RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैने देखा की मोम उपेर नीचे हो रही थी ओर लंड उनकी चूत मे अंदर बाहर हो रहा
था आज मुझे ये लंड कल से बड़ा लग रहा था ओर रंग मे भी काला था मैने सोचा
काला तो इस लिए लग रहा होगा क्यूकी मोम उपर बैठी है ओर लाइट नही पद रही है
लंड पे लेकिन एक ही दिन मे लंड बड़ा कैसे हो गया ये लंड कम से कम 9' इंच का था
मुझे लगा ये भाई नही हो सकता क्यूकी एक दिन मे लंड बड़ा नही हो सकता,तभी मुझे
जिसस बात का दर था वही हुआ उस आदमी ने अपने हाथ मेरी मों क बूब्स पे रखे मेरी
मोम के बूब्स दूध की तरह वाइट थे जबकि उसकी तुलना मे हाथ बहुत ही काले लग
रहे थे,जबकि मेरा भाई तो मोम की तरह गोरा चिटा है क़िस्सी कश्मीरी की तरह
मेरा दिमाग़ खराब हो गया मैं सोचने लगा की ये कौन है तभी मुझे नज़र आया की
रूम मे 2 न्ही 3 लोग है मैं ओर परेशान हो गया.मैने देखा की कोई मेरी मोम के बगल
मे खड़ा हुआ था ओर अपने लंड मोम के मूह मे डाल रहा था मैने ध्यान से देखा तो
वो विशाल भाई था,,मोम भाई का लंड मूह मे लेके चूस रही थी ओर नीचे लेते हुए
आदमी का लंड चूत मे लेके उछल रही थी,,फिर मोम ने भाई के लंड को मूह से निकाला
ओर उस आदमी के उपर झुक गई ओर भाई ने मोम के पीछे जाके अपना लंड मोम की गंद मे
डाल दिया,,,मैं दंग रह गया की मेरी मा दो लोगो से एक साथ चुद रही है,,इस टाइम
मुझे मेरी मा क़िस्सी बाज़ार की रंडी लग रही थी जो एक लंड से खुश नही थी ओर
2 लंड से चुद रही थी,,,नीचे से वो आदमी पूरे ज़ोर से मा की चूत मार रहा था ओर
पीछे से भाई अपने लंड से मों की गंद फाड़ रहा था,,मों अहह
उहह हययययययययययययईईईईईईईई कर रही थी भाई भी
कुछ एसी आवाज़ कर रहा था पर वो आदमी न्ही ,,,,मुझे उस आदमी की ज़रा सी आवाज़ भी
सुनाई नही दी,,तभी कुछ देर बाद भाई ने अपना लंड मों की गंद से बाहर निकाला ओर
खड़े होके फिर से मों के मूह मे डाल दिया,,मों ने भी बड़े प्यार से उसको चूसना
शुरू कर दिया,हाँ मों एसे ही चूसो अपने बेटे क लंड को अहह उहह
आहह पूरा मूह मे लेके चूसो मों आआआआआआअहह
उउउहह मों कभी लंड को मूह के अंदर करती कभी बाहर ओर
कभी कभी लंड की टोपी की होंठो मे लेके चुस्ती ओर अपनी ज़ुबान से चाट्ती ओर अपने
हाथ से भाई की बॉल्लस को सहलाती उधर उस आदमी ने नीचे से मोम की चूत मे अपने लंड
को स्पीड से पेलना जारी रखा ओर हाथों से मों के बूब्स को मसलता रहा,,फिर कुछ
देर बाद भाई ने अपना लंड मों के मूह से बाहर निकाला ओर नीचे लेट गया अब मों ने
उस आदमी क लंड को अपनी चूत से निकाला ओर उठा कर भाई क उपर चली गई ओर भाई के
लंड को अपनी चूत मे ले लिया फिर मैने देखा की वो आदमी भी उठा कर खड़ा हो गया
ओर उसने अपने बड़ा ओर मोटा मूसल जैसा लंड मों क मूह क पास कर दिया,,,उस आदमी की
पीठ मेरी तरफ थी जिसस वजह से उसका चहरा मुझे नज़र नही आ रहा था,मों उसके
लंड को बड़े प्यार से चूस रही थी ये लंड भाई क लंड से बड़ा ओर मोटा था फिर भी
मों बड़ी आसानी से इसको मूह मे लेके चूस रही थी जैसे कोई रंडी चुस्ती है,,नीचे
लेता हुआ मेरा भाई मों की चूत को बड़ी तेज़ी से बजा रहा था ओर चिल्ला रहा था
आअहह हमम्म्मममममममममममममममममममममममम मों बड़ा मज़ा आ रहा है
आहह काश दिल करता है एसे ही आपकी चूत मे लंड डालके लेता
राहु आअहह उूुुुुउऊहह क्क्कय्या ंमाज़्जा
हहाऐईयइ म्*मम्मूऊओंम्म्म आअप्प्प्क्कीईइ कक्चूवततत्त कककााअ आअहह
दिल्ली मे कितनी लड़कियों को चोद चुका हूँ पर कभी इतना मज़ा नही आता जितना मज़ा
आपके साथ आता है,,,,आआहह उूुउऊहह
तभी मैने देखा की उस आदमी ने अब अपना लंड मों के मूह से बाहर किया ओर मों के
पीछे जाके खड़ा हो गया मों ने उसका इशारा समाज लिया ओर भाई के पेट के उपर को
झुक गई मैं समझ गया की अब ये मों के गंद मे लंड डालने वाला है,तभी उसके अपने
लंड को मों की गंद के होल पे रखा ओर धक्का मारा पर लंड अंडर नही गया बल्कि
फिसल कर दूसरी तरफ मूड गया उसने दोबारा से कोशिश की पर कोई फायेदा नही हुआ अब
उसने अपने हाथ मे थूक लगा कर थोड़ा थूक मों की गंद के होल पर ओर थोड़ा अपने
लंड की टोपी पे लगाया ओर फिर से लंड को गंद क होल पे रखा ओर एक जोरदार धक्का
मारा तो लंड एक ही बार मे 6-7 इंच तक अंडर चला गया ओर मों की चीक निकल गई
ये चीख बड़ी ज़बरदस्त थी अगर रूम का डोर खुला होता तो पूरे घर मे ये चीख
गूंजने लगती,,उस आदमी ने अपना लंड थोड़ा बाहर की तरफ किया ओर फिर एक धक्का मारा
तो उसका पूरा का पूरा लंड मों के गंद फड़ता हुआ अंदर तक चला गया ओर मों फिर से
च्चिल्ला उठी हयीईईईईईईईई म्*म्म्ममाआआररररर गगगगगगगगयययययययीीईईईईईईईईईईईई
त्ततहूऊररर्राआ आअरर्राांम्म्म सस्सीई न्न्नाआहहिईिइ ककक्काआरररर सस्साआक्ककत्ता
कककाामम्मिईईईन्न्न्नीई म्*म्मईएरररिइ ग्गगाआअन्न्ँद्दद्ड पफाआद्द्दननीईए ककक्कााअ
ईईइइररराआद्ददडाा हहााअ क्क्यय्याअ मैं समझ गया था की मों को दर्द हुआ है ओर
दर्द हो भी क्यू ना उस आदमी का लंड क़िस्सी घोड़े क लंड जितना बड़ा था जो किसी भी
औरत की गंद फाड़ सकता था तभी कुछ एसा हुआ जिसकी उमीद नही थी मुझे फेन की
वजह से कर्टन हिला ओर मुझे उस आदमी का चेहरा नज़र आया,,मेरी तो सांस ही रुक गई
एसा लगा जैसे अभी मेरा दिल भी धड़कना बंद कर देगा,,वो आदमी कोई ओर नही मेरा
मामा सुरिंदर था,,,हे भगवान ये मैं क्या देख रहा हूँ मेरी मों अपने बेटे ओर
भाई से एक साथ चुदवा रही थी,,,,,मुझे यकीन नही हो रहा था,,मेरा दिल किया की
डोर खोल कर अंदर चला जाउन ओर सबको गोली मार दूं,,,,,ओर कभी दिल किया की मैं
भी अंदर जाके इस खेल मे शामिल हो जाउन,,,,पर मैं अभी बहुत छोटा था मेरी हिम्मत
नही हो रही थी ये सब करने की,,मेरा भाई ओर मामा मिलकर मेरी मों को चोद रहे
थे,,,चोद क्या रहे थे मों की चूत ओर गंद को फाड़ रहे थे,,तभी मों ने तेज
आवाज़ निकलनी शुरू करदी आआआआआआहह उूुउऊहह ओर
त्तहूड्दाअ त्टीजज क्काररू तटुउंम्म दद्दून्न्नूओ म्मीरररा प्प्पांनी ननीककाल्लननईए
व्वाअल्ला हहाऐ,,तभी भाई बोला मम्मूंम्म तूऊददाा ररुउउक्क्कूव म्*म्मईएरर्राा
बभहिि हहून्न्नईए वव्वाअल्लाअ हहााईयइ ब्ब्ब्बाअस्स तभी भाई ने अपनी स्पीड
तेज करदी ओर मामा ने भी,,, 2 मिंट बाद मों ओर भाई तेज तेज बोलते हुए झड़ गये ओर
तभी मामा भी झड़ गया भाई ने अपने पानी से मों की चूत ओर मामा ने मों की गंद
भर दी,,मामा ने अपने लंड निकाला ओर हफ़्ता हुआ एक साइड पे लेट गया मोम भी भाई
के उपर से हट कर नीचे लेट गई,,पहले मामा लेटा हुआ था फिर मोम ओर लास्ट मे भाई
सामने सोफा पड़ा हुआ था मुझे उनके चहरे तो नज़र नही आ रहे थे पर उनकी टाँगे
ज़रूर नज़र आ रही थी,,,,,सब लोग तेज तेज साँसे लेके हाँफ रहे थे,,हानफते भी
क्यू ना ये चुदाई कम से कम 50-60 मिंट चली थी,,क्यूकी पिछले 40 मिंट से तो मैं
खुद देख रहा था ओर ये लोग मेरे आने क पहले से लगे हुए थे,,,,,,,,,,,,,,
कुछ देर बाद सबकी हालत ठीक हुई तो वो लोग बातें करने लगे,पहले मामा बोला,,,,
आज तो मज़ा आ गया बहना,,,,,,मैने नोट किया की मामा सेक्स करते टाइम कोई आवाज़ नही
करता था ज़रा सी भी नही,,,,,,हां मेरे राजा भाई बहुत मज़ा आया है आज,,वैसे
तो ये मज़ा रोज ही आता है पर आज मेरा बेटा भी यहाँ है तो आज का मज़ा डबल हो
गया है,,तुम रोज आया करो बेटा रोज इतना मज़ा आएगा,,,,जैसे अभी फोन करके मुझे
बुलाया है मों वैसे ही रोज बुला लिया क्रो,,,मैं तो रोज फोन कर दूं बेटा पर तुम
रोज नही आ सकते ,,ये बात तो है मों,,,,कालेज से तो छुट्टी कर सकता हूँ पर
जॉब से छुट्टी नही मिलती,,,,,वैसे मों तुमने इस बार मुझे जल्दी बुला लिया,,अभी 15
दिन पहले ही तो तुम दिल्ली आई थी मामा के साथ जब मुझे ऑफीस से छुट्टी थी,,,तब
भी तो 3 दिन तक मैने ओर मामा ने तुम्हारी खूब चुदाई की थी,,,हाँ बेटा याद है
पर क्या करू तेरे लंड की प्यासी रहती हूँ मैं हमेशा,,रोज दिल करता है तेरा लंड
अपनी चूत मे लेने को,,,,,,,,रोज रोज मामा तो आपके पास ही होते है ना मों,,,तो उनका
लंड ले लिया करो,,,,तेरे मामा का लंड तो रोज लेती हूँ बेटा जब सब लोग घर से
चले जाते है तब पर अब एक लंड से रोज रोज चुदके मज़ा नही आता,,,अब तो मुझे
तुम दोनो से एक साथ चुदके मज़ा आता है,,,,अब कल तूने चले जाना है तो मैने फिर
से प्यासी हो जाना है,,,,,,कोई बात नही मों तो 2 वीक बाद मुझे 2 दिन की छुट्टी है
आप वहाँ आ जाना मामा को साथ लेके मेरे फ्लॅट पे,,,नही बेटा अब बार बार गाओं जाने
का बहाना लगा कर तेरे मामा क साथ दिल्ली आना मुश्किल है,,तुम ही आ जाना,,,,,नही
मों मैं नही आ सकता 2 दिन की छुट्टी मे मेरा एक दिन तो सफ़र मे बीत जाता है,,
ठीक है बेटा मैं कोशिश करूँगी,,तभी मामा बोला पड़ा,,,बहना अभी तो तेरे बेटे
ने कल जाना है अभी तो बहुत टाइम है,,क्यू ना एक ओर राउंड हो जाए,,,,,मोम बोली क्यू
नही भाई मैं तो हमेशा तयार रहती हूँ,,,,,,,,,वैसे भी अभी बहुत टाइम है
सन्नी ओर सोनिया क आने मे,,,बोलते बोलते मोम उठी ओर दोनो हाथों से दोनो लंड को पकड़
लिया ओर मूठ मरने लगी ओर बारी-2 दोनो को चूसने ओर चाटने लगी,,कुछ ही देर मे
दोनो लंड अपनी ओकात मे आ गये थे,,,,मैं समझ गया की अब दोबारा से चुदाई का
खेल शुरू होने वाला है,,पर मुझे अब यहाँ से जाना होगा कहीं इनको पता नही
लग जाए की मैं यहाँ हूँ,,मैने चुप चाप वहाँ से निकलने की सोची ओर वहाँ से
चला गया..नीचे जाके मैने डोर को अनलॉक किया ओर बाहर जाके फिर लॉक लगा दिया ओर
बाइक लेके वहाँ से चला गया
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