आता था ऑर कोई मेरा
लंड नही देख सकता था,,,लेकिन जैसे ही मैं वापिस मुड़ा वो पैर फिर से मेरे पैर के नीचे से
होता हुआ मेरे लंड की तरफ बढ़ने लगा ऑर फिर से मेरे लंड को सहलाने लगा,,,,अब मेरा खुद
पर क़ाबू पाना मुश्किल हो रहा था बाथरूम की वजह से लंड वैसे ही अकडा हुआ था ऑर पैर के
सहलाने से लंड मे हल्का दर्द होने लगा था मेरी जीन्स भी टाइट थी जिस वजह से लंड पॅंट मे
पूरा फैल भी नही सकता था,,,,उस दर्द की वजह से हल्की हल्की मस्ती चढ़ने लगी थी मुझे लेकिन
मैं कुछ नही कर सकता था,,,मेरा ध्यान सामने की तरफ गया तो पायल का हाथ नीचे कुछ हरकत
करता नज़र आया मैं समझ गया कि वो फिर से चूत मे उंगली कर रही है लेकिन मैं हैरान भी था
कि उसको अपने पास बैठी हुई रितिका से डर नही लग रहा था जबकि रितिका कभी मेरी तरफ तो कभी पायल
की तरफ देख रही थी लेकिन उसका ज़्यादा ध्यान मेरी तरफ ही था,,फिर मस्ती के हाथों मजबूर होके
मैने हिम्मत करके उस पैर को पकड़ लिया ऑर हल्के से सहलाने लगा ऑर उसको अपने लंड पर ऑर भी
ज़्यादा दबाने लगा ,,मैं पायल की तरफ देख रहा था वो भी मुझे देख रही थी वो बड़ी खुश
'थी तभी मेरा ध्यान रितिका की तरफ गया जो मुझे एक टक देखती जा रही थी,,,वो हल्का सा शर्मा भी
रही मैं ,,,शायद उसको नशा कुछ ज़्यादा ही हो गया था,,,इसलिए मैने उसकी तरफ ज़्यादा ध्यान नही
'दिया ऑर उस कोमल ऑर मुलायम पैर को पकड़ कर हल्के हल्के सहलाने लगा ,,लेकिन तभी कुछ ऐसा
हुआ कि मेरी गान्ड फॅट गई,,,
वेटर हम लोगो के टेबल के पास खड़ा हो गया था,,,पायल उस से कुछ बोल रही थी लेकिन उसको कुछ
'सुन नही रहा था ,,,वेटर झुक कर अपने कान को पायल के लिप्स के पास लेके आने लगा लेकिन पायल
ने उसको रोक दिया ऑर खुद खड़ी होके वेटर से बात करने लगी,,,,,ऑर मेरे को बहुत तेज झटका लगा
क्यूकी पायल खड़ी हुई थी जबकि वो पैर अभी तक मेरे हाथ मे था,,,,इसका मतलब वो पैर रितिका का
था,,,,नही ये नही हो सकता,,,,मैने डरते हुए रितिका की तरफ देखा और वो शरमाने लगी लेकिन जब
मैने वापिस पायल की तरफ देखा तो रितिका ने मुझे पायल की तरफ देखते हुए खुद भी पायल की
तरफ देखा ऑर जब उसको एहसास हुआ कि पायल खड़ी हुई है उसने जल्दी से अपना पैर पीछे खींच लिया
,,,,,मेरी तो सिट्टी पिटी गुल हो गई थी,,कुछ समझ नही आ रहा था,,,तभी करण वापिस आ गया ऑर
मैं जल्दी से खड़ा हो गया,,,,,,करण सोफे पर बैठ गया ऑर मैं खड़ा रहा ,,,पायल का ध्यान मेरे
लंड पर पड़ा ऑर वो एक टक मेरे लंड को देखने लगी लेकिन रितिका ने मेरी तरफ नही देखा ऑर वो
डरते सहम्ते हुए करण से बात करने लगी,,,
तभी करण ज़ोर से बोला,,,सन्नी भाई खड़ा क्यूँ है बैठ जा ना,,,,मुझे कुछ समझ नही आया लेकिन
जिस तरह से वो चिल्ला रहा था ऑर सोफे की तरफ इशारा कर रहा था मैं उसकी बात समझ गया,,,
ऑर मैने उसको इशारा किया कि मुझे बाथरूम जाना है,,,,वो हँसने लगा ऑर इशारे से बोलने लगा
कि अभी तो बाथरूम से आए हो तुम सन्नी भाई,,,,लेकिन मैने उसकी बात का जवाब नही दिया ऑर
वहाँ से चाल गया ,तभी पायल भी उठी ऑर मेरे साथ बाथरूम की तरफ जाने लगी,,,,,वो मेरे साथ
तो चल रही थी लेकिन मेरे को टच नही कर रही थी,,,फिर जब हम उस तंग गलियारे से गुजर रहे
थे जहाँ लोग अजीब हरकते कर रहे थे तो मेरा सर नीचे झुक गया जबकि पायल मुझे देख
कर हँसने लगी,,,मैने एक बार पायल की तरफ देखा ऑर फिर वापिस ज़मीन की तरफ देखने लगा,,,
आगे चल कर मैं राइट साइड में टायिलेट्स की तरफ चला गया जबकि वो लेफ्ट मूड कर लॅडीस टायिलेट्स की तरफ
चली गई,,,,,,,
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