RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
सोनिया--,सन्नी जल्दी चलो भाई बारिश बहुत तेज है,,,,,,,,,,,,,
मैं--अच्छी बात है बारिश तेज है मुझे तो बड़ा मज़ा आरहा है बारिश मे भीगने मे,,-क्या तुमको मज़ा नही आ रहा सोनिया--मज़ा तो आ रहा है भाई बट ठंड भी बहुत लग रही है,,,,,,,
तभी मैने सोनिया की तरफ़ मूडकर देखा ऑर उसको आगे होके मेरे को हग करने को बोला,,,,,,,,,,,,,मेरे साथ लग जाओ ठंड कम लगेगी,,,,,,,,,,,,उसने भी जल्दी से आगे होके आपने दोनो हाथ मेरी कमर की साइड से मेरे पेट पर रख दिया ऑर मुझे हग कर लिया,,,क्या एहसास था ये ,,,एक कमसिन पूरी तरह से भीगा हुआ जवान बदन मेरे साथ चिपका हुआ था ,,,उसके बूब्स मेरी पीठ पर दबे हुए थे ऑर मुझे इस बारिश मे भी गर्मी का एहसास हो रहा था,,,,ऐसे लग रह था जैसे बारिश की बूंदे मेरे जिस्म पर गिर कर भाप बनके हवा मे उड़ रही थी,,,,उसका चहरा भी मेरे राइट शोल्डर के उपर मेरे कान के पास
था,,इतना पास कि उसकी साँसे मेरे कान मे गुदगुदी कर रही थी ऑर अजीब से मस्ती भर रही थी मेरे दिल मे,,
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तभी मैने बाइक के मिरर को सोनिया की तरफ सेट किया ऑर मिरर मे सोनिया को देखा तो उसका मासूम सा भोला
भला क्यूट सा भीगा हुआ फेस जिसपे बारिश की बूँद गिर रही थी ऑर उसके रूप को ऑर ज़्यादा निखार रही थी,,
उसके पिंक कलर के लिप्स पर जब बारिश की बूंदे गिरती तो वो अपनी ज़ुबान को बाहर निकाल कर अपने लिप्स पर
घुमाती ऑर बारिश की बूँदों को अपनी ज़ुबान से चाटने लगती,,,तभी मैं मिरर मे उसको देख रहा था ऑर
एक दम से उसका ध्यान भी मेरी तरफ हुआ उसने मुझे देखा तो झट से अपनी ज़ुबान को अंदर कर लिया लेकिन
एक टक से मेरी तरफ देखती रही मैं भी मिरर मे उसकी तरफ देख रहा था मुझे बाइक चलाने का भी होश
नही था तभी सामने से आ रही कार ने हॉर्न बजाया ऑर सोनिया ने एक दम से चिल्ला कर बोला,,,,,भाई सामने
देखो,,,,,,,,मेरा ध्यान एक दम से सामने से आ रही कार पर गया ओर मैं बाइक को टर्न कर दिया वरना हम
लोग कार से टकरा जाते,,,,,,,,मैं कुछ डर सा गया ऑर शर्मिंदा हो गया मुझे लगा अब सोनिया मुझ पर गुस्सा
होगी लेकिन उसने तो मिरर मे मुझे हंस कर देखा ऑर बोली,,,,,भाई ड्राइव पर ध्यान दो प्लीज़ ऑर ज़्यादा एंजाय
मत करो बारिश को,,,,,,,मैने भी हल्की सी स्माइल दी ऑर बाइक की तरफ ध्यान देने लगा लेकिन बीच बीच मे
मैं मिरर की तरफ से सोनिया को एक नज़र देख लेता वो भी मुझे देखती ऑर स्माइल कर देती,,वो अभी मेरे से पूरी
तरह से चिपकी हुई थी उसके बूब्स मेरी पीठ पर दबे हुए थे ऑर बारिश के ठंडे अहसास मे भी मुझे
उसके बूब्स की गर्मी का हल्का हल्का अहसास्स हो रहा था ऑर मेरे कान पर पड़ने वाली उसकी गर्म साँसे भी
मुझे उत्तेजित कर रही थी,,,,,हम लोग स्लो ड्राइव करते हुए घर आ गये,,,,,घर आते ही मैं जल्दी से बाइक से
उतरा ऑर सोनिया भी उतार गई,,,,मैं तो भाग कर छत की तरफ जाना चाहता था लेकिन माँ ने मुझे ऑर सोनिया को
नीचे ही रोक दिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,कहाँ जा रहे हो तुम दोनो,,,,हे भगवान तुम लोग पता नही कब बड़े होगे
कैसे बच्चों की तरह भेग कर आए हो बारिश तेज थी तो कुछ टाइम रुक जाते वही इतनी क्या जल्दी थी,,,,मैने माँ
की बात को अनसुना किया ऑर उपर की तरफ चलने लगा,,,,,,,,,,,,,,,
माँ--,रूको सन्नी कोई ज़रूरत नही है उपर जाने की यही रुक जाओ ,,,,मैं तुम दोनो के लिए कपड़े यही लेके आती हूँ मुझे पता है तुम दोनो छत पर जाके फिर से बारिश मे भीगने लग जाओगे,,,,,,,,,,,,,,
सोनिया--,नही मॉम हम तो अपने रूम मे जाके चेंज करेंगे ऑर वापिस नीचे आ ज्जाएँगे,,,,,,,,,,,,,,
माँ--मैं जानती हूँ बेटी तुम दोनो को तुम बारिश मे भीगने का कोई मोक़ा अपने
हाथ से नही जाने देते आख़िर मैं तुम्हारी माँ हूँ,,,,,,,,,,,अब चुप चाप यही बैठ जाओ मैं तुम दोनो
के रूम से कुछ कपड़े लेके आती हूँ,,,,,,,,,,,,
मजबूरन हमे वही रुकना पड़ा हमारा दिल तो यही कर रहा
था कि छत पर जाके थोड़ी देर ओर बारिश मे एंजाय करे,,लेकिन माँ ने हमे नही जाने दिया,,,,,माँ कपड़े
लेके आई ओर हम दोनो को चेंज करने को बोला,,,,,,ऑर खुद किचन मे चली गई,,,हम दोनो ने चेंज किया
ऑर तब तक माँ खाना लगा चुकी थी,,,,,,,,,,हम दोनो का खाना खाने को बिल्कुल भी मन नही हो रहा था ऑर
हल्का सा गुस्सा भी आ रहा था माँ पर,लेकिन हम कुछ कर भी नही सकते थे ऑर चुप चाप से खाने लगे
ऑर खाना ख़तम करके वही बैठ कर टीवी देखने लगे,,,,,,
तभी डोर की बेल बजी माँ ने डोर खोला तो सामने बुआ थी इसलिए माँ पलट कर वापिस आ गई ऑर अपनी जगह
पर बैठ गई,,,,,,,,,,
बुआ--अच्छा हुआ सन्नी बेटा तुम घर पर हो देखो मैं क्या लेके आई हूँ,,,,,,,,,
मैं-क्या है बुआ,,,,,,,,,,,,,,
बुआ--बाहर चलो ऑर खुद देखो तुम भी चलो सोनिया,,,,,,,
लेकिन माँ ने हम दोनो को इशारे से मना कर दिया सोनिया तो वही रुक गई लेकिन बुआ मेरा हाथ पकड़ कर बाहर ले गई,,,,,,बाहर एक न्यू कार खड़ी हुई थी ,देखो सन्नी कैसी लगी मेरी न्यू कार,,,,,,,,
मैं--ओह माइ गॉड बुआ ये तो------------ कार है ,,मुझे सबसे ज़्यादा यही कार अच्छी लगती है चलो फिर ड्राइव पर चलते है ये लो कीस ऑर ड्राइव करो,,,बुआ ने मुझे कार की चाबी दी ,,,,,,,,,,
मैं--लेकिन बुआ मेरे पास तो लाइसेन्स नही है,,,,,,,,,,,
बुआ--बेटा लाइसेंस नही है फिर भी बाइक तो ड्राइव करते हो ना तो कार ड्राइव करने मे क्या है,,,,,,,,,,
मैं कार की ड्राइव सीट पेर बैठ गया ऑर बुआ मेरे साथ वाली सीट पर,,,,,,,,,,,कैसे लगी कार सन्नी बेटा,,,,,,,,,,
मैं-बहुत अच्छी है बुआ ,,,,कब ली ये कार बुआ,,,,,,,
बुआ--अभी जस्ट भाई के साथ जाके लेके आई हूँ भाई को बॅंक छोड़ा ऑर सीधा घर आ गई मुझे पता था तू अब तक कॉलेज से घर आ गया होगा,,,,,,,
मैने कार स्टार्ट की ऑर हम लोग चल पड़े शोभा कहाँ है बुआ,,,,,,,,,
बुआ--,बेटा वो कॉलेज से ज़रा लेट आने वाली है एक्सट्रा क्लासस है उसकी,,,,,,,,,
मैं-,बुआ अब तो पार्टी होनी चाहिए न्यू कार की,,,,,,,,,
बुआ-पार्टी कर देती हूँ बेटा बोलो क्या खाना है,,,,,,,,,
मैने बुआ के बूब्स की तरफ़ इशारा कर दिया,,,,,,,,,,
बुआ--तू बहुत ही ज़्यादा शरारती हो गया है सन्नी बेटा लेकिन मैने तो तेरे लिए कोई ओर पार्टी तैयार की है लेकिन अभी नही आज रात के लिए तुम बस आज रात को बुटीक पर रहने आ जाना ,,,,,,,,,,
मैं--,कोन्सि पार्टी है बुआ,,,,,,,,,,
बुआ-ये तो आज रात को ही पता चलेगा,,,,,,,,,
मैं-ठीक है बुआ आ जाउन्गा लेकिन अभी के लिए तो कुछ होना चाहिए,,,,,,,
मैं-नही अभी कुछ नही अभी जस्ट ड्राइव करो फिर कुछ देर बाद मुझे कहीं जाना है ,,,,
मैं--नही बुआ कुछ हल्की सी पार्टी तो अभी करनी ही पड़ेगी,,,,,,,,
बुआ--,ठीक है बेटा जैसा तुम चाहो इतना बोल कर बुआ ने अपना हाथ मेरे बर्म्यूडा के उपर
से मेरे लंड पर रख दिया ऑर हल्के से दबाने लगी,,,,,,मेरा लंड तो पहले से ही बातों बातों मे हार्ड हो
चुका था ऑर बुआ के हाथ लगते ही उछलने लगा था बुआ ने मेरे बर्म्यूडा को थोड़ा नीचे किया ऑर मैने
भी खुद को सीट से उठाकर बुआ की हेल्प की जिस से मेरा बेदमूदा नीचे हो गया ऑर लंड बाहर निकल आया,,
मैने कार को घर से थोड़ी दूर एक कॉलोनी की तरफ मोड़ दिया उस कॉलोनी मे अभी जस्ट 5-7 घर ही बने थे
ऑर बाकी एरिया खाली पड़ा था ना बंदा ना बंदे की ज़ात,,,,,वैसे भी इतनी बारिश मे किसने होना था बाहर
रोड पर,,,,मैने हल्की स्पीड मे ड्राइव कर रहा था ऑर बुआ मेरे लंड को सहला रही थी तभी मैने कार
एक घर की पिछली दीवार के साथ खड़ी करदी जहाँ से हमे कोई नही देख सकता था ऑर कार बंद करके बुआ
की तरफ देखा ऑर तभी बुआ भी मेरी तरफ देखते हुए आगे बढ़ी ,,हम लोगो ने एक दूसरे के लिप्स को चूमना
शुरू कर दिया,,,,मेरी तो वैसे ही बारिश मे भीगने की वजह से हालत खराब थी क्योंकि बाइक पर सोनिया जो
मेरे साथ थी,,,,,,,,,,अच्छा हुआ बुआ आ गई वर्ना आज तो मूठ मार कर काम चलाना पड़ता क्योंकि लंड तो मस्ती
मे पूरा भरा हुआ था स्पर्म को नही निकालता तो फॅट जाता ये साला,,,,,,,,,,
मैने बुआ के लिप्स को अपने लिप्स मे जकड़ा ऑर हल्के से किस करने लगा ऑर साथ ही बुआ के ब्लाउस के बटन को
खोलने लगा,,,,,
बुआ--सन्नी मत करो बेटा अभी जस्ट थोड़ा बहुत करते है ना कोई आ जाएगा मत खोलो इसको ,,,,,,,,
मैं--अरे बुआ डरो नही कोई नही आता यहाँ आप बस एंजाय करो ,,,,,,,,,,,,,
बुआ--लेकिन सन्नी,,,
इस से पहले बुआ कुछ ऑरबोलती मैने बुआ के लिप्स को फिर से अपने लिप्स मे जाकड़ लिया ऑर चूसने लगा साथ ही अब तक मैने बुआ के ब्लाउस को भी खोल दिया था ऑर ब्रा के उपर से उनके बूब्स को सहलाने लगा था बुआ का हाथ भी मेरे लंड पर उपर नीचे हो रहा था तभी मैने बुआ के सर को पकड़ा ऑर अपने लंड की तरफ कर दिया ऑर बुआ ने भी अपने मूह को खोल कर लंड को मूह मे ले लिया ऑर मूह को उपर नीचे करते हुए लंड चूसने लगी बुआ ने अपने हाथ
को भी लंड से हटा दिया था ,,मैने अपनी सीट को पीछे की तरफ मोड़ दिया ऑर आराम से लेट गया ऑर अपने हाथ
बुआ के बूब्स पर रखके उनको मसल्ने लगा,,,,,,,बुआ ने भी अपने हाथ को हटा लिया था ऑर मूह को उपर-
नीचे करते हुए पूरा लंड मूह मे लेने की कोशिश करने लगी थी वो भी अब बहुत मस्त हो चुकी थी ऑर पूरी
तेज़ी से सर को उपर नीचे कर रही थी,,,मेरा लंड पूरा थूक से भीग गया था ऑर काफ़ी चिकना हो गया था,,
बुआ उसको अपने होंठों मे दबा कर उपर नीचे हो रही थी मुझे तो किसी चूत से भी ज़्यादा मज़ा आ रहा
था ऑर मैं भी मस्ती मे बुआ के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से मसल रहा था तभी बुआ ने अपनी ब्रा को उपर कर दिया
ऑर अपने बूब्स को आज़ाद कर दिया अब मैं बुआ के नंगे बूब्स को मसल्ने लगा ऑर बुआ भी लस्ति मे लंड
को मूह मे तेज़ी से अंदर बाहर करने लगी,,,,
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