RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैने भी अपने पैरो को बेड पर टिकाया ऑर खड़ा होके माँ की गान्ड पर झुक कर लंड को गान्ड मे डाल दिया फिर अपने
हाथ माँ के बूब्स पर ले गया जिस से मेरा सर माँ की पीठ पर आ गया ऑर मैं भी मामा की तरह माँ की पीठ पर किस
करने लगा थोड़ी देर तो माँ की गान्ड मारता हुआ माँ के बूब्स मसतला रहा ऑर माँ की पीठ पर किस करता रहा लेकिन
दीदी की सिसकियाँ सुन कर मेरा भी दिल किया माँ की पीठ पर काटने को तो मैने भी अपने मुँह को खोला ऑर माँ की पीठ का थोड़ा माँस मुँह मे भरके हल्के दाँतों से काट दिया लेकिन इतने मे ही माँ की अह्ह्ह्ह निकली तो मैने दाँतों को थोड़ा
ज़ोर से दबा दिया ऑर तभी माँ की एक लंबी अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गई मैं समझ गया कि दीदी की तरह माँ को भी पीठ पर हल्के से कटवाना अच्छा लग रहा था इसलिए मैं हल्के हल्के ऑर बीच बीच मे थोड़ा ज़ोर से माँ की पीठ
पर काटने लगा,,,,माँ की सिसकियाँ कुछ ज़्यादा ही तेज हो गई शायद पीठ पर काटने की वजह से वो ज़्यादा मस्त हो गई थी
यही सोच कर मैं ज़ोर ज़ोर से माँ की पीठ पर काटने लगा तभी माँ ज़ोर से चिल्लाने लगी ऑर मैने महसूस किया कि मेरी बॉल्स पर पानी लगने लगा था वो कुछ ज़्यादा ही गीली हो गई थी ,,,शायद माँ ने पानी निकाल दिया था मैने महसूस किया की माँ के हाथ जो उनकी चूत मे नकली लंड घुसा रहा था वो रुक गया है ऑर इस से पहले मैं कुछ करता या समझता माँ बेड 'पर आगे की तरफ हो गई जिस से मेरा लंड माँ की गान्ड से निकल गया ऑर माँ ने मेरे हाथ भी हटा दिए अपने बूब्स से ऑर बेड पर लेट गई,,माँ का काम पूरा हो गया था लेकिन मेरा नही हुआ था इसलिए मैने अपने लंड को फिर से माँ की गान्ड मे डालने की कोशिश की लेकिन माँ ने मुझे मना कर दिया इस से पहले मैं फिर कोशिश करता मेरे हाथ को अपने हाथ मे पकड़ कर दीदी ने मुझे अपने पास खींच लिया ऑर मैं भी जल्दी से दीदी की तरफ चला गया ,
दीदी ने मुझे अपने सर के पास आने को बोला ऑर मैने भी वैसा ही किया ऑर एक ही पल बाद मेरा लंड दीदी के मुँह मे चला गया दीदी प्यार से मेरे लंड को चूसने लगी लेकिन मैं प्यार के मूड मे नही था मैं तो तेज़ी से चुदाई करने के मूड मे
था इसलिए मैने दीदी के सर को पकड़ा ऑर अपने लंड को दीदी मे मुँह मे तेज़ी से पेलने लगा दीदी भी समझ गयी कि मैं जल्दी जल्दी करने के मूड मे हूँ तो दीदी ने मेरे लंड को मुँह से निकाला ऑर मामा की तरफ मूड कर देखा तो मामा ने पीछे हटके अपने लंड को दीदी की गान्ड से निकाल दिया ऑर तभी दीदी भी उठ गई ऑर मुझे पकड़ कर बेड पर लेटा दिया ऑर जल्दी से मेरे उपर आ गई ,,दीदी ने अपनी टाँगों को खोला ओर मेरे उपर आके अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया मैने भी जल्दी से अपनी कमर को उपर उछाल कर लंड को दीदी की चूत मे घुसा दिया पीछे से मामा ने भी अपने लंड को वापिस दीदी की गान्ड मे घुसा दिया दीदी के मुँहे से फिर से अह्ह्ह निकल गई लेकिन मैने जल्दी से दीदी के सर को अपने करीब खींच लिया ऑर दीदी के लिप्स पर किस करने लगा,,दीदी ने मेरे हाथ को पकड़ा ऑर खुद किस करते हुए मेरे हाथों को पकड़ कर अपने बूब्स की तरफ मोड़ दिया मैने भी दीदी की बात समझ कर अपने हाथों को दीदी के सर से उठा लिया ऑर दीदी के बूब्स पर ले गया ,,,,मैं दीदी को किस करते हुए अपने हाथों से दीदी के बूब्स को मसलता हुआ अपनी कमर को उछाल उछाल कर दीदी की चूत मारने लगा ,,,मामा भी पीछे से दीदी की गान्ड को पूरी तेज़ी से चोद रहा था
दीदी मुझे किस कर रही थी लेकिन 2 मूसल से चुदाई करते टाइम अपनी सिसकियों पर क़ाबू नही कर पा रही थी इसलिए किस करते हुए भी दबी दबी सिसकियाँ निकल रही थी दीदी के मुँह से मैं ऑर मामा इसी पोज़ मे 8-10 मिनट दीदी की चुदाई करते रहे फिर मामा की सिसकियाँ निकालने लगी ,,मैं समझ गया कि मामा का काम होने वाला है इसलिए मैने अपनी स्पीड को तेज कर दिया तभी दीदी ने भी अपने एक हाथ को मेरे हाथ पर रखा ऑर तेज़ी से अपने बूब्स मसलवाने लगी शायद दीदी का भी होने वाला था ,शायद हम लोग एक साथ झड़ने वाले थे ओर ऐसा ही हुआ मामा की सिसकियाँ तेज होने लगी मेरी स्पीड भी तेज होने लगी ऑर शोभा भी अपने एक हाथ से बारी बारी अपने बूब्स को तेज़ी से मेरे हाथ मे पकड़ कर मसलवाने लगी,,,करीब 2 मिनट बाद हम तीनो की आवाज़ तेज़ी से गूंजने लगी रूम मे ऑर हम तीनो का पानी निकल गया,,,मेरा पानी दीदी की चूत मे निकल गया जबकि मामा का पानी दीदी की गान्ड मे निकला ऑर दीदी की चूत का पानी मेरे लंड की साइड से होता हुआ मेरे बॉल्स पर गिरने लगा फिर बेड शीट पर ,,मामा का पानी निकल गया तो वो अपने लंड दीदी की गान्ड से निकाल कर बेड पर गिर गया तभी माँ उठी ऑर मामा के करीब चली गई ऑर मामा के लंड को मुँह मे भरके अच्छी तरह चाट कर सॉफ करने लगी दीदी भी मेरे उपर से उतर गई ऑर मेरे लंड को मुँह मे भरके सॉफ कर दिया फिर बेड पर गिर गई ऑर तेज़ी से हाँफने लगी
मैं भी तेज़ी से साँस ले रहा था ऑर मामा भी ,,,,मामा का लंड सॉफ करने के तुर्रंत बाद ही माँ दीदी की चूत की तरफ
बढ़ गई ओर दीदी की चूत को चाटने लगी जिस पर दीदी की चूत का पानी ऑर साथ ही मेरे लंड का स्पर्म लगा हुआ था ,,माँ ने मामा के लंड की तरफ दीदी की चूत को ऑर गान्ड को अच्छी तरह से सॉफ कर दिया ,,,चूत से मेरे स्पर्म को ऑर दीदी की गान्ड से मामा के स्पर्म को अच्छी तरफ ज़ुबान से चाट गई ऑर बेड पर हम लोगो के बीच ही लेट गई,,,सबसे पहले मामा फिर दीदी फिर माँ ऑर लास्ट मे मैं लेटा हुआ था ,,,,सब लोग थक गये थे ऑर तेज़ी से साँसे ले रहे थे
तो कैसा लगा शोभा बेटी मामा से चुदाई करवा कर,,,,माँ ने दीदी से पूछा,,,
बहुत मज़ा आया माँ लेकिन मेरी जान निकाल दी मामा ने ,,इतना बेरहमी से चोदा कि मज़ा आ गया ,,,दीदी बोलते हुए हँसने
लगी,,,,
माँ--हाँ बेटी तेरा मामा ऐसे ही चोदता है ज़रा भी परवाह नही करता सामने वाले को कितना दर्द हो रहा है बस अपनी मस्ती
करता रहता है ,,लेकिन जितना दर्द देता है उतना ही मज़ा भी देता है ,,,,ऑर वैसे भी जब तक गान्ड मे दर्द नही होता तब
तक औरत को गान्ड चुदाई का मज़ा नही आता,,,,,
दीदी--हाँ माँ सही कहा उसी दर्द मे तो असली मज़ा होता है,,,
दीदी ऑर माँ दोनो हँसने लगी,,,,,,,,
अच्छा बेटी बता ज़रा कितना मज़ा आया तुझे मेरे से चुदाई करके,,,,मामा ने पूछा दीदी से,,,,
बहुत मज़ा आया मामा ,,इतना बोल कर दीदी मामा से लिपट गई ,,,,
कितना मज़ा अशोक जितना मज़ा या उस से भी ज़्यादा ,,,,,,,,,,
डॅड का लंड बहुत छोटा है उस से इतना मज़ा नही आया मामा जितना आपके लंड से आया है,,सॉरी लंड नही ये तो मूसल
है वो भी गधे का मूसल,,,,
ऐसी बात नही है बेटी तेरे पापा का लंड भले ही छोटा है लेकिन मज़ा बहुत देता है ऑर वैसे भी छोटे लंड की कमी पूरी
करने क लिए उनकी टाइमिंग काफ़ी है,जहाँ बड़े लंड से तेरा मामा 20-30 मिनट चुदाई करता है वहीं तेरा बाप छोटे लंड
से कम से कम 40-50 मिनट लगा लेता है,,,,,,,,,,
हाँ ये बात तो ठीक कही माँ आपने लेकिन छोटे लंड से चूत मे मज़ा आता है लेकिन गान्ड मे मज़ा लेने के लिए लंड जितना मोटा ओर लंबा हो उतना अच्छा है,,,,,
माँ ऑर दीदी फिर हँसने लगी,,,,,,,,,,,
तो क्या बोलती हो बेटी एक बार फिर हो जाए ,,,,मामा ने इतना पूछा था कि दीदी फिर से मामा के उपर चढ़ गई लेकिन माँ को खाना पकाना था इसलिए वो उठके बाथरूम मे चली गई,,,,
तुम लोग करो मस्ती मैं तो फ्रेश होके चली किचन मे ,,,तब तक तुम मामा भांजा मिलकर शोभा को खुश करो,,,
माँ उठी ओर बाथरूम चली गई जबकि मैं खिसक कर मामा ऑर दीदी के पास हो गया,,,,
फिर सोनिया के आने से पहले मैने ऑर मामा ने दीदी की खूब चुदाई की जब माँ खाना पका कर आ गई तो खाना खाने के
बाद मैने ऑर मामा ने माँ को भी पूरी तरह से खुश कर दिया,,,
शाम को सोनिया आ गई ओर उसके बाद कुछ नही हुआ ,,,माँ तो संतुष्ट हो गई थी लेकिन शोभा नही हुई थी,,,,
मैं सोफे पर बैठा हुआ था तभी शोभा दीदी मेरे पास आई,,,,,,,
सन्नी तू फ्री है क्या,,,,,,,,,,,दीदी ने आते ही पूछा,,,,
जी दीदी मैं बिल्कुल फ्री हूँ कोई काम था क्या,,,,,,
हाँ सन्नी ज़रा मेरे साथ चलो मुझे शिखा के घर जाना है,,,,दीदी ने मुझे आँख मारते हुए बोला,,,,
माँ तो किचन मे थी ऑर रात के खाने की तैयारी कर रही थी लेकिन मामा सोफे पर मेरे पास ही बैठा हुआ था,,,,,लेकिन उसका ध्यान भी नही पड़ा शोभा दीदी की तरफ जब शोभा दीदी ने मुझे आँख मारी तो,,,,,
मैने सोचा कि साली कितनी बड़ी चुड़क्कड़ है अभी कितनी जबरदस्त चुदाई की थी थोड़ी देर पहले मैने ऑर मामा ने लेकिन इस साली को तो अभी भी मस्ती चढ़ि हुई है,,,,
मैने दीदी को अपने करीब आने को कहा ऑर दीदी मेरे पास आ गई मैने दीदी एक कान मे कहा,,,,,,,,,अरे दीदी ज़्यादा खुजली हो रही है क्या आज बोलो तो मामा को भेज दूं आपके साथ,,,,,
दीदी ने गुस्से मे मुझे देखा ऑर बोला,,,,,,,,,,,,,मुझे शिखा के घर जाना है ,,,वो बोल रही थी कि सारा दिन घर मे बोर
हो जाती है तो मैने उसको बोला कि बुटीक पर आ जाया करो वैसे भी उसको स्टिचिंग आती है वो बुटीक पर आ जाया करेगी तो मेरी भी हेल्प हो जाएगी ,,,ऑर वैसे भी अब मैं ओर बुआ ही है वहाँ पर,,,,,,,,
क्यू दीदी मनीषा ऑर पूजा भी तो है,,,,,,,,,,,
नही सन्नी अब वो अपने गाओं चली गई है वापिस नही आएगी,,,,पूजा के घर वाले उसकी शादी करने वाले है ऑर मनीषा
को अकेले नही भेजना चाहते वो शहर मे,,,,,हमे नये लोगो की ज़रूरत है तो क्यूँ ना शिखा को बुला ले बुटीक पर,,वो
कुछ कमा भी लेगी ऑर टाइम भी पास हो जाएगा उसका,,,,,
ये बात तो ठीक है दीदी लेकिन अब मुझे क्यू लेके जा रही शिखा के घर अकेली चली जाओ,,,,
अरे बुद्धू उसके घर से एक स्टिचिंग मशीन भी लेके आनी है जो उसकी हाँ वो बोलती है वो उससी मशीन पर काम करेगी
आक्टिव पर मुश्किल हो जानी है हम लोगो को कार मे जाना होगा ,,,मुझे कार ड्राइव करने मे डर लगता है इसी लिए तेरे को लेके जा रही हूँ,,,,,ऑर वैसे भी तो कोनसा यहाँ कुछ कर रहा है ,,अब चुप चाप चल मेरे साथ,,,,,
मैं उठा ओर दीदी के साथ चल पड़ा,,,,,मामा मुझे ऑर दीदी को वहाँ से जाते देखने लगा,,,
हम लोग कार मे बैठे ओर चल पड़े वहाँ से,,,,,
अरे दीदी तुम मामा को लेके आ जाती मुझे क्यू लेके आई,,,,,,,,,,
अरे बुद्धू तुझे क्या पता आज मामा ने कितनी मस्त चुदाई की है मेरी ,,,,गान्ड मे हल्का हल्का दर्द हो रहा है लेकिन
फिर भी चुदाई करने को दिल कर रहा है घर पर सोनिया थी तो कुछ भी करना थोड़ा मुश्किल था तो सोचा करण के घर
चलते है अगर उनकी माँ नही हुई तो हम लोग मस्ती कर सकते है अब मामा को लेके आती तो मस्ती कैसे करती शिखा ऑर करण के साथ,,,,
फिर हम लोग इधर उधर की बातें करते हुए करण के घर पहुँच गये,,,,,
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