RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सम;दिल मे अर्रे बाप रे बाप ये मेरी खाला और अम्मी है
उसे यक़ीन नही हो रहा था कि उसने जो सुना वो ख्वाब नही हक़ीकत है
उसकी अम्मी के मुँह से लौडा और खाला के मुँह से लंड चूत चुदाई ये सब अल्फ़ाज़ उसका सर घुमा रहे थे
वो उस रात बहुत देर से सोया एक अजीब से उलझन उसे अंदर ही अंदर परेशान कर रही थी ना जाने कितने सवाल वो नजमा से पूछना चाहता था पर पूछता भी तो कैसे.
वो सुबह की ठंडी ठंडी हवाए जो जिस्म से जब टकराती थी तो एक अजीब सी सरसराहट पूरे जिस्म मे दौड़ा देती सूरज ने अभी अभी अपना घूँघट उठाया था
हल्की हल्की धूप जब सम के चेहरे से टकराई तो वो अपनी गहरी नींद से जाग गया
सॅम अपने आस पास देखने लगता है ना वहाँ नजमा थी और ना फीरोजा मगर आज मौसम बहुत ख़ुशगवार लग रहा था गाओं का क्लाइमेट हमेशा से सॅम को पसंद था वो बेड छोड़ देता है और फ्रेश होने बाथरूम मे घुस जाता है
सॅम;जब नहा के बाहर निकला तो उसने एक शॉर्ट्स पहेन रखा था उपर कुछ नही वो ऐसे ही टहलता हुआ घर के पीछे बने एक छोटे से बगीचे मे पहुँच जाता है
वहाँ हल्की हल्की धूप थी और एक चेयर पे नजमा किसी से बातें कर रही थे
वो एक चेयर पे जाके बैठ जाता है
नजमा;फोन पे बात करने के बाद थोड़ी परेशान नज़र आ रही थी
सॅम;नजमा को अपने पास आता देख पुछलेता है
क्या हुआ अम्मी आप परेशान लग रही है
नजमा;हाँ बेटा ऑफीस से फोन था एक ज़रूरी मेटिंग है मुझे और शबनम को निकलना होगा तू महक और आबिद से भी कह दो हम कुछ देर मे निकल जाएँगे
सॅम;अम्मी हम कल ही तो आए है नाना जान और खाला क्या सोचेंगे
नजमा;क्या करूँ बेटा हमारा जाना बहुत ज़रूरी है रुकना तो मैं भी चाहती हूँ मगर
सम;एक काम करते है अम्मी आप चारो चले जाओ मैं यहाँ कुछ दिन रुक जाता हूँ अगर नाना जान को हॉस्पिटल लेजाना पड़ा तो कोई तो यहाँ होना चाहिए ना
नजमा;हाँ सम ये ठीक रहेंगा मैं फीरोजा को बोल देती हूँ
और वैसे भी वो कल कह रही थी कि तेरे नाना जान को दो दिन बाद रूटीन चेकअप के लिए लेजाना है पास वाले शहेर के एक हॉस्पिटल मेतुम यहाँ रहोगे तो आसानी होज़ायगी
और नजमा ;फीरोजा और सॅम के नाना को ये बात बताने घर मे चले जाते है
महक;उफफफफफफ्फ़ हो काम काम बस काम वो नजमा के इस तरहा अचानक वापस जाने से थोड़ा सा चिढ़ सी गयी थी
पर कर भी क्या सकती थी उसे भी अपने फरन्डस की याद आ रही थी घंटों फोन पे बातें करना उसकी हॅब्बिट जो बन गयी थी
दुपहर का खाना खाने के बाद नजमा सत्तार फीरोजा से मिलके अपने घर के लिए निकल जाते है
अब घर मे सिर्फ़ फीरोजा और सॅम रहगए थे
उनलोगों के जाने के बाद फीरोजा किचन मे झूठे बर्तन धोने लगती है
आज उसकी दोनो नौकरानियाँ नही आई थी क्योंकि उनके किसी रेश्टेदार के यहाँ शादी थी वो दोनो बहने वही गयी हुई थी और 5 दिन तक आने भी नही वाली थी
सॅम;बोर हो रहा था वो इधर उधर घूम रहा था वो घूमते हुए किचन मे आजाता है
फीरोजा;क्या हुआ सॅम कही तुम यहाँ बोर तो नही होरहे
सम;हाँ खाला ये बात तो है चलो ना कही घूम कर आते है
फीरोजा;ह्म्म्म्ममम ओके हम हमारे खेत चलते है अंगूर की फसल भी पक रही है वहाँ तुझे अच्छा लगेगा
सम;खुश हो जाता है वूओववववव चलो ना फिर देर किस बात की
फीरोजा;एक मिनट बेटा मुझे तेरे नाना को बताने तो दे और वो सत्तार को बताने चली जाती है
कुछ देर बाद एक पिंक कलर के शलवार कमीज़ मे फीरोजा अपने रूम से बाहर आती है वो बहुत खूबसूरत लग रही थी
सॅम;का दिमाग़ तो रात से ही खराब था उसने नजमा और फीरोजा की बातें जो सुन ली थी उपर से फीरोजा के उभरी हुई चुचियाँ जो बाहर आने को तड़प रही थी
फीरोजा;ह्म्म्म्मम पहले कभी लड़की नही देखी क्या
वो सॅम को अपनी चुचियों को घूरते देख मजाकिया अंदाज़ मे पूछ बैठी
सॅम;खाला लड़कियाँ तो बहुत देखी है मगर जन्नत की हूर पहली बार देख रहा हूँ
सॅम ने मुँह भर के तारीफ कर दी थी जिससे फीरोजा शरमा जाती है
चल हट बेशरम अपनी खाला से भला कोई ऐसी बातें करता है क्या
सॅम;आप खाला बाद मे हो और मेरी बेस्ट फरन्ड पहले अब चलो भी मुझे अंगूर के बाग देखने है आम तो देख लिए
ये उसने धीमी आवाज़ मे कहा था मगर फीरोजा ने सुनके भी अनसुना कर दिया था और इस बात का असर उसके चेहरे पर बयान हो रहा था
वो दोनो एक दूसरे के हाथ मे हाथ डाले घर के पीछे खेत की तरफ चल देते है
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