RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
फिर मैं रूम से निकल कर अपने दोस्तो को मिलने चला गया,,,, जब वापिस घर पहुँचा
तो 9 बजे थे,,,सभी लोग डाइनिंग टेबल पे बैठे खाना खा रहे थे.मैं बाहर से
खाना ख़ाके आया था तो सीधा उपर अपने रूम की तरफ जाने लगा तो पीछे से डेड
ने मुझे आवाज़ लगाई,,,,,,,,,सन्नी बेटा डिन्नर नही करना क्या,,,मैं बोला नही डेड
मैं अपने दोस्तो क साथ बाहर खाना ख़ाके आया हूँ,,,तभी डेड ने गुस्से मे बोला,,,
अपने आवारा दोस्तो क साथ घूमता रहना ओर बाहर खाना खाते रहना,,ना जनाब का स्टडी
मे ध्यान रहता है ओर ना घर के खाने की तरफ,,,बस अपने बेहूदा आवारा दोस्त चाहिए
बाहर का खाना ओर कंप्यूटर पे वीदीओ गेम्स,,,,,,ओर कुछ तो अच्छा ही नही लगता ,,तभी
मों बोलने लगी,,,,तो क्या हुआ अगर बाहर खाना ख़ाके आ गया ,,कभी कभी दिल करता
है बाहर का चटपटा खाने को, आप तो हर टाइम मेरे बच्चे क पीछे ही पड़े रहते हो.
सरिता एक दिन की बात हो तो ठीक है पर ये नवाबजादे तो रोज रात को बाहर ही ख़ाता
है,,,बच्चा है उम्र है उसकी बाहर खाने की,,,अब फालतू मे मेरे प्यारे बेटे को मत
डांटा करो,,,,तभी मों उठकर मेरे पास आई ओर मुझे अपने सीने से लगा लिया ओर बोला
जा बेटा तू अपने रूम मे,दिल छोटा मत करो,,तुम्हारे डेड की तो आदत है बिना वजह
बोलने की,,,तभी सोनिया बोली,,,,मों कभी हमे भी इतना प्यार कर लिया करो,,,तभी
सोनिया हस्ने लगी ओर बाकी सब लोग भी,,,,सरिता तुमने इन बच्चों को बिगाड़ दिया है
इतना लाड प्यार करके,,,,,,,,,,,,,,,,तो क्या करू मा हूँ,,अपने बच्चों को प्यार नही
करू तो किसको करू,,,,,,,,जा मेरा बेटा तू आराम करले अपने रूम मे जाके,,ओर खुद
वापिस जाके डिन्नर करने लगी..मैं भी उपर की तरफ अपने रूम मे चला गया,,ओर पीसी ओन
करके ग़मे खेलने लगा,,,,,
अभी 15 मिंट हुए थे गेम खेलते तभी सोनिया रूम मे आ गई,,,,,बस गेम ही खेलना
तुम स्टडी मत करना कभी,,,तू ज़्यादा मत बोला कर पागल ,,,,,,गुस्सा क्यू करता है
मेरे सोहने भाई लगता है डेड की बातों का गुस्सा मेरे पे उतार रहा है तू,,डेड की
तो आदत है भाई गुस्सा करने की तुम तो जानते हो,,अच्छा चलो अब गेम छोड़ो ओर नोट्स
त्यार करो अपने मैं हेल्प करती हूँ,,,,मैने बोला नही अभी नही बाद मे,,,,बाद मे
मुझे सोना है भाई ,,,,,तो सो जाओ मुझे अभी गेम खेलना है,,फिर कब करोगे नोट्स
पूरे कल तो सब्मिट करवाने है,,,,,मुझे कल नही करवाने मुझे कुछ दिन बाद करवाने हैं
,,ठीक है तो फिर मैं सोने लगी हूँ तुम गेम खेलो,,,सोनिया अपने बेड पे जाके
लेट गई,,,,हुमारा रूम तो एक था पर बेड अलग-2 थे,एक तरफ सोनिया का बेड ओर दूसरी
तरफ मेरा बेड,,बीच मे कंप्यूटर टेबल था,,सोनिया सो गई ओर मैं गेम खेलता रहा,
फिर कुछ देर बाद मैने पीसी बंद किया ओर सोने लगा पर मुझे नींद नही आ रही थी
मुझे मों को वो गंद ओर बड़े-2 बूब्स याद आ रहे थे,,मैं उठा कर वॉशरूम गया
ओर मों के नाम की मूठ मार के वापिस आके सो गया,,,,
सुबह उठा तो कलाज जाने का मूड नही हुआ,,मुझे पता था भाई आज घर पे है ओर
वो आज भी मों को ज़रूर चोदेगा इसलिए मैं कालेज से छुट्टी करने की सोची,फिर
मैने सोचा की अगर मैं रुक गया तो ये लोग अपना खेल नही खेलेंगे,मुझे कालेज
चले जाना चाहिए,,,,नाश्ता करके मैं रेडी हो गया ओर सोनिया को साथ लेके कालेज
की ओर चल पड़ा,,,रास्ते मे मैने सोचा की कालेज से जल्दी घर चला जाउन्गा ताकि
फिर मों ओर भाई का खेल देख सकूँ,,यही छोचते -2 कालेज पहुँच गया,,मैने सोनिया
को कालेज के गेट क सामने उतारा ओर उसको बोला की तुम अंदर जाओ मैं अपने एक दोस्त के
पास उसको लेने जा रहा हूँ,,,थोड़ी देर मे आ जाउन्गा,,,सोनिया कालेज के अंदर चली
गई ओर मैं बाइक वापिस मोड़ कर घर की तरफ आ गया,,,पर मुझे पता था अभी डेड
ओर बुआ घर पे है ,शोभा तो चली गई थी कालेज ,,,लेकिन सुरिंदर मामा भी तो
है घर पे,लेकिन उनका होना ना होना एक जैसा है,,,,मैने बाइक घर के पास वाले पार्क
के पास रोक दी ओर उतर कर पार्क मे चला गया,,ओर डेड ओर बुआ के जाने की वेट करने लगा
क्यूकी उन दोनो ने एक साथ ही घर से निकलना होता है क्यूकी बुआ का बुटीक ओर डेड
का बॅंक दोनो पास है इसलिए डेड बुआ को साथ ले जाते है,,ओर शाम को बुआ बड़ी
दीदी क साथ अक्तिवा पे आ जाती है,,,,,मैं उन दोनो के निकलने की वेट करने लगा,,,
तभी 15 मिंट बाद दोनो वहाँ से गुज्जर गये,,मैने उनके जाने के बाद भी 30 मिंट तक
पार्क मे वेट किया ओर फिर घर की तरफ चल पड़ा,,घर पहुँच कर मैने गेट को बड़े
प्यार से खोला ताकि कोई आवाज़ ना हो ओर बाइक को भी ऑफ करके घर के अंदर किया,,फिर
मैं घर के मैं डोर की तरफ गया ओर अंदर जाने लगा तो देखा डोर लॉक था,,,
मुझे पहले ही शक था की मेन डोर पे लॉक लगा होगा इसलिए मैं डोर की एक की
अपने साथ ले गया था,,मैने बड़े आराम से लॉक खोला ताकि कोई आवाज़ ना हो ओर अंदर
चला गया
घर के अंदर जाते ही मैने डोर वापिस लॉक किया ओर हल्के कदमो से मोम के रूम की
तरफ गया पर मोम के रूम का डोर ओपन था अंदर देखा तो कोई नही था फिर मैं उस
स्टोररूम की तरफ गया जहाँ भाई सोता था वहाँ भी कोई नही था अब घर पे 2 ही
रूम बचे थे एक था मेरा रूम ओर एक बुआ का,,,पर बुआ तो रूम को लॉक करके जाती
है हमेशा,,मैं उपर अपने रूम की तरफ गया पर मैं सोच रहा था वो लोग नीचे
अपने रूम छोड़ कर उपर मेरे रूम मे क्यू जाने लगे,उपर जाके देखा तो मेरे रूम
मे भी कोई नही था,,मुझे लगा की आज भी वो लोग छत पे स्टोररूम मे होंगे तो
मैं उपर वाले स्टोररूम की तरफ चला गया,,पर वहाँ भी कोई नही था,,,अब मुझे
गुस्सा आ रहा था आख़िर ये लोग कहाँ जा सकते है ओर कोई रूम भी नही बचा,,फिर
मैं नीचे आया ओर घर के पीछे बने हुए गार्डेन मे गया क्यूकी मामा अक्सर यहीः होता
है पर मामा भी नही था ,,मोम ओर भाई भी गायब थे,,,,फिर मेरा दिमाग़ संका,,
घर मे एक रूम ओर था,,,जैसे नीचे 2 रूम्स है वैसे ही उपर भी 2 रूम्स है
नीचे रूम के साथ डाइनिंग रूम ओर किचन है जबकि उपर किचन ओर डाइनिंग रूम की
जगह एक बड़ा सा रूम बनाया हुआ है,,उसमे एक सोफा सेट ओर एक छोटा बेड,,,छोटे का
मतलब ये नही की सिंगल बेड,,,छोटे से मेरा मतलब है की वो बेड नही है जस्ट
ज़मीन पे ही एक 8' मोटा मॅट्रेस रखा हुआ है,,ओर उसके सामने एक टीवी पड़ा है ओर
साथ मे डीवीडी प्लेयर ओर म्यूज़िक सिस्टम,,,,,,,,,,वो रूम बुआ का है,,,,,जब भी बुआ
का कोई दोस्त या बुटीक से कोई जान पहचान वाला आता है तो बुआ उसको वही बिठाती
है,लेकिन बुआ अपने बेड रूम की तरह इस रूम को लॉक नही करती कभी,,,,पता नही
उसके बेडरूम मे कॉन्सा अली बाबा का ख़ज़ाना रखा हुआ है,,,,,मैं वापिस उपर उसी
रूम की तरफ चल पड़ा क्यूकी घर मे एक वही जगह बाकी थी जहाँ मैने मोम ओर भाई
को नही देखा था,,वहाँ भी नही हुए तो इसका मतलब की वो घर पर ही नही है,,
मैं उस रूम की तरफ बड़ा तो मुझे कुछ आवाज़ सुनाई दी ये आवाज़ मोम की थी सेम
वही कल जैसे मोम अहह उहह कर रही थी,,
मैं समझ गया की खेल चालू है अंदर,,मैं डोर के करीब पहुँचा तो आवाज़ तेज हो
गई,,,कल तो मोम को डर था कहीं कोई आ ना जाए इसलिए स्लो आवाज़ कर रही थी पर
आज उनको यकीन था कोई आने वाला नही है इसी लिए वो बिना क़िस्सी डर के खुलके एंजाय
कर रही थी ओर तेज आवाज़ मे अहह उहह कर रही
थी,,मैं डोर क पास पहुँचा तो देखा रूम अंदर से बंद था,,मैने कीहोल मे से
अंदर देखने की कोशिश की तो देखा की मोम उसी छोटे बेड पे पूरी नंगी भाई के
उपर बैठी हुई थी ओर भाई का लंड चूत मे लेके उपर नीचे हो रही थी,मुझे कुछ
क्लियर नही दिख रहा था,,,,रूम मे अंधेरा नही था बल्कि रूम मे फेन आन था जिसकी
वजह से रूम मे कर्टन हिल रहा था ओर बार बार कीहोल क सामने आ रहा था,फिर
जब कर्टन साइड होता तो मुझे मोम का साइड पोज़ नज़र आ जाता,,मोम बड़ी तेज़ी से उपर
नीचे हो रही थी जिस वजह से उनके बूब्स भी उछल रहे थे इतने बड़े बूब्स थे की
मेरे दोनो हाथों मे एक बूब पूरा नही आ सकता था,,लेकिन एक बात थी मोम की उम्र
इतनी हो गई थी पर फिर भी बूब्स ज़रा सा भी लटके नही थे हाँ थोड़े नीचे की
तरफ ज़रूर हो गये थे पर इतने बड़े बूब्स का हल्का सा नीचे झुकना तो जाएज है,,
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