RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
ऑफीस पहुँच के शबनम सभी वर्कर्स स्टाफ मेंबर्ज़ से सॅम की इंट्रो करवाती है
सभी उससे मिलके काफ़ी इंप्रेस हो जाते है वो था ही ऐसा बेहतरीन शख्सियत का मालिक एक बार जो उसे मिलता वो उसका मुरीद बन जाता
ऑफीस मे एक स्टाफ मेंबर थी और नजमा की पर्सनल सीक्रेटरी सोफ़िया
सोफ़िया;एक 24 साल की ग्रॅजुयेट खूबसूरत लड़की थी जो पछले 1साल से यहाँ काम कर रही थी वो नजमा के सारे काम देखती थी नजमा को उसपे काफ़ी भरोसा भी था
जब वो सॅम से मिली तो कहते है ना लव अट फर्स्ट साइड जी हाँ उसे शाएद इसी कीड़े ने काटा था वो सॅम को नीचे से उपर देखते ही जा रही थी उसे तब होश आया जब शबनम ने उसका कंधा हिला के उसे सॅम को उसका कॅबिन दिखाने के लिए कहा
सोफ़िया;जी जी शबनम मॅम
शबनम;क्या हुआ
सोफ़िया'कु कुछ नही मॅम
शबनम'धीरे से उसके कान के पास कहीं सॅम तुम्हे
सोफ़िया;क्या चेहरे ने शबनम को उसका आधी अधूरे सवाल का जवाब देदिया
शबनम दिल मे ऊऊओहो तो ये भी वाह सॅम क्या बात है तुम्हारी
सोफ़िया';सॅम को उसके कॅबिन मे लेजाके सारी बातें बताने लगती है
सॅम उससे काफ़ी अच्छे से बातें कर रहा था पर सॅम को उसमे कोई इंटरेस्ट नही था वो तो बस नजमा का दीवाना था
नजमा;अपने कॅबिन मे से सॅम और सोफ़िया को हंसते हुए देख देख ना जाने क्यूँ जल भुने जा रही थी वो सॅम को अपने कॅबिन मे बुलाती है
नजमा;ऑफीस पसंद आया
सम;जी बहुत अच्छा है
नजमा;और स्टाफ मेंबर्ज़
सम;वो तो कमाल के है सभी बेहतरीन
नजमा;और सोफ़िया
सम;ठिठक जाता है और रवानी मे उसके मुँह से निकल जाता है वो तो काफ़ी इंटरेस्टिंग लड़की है
नजमा;हाँ वो तो मैं देख ही रही हूँ देखो सॅम तुम्हे यहाँ काम सीखना है और फिर आगे इसे संभालना भी है ये इतना बड़ा गारमेंट्स इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़्नेस सिर्फ़ लड़कियों से फ्लर्ट करके नही सीखा जाएगा तुमसे तुम्हे दिल ओ जान से मेहनत करनी पड़ेंगी समझे सोफ़िया से दूर ही रहना तुम और ऑफीस की सभी लड़कियों से भी
सॅम;दिल मे हाँ मुझे बाल ब्रह्मचारी बना दोना
ओके जैसा आप कहे
पर सॅम को एक बात समझ आ गई थी कि कहीं ना कहीं नजमा को जेल्लस फील हो रहा है वो अपनी बात को कन्फर्म करना चाहता था और उसके पीछे की वजह भी जानना चाहता था अगर इस सब के पीछे नजमा का प्यार छुपा हुआ था तो इसका मतलब सॅम अपनी मंज़िल के बहुत करीब है
वो कुछ सोचता हुआ नजमा के कॅबिन से निकल जाता है
उस्दिन वो सोफ़िया को कई बार अपने कॅबिन मे बुलाता है और उससे हंस हंस के बातें करता रहता है
ये सब नजमा अपने शीशी के कॅबिन से सॉफ देखती रहती है और दिल मे जलती रहती है
जब वो घर के लिए निकलते है तो नजमा का मूड काफ़ी ऑफ होचुका था
सॅम;उससे कोई बात नही करता और चुप चाप अपने मोबाइल मे पता नही क्या देखता रहता है
नजमा;आज बड़े हंस हंस के बातें हो रही थी सोफ़िया के साथ
सॅम;क्या हाँ वो तो मैं उसे अपने काम को लेके डसकस्स कर रहा था
नजमा;देखी मैने तुम क्या कर रहे थे देखो सॅम
सॅम;उफफफफफफ्फ़ हो अम्मी आपकी प्राब्लम क्या है मैं अगर किसी से बात करता हूँ तो इसमे क्या ग़लत है सोफ़िया आपके ऑफीस की एक मेंबर है बस आप खामख़ाँ ही बात को बढ़ावा दे रही है
नजमा;उसे घूरती रह जाती है और कार तेज रफ़्तार मे घर पहुँच जाती है
रात के खाना खाने के कुछ देर बाद सभी अपने अपने रूम मे सोने चले जाते है
रात2पी एम;सॅम अपने रूम मे जाग रहा था उसे फीरोजा की चूत याद आ रही थी वो आज बहुत बेचैनी महसूस कर रहा था वो बेड से उठके किचिन मे पानी पीने चला जाता है तभी उसे शबनम के रूम से हल्के हल्के से सिसकने की आवाज़ आती है उसके पैर रुक जाते है और वो किचिन की बजाए शबनम के रूम के दरवाज़े के पास खड़ा हो जाता है
गौर से सुनने पे उसे किसी की ऐसी आवाज़ सुनाई दे रही थी जैसे कोई औरत चुद रही हो कोई उसे धीरे धीरे चोद रहा हो और वो मस्ती मे सिसक रही हो
सॅम;के जिस्म मे कुछ सरसराहट सी होते है भाभी किसी नही नही पर आवाज़ तो अंदर से आ रही है वो की होल से अंदर झाँकता है और उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है.
शबनम;पूरी तरह नंगी अपने बेड पे अपने दोनो पैर चौड़े किए हुए अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से रगड़ रही थी अहह उःन्णनणणन् ष्ह
उसकी चूत बिल्कुल चिकने सॉफ नज़र आ रही थी जांघे एकदम सफेद और चुची एक दम दूध जैसी
सॅम ;ने पहली बार अपनी भाभी का ये रूप देखा था वो तो भाभी को बहुत ही शरीफ औरत समझता था पर आज उसकी आँखे जो देख रही थी उसे उसपे भरोसा नही हो रहा था
पर हक़ीकत तो यही थी
शबनम;अहह ज़ीशन अहह उःन्णनननणणन्
|