RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
शबनम;क्या सो गये थे क्या कब से खट खटा रही हूँ
सॅम;उसे अंदर लेता हुआ बोलो
शबनम;सुनो में ये कह रही थी कि जब तक अम्मी यहाँ हैं तुम मेरे रूम में नही आना वरना
सॅम;शबनम को बाहों में कसते हुए मेरी जान मेरे मुँह को खून लगगया है अब मुझे रोज चाहिए तू कुछ भी कर कैसे भी कर मुझे चाहिए मतलब चाहिए
और सॅम;शबनम की कमर में हाथ डालके उसे अपने से चिपका के उसके होंठ चूसने लगता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प
शबनम;भी गरम थी वो भी सॅम का साथ देने लगती है
सॅम;मौके का फ़ायदा उठाते हुए शबनम की शलवार का नाडा खोल देता है और शलवार नीचे गिर जाती है
शबनम;उनह अभी नही ना कोई भी आसकता है ऊीीईईईईईईई
शबनम;की चूत की गर्मी उसके हाथों को हरकत नही दे पा रही थी वो बोल कुछ रही थी और कर कुछ और रही थी
सॅम;अपना खड़ा लंड बाहर निकाल लेता है और शबनम को घुमा के दीवार से खड़ा कर देता है अहह बस थोड़ी देर
शबनम;उनह कोई आ गया तो प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज
सॅम;थोड़ी गान्ड पीछे कर
शबनम;अपनी कमर पीछे की तरफ करती है
सॅम;अपना मुस्सल लंड शबनम की चूत में डालने ही वाला था कि बाहर से ज़ेबा की आवाज़ आती है
ज़ेबा;अरे शबनम बेटा ज़रा यहाँ आना तो
शबनम;घबराते हुए शलवार पहन लेती है और बाहर भागने लगती है
तभी सॅम उसका हाथ पकड़ लेता है
सॅम;सुन रात में दरवाज़ा खुला रखना वरना याद रखना वो हाल करूँगा कि
शबनम;ह्म्म्म्म मममम कहती हुए वहाँ से भाग जाती है
शबनम;के जाने बाद सॅम अपने रूम से बाहर निकलता है वो महक के रूम के सामने से गुज़र रहा था तभी उसे महक की आवाज़ सुनाई दी वो शायद अपनी फ्रेंड से बात कर रही थी
महक;फोन पे
अर्रे यार तू 6 से 9 की टिकेट्स बुक करना अम्मी जाने नही देगी रात में और अब तो वो कद्दू भी आ गया है उसके होते हुए कैसे आ सकती हूँ..
वो अपनी फ्रेंड से रात में पिक्चर देखने की प्लानिंग बना रही थी
सॅम;महक के रूम में चला जाता है और महक के सामने खड़ा हो जाता है
महक;मैं तुझे बाद में कॉल करती हूँ बाइ
क्या है तू इस वक़्त यहाँ
सॅम;किस से बात कर रही थी
महक;इतराते हुए तुझ से मतलब जा अपना काम कर कद्दू कहीं के
सॅम;को लगा ये तो साला अपनी इज़्ज़त का फालूदा बना रही है पहले खुद कहती थी और अब अपनी फ्रेंड्स के सामने भी मुझे कद्दू कह रही है
देख मोटी थोड़ी शराफ़त सीख ले कल को तुझे अपने घर जाना है समझी
महक;सॅम को घूर के देखने लगती है क्या कहा तूने अपने घर तो ये या मेरा घर नही है
सॅम;हाहाहा अर्रे जा मॉटली ये तेरा नही मेरा और आबिद का घर है तू तो किसी कबाड़ी के यहाँ जाएगी झाड़ू मारने हाहहः
महक;सॅम के पेट में एक घूँसा जड़ देती है पर उस गुस्से का सॅम पे कोई असर नही होता एक हॅटा कटा जवान पे भला चिंटी के चलने का क्या असर
पर सॅम अपना पेट पकड़ लेता है जैसे उसे बहुत ज़ोर की लगी वो दर्द से करहाने की आक्टिंग करने लगता है अहह मर गया अहह
महक;अपने छोटे छोटे मसल सॅम को दिखाती है आगे से पंगा लेगा ना तो ये मसल देखा मसल के रख दूँगी
सॅम;महक की गर्दन एक हाथ से पकड़ लेता है और दूसरे हाथ से उसकी जीन्स पॅंट पार लगा बेल्ट और उसे थोड़ा उपर उठा देता है जिससे महक के पैर उपर हवा में उठ जाते है
सॅम;हलवा है क्या जो खा लेगी मोटी भैंस अब बोल
महक;का गला थोड़ा ज़ोर से दब गया था
वो चिल्लाति है अहह छोड़ कमिनाते मार देगा क्या अहहहहहहहः
सॅम;अब बोल कौन किसको मसलेगा
महक;सॅम प्लीज़ नीचे तो उतार बोलती हूँ
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