RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
अब राज ने भी अपनी हथेली उसकी चूत पर जमा दी थी और उसको दबाके रानी को गरम कर रहा था।
श्याम ने कार चलाते हुए पीछे के शीशे मेंराज के हाथ को रानी की चूत पर देखा तो मुस्करा के बोला: फिर क्या हुआ?
रानी: बस वो साला मेरी छातियाँ दबाते हुए मेरी चूत चूस कर मुझे झड़ा दिया।मैं उसके बाद आराम से सो गई।
अब राज ने उसके दूध पर भी हाथ रखा और दबाने लगा।रानी ने भी पैंट के ऊपर से उसका लंड पकड़ लिया और बोली: हाय मेरे भाई का तो लंड तुमसे भी थोड़ा बड़ा ही होगा।
श्याम: आख़िर भाई किसका है।
और वह तीनों हँसने लगे।
रानी: मेरे राहुल बेटे का आप लोगों ने ख़याल रखा किनहीं?
श्याम: अरे वो तो शालू के पीछे लट्टु हो गया है, उसका बस चले तो वो उसके तीनों छेदों से लंड बाहर ही नहीं निकाले।
रानी हँसते हुए: वो भी अपने मामा की तरह बहन की चुदायी में विश्वास करता है।
श्याम: वैसे उसकी ग़लती नहीं है शालू बेटी है ही इतनी प्यारी बच्ची कि किसी का भी मन डोलजाए उसपर।
रानी: और भाई रवीना ने ठीक से चुदावाया ना तुमसे?
राज: अरे मत पूछो बहुत अच्छे से चुदावाया और जिज़ूऔर राहुल ने उसको पक्की चुदक्कड बना दिया है। क्या बदन है उसका , बिलकुल तुम्हारे ही जैसे बदन है उसका।
तभी वो सब घर पहुँच गए।
अंदर पहुँचते ही रवीना अपनी माँ से लिपटकर प्यार किया। फिर शालू भी उसके गले मिली। सरिता भी आयी पानी लेकर और उसको नमस्ते की। रानी ने उसे भी गले लगाकर प्यार किया।
अब रानी ने पूछा: राहुल कहाँ है? दिखायी नहीं दे रहा है।
सरिता: जी वह नहा रहा है, आता ही होगा।
रानी: चलो मुझे उसके पास ले चलो।
सरिता उसको लेकर उस कमरे में ले कर गयी जहाँ बाथरूम में राहुल नहा रहा था।
सरिता ने दरवाज़ा खटखटाया और बोली: राहुल नहा लिए क्या? चलो बाहर आओ देखो कौन आया है?
राहुल: अरे दीदी अंदर आ जाओ ना दरवाज़ा खुला हुआ है।और माँ आ गयी क्या?
अचानक राहुल ने दरवाज़ा खोल दिया और वो पूरा गीला था और उसका बलिष्ठ शरीर पानी से गीला बहुत ही आकर्षक लग रहा था।उसका बड़ा लंड नीचे की तरफ़ लटका हुआ था और उसके भारी बॉल्ज़ भी नीचे झूल रहे थे। सरिता को देखकर वो बोला: आओ ना दीदी साथ में नहा लो ना।
तभी उसकी नज़र अपनी माँ के ऊपर पड़ी और वह ख़ुशी से चिल्लाया: अरे माँ आप कब आयीं? और दौड़ कर अपनी माँ से चिपक गया। वह भूल गया कि वह पूरा गीला था और उसे भी गीला कर रहा था।उसका गीला सीना रानी के टॉप को गीला कर गया और उसका लंड उसके नरम पेट से टकराया और जब उसने अपनी माँ के गाल और फिर होंठ चूसने शुरू किए तो गीला लंड सर उठाने लगा और जल्दी ही उसकी नाभि को छूने लगा। सरिता हँसते हुए बाहर चली गयी। उधर राहुल के हाथ अपनी माँके मोटे जींस में कसे चूतरों पर कस गाए और वो उनको भींचने लगा।फिर उसने उसके ब्लाउस के ऊपर से ही दूध दबाने शुरू किया और उसके टॉप के ऊपर से आधे नंगे दूध को चूमने लगा।अब रानी भी मस्ती से अपने बेटे के लंड को पकड़ कर दबाने लगी।
राहुल: हाय माँ कितने दिनों के बाद मिली हो चलो जल्दी से दूध पिलाओ। और ये कहते हुए उसके टॉप को खोलने लगा।
रानी ने भी उसके लंड को सहलाते हुए कहा: मैं भी तेरे इस मस्ताने लंड को बहुत याद कर रही थी और तड़प रही थी।
तभी कमरे में श्याम घुसा और बोला: अरे हराम जादी क्यों झूठ बोलती है, अभी प्लेन में एक बूढ़े का लंड मसल कर आइ है। क़ुतिया तुझे कोई लंडों की कमी है। साली रंडि कहीं की।
रानी हँसते हुए बोली: हाँ सो तो है मैं अभी भी इतनी मस्त दिखती हूँ कि साले हिजड़ों का भी लंड खड़ा कर दूँ, क्यों बेटा ठीक बोल रहीं हूँ ना!
राहुल अब तक टॉप और ब्रा खोल चुका था।
अब श्याम भी आगे बढ़ाऔर उसने एक चुचि पकड़ ली और दबाने लगा और राहुल भी दूसरी चुचि पर टूट पड़ा। थोड़ी देर बार दोनों एक एक दूध मुँह में लेकर चूस रहे थे।
रानी ने उनके सिर को दबाते हुए कहा: हाय्य्य्य्य कमीनों यही तो miss कर रही थीं। आऽऽँहहह कितना मज़ा आता है जब तुम दोनों बाप बेटा ऐसे मेरा दूध पीते हो।आऽऽऽऽऽऽहहहह।
राहुल ने उसकी जींस खोल दी और और उसकी चड्डी को नीचे खिसका कर उसकी चूत पर हथेली रखा और उसको मसलने लगा। और उसने एक उँगली चूतमें डाल दी। श्याम भी कहाँ पीछे रहनेवाला था, उसने भी नंगे चूतरोंको दबाते हुए उसकी गाँड़ में अपना थूक लगा के उँगली डाल दी।
रानी चिल्लायी: अरे मादर चोद हाऽऽऽऽऽह्य्यय इतनी जल्दी उँगली करने लगा।आऽऽह्ह्ह्ह्ह्ह और तुम भी गाँड़ मेंउँगली डाल दिए आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह । दोनों ही कमीने हो हाय्य्य्य्य। मैं तो सोची थी किपहले अपने भाई से चुदवाऊँगी पर तुम दोनों कुत्तों के आगे मेरी कभी नहीं चलती आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ।
श्याम: चल क़ुतिया कमिनी रंडि की औलाद चल लेट जा अपने बेटे के ऊपर और उससे चूतचुदवा और में तेरी गाँड़ फाडूंगा।
राहुल हँसते हुए बिस्तर पर लेट गया और वो उसकी जाँघों के बीच बैठ कर उसका लंड अपनी चूतके अंदर डाल ली और तभी उसके चूतरोंकी फाँकें फैलाकर उसकी गाँड़ के छेद में श्याम ने अपना लंड घुसा दिया।
तभी दरवाज़ा खुला और राज बोलते हुए घुसा: अरे मेरी बहना कहाँ रह गयी और फिर सामने चुदायी का दृश्य देखकर हैरानी से बोला: अरे इसको थोड़ा आराम तो करने देते , तुम दोनों ही इसकी जान के पीछे पड़ गए।
राहुल बोला: मामा जी अभी माँका तीसरा छेद ख़ाली है आप उसे भर दो।
अब राहुल और श्यामने उसकी चुदायी चालू की और वो भी अपनी कमर उछालकर डबल लंड का मज़ा ले रही थी और आऽऽहहहह हाय्य्यय कर रही थी।
राज ने अपनी पैंट और चड्डी उतारी और अपनी बहन के मुँह के पास अपना खड़ा लंड के आया। रानी ने उसको लपक कर मुँह मेंले लिया। और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी और मुँह हटा कर बोली: भाई क्या मस्त लंड है आपका, श्याम से भी बड़ा है और फिर सुपाडे मेंजीभ फिरायी और अच्छे से चाटीऔर चूसने लगी।
रानी की बड़ी बड़ी चूचियाँ उछलनेसे ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे हो रही थीं।राज और राहुल उसकी चूचियाँ दबाने लगे। रानी मस्त होकर गुन्न्न्न्न्न्न्न्न्न ह्म्म्म्म्म्म्म कर रही थी, लंड मुँह में फ़ँसा होने से वो चिल्ला नहीं पा रही थी। तीन तीन लंडों का स्पर्श और रगड़ने से वो मस्त होकर और ज़ोर ज़ोर से उछल कर चुदवा रही थी।तीनों मर्दों ने अपना अपना लंड अंदर तक दबाना शुरू किया और अब रानी की गुन्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न म्म्म्म्म्म्म्म आऽऽऽऽननन जैसी आवाज़ें निकल रही थी।रानी अब झड़ने के क़रीब थी।उसने राज का लंड मुँह से निकाला और ज़ोर ज़ोर से उछलने लगी और राज के लंड को मुठी मेंलेकर हिलाने लगी।अब वो हाय्य्य्य्य्य्य मैन्न्न्न्न्न्न गइइइइइइइइइ कहकर झड़ने लगी।और वो राहुल के ऊपर बैठ सी गयी।राहुल ने उसकी चूत से लंड निकाला और उसको हाथ से मूठ मारने लगा,अब राज ने अपना लंड उसके हाथ से छुड़ाकर अपने हाथ से ही मूठमारने लगा, उधर श्याम भी अपना लंड उसकी गाँड़ से निकाल कर उसके मुँह के पास आया और मूठ मारने लगा।
रानी समझ गयी के ये सब उसके बदन पर ही अपना वीर्य गिराएँगे।उधर राहुल बिस्तर पर साइड में बैठा और रानी को बिस्तर ओर लिटा दिया। अब तीनों अपना लंड हिला रहे थे, श्याम ने आह्ह्ह्ह्ह करके अपना वीर्य उसके मुँह पर गिराना चालू किया जिसको वो मुँह खोलकर गटकने लगी।श्याम चिल्लाया: ले साली रंडि ले मेरा रस ले और के और पी जा ।
अब राहुल का भी निकलने लगा और वह भी हाय्य्य्य्य्य माँ लो मेरा पाऽऽनिइइइइइइइ पीइइइइइ जाअअअओओओओओ। और वह अपनी माँ के ऊपर पानी छोड़ा, पहले उसकी छातियों पर और बाद में उसके मुँह पर जिसे उसने जीभ से चाट लिया। आख़री में राज भी झड़ने लगा उसके मुँह पर और वह उसका रस भी पीने लगी।
राज ने सोचा किसाली बिलकुल ही ब्लू फ़िल्म की रंडि लग रही थी, उसके पूरी छाती और गला और मुँह तीनों के वीर्य से भर गया था। उसने अपने उँगलियों से उसको साफ़ किया और मुँह मेंलेकर चाटने लगी।
तभी शालू और रवीना अंदर आयीं और वहाँ का दृश्य देखकर हतप्रभ रह गयीं। तीनों मर्द अपने लंड को अभी भी उसकी तरफ़ करके आख़री बूँद भी उसकी तरफ़ गिराने की फ़िराक़ में थे और वी तीनों के वीर्य से सनी हुई थी।अब रानी ने अपना मुँह एक एक करके तीनों के लंड तक लायी और अपनी जीभ से सबके सुपाडेको चाट लीं।
लड़कियोंके लिए एक नयी ट्रेनिंग थी शायद यह सब ।
अगले दो दिन राज ने अपनी बहन को अच्छी तरह से चोद के मज़ा लिया और फिर श्याम अपने परिवार के साथ दुबई लौट गया।
अगले कुछ दिन शांति रही और शालू भी कॉलेज जाने लगी।कॉलेज में वह रोज़ निलू और नेहा से मिलती थीं।नेहा अपनी छुट्टी से वापस आ गयी थी।नेहा ने उनको अपनी छूट्टियों की कहानी सुनायी जिसने उसके पापा और पापा के बॉस ने उसकी ज़बरदस्त चुदायी की थी।
नेहा को वापस आए हुए एक हफ़्ता होने वाला था, सो वह अब फिर से चुदासि हो रही थी, हालाँकि उसके पापा रोज़ उसकी चुदायी करती थे पर वह अब कुछ अलग चाहती थी।
तभी निलू को अपने पापा के साथ एक शादी में जाना पड़ा और अब नेहा और शालू ही कॉलेज में मिलती थीं । नेहा और शालू घर में अपने पापा से चुदाती भी थीं और कॉलेज में इसके बारे में बातें भी करतीं थीं।
नेहा: और कल तेरे पापा ने कितने बार किया?
शालू: बस एक बार, असल में वो एक बार सरिता को भी चोद लेते हैं।तू कल कितनी बार चुदीं तुम?
नेहा: बस एक बार, पापा कह रहे थे अब कोई नया मज़ा लेने का प्लान बनाओ! बोल रहे थे कि शालू को बोलो कि अपने पापा से बात करे कि अदला बदली का कार्यक्रम बनाए।
शालू: सच! मैं बात करूँ पापा से, वो भी कह रहे थे किकुछ नया मज़ा लिया जाए।
नेहा: अरे बात कर ना अभी फ़ोन पर और आज का ही कार्यक्रम बनाते हैं।( कहते हुए उसके अपनी जींस के ऊपर से ही अपनी चूत सहला दी।) सच बहुत खुजा रही है नए लंड के लिए।
शालू हँसते हुए बोली: मेरे पापा इसकी खुजली अच्छे से मिटा देंगे।और उसने अपने पापा को फ़ोन करना शुरू किया।
राज: हेलो हाँ शालू बोलो?
शालू: पापा कैसे हो?
राज: ठीक हूँ बेटा, बोलो क्या बात है?
शालू: पापा वो नेहा के पापा आपसे बात करना चाहते हैं ।
राज: अच्छा, किस सिलसिले में?
शालू हँसते हुए: आप ख़ुद ही पूछ लो ना!
राज: मतलब, क्या अदला बदली के बारे में।( राज जानता था नेहा और उसके पापा राजेश के बारे में।)
शालू: जी हाँ और क्या!
राज: चलो तुम राजेश का नम्बर दो मैं अभी बात करता हूँ।
शालू ने नेहा से लेकर राजेश का नम्बर उसको sms कर दिया।
उधर राज ने राजेश को फ़ोन लगाया और राजेश बोला: हैलो ।
राज: राजेश जी मैं राज बोल रहा हूँ आपकी बेटी नेहा की सहेली शालू का पापा।
राजेश: हाँ जी बड़ा अच्छा लगा किआपने फ़ोन किया। कभी मिलिए ना फिर एक दूसरे को जानेग़ें और पहचानेंगे।
राज : हाँ हाँ क्यों नहीं। बोलिए कब और कहाँ मिलेंगे।
फिर दोनों ने दोपहर को लंच पर मिलने का कार्यक्रम बनाया।
दोपहर को एक रेस्तराँ में दोनों मिले। दोनों बड़े तपाक़ से मिले।
फिर अपने काम की बातें करने लगे। दोनों ने एक एक बीयर भी पी ली थी, और अब दूसरी बोतल भी चालू हो गयी थी।
सुरुर मेंआने के बाद राज बोला: यार हम लोग बड़े किस्मतवाले हैं जो हमें इतनी प्यारी बेटियाँ मिली हैं जो किहमको इतना प्यार करती हैं।
राजेश: सही बोले यार, मेरी नेहा तो मेरी ज़िन्दगी है। उसने मुझे कभी बीवी की कमी महसूस नहीं होने दी।
राज: सही है यार, पहले मैं रॉयल होटेल में हर हफ़्ते जाता था,लौड़ियाँ चोदने ,पर अब घर में ही मस्त माल है तो बाहर जाने की क्या ज़रूरत है।
राजेश: अच्छा तुम भी रॉयल होटेल जाते थे? अरे मेरा भी वही पसंदीदा होटेल था , कमसिन लौंडियाँ दिलवाता था साला, बहुत मज़ा आता था। अब तो घर में भी माल है तो बाहर जाने के क्या ज़रूरतहै।
और वी दोनों नशे मेंआकर हँसने लगे।
राज बोला: यार, तुमने कैसे पटाया नेहा बिटिया को चुदायी के लिए?
राजेश: अरे भाई लम्बी कहानी है, समय लगेगा बताने में!
राज: अरे यहाँ रेस्तराँ में हम एक कोने में बैठे हैं और पूरा ख़ाली है, बता ना कैसे पटाया घरेलू माल?
राजेश ने कहना शुरू किया अपनी और नेहा की कहानी----
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