RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
तभी उसे अपनी गान्ड के मुँह पे कोई चीज़ चुभती हुई महसूस होती है ये सॅम का लंड था
सॅम;आबिद की कमर को पकड़ के अपने लंड को धीरे धीरे अंदर डालने लगता है अहह
साले बहुत छोटा है तेरा सुराख पहले किसी का नही लिया क्या
आबिद;उःन्ह्ंहंहंहंहंहंहंह्न नही भाई पहली मर्तबा है अहह अम्मिईीईईईईईई आमियीईई मैं मर जाउन्गा भाई नहियीईईईईईईईईईईई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ निकालो नाआआ
सॅम;का 4इंच अंदर जाचुका था अब वो एक लंबी सांस लेता है और सॅन्न्नन्न्न्न से पूरा लंड अंदर पेल देता है अहह अहह
आबिद;उनह घुंगगगगगगगग घुंगगगगगगगगग तकिये की वजह से उसकी बस यही आवाज़ सुनाई दे रही थे
सॅम;का तेल से सना हुआ लंड आबिद की गान्ड मे अंदर बाहर होने लगता है अहह अहह आबिद तेरी गान्ड बहुत नाज़ुक है अहह
आबिद;हन्ंनणणन् बाहियीईईईईई धेरीईई अहह भाईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह अम्मिईीईईई ग्ग्ग्ग्ग्ग अब आबिद का दर्द कुछ हद तक ख़तम होचुका था और उसे अपनी गान्ड पहली मर्तबा मरवाने मे बहुत मज़ा आ रहा था
आबिद;अहह भाईईईईईईईईईईई आप तो एक्सपर्ट हूऊओ स्शह
सम;साले अहह वक़्त सब सीखा देता है अहह
सॅम के धक्को की रफ़्तार बढ़ती चली जाती है और वो 10मिनट लगातार आबिद की गान्ड मारने के बाद अपना पानी उसकी गान्ड मे ही निकाल देता है
सम;अहह आबिद्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड
आबिद;के लंड से तो एक बूँद भी नही निकली थी हाँ मगर उसका पूरा जिस्म अकड़ गया था सॅम के गरम लावे को अपनी गान्ड मे महसूस करके
आबिद;उनह भाईईईईईईई अहह और दोनो बेड पे निढाल हो जाते है
कुछ देर बाद पच की आवाज़ से सॅम अपना लंड आबिद की गान्ड से बाहर निकाल लेता है
आबिद;सॅम के लंड को अपने हाथ मे लेके सहलाने लगता है
आबिद;की कमर बुरी तरहा दर्द कर रही थी पर उसे इस दर्द की परवाह नही थी आज उसके बचपन की तमन्ना पूरी हुई थी वो दुबारा सॅम का लंड अंदर लेना चाहता था
पर सॅम जानता था इस कुत्ते को ज़्यादा हड्डी की आदत डालेगा तो इसे आदत पड़ जाएगी और वैसे भी रात बहुत होचुकी थी वो अपने कपड़े उठा के अपने रूम मे चला जाता है और जाते जाते आबिद को धमका जाता है कि अगर ये बात किसी तीसरे को पता चली तो वो उसे जान से मार देगा
आबिद;ऐसे ही नंगा बॅड पे लेट जाता है उसे अभी तक यक़ीन नही हो रहा था कि उसके साथ ऐसा भी हुआ है
मॉर्निंग 8एम;
सॅम; गहरी नींद मे सोया हुआ था
कुछ देर बाद किसी चीज़ से उसकी आँख खुलती है
नजमा; उसके पास बैठी सॅम पे झुकी उसके बालों मे अपनी उंगलियाँ डाले उसे देख रही थी
सॅम; अपने आँखें खोलते हुए गुड मॉर्निंग अम्मी
नजमा; गुड.मॉर्निंग बेटा
सॅम; नजमा को अपने इतने पास ऐसे प्यार से बालों पे हाथ फेरते देख खुश होजाता है नजमा उसे बड़े गौर से देख रही थी
सम; क्या देख रही है अम्मी
नजमा; अपने खूबसूरत बेटे को कल तो तुझे ठीक से देख भी नही पाई बेटा बिल्कुल अपने अब्बू की कार्बन कॉपी है तू
सॅम; नजमा का हाथ अपने हाथ मे लेते हुए सच अम्मी आप भी तो कितने खूबसूरत होते जा रहे हो वक़्त के साथ
नजमा;चल हाथ झूठे मैं तो अब बूढ़े हो गये हूँ
सॅम; नजमा के लिप्स पे अपनी एक उंगली रख देता है खबरदार जो आपने खुद को बूढ़ा कहा आप तो अभी भी यंग हो सच्ची कसम से
नजमा;शर्मा जाती है ह्म्म्म्मनमममम
सॅम; अपने हाथ की उंगली और अंगूठे से नजमा के कान के लोले को सहलाने लगता है
एक बात कहूँ अम्मी
नजमा;हाँ बोलो
सम; मुझे आपके ये लोले बहुत अच्छे लगते है एक दम सॉफ्ट
नजमा; मुझे पता है बचपन मे भी तू इससे घंटों खेला करता था मेरे गोद मे लेटे लेटे
सॅम; नजमा के सर को पकड़ के नीचे करते हुए उसके कान के लोले अपने मुँह मे लेलेता है
नजमा; अहह सम्म्म क्या कर रहा है बेटा
नजमा सम की इस हरकत से सिहर गयी थी
सॅम; अपनी अम्मी को प्यार गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प
नजमा; सॅम की नंगी छाती पे अपना हाथ रखते हुए अहह ऐसा ना कर बेटा अब तू बड़ा हो गया है
हालाँकि नजमा को भी बहुत अच्छा लग रहा था
सॅम; तो क्या हुआ हूँ तो मैं आपका बेटा ही गलपप्प्प्प्प्प
नजमा; कांप जाती है और अपने पंजे से सॅम की छाती दबा देती है
उन्ह्ह्ह्ह्ह नही बेटा ये ठीक नही मुझे जाना है
वो सिर्फ़ बोल रही थी
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