RE: Desi Sex Kahani कमीना पार्ट - II
कमीना पार्ट - II Incest--8
कुछ देर बाद मा सर धोने के बाद कहने लगी आज रात को अच्छे से मेरे कमर और पेरो की मालिश कर देना बड़ा दर्द कर रहा है
सोनू- मा कल ही तो मालिश की थी मैं मा के सामने बैठ गया था और वह अपनी आइडिया रगड़ रगड़ कर नहा रही थी मैं उसके साथ बातो मे लगा था और उसके साए के नीचे से उसकी झलकती मोटी जाँघो को बराबर देख रहा था और कोशिश कर रहा था कि साया के गॅप से किसी तरह उसकी चूत की एक झलक मिल जाए, मा मुझसे बातो मे लगी अपनी पिंडलिया रगड़ने लगी और कहने लगी अरे कल रात मालिश ठीक से कहाँ कर पाया था वो करम्जलि सविता जो आ धमकी थी और फिर मा की मालिश अगर रोज भी कर देगा तो कौन सा छोटा हो जाएगा, अभी बड़ा नखरा दिखा रहा है और बीबी के आने पर दिन रात उसकी मालिश किया करेगा,
मा ने जब देखा कि मैं एक तक उसकी जाँघो की जड़ो मे ही नज़रे गढ़ाए बैठा हू तो शायद उसने जानबूझ कर दूसरे पैर पर पानी डालते हुए अपना साया पल भर के लिए बीच मे से उठा दिया और उसकी चूत की फांके जो कि बहुत फूली हुई थी मुझे नज़र आ गई और मेरे मूह मे पानी आ गया मा ने देखा कि मुझे उसकी चूत की झलक मिल गई है तो उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ गई, तभी मा ने अपने साया को जाँघो तक चढ़ा लिया और मुझे कहने लगी देख कैसी गाँठे बन गई है यहा बड़ा दर्द रहता है बेटा, मैं तो मा की मोटी केले जैसी जंघे जो पूरी गोरी और गुदाज थी देख कर मस्त हो गया और बिल्कुल खा जाने वाली नज़रो से इस तरह देख रहा था जैसे कोई अजूबा देख लिया हो मा मेरे चेहरे को देख कर मस्त हो रही थी और समझ रही थी कि मेरा लंड पूरे ताव पर आकर खड़ा है वैसे भी मेरे मोटे लोड्े का तंबू कुछ इस तरह था कि मा को भी नज़र आ रहा था,
तभी मा ने मुस्कुराते हुए पूछा अब बता अपनी मा की जाँघो की मालिश करके उसका दर्द दूर करेगा कि नही मैं भी चालाक था मैने कहा
सोनू- मा ज़रूर मालिश करूँगा सचमुच तुम्हारी जाँघो मे गाँठे सी दिख रही है पर क्या दूसरी जाँघ मे भी ऐसी ही गाँठे है
रति- हाँ रे दोनो जाँघो मे बड़ा दर्द है और यह कहते हुए रति ने दूसरी जाँघ को और भी उपर तक साया चढ़ा कर दिखाना शुरू कर दिया मेरा तो लंड लग रहा था कि पानी छोड़ देगा बहुत ही मोटी और मस्त मसल्ने लायक जंघे थी मा की और मोटाई के साथ इतनी सफेद और गोरी और खूब चिकनी नज़र आ रही थी लगता था खूब चाट चाट कर मसलू,
रति- मुझे गोर से देखने लगी और कहने लगी अब क्या अपनी मा को यहाँ बैठे बैठे पूरी नंगी नहाते हुए देखेगा जा आँगन मे जाकर बैठ जा मैं ज़रा अच्छे से नहा लू और देखना कोई अंदर ना आए इस बाथरूम की इंटो के गॅप से अंदर की झलक नज़र आ जाती है कोई आया तो उसे मैं पूरी नंगी नज़र आ जाउन्गि
सोनू- मैं यह सुन कर उठ कर बाहर आ गया और समझ गया कि मा क्या इशारा कर रही है मा ने बाथरूम की इंटो के गॅप के बारे मे जानबूझ कर कहा मतलब उसका इशारा था कि तुझे अपनी मा को पूरी नंगी देखना है तो छुप कर झाँक सकता है और मैं चुपचाप दीवार के पीछे जाकर इंटो के गॅप से सॅट गया और जैसे ही अंदर देखा मा खड़ी होकर अपने साए को छोड़ चुकी थी और मेरे सामने पूरी नंगी खड़ी थी उसकी चूत की झांते पूरी साफ थी और चूत खूब फूली हुई थी और पेट इतना उभरा हुआ था कि लग रहा था जैसे 6 माह का बच्चा पेट मे पल रहा हो गहरी नाभि और मोटे मोटे दूध लगा रहा था कि लंड पानी छोड़ देगा
मा पूरी नंगी होकर अपने बदन पर खड़ी खड़ी ही साबुन लगाने लगी और मैं अपना लंड मसल्ते हुए उसे देख रहा था तभी वह मेरी तरफ अपनी गुदाज गंद करके घूम गई हे क्या चूतड़ थे मेरी अम्मा के ऐसा लग रहा था कि दो बड़े बड़े तरबूज लगे हो बिल्कुल गोरे मक्खन की तरह और बहुत ही गुदाज चूतड़ देखते ही लग रहा था कि लंड पेल दू अपनी मा की भारी भरकम गंद मे और खूब गंद मारू खूब फैला फैला कर उसकी गुदा चाटू हाऐईयईईईईईई ऐसी गदराई जवानी वाली नंगी मा को चोदने का मज़ा ही कुछ और होगा पूरा लंड फसा फसा कर चोदने का मन होने लगा था अपनी मा पर ऐसा लग रहा था कि अपने मोटे लोड्े से उसकी गंद का छेद इतना बड़ा कर दू कि अलग ही सुराख नज़र आए बहुत ही रसीली नागिन लग रही थी खूब हुमच हुमच कर चोदने के लायक थी वह चूतड़ फैला फैला कर साबुन लगा लगा कर मसल रही थी और मैं अपनी प्यारी मा के मस्त भोस्डे और चौड़ी गंद को देख रहा था और मेरी रति मा जैसे ही अपनी गंद मेरी ओर करके झुकी उसका उभरा हुआ फूला भोसड़ा खुल कर मेरे सामने आ गया और उसकी फटी चूत और गुदाज गुदा साफ नज़र आने लगी कुछ देर बाद मा नहा चुकी और फिर एक साया डाल कर बाहर आ गई और मैं अपने यथा स्थान पर आ कर बैठ गया और मा मुझे देखती हुई मुस्कुरा कर अंदर चली गई
रात को खाना खाने के बाद मा ने मुझे आवाज़ दी और कहा जा तेल की शीशी ले आ और आज अच्छे से मेरी जाँघो की और कमर की मालिश कर दे और मा के चेहरे पर एक अलग ही लाली नज़र आ रही थी मैं जाकर तेल ले आया तब तक मा साया और ब्लाउज मे आ कर लेट चुकी थी मैने हाथो मे तेल लेकर उसके साए को घुटनो तक चढ़ा दिया और उसकी गोरी पिंडलियो मे तेल लगाकर मलने लगा क्या सुंदर और गोरे गोरे पेर थे मेरा लॅंड लूँगी मे खड़ा हो चुका था मैं तेल लगा लगा कर उसकी गोरी पिंडलियो को और भी चिकना बना रहा था
मा मस्ती मे आँखे फाड़ फाड़ कर मुझे देख रही थी उसके बाद मैने जैसे ही उसकी मख्खन जैसी चिकनी और गुदाज जाँघो को दबोचा उसकी आँखे बंद हो गई और मूह से एक आह भारी सिसकारी निकली और कहने लगी हाँ बेटा यही है सबसे ज़्यादा दर्द बस फिर क्या था मैं दोनो हाथो से उसकी गुदाज जाँघो को दबोच दबोच कर मसल्ने लगा
एक जाँघ दबोच लेने के बाद मैने उसकी टाँगो को और चौड़ा कर दिया और दूसरी जाँघ को दबोचने लगा तेल मे कुछ ज़्यादा ही लगा रहा था जिससे मा की जाँघो की चिकनाई बहुत बढ़ गई थी मेरा हाथ घुटनो के थोड़ा ही उपर तक जा रहा था तभी मा ने कहा बेटा ज़रा जाँघो की जड़ तक हाथ लेजाकार मसल पूरी जंघे दर्द कर रही है मैं तो जैसे इंतजार मे ही था बस फिर मैं तो बिना डरे मा की मोटी जाँघो को उसकी जड़ो तक मसल्ने लगा मा ने अपनी जाँघो को और फैला लिया और अब मुझसे रहा नही जा रहा था तभी मैने जानबूझ कर मा की पुली हुई चूत पर थोड़ा सा हाथ टच कर दिया और मा के मूह से आह निकल गया
मैने साया बीच से थोड़ा उपर कर दिया और वह नज़ारा देख कर पागल हो गया क्या मस्त चूत थी मा की बिना बालो वाली एक दम चिकनी और उसकी फांके बहुत मोटी और फूली हुई थी बीच मे उसकी चूत का दाना बड़ा भारी नज़र आ रहा था और मा की गंद तक चूत का पानी रिस रिस कर पहुच गया था मैं समझ गया कि मा लंड लेने के लिए तड़प रही है लेकिन वह आँखे बंद किए हुए पड़ी रही अब मैं जाँघो की जड़ो तक हाथ लेजा कर अपनी उंगलिया चूत की फांको से भी रगड़ देता और मा सी आह बेटा तू बहुत अच्छी मालिश करता है ऐसे ही करता रह,
मैने हाथ मे खूब सारा तेल लेकर चूत के दाने के उपर टपकाना शुरू कर दिया और मा एक दम से तड़प उठी
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