RE: Chodan Kahani काला साया
में आते ही बाथरूम में घुस गया और सोचने लगा कि मुझे पिछले दो दिनो से वो सपने क्यो नही आए..!
फिर में वो सब छोड़ कर सारिका(मैड) के बारे में सोचने लगा,मेरा लंड पूरा तन गया था..!
तभी मुझे कुछ आहट हुई,शायद मेरे बाथरूम मे आते ही सारिका(मैड) मेरे रूम मे एंटर हुई ऑर मुझे बेड पर ना देख कर मेरा वेट करने लगी…
अंदर बाथरूम मे मैं पूरा नंगा होगया था ऑर अपने लंड को हाथ मे पकड़ कर देख रहा था जो अवी भी तना हुआ था…मैं सोचने लगा कि ये भी हमेशा चूत मागता है साला..ऑर सोचते ही मुझे हँसी आ गई….बाथरूम से मेरी हसी की आवाज़ सुनकर सारिका बोली…
सारिका:-क्या हुआ सर…आप अकेले ही हँस रहे है या कोई साथ मे है आपके..;
मुझे सारिका की आवज़ सुनकर याद आया कि इसे तो मैने ही बोला था कॉफी लाने को और आज इसकी गान्ड मारने को भी बोला था…तो मैने उसे से कहा
मैं:-सारिका आ गईं तुम..!
सारिका:-हाँ सर आपने ही तो बुलाया था और कॉफी भी माँगी थी..!
मैने बाथरूम का गेट ओपन किया तो सारिका मेरे सामने ही खड़ी थी…ओर मैं उसके सामने…वो भी पूरा नंगा ऑर मेरा लंड पूरी औकात से खड़ा हुआ था ऑर मेरी पूरी बॉडी पर पानी की बूंदे चमक रही थी…!
मैने देखा कि उसकी आँखे मेरे लंड पर अटक गई है और वो मुँह खोले खड़ी हुई थी...
मैने देखा कि उसने मॅक्सी पहने हुए थी…ऑर उसमे उसके बूब्स बाहर आने को तड़प रहे है…क्या बूब्स थे साली के..!
मैं कुछ देर बाद बोला...
मैं-सारिका मॅक्सी निकाल कर आओ…
वो अभी भी लंड को देखकर मुँह खोले खड़ी थी…मेरी बात सुनकर बिना कुछ बोले अपनी मॅक्सी निकालने लगी….!
उसके मॅक्सी निकलते ही वो ब्रा-पैंटी मे मेरे सामने थी…अब उसके बूब्स के साथ उसकी गान्ड भी क़हर ढा रही थी मेरे लंड पर….
वो धीरे-2 मेरे पास आई ऑर बाथरूम के गेट पर ही घुटनो के बल बैठकर मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगी ऑर मेरे बॉल्स को अपनी जीब से चाटने लगी..!
में:-आअहह….ऐसे ही चुमो….आअहह
सारिका- स्ररुउउप्प्प…उूउउंम्म….सस्स्ररुउउप्प्प…आआअहह
मैं- क्या जादू है तेरी जवान मे मेरी रानी…मज़ा आ गया
सारिका:-स्ररुउप्प्प…..स्ररुउउप्प्प…सस्स्ररुउप्प्प….उउउम्म्मह
(वो बिना कुछ बोले मेरे बॉल्स को चाट ती रही ऑर अपने हाथ से मेरे लंड को हिलाती रही)
थोड़ी देर बाद उसने मेरे लंड को 1 ही झटके मे पूरा का पूरा अपने मुँह मे भर लिया ओर जोरदार चुसाइ करने लगी..!
सारिका-सस्स्सल्ल्ल्ल्ल्लूउउप्प्प…सस्रररुउपप…..ऊऊऊओंम्म्मम…ऊऊम्म्म्म…ग्ग्गहूओ….ग्ग्गहू
सारिका के मुँह से बस ऐसी ही आवाज़े आ रही थी....
थोड़ी देर की लंड चुसाइ से ही मैं झड़ने की कगार पर था..!
मैने उसके सिर को दोनो हाथो से पकड़ के अपने लंड पर दबा दिया ऑर लंड को तेज़ी से सारिका के मुँह मे पेलने लगा
सारिका-ग्ग्गहूओ.......ओउउउम्म्म्मम....ग्ग्गूऊूगगघहूऊ......ऊऊऊम्म्म्ममममम
करे जा रही थी और.
मैं-आआआहह.....आययययययएसस्स.....ऊऊऊहहूऊ....आआहह....यययययई.....
करे जा रहा था
2-3 मिनिट मे ही मेरे लंड का लावा फुट कर उसके गले से होते हुए उसके पेट मे जाने लगा ऑर कुछ हिस्सा उसके होंठो से नीचे उसके गले से होते हुए उसके बूब्स पर ऑर फर्श पर जाने लगा….
जब तक मेरे लंड की आख़िरी बूँद ना निकल गई…मैने उसके सिर को छोड़ा नही…जब मेरा लंड रस ख़तम हो गया तो मैने उसके सिर को छोड़ दिया
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