RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
रात अपने पूरे शबाब पे थी महक और शबनम बातें करते करते सो गयी थी पर सॅम को नजमा के बिना चैन कहाँ आता था वो सीधा नजमा के रूम में चला जाता है.
नजमा;के रूम में पहुँच कर वो डोर लॉक कर देता है नजमा जाग रही थी और ब्लू नाइटी में सॅम का ही इंतजार कर रही थी
सॅम;नजमा के पास जाके बैठ जाता है
नजमा;बड़ी देर कर दी जी
सॅम;हाँ वो आबिद के साथ कुछ बातें कर रहा था
बहुत थक गया हूँ सोच रहा हूँ सो जाऊ
नजमा;उसे देख के मुस्कुराती है और दोनो की नज़रें एक दूसरे में समा जाती है.
नजमा;;बिना किए
सम;मुस्कराता हुआ क्या मैं समझा नही
नजमा;सॅम के होंठों के पास आती है और धीरे से कहती है बिना अपनी नजमा को चोदे आपको नींद आएँगी जानू
सॅम;उसे अपनी बाहों में भर लेता है नही मेरी रानी जब तक मैं तुझे नही चोदता ना मुझे नींद आती है और ना तुझे क्यूँ सही कह रहा हूँ ना
नजमा;हाँ सॅम पता नही क्या जादू कर रखा है तुमने मेरे जिस्म पे जब तक ये तुम्हारे नीचे नही पिसता आकड़ा रहता है आज बहुत दिल कर रहा है मेरा कल रात भी तुमने महक को ऐसे लिया कि मुझे भूल ही गये
सॅम;नजमा आज तो बस तू और मैं आज तेरे तीनो सुराख ऐसे लूँगा कि तू दिल से दुवा देगी मुझे
और दोनो माँ बेटे के होंठ एक दूसरे से चिपक जाते है.
दोनो ये बहुत अच्छी तरह जानते थे कि आज उनके बीच कोई नही आने वाला सारी रात उनकी है पर दिल की तड़प कोई काम सुकून से करने कहाँ देती है दोनो की ज़ुबान एक दूसरे के मुँह में नाच रही थी और हाथ एक दूसरे के जिस्म पे थिरक रहे थे.
कुछ ही पलों में दोनो अपने कपड़ों से निजात पा चुके थे
सॅम;नजमा को लेटा के पूरे जिस्म को चूमने लगता है वो सर से लेके पाँव तक नजमा को चूमता चला जाता है और नजमा खुद को जल बिन मछली की तरह महसूस करने लगती है.
नजमा;के होंठ सूख चुके थे वो बार बार अपनी ज़ुबान होंठों पे फेर रही थी
अहह बेटा मेरी चूसो ना अहह तुम्हारे होंठ मेरी चूत से मिला दो बेटा अहह
सॅम;अपनी अम्मी की लाल गुलाबी चूत देख के पहले से पागल हुआ पड़ा था वो चूत के उपर थूक के उसे और चिकनी कर देता है.
रात की रोशनी में नजमा की चिकनी चूत किसी कटे हुए स्ट्राव्बेरी की तरह लग रही थी.
सॅम;के मुँह से राल टपकने लगती है और वो भीगी हुई उंगली नजमा की चूत पे रगड़ने लगता है अहह नजमा तेरी चूत बहुत प्यारी है
नजमा;अहह आपके ही तो है गगगगगगगगगगग देखो मत खा जाओ उसे हमेशा परेशान करती है कहते है जानू कहाँ है जानू को बुलाओ देखो ना जानू होके भी कुछ नही कर रही अहह चाटो ना अहह चूस लो एक एक कतरा उसका
सॅम;अपनी अम्मी के मुँह से ऐसे बातें सुनके खुद को रुक नही पाता और वो नजमा की चिकनी चूत पे झुकता चला जाता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्पगलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
नजमा;अपनी ब्रेस्ट को मरोड़ने लगती है और चीखने लगती है हन्ंनननणणन् ऐसे ही अहह उउईईईईईई माआआआअ बड़ा ज़ालिम बेटा है मेरा अहह काटो मत ना बेटा अहह उसे प्यार करते है काटते नही है ना उःन्णननननननननणणन् अहह
सॅम;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प आज मत रोक नजमा मुझे अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प
वो कुत्ते की तरह नजमा की चूत को चाटे जा रहा था और इस दौरान वो नजमा को एक बार झाड़ा भी चुका था सॅम हर कतरा पीता चला गया उसका मुँह नजमा के चिपचिपे पानी से भीग चुका था जब वो अपना चेहरा नजमा की चूत से उठाता है तो नजमा अपने महबूब के मुँह को अपनी ज़ुबान से चाट चाट के सॉफ करने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;खड़ा हो चुका था वो पानी पीने जाने लगता है पर तभी नजमा उसके लंड को पकड़ लेती है और बेड पे लेटके उसे अपने मुँह में भर लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प कहाँ जा रहे हो मुझे भी पिलाओ ना आपका पानी गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
सॅम;अहह साली कितनी बार कहा है तुझे धीरे किया कर अहह
10 मिनट लगातार चूसने के बाद सॅम का लंड तन के एक दम रोड बन चुका था वो नजमा को नीचे लेटा देता है और उसके उपर आजाता है
नजमा;अपनी टाँगें खोल के सॅम के लंड को अपने हाथ में पकड़ के चूत पे घिसने लगती है अहह दोनो एक दूसरे को ही देख रहे थे पर चुप थे
सॅम;नजमा के लिप्स को मुँह में लेके चूस्ते हुए हल्का सा धक्का देता है जिससे उसके लंड का कुछ हिस्सा अंदर घुस जाता है.
नजमा;की एक चीख निकलती है पर वो उसे सॅम के मुँह में घोल देती है दोनो की साँसे तेज होचुकी थी वो पछले कई दिनो से ये सब कर रहे थे पर हर बार जब भी सॅम का लंड नजमा की चूत में घुसता दोनो एक नई दुनिया में पहुँच जाते थे
दूसरा धक्का सीधा बच्चे दानी से टकराता है और फिर ऐसे कई धक्के नजमा की चूत पे पड़ते जाते है चिकनी चूत और चिकनाहट उंड़ेलने लगती है चिपचिपा पानी सॅम के लंड को पूरी तरह गीला करचूका था और बड़े आसानी से वो अंदर घुसता चला जा रहा था
|