RE: Antarvasna kahani जुआरी
इस बात से अंजान की उनकी इस पूरी हरकत को दरवाजे के पीछे छुपे कुणाल ने देख लिया है..
कुणाल ने जब उन दोनो को ऐसा करते देखा तो उसकी खुशी का ठिकाना नही रहा...
वो तो पायल को बुलाने आया था पर उसे क्या पता था की आज पायल और कामिनी की ये जुगलबंदी देखने को मिलेगी उसे...
वो हैरान भी था वो सब देखकर..
कामिनी से ज़्यादा उसे अपनी पत्नी पायल पर हैरानी हो रही थी..
गाँव की भोली भाली औरत, जिसने आज तक सैक्स भी सिर्फ़ सीधे तरीके से ही किया था, उसने आज मालकिन के साथ मिलकर जो जलवे दिखाए थे, उनकी चूत चाटी , अपनी चटवाई...
यानी वो सब किया उसने जो आज तक शायद सुना भी नही होगा उसने
अपनी गाँव से आई बीबी को शहर की चंट औरत कामिनी ने अपने साथ मिलाकर बिगाड़ दिया था.
वो तो पहले से ही कामिनी मेडम का दीवाना था, उनके इस सैक्स एडवेंचर को देखकर उसने पक्का निश्चय कर लिया की अब तो वो उसकी मारकर ही रहेगा...
एक बार तो उसके मन में आया की अभी दरवाजा खोलकर अंदर घुस जाए और उन्हे रंगे हाथों पकड़ ले..
पर कामिनी मेडम के मूड का उसे अच्छे से पता था
आख़िर वो मालकिन थी, कुछ भी कर सकती थी
उसकी इस हरकत का गुस्सा मानकर अगर वो उन्हे घर से निकाल दे तो हाथ में आने से पहले ही मछली फिसल जाएगी..
पर एक बात वो अच्छे से जान चुका था की वो है एक नंबर की चुद्दक्कड...
और उसे अपने लंड के काँटे से ही फँसाया जा सकता है.
इसलिए अपने दिमाग़ में आगे के लिए योजनाए बनाता हुआ, कामिनी मेडम के नंगे जिस्म को बंद आँखो में उतारकर वो अपने क्वार्टर में आकर लेट गया..
अब कामिनी मेडम को कहीं जाना नही था, इसलिए वो सो गया...और जब उसकी नींद खुली तो पायल के खिलखिलाने की आवाज़ें आ रही थी...वो बाहर किसी से बात कर रही थी...
कुणाल ने टाइम देखा तो 8 बज रहे थे...
वो आँखे मलता हुआ बाहर निकला तो मालिक यानी विजय जी को देखकर हैरान रह गया...
इतने बड़े रुतबे वाले इंसान, जो एक मंत्री भी है, उन्हे अपनी बीबी से इस तरह से हंस-2 कर बातें करते देखकर वो हैरान रह गया.
पर जिस अंदाज से वो पायल को देख रहे थे, उसकी गोलाइयों को घूर रहे थे, और जिस अपनेपन से उसके साथ बातें कर रहे थे, उसे देखकर कुणाल एक ही पल में समझ गया की वो भी उसी की तरह हरामी इंसान है..
वो उनकी बीबी कामिनी की मारने के सपने देख रहा है और ये साहब अपनी हॉट बीबी को छोड़कर उसकी देहाती बीबी के पीछे पड़े हैं...
किसी ने सही कहा है, जो चीज़ जिसके पास होती है उसकी कद्र नही होती...
पर ये एक ऐसी सिचुएशन थी जिसमें दोनो ही अपनी नही बल्कि दूसरे की बीबी की कद्र कर रहे थे...
वैसे ये तो आम बात है हमारे समाज में . इसलिए इन्हे भी दोष देना सही नही है.
कुणाल को आता देखकर विजय बातें करता हुआ रुक सा गया और उससे बोला : "अर्रे, कुणाल, उठ गये तुम... मैं तुम्हे ही बुलाने आया था... वो ज़रा मेमसाहब को कुछ समान लेने अपनी एक फ्रेंड के घर जाना है...तुम ज़रा उन्हे ले जाओ..''
कुणाल जब जाने लगा तो विजय साहब बोले : "और हाँ , आज जो तुमने क्लब में कामिनी की हेल्प की ,उसके लिए थेंक्स ... वो बता रही थी की कैसे तुमने उसे वो खेल जीतने में हेल्प की...गुड वर्क कुणाल...वापिस आओगे तो ज़रा मेरे साथ भी 2-2 हाथ करना, शायद मुझे भी तुमसे कुछ सीखने को मिल जाए...''
कुणाल मुस्कुराया और रात को खेलने की बात करके अंदर चला गया.
कुणाल समझ गया की उसे बुलाने आना तो उसका बहाना था, असल में वो पायल से बाते करना चाहता था...
पर इस वक़्त उसे पायल की फ़िक्र से ज़्यादा कामिनी मेडम का लालच हो रहा था...
वो तुरंत तैय्यार होकर कामिनी मेडम की कार में पहुँच गया.
हमेशा की तरह कामिनी ने ग़ज़ब की ड्रेस पहनी हुई थी, जिसमें उसके हर एक अंग को सॉफ देखा जा सकता था..
अंदर बैठते ही कामिनी ने उसे एड्रेस समझाया और वो चल दिया...
बेक मिरर से वो देख पा रहा था की उनके चेहरे पर कितनी चमक है...
वो मोबाइल पर अपनी उसी फ्रेंड से बात कर रही थी, जिसके घर जाना था, और उसके हिलते हुए होंठ देखकर उन्हे चूसने का लालच कुणाल में बढ़ता चला गया..
और अपने इस टाइम को कैसे इस्तेमाल करना है, ये भी वो सोचने लगा.
वहां पहुँचकर कामिनी अपनी गांड मटकाती हुई अंदर चली गयी...
वो भी एक मंत्री का बंगला था...
गाड़ी जब अंदर पहुँची तो कामिनी की फ्रेंड उसे लेने के लिए बाहर तक आ गयी...
और उसे देखकर कुणाल ने पहचाना की ये तो सुबह वाली किटी पार्टी में भी थी...
कुणाल को देखकर वो मुस्कुरा दी...उसने भी सिर झुकाकर उसे नमस्ते किया..
वो भी काफ़ी हॉट लग रही थी.. गुलाबी साड़ी में उसका कसा हुआ शरीर काफ़ी सैक्सी लग रहा था.
कुणाल भी सोचने लगा की ये अमीर लोग भला घर में भी ऐसे सज धजकर क्यो बैठते है.
खैर, कामिनी के जाने के बाद वो करीब 1 घंटा कार में बैठा उसका इंतजार करता रहा...
घर जाकर विजय साहब के साथ ताश का खेल भी तो खेलना था...
उसके पीने का भी टाइम हो गया था...
घर पर एक बॉटल पड़ी थी, बस वो कामिनी का इंतजार कर रहा था ताकि वो जल्द से जल्द घर जा सके.
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