Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
10-30-2018, 06:28 PM,
#62
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;;अहह मारे खुशी के उछल पड़ता है आख़िर नजमा ने उसका लंड अपने मुँह में ले ही लिया अहह वो धीमी आवाज़ में सिसकने लगता है अहह अम्मी गगगगगग ऐसे ही ओह कितना अच्छा लगता है आपके मुँह में अहह चूस्लो गगगगगगग अहह अम्मी

नजमा;गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प ऐसे ना सॅम अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प अहह

वो बड़ी तेज़ी से लंड को चुसाइ थी और आज सॅम की ज़िंदगी का सबसे खुस्गवार दिन था और इससे जोश में वो ना चाह्ते हुए भी पानी छोड़ देता है और जैसे ही सॅम का पानी लंड से बाहर निकलता है नजमा अपना मुँह हटा लेती है और सॅम के लंड को मुट्ठी में भर के ज़ोर से हिलाने लगती है

सॅम;अहह सोच रहा था कि शायद नजमा पानी पीएगी पर हाइईईईईईईईई रे किस्मत

जब सॅम आज दिन भर में तीसरी बार झड्के शांत हुआ वो निढाल पड़ा बोझल आँखों से नजमा को देख रहा था

नजमा;उसके चेहरे पे हाथ फेर के वॉश बेसिन में अपने मुँह धोने चली जाती है.

वो बिल्कुल नंगी थी और वॉश बेसिन पे झुके हुए अपना चेहरा सॉफ कर रही थी



सॅम;बेड पे लेटा हुआ अपनी अम्मी की गान्ड को देख रहा था और सोच रहा था कब इसमें में अपना घुसाउन्गा.

जब नजमा अपना चेहरा सॉफ करके मूडी तो सॅम अपना लंड हाथ में लेके हल्के हल्के हिला रहा था वो सॅम के पास आके बैठ जाती है और उसे समझाने लगती है

नजमा;;देखो सॅम बेटा अगर कल तुम्हे पेन महसूस हो तो तुम अपनी खाला या बहेन की मदद नही लोगे तुम समझ रहे हो ना मैं क्या चाहती हूँ.


सॅम;जी अम्मी मैं समझ रहा हूँ.दिल में..चूत तो नही दे रही हो बस मेरे जज़्बात से खेल रही हो

अम्मी कब दोगि

नजमा;हंसते हुए क्या

सॅम;जाओ मैं आपसे बात नही करता और सॅम बेड से उठ के अपने रूम की तरफ बढ़ जाता है.

नजमा;उसे जाने देती है वो जानती थी कि ये वक़्त सही नही है क्यूँ कि आज नजमा के एम.सी पीरियड्स का लास्ट डे था..

वो बेड पे लेट जाती है और सुबह होने का इंतजार करने लगती है क्यूँ कि नींद तो उसे भी नही आने वाली थी..

उसके दिमाग़ में क्या चल रहा था ये सिर्फ़ और सिर्फ़ नजमा जानती थी.
बस इंतजार था तो सुबह का.


सुबह 8एएम;

सुबह का सरज निकल चुका था पर सॅम अभी तक नींद से जगा नही था शायद उसे कल रात बहुत गहरी नींद आई थी..

नजमा;उसके पास बैठी उसका चेहरा देख रही थी तभी एक ज़ोर की बिजली आसमान में गर्जि और सॅम की आँख खुल गयी

सॅम;गुड मॉर्निंग अम्मी उसके चेहरे पे गुलाब खिल रहे थे

नजमा;सॅम की पेशानी चूमते हुए गुड मॉर्निंग मेरी जान तुम्हे पता है रात भर बारिश होती रही और बाहर का नज़ारा देखने लायक है और तुम हो कि सोते पड़े हो

सॅम;अम्मी मेरे लिए तो आपके चेहरे से अच्छा नज़ारा और कोई हो ही नही सकता

नजमा;शरमा जाती है और बनावटी गुस्सा दिखाते हुए बस बस रहने दे तेरी ये चापलूसे बातें चल जल्दी तैयार होज़ा तेरे नानू घर जा रहे है

सॅम;क्यूँ

नजमा'अर्रे उन्हे घर की याद आरही है फीरोजा और महक भी साथ जा रही है
ये कहके नजमा का चेहरा लाल हो जाता है

सॅम;खुशी के मारे बेड पे बैठ जाता है इसका मतलब घर में सिर्फ़ हम दोनो ही रहने वाले है

नजमा;जी नही सिर्फ़ आप क्योंकि मैं ऑफीस जाने वाली हूँ और ये कह के नजमा वहाँ से निकल जाती है.

सॅम;आज नही अम्मी आज नही

जब सॅम फ्रेश होके बाहर आया तो फीरोजा और महक के साथ साथ सत्तार ख़ान के भी जाने के तैयारी होचुकी थी सिर्फ़ सत्तार ख़ान खुश थे

फीरोजा और महक का चेहरा उतरा हुआ था जिसे देख देख सॅम के साथ साथ नजमा भी मुस्कुरा रही थी

कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद नजमा और सॅम तीनो को कार में बैठा के रवाना कर देते है.

और नजमा किचिन में बर्तन सॉफ करने चले जाती है.

सॅम;अम्मी अम्मी करते हुए वहाँ आजाता है और पीछे नजमा को पकड़ लेता है
अम्मी आज मौसम बड़ा बेईमान है

नजमा;वो तो रोज़ ही रहता है

सॅम;अम्मी आपका दिल इस मौसम में कुछ करने को नही करता

नजमा;जी नही अब जाओ मुझे काम करने दो फिर ऑफीस भी जाना है

पर सॅम के दिमाग़ में तो कुछ और ही चल रहा था वो पीछे से नजमा के दोनो ब्रेस्ट को नाइटी में से निकाल के मसल्ने लगता है अहह

नजमा;ऊउउउउउउउउ छोड़ो ना बेटा काम करने दो

सॅम;अपनी ज़ुबान नजमा के गले पे लगा के किस करते हुए अम्मी आइ लव यू और वो ब्रेस्ट मसल्ते हुए किसिंग शुरू रखता है

नजमा;जो कल रात से इसी पल के इंतजार में थी कि कब सॅम उसे छेड़ता है वो सॅम की इस हरकत से मचलने लगती है.


नजमा;अहह नही ना बेटा ये ग़लत है ना

सॅम;अपनी अम्मी को प्यार करना कोई ग़लत नही है अम्मी
और सॅम नजमा को गोद में उठाके बेड रूम में ले जाता है और उसकी नाइटी बदन से अलग कर देता है

नजमा;अहह नही सॅम रुक जा वरना बहुत देर हो जाएगी बेटा अहह वो खामोशी से अपने सारे कपड़े भी निकाल देता है दोनो एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे खड़े थे

नजमा;की आँखे सॅम के लटकते हुए लंड पे टिकी हुई थी और सॅम की नजमा की चिकनी चूत पे दोनो की साँसे फूली हुई थी पर दोनो जल्दी में नही थे

सॅम;नजमा के पास आके उसे अपनी बाहों में भरके अपने होंठ उसके होंठों के पास लाता है
अम्मी मैं आपको प्यार करना चाहता हूँ आपकी मर्ज़ी से क्या आप मुझे अपना जिस्म राज़ी खुशी से दोगि

नजमा;के होंठ लराज़ जाते है ज़ुबान हिल नही पाती सॅम ने उससे वो सवाल किया था जिसका जवाब उसने रात में जागते हुए ही सोच लिया था वो अपनी बाहें सॅम के गले में डाल देती है और उसकी आँखों में देखते हुए धीरे से कहती है

समीर बेटा आज तू अपनी अम्मी को हमेशा हमेशा के लिए अपनी बना ले मुझे ऐसे प्यार कर कि मैं दुनिया को भूल जाऊ मुझे इस घर में हर जगह हर तरह से प्यार कर मैं तेरी गुलाम बन जाऊ.
अगर तू मेरा बेटा है तो तू आज मेरे दूध का क़र्ज़ अदा कर्दे बना ले अपनी अम्मी को अपनी .बोल करेगा ना मुझे प्यार इस वादे के साथ कि ये सिर्फ़ कुछ वक़्त की मोहब्बत नही बल्कि ज़िंदगी भर का साथ होगा.


दोनो एक दूसरे की आँखों में देखते हुए मुस्कुराए और सॅम ने अपनी अम्मी नजमा को अपनी बाहों में ऐसे समेटा कि नजमा पिघलती चली गयी.

दोनो माँ बेटे एक दूसरे को चूम रहे थे काट रहे थे नजमा के नाख़ून सॅम की पीठ पे उसे कुरेद रही थी आज इश्क़ और जुनून का मिलन हो रहा था वो जोश वो बल वाला इतना ज़्यादा था कि उन्हे दर्द का एहसास भी नही हो रहा था

सॅम;नजमा को बेड पे लिटा देता है और अपनी पैदाइश की जगह को कुछ देर गौर से देखने लगता है

नजमा ;भी पैर खोल के सॅम को चूत और गान्ड दिखाने लगती है


फिर धीरे से सॅम अपनी ज़ुबान से नजमा की चूत को पहले चूमता है और फिर उसे बड़े प्यार से चाटने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प


नजमा;अंदर तक कांप जाती है उसके रोम रोम में बिजलियाँ दौड़ रहीं थी और जिस्म सॅम के चूमने से मचल उठता था वो बस सिसक जाती थी और सॅम के सर को अपनी चूत पे दबाते जा रही थी उन्हञंनननणणन् अहह मेरा बेटा अहह समीर उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आज अपनी अम्मी को उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नही नाआआआआआ

समीर ने नजमा के क्लाइटॉरिस को इतने प्यार से चाटते हुए मुँह में भर के कटता है कि नजमा उछल पड़ती है.

नजमा;की चूत से पानी रिस रहा था और वो जोश की इंतेहा पर करने के करीब थी वो इंतेहा जिसके पार होने के बाद दो जिस्म एक हो जाते है और दुनिया की आवाज़ें उन्हे सुनाई नही देती .

एक चीख के साथ नजमा की चूत थोड़ा सा पानी छोड़ देती है
वो बेड पे बैठ जाती है और सॅम के गुलाबी लंड को अपने हाथ में पकड़ के मसल्ने लगती है

सॅम;अहह अम्मी मुँह में लोना मेरा

नजमा;हाँ बेटा क्यूँ नही और नजमा सॅम के लंड के हेड को चूमने के बाद अपने मुँह में समा लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प


सॅम;फिर लंड बाहर निकालता है और नजमा की ज़ुबान पे रगड़ता है दोनो एक दूसरे को देख रही थी
नजमा;सॅम के टेस्ट्स पकड़ के इस बार लंड अंदर तक लेके चूसने लगती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प

सॅम;अहह अम्मी आपका मुँह अहह कमाल का है गगगगगगगगगगग अहह

नजमा;पागल हुए जा रही थी वो कल रात में भी सॅम का लंड चूस चुकी थी आज वो जल्द से जल्द उसे अपनी चूत में लेना चाहती थी वो सॅम को बेड पे लेटा के उसके उपर चढ़ जाती है और दोनो पैर उसके इर्द गिर्द डालके अपनी चूत को उसके लंड पे रगड़ने लगती है अहह ये पहली मर्तबा लंड का एहसास उसकी चूत को और चिकना बना रहा था और नीचे लेटा हुआ सॅम अपनी अम्मी की मस्ती भरी आहे सुन रहा था

सॅम;अपने लंड पे थूक लगा के उसे खड़ा कर देता है और सीधा नजमा की चूत के दोनो लिप्स के बीच में टिका देता है वो चाहता था कि नजमा पहला धक्का मारे

नजमा;भी ये जान चुकी थी वो मुस्कुराते हुए अपनी कमर को नीचे करने लगती है अहह समीररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर बएटााआआआआआआआआआअ उनह

सॅम;जल्दी से दूसरा फिर तीसरा और उसका लंड सनसनाता हुआ नजमा की चूत में घुस जाता है वो सीधा बच्चे दानी पे टक्कर मार रहा था जिससे नजमा की कमर उपर को उठने लगती है



नजमा;की नज़र सामने आयने पे जाती है जहाँ उसे अपना अक्श दिखाई देता है अपने बेटे समीर के लंड पे कूदती नजमा बुरी तरह शरमा जाती है पर ये शरम दो पल के लिए थी वो जोश में अपनी कमर नीचे उपर करने लगती है अहह बेटा मैं थक गयी हूँ मुझे नीचे लेके चोदो ना हाआआआआ

सॅम;अम्मी क्या कहा आपने फिर से कहो ना अहह
नजमा;;समीर बेटा चोदो ना अपनी अम्मी को नीचे लेके
उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह वो जानती थी सॅम क्या सुनना चाहता है वो नीचे हो जाती है और सॅम उसके उपर दोनो अलग नही होते बस पोज़िशन चेंज करते हैं

सॅम;नजमा के दोनो पैर खोल के सटा सट अपना लंड नजमा की चूत में पेल ने लगता है अहह अम्मी आपकी चूत अहह बहुत टाइट है अहह

नजमा;हन्ंनननणणन् बेटा तेरे अब्बू के जाने के बाद मैं तो जैसे लंड का मज़ा ही भूल गयी थी आज तूने मेरी चूत को जगा दिया है आज से इसकी देखभाल अहह तेरी ज़िमेदारी है मेरे लाल अहह अपनी अम्मी को रोज चोदा कर अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह


दोनो एक दूसरे के होंठों को चूमते हुए ज़ोर शोर से चुदाई का मज़ा लेरहे थे आज नजमा को जन्नत मिल गई थी और सॅम को उस जन्नत में जगह.

दोनो इस कदर दुनिया से बेख़बर थे कि दुनिया से बेख़बर अपनी नई दुनिया बसाने में मसरूफ़ थे

सॅम;नजमा को एक करवट लिटा देता है और पीछे से अपना लंड अंदर बाहर करने लगता है
नजमा;उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आहिस्ता बेटा अहह दर्द होता है ना अहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी मैं क्या करूँ मेरा लंड आपकी चूत का दीवाना हो चुका है वो और अंदर जाना अहह चाहता है अहह

नजमा;सिसक रही थी उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंहंह्न दरद हो रहा है रीईईई


दोनो अपनी आख़िरी मोड़ पे थी दोनो चिल्लाते हुए एक दूसरे के अंदर पानी छोड़ने लगते है अहहहहहहहहहहहहहः

सॅम;अम्मी आगगगगगगगगगगगगग

नजमा;उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न समीर बेटा अंदर अहह और अंदर शायद नजमा सॅम का पानी अपनी चूत की गहराईयो में लेना चाहती थी इस लिए वो सॅम को और अंदर करने का बोलते जा रही थी और सॅम आखरी झटके मारता जा रहा था,अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

10मिनट बाद नजमा उठा कर बाथरूम में घुस जाती है उसके पीछे पीछे सॅम भी चला जाता है.

नजमा;मुझे पेशाब तो करने दो

सॅम;करो ना अम्मी मैने कब मना किया है

नजमा;जैसे ही पेशाब करने मुड़ती है सॅम पीछे से नजमा की कमर को पकड़ अपना लंड उसकी गान्ड के सुराख पे टिका देता है

नजमा;नही सॅम वहाँ नही बेटा मैने आज तक नही लेना वहाँ

सॅम;मुझसे प्यार करते होना आप

नजमा;हाँ पर बेटा अहह

सॅम;को बस यही सुनना था वो अपने लंड का हेड नजमा की गान्ड में घुसा देता है अहह


ये दर्द नजमा से बर्दास्त नही होता और वो चिल्लाने लगती है अहह निकाल ले रीईई बेटा अहह अपनी अम्मी की गान्ड फाड़ देगा क्या अहह

सॅम;अम्मी आज आपके तीनो सुराख में डालने की कसम खाई थी मैने बस ये आखरी है अहह प्यार से करने दो वरना अहह उसके धक्कों की रफ़्तार तेज होते जाती है और नजमा बेहोश सी होने लगती है ये दर्द सच में उसके लिए ना काबिल ए बर्दास्त था पर कहीं ना कहीं उसे भी इस दर्द का एक नया मज़ा आ रहा था ..

सॅम;नीचे लेट जाता है और नजमा को अपने उपर लेके फिर से अपना मुस्सल लंड उसकी गान्ड में घुसा देता है अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

नजमा;काफ़ी देर से पेशाब रोके हुए थी वो सिसक सिसक के मूतने लगती है अहह


वो पेशाब की धार सीधा सॅम की जाँघ पे गिराती है और सॅम नजमा को और ज़ोर से पेलने लगता है अहह

सॅम;अम्मी आपकी गान्ड मार कर मुझे वो मज़ा आ रहा है जो खाला और महक की चूत को मारने के बाद भी नही आया 
Reply


Messages In This Thread
RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ - by sexstories - 10-30-2018, 06:28 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,667,106 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 564,061 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,304,279 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 987,639 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,750,054 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,159,916 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,089,101 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,528,623 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,183,253 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 300,922 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)