RE: Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा
तभी भाभी सम'झी. मैने आप को 'साले और मॅदर चोद' बोला और बोली. " आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माफ़ करना . मुझसे ग़लती हो गई. .मैने अप्प्प्प्प कू तुऊउ बोला, गाली दी. प्लीज़ लेकिन थोड़ा धीरे करोना. मैं कहीं भागे थोड़े ही जा रही हूँ. शनिवार तक अब त्तुम ही मेरे पती हो और सब छूट है. आह्ह्ह्ह्ह्ह एक तो आप का 8 इंच का मूसल और ऊपर से मेरी सन्कऱी गान्ड. तभी बाहर तूफ़ानी बारिश शुरू हो गई और पंकज अंदर तूफान बन गया था. पंकज अब मस्त भाभी की भारी भर'कम गान्ड ताबड तोड़ मार रहा था और भाभी चिल्ला रही थी. " आहह उआ, प्ल'सस्स्स्स्स्स्सस्स. धीरे. पंकज मर गई. आहह और धीरे रे. अम्ज़ी, मुझे दर्द हो रहा है, आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह धीरे धीरे मज़े लेके मार ना" पंकज के धक्के बढ़'ते गये और लंड आधे से भी ज़्यादा भाभी की गान्ड में घुस गया. पंकज ने धक्के थोड़े धीरे किए.
भाभी ने कहा " क्या हुआ. रुक क्यों गये? अरे मेरे कह'ने की परवाह ना करो."
पंकज बोला,तुझे तकलीफ़ हो रही है.
भाभी ने कहा. " लेकिन मज़ा आ रहा है", उस'ने फिर धक्के बढ़ाए. भाभी फिर चिल्लाने लगी. पंकज का लंड भाभी की गान्ड में पूरा घुस गया. वह फिर चिल्लाने लगी. 'आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह, आब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब डालल्ल्ल्ल्ल, मेरी जनंननननणणन्, आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उउउम्माम, अब नहीं सह सकती, , आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मत रुक. अभीयी अओ, तभी पंकजने भाभी को ज़ोर से पकड़ा और ज़ोर का आखरी झटका मारा और सफेद पानी भाभी की गान्ड में रिस रिस के गिर'ने लगा. " भाभी बोली. 'आह्ह्ह्ह्ह्ह क्या तेरे मे गर्मीी हाीइ. आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बहुत अच्छा लगा. दो दिन भैया के साथ रह नीता भाभी से किए गये वादे के अनुसार पंकज मुंबई के लिए रवाना हुआ. उस'ने चरुलाता की फिल्में देख रखी थी. वह बहुत खुश हुआ क्योंकि चरुलाता उस'के ख्वाबों की शहज़ादी बन गई थी और वह कयी बार चारू को सपनों मैं चोद चुका था. चारू घर मे अपने 17यियर्ज़ ओल्ड छ्होटे भाई चिक्कू के साथ ही थी. पंकज सीधे चरुलाता के घर पहून्च गया. दरवाजा चिक्कू ने खोला. चिक्कू 17 साल का फूला फूला मस्त गद'राया लौंडा था. पंकज अप'नी हर'कत से बाज नहीं आया और चिक्कू की फूली गान्ड के दरार पर हाथ रख'ते हुए पूछा, क्यों चिक'ने तुम चिक्कू ही हो ना? चिक्कू ने उसे घूर'ते हुए पूछा, लेकिन आप कौन है और यहाँ क्या काम है? भाई हम तो तुम्हारी दीदी के देवर राजा हैं. ओह! पंकज भैया आप. और दीदी और जीजाजी कैसे हैं. चिक्कू ने चहक के कहा. पंकज ने फिर पूछा, भाई हमारी होने वाली माशुका नहीं दिखाई पड़ रही. चिक्कू ने अर्थ पूर्ण निगाहों से पंकज की तरफ देखा तो पंकज बोला. अरे भाई जवान दिलों की धड'कन तुम्हारी चारू दीदी. पंकज ने दीदी शब्द पर जान'बूझ कर ज़्यादा ज़ोर दिया. दीदी अभी सो रही है. ठहरिए मैं दीदी को जगाता हूँ. नहीं रह'ने दो. मैं उसे सर्प्राइज़ देना चाह'ता हूँ. तभी पंकज ने फिर चिक्कू की गान्ड की दरार पर हाथ रखा और इस बार उस'ने अंगुल भी चला दी. छोकरा बिल्कुल लाल हो उठा पर बोला कुच्छ नहीं. यार चिक्कू तुम बड़े मस्त हो. मेरी मदद करोगे. चिक्कू बोला पऱ,कैसी भैया. मैं जो कहू तुम कर'ते जाना फिर देख'ना तुम्हें कित'ना मज़ा देता हूँ. दोनों में कुच्छ देर ख़ुसर पुसर होते रही और चिक्कू नहीं, नहीं कहे जा रहा था पर अंत में उस'ने पंकज के आगे हथियार डाल दिए. पंकज ने उसे पूरा विश्वास दिला दिया था कि वही उस'का होने वाला जीजा है.
सामने दो रूम थे जिन'में एक खुला था और दूसरा बंद. पंकज बंद रूम के दरवाजे पर पहून्च गया और दरवाजे को भीतर हल्का सा झट'का दिया. बंद दरवाजा खुल चुका था और पंकज अंदर घुस गया. ड्रीम गर्ल चरुलाता एक आलीशान पलंग पर ब्लंकेट लिए सो रही थी. पंकज ने चरुलाता के चुत्तऱ पर ब्लंकेट के ऊपर से एक थाप दी. चरुलाता हड'बड़ा के उठ गई.
कौन है? तभी उस'की नज़र अप'ने भाई पर पड़ी और साथ ही पंकज पर भी.
चिक्कू तुम लोगों की यहाँ ऐसे आने की हिम्मत कैसे हुई और तुम्हारे साथ यह कौन है? गुस्से मे पंकज को घूर'ते हुए चरुलाता बोली,
कौन हो तुम और क्या चाह'ते हो.
तुम्हारा दीवाना हूँ नाम पंकज है और तुम्हारे साथ मस्ती कर'ना चाह'ता हूँ. अगर प्यार से राज़ी नहीं हुई तो ज़बेरदस्ती भी करूँगा और तुम्हारे भाई को भी जान से मार दूंगा . तभी पंकज ने अप'नी बॅग से एक गन निकाली जो चिक्कू ने ही उसे दी थी. यह ऐसे ही खेल'ने वाली गन थी. चरुलाता की घिग्गी बँध गई.
प्लीज़ मेरे भाई को छोड़ दो और मेरे साथ ऐसा मत करो.
तुम्हारा भाई सिर्फ़ इसी सूरत मे ज़िंदा बच सकता है जब कि तुम मेरी बात आराम से मान लो वरना. . . . पंकज ने चिक्कू के माथे से गन लगा दी.
कुच्छ देर खामोशी छ्चाई रही. चरुलाता थर थर काँप रही थी पर चिक्कू वैसे ही शांत खड़ा था. उसे होने वाले जीजा की अदाएँ प्यारी लग रही थी. जिस दीदी का वह ख़ौफ़ खाते रह'ता था अब वह खडी काँप रही थी.
तो तुम दोनों भाई बहन अब पूरे तैयार होना. अगर राज़ी राज़ी सब कर'ने दिया तो मैं तुम दोनों का बाल भी बांका नहीं होने दूँगा और थोड़ी मस्ती कर'के चला जाउन्गा. उस'के बाद पंकज ने चिक्कू को हुकुम दिया कि चारू को नंगा करो. चरुलाता बूरी तरह से घब'रा गई थी और बोल पडी,
मैं खुद कप'ड़े उतारती हूँ. चिक्कू को दूसरे रूम मे भेज दो.
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