RE: Desi Sex Kahani मौका है चुदाई का
नीलु - अभी तक तो सब ठीक ही हो रहा है..
सोम - हाँ. तुम तो बेकार ही इतना परेशां हो. अरे सब ठीक होगा.बच्चे समझदार हैं.
नीलू - हाँ वो तो हैं ही...अच्चा वो एयरपोर्ट पर कौन अपनी माँ चुदा रहा था?
सोम - हाँ वो ऐसे ही एक बन्दा था.कोई खास नहीं था.
नीलू - लेकिन साले ने बहुत गलत टाइम पर डिस्टर्ब किया था. पता है मैं एकदम गीली थी...उस समय सोच रही थी की आज तुम्हें लेडीज टॉयलेट में घुसा के तुमसे रगड़ के चुद्वौंगी...
सोम - हाँ गरम तो मैं भी था..लेकिन अब क्या करता..उसने रोक लिया तो मुझे एकदम चले आना ठीक नहीं लगा. पता नहीं हमारे बिसनेस में कौन कब कैसे काम आ जाये,...
नीलू - हाँ ठीक ही किया तुमने....अब चलो नाहा लेते हैं...
सोम - साथ में??
नीलू - हाँ. क्यों?
सोम - और बच्चे?
नीलू - उनका क्या?
सोम - अरे किसि ने आवाज लगा दी तो? क्या कहेंगे की हम दोनों एक साथ नाहा रहे थे?
नीलू - दोनो अपने अपने रूम में हैं....कोई नहीं आएगा....तुम लेट मत करो आ जाओ जल्दी से...
सोम - रुको मैं काकी को कह देता हूँ...
नीलू - ओके..मैं तब तक बाथरूम में तुम्हारा इन्तेजार कर रही हूँ...
सोम - हाँ...मैं अभी आता हूँ...तुम नंगी हो जाओ तब तक...
सोम अपने कमरे से बहार आता है और काकी के कमरे की तरफ जाता है..काकी उसी समय अपने कमरे में कुछ काम कर रही थी और टेबल पैर झुकी हुई थी...सोम जब अन्दर दाखिल हुआ तो उसे काकी की उभरी हुई गांड देखने को मिली...सारी के उपर से भी बड़ी बड़ी गोल गोल दिख रही थी...वो काकी के पास गया और उसकी गांड के उपर से ही अपना लंड चिपकता हुआ उस पर झुक गया...काकी समझ गयी......
सुधा- क्या हुआ बेटा?
सोम - कुछ नहीं काकी..मैं और नीलू नहाने जा रहे हैं.तुम जरा ध्यान रखना..
सुधा - साथ में नहाओगे?
सोम - हाँ काकी..
सुधा- नंगा नंगी हो के नहाओगे दोनों लोग?
सोम - हाँ काकी..
सुधा - वो तुम्हें साबुन लगाएगी तुम उसे लगोगे?
सोम - हाँ काकी...
( इस बात के दौरान वो दोनों ऐसे ही टेबल पैर झुके हुए थे और सोम सारी के उपर से ही काकी की गांड के उपर अपना लंड घिस रहा था जो अब अपनी फुल साइज़ में खड़ा हो चुका था)
सुधा- साबुन लगा के दोनों रुक थोड़ी न जाओगे...तुम तो एक दुसरे को रगडोगे भी न?
सोम - हाँ काकी....हाँ....
सुधा- तू पीछे से लेगा या आगे या?
सोम - पीछे से काकी....पीछे से लूँगा...
सुधा - हाय मेरा बेटा कितनी मेहनत करता है...जा जा के नाहा ले.....रगड़ ले अपनी बीवी को...जा
सोम- चिंता मत करो काकी जल्दी ही तुम्हारा नंबर भी आएगा.....
सुधा- मुझे क्या चिंता होगी रे...तुम दोनों हो न मेरा ख्याल रखने को...अब जा मुझे पता है नीलू अब तक तो नंगी हो के तेरा वेट कर रही होगी..
सोम - हाँ काकी....जाता हूँ...तुम अपना ध्यान रखना...और देखना बच्चे हमें पूछें नहीं...
सुधा- हाँ मैं देख लूंगी..लेकिन तुम लोग ज्यादा देर मत लगाना...सीधे चुदाई शुरू करना..हमेशा की तरह चूसा चासी मत करते रहना घंटे भर...सीधे चूत पर हमला करना लंड से..समझ गया न मेरा रजाबेटा...
सोम - हाँ काकी..हम लोग बस जल्दी ही बाहर आ जायेंगे.....
सोम काकी के कमरे से बाहर आ गया..काकी को भी अब तुरंत ही अपनी सारी ठीक करनी थी...जो की उपर से सोम के रगड़ते हुए लंड के कारन थोडा खुल गयी थी..उसे खुद को कण्ट्रोल करना था जिससे बच्चों को कुछ अजीब न लगे..उधर सोम भी तुरंत तेज गति से भाग के अपने रूम के बाथरूम में गया..जहाँ नीलू पहले ही गीली चूत ले के उसका वेट कर रही थी........सोम के आते ही उसने चिद के कहा....मुझे पता था तू काकी को घिस के आएगा.....अब आ जा जल्दी से कब से पानी बह रहा है मेरी चूत का....आ घुस जा मेरे भोस में....और फिर दोनों की काम लीला शुरू हो गयी.....
नीलू और सोम ने बाथरूम में चुदाई करने में ज्यादा देर नहीं लगायी....इसके पहले बड़े सरे रोमांचक काम यह लोग कर चुके थे...लेकिन कभी यह आनंद नहीं लिया था..बच्चों के हाथों पकडे जाने का डर...अपने आप में यह भी बड़ी चीज होती है..लगभग हर कपल शादी के बाद और खासकर बच्चे होने के बाद इस डर से गुजरता है...सेक्स करने का मन तो होता ही है लेकिन यह खटका भी लगा रहता है की कहीं बच्चे न आ जाएँ..कहीं उन्हें कुछ गलत न फील हो...कहीं ऐसा न हो की वो कुछ पूछ बैठें....इस तरह के डर दूसरों की जिंदगी में तो आम ही होते हैं लेकिन नीलू और सोम इस डर से अनजान थे..जब से उनके बच्चे कुछ जानने समझने लायक हुए तब से वो बाहर रहे और इन दोनों को चुदाई में कभी कोई दिक्कत नहीं आई.....आज जब पहली बार वो दिक्कत इन्हें पेश आई तो यह समझ नहीं पा रहे हैं की क्या कैसे करना है....जैसे अभी इसी बार की बात है की नीलू तो खुलकर चुदने को तैयार थी लेकिन सोम की गांड फटी जा रही थी.....खैर..जैसे तैसे दोनों ने एक राउंड ख़त्म किया.....नीलू ने तो कह भी दिया की उसे जरा भी मजा नहीं आया..सोम ने भी माना की हाँ सेक्स में जरा भी मजा नहीं आया..लेकिन और करने की फुर्सत नहीं थी...दोनों जल्दी जल्दी तैयार हो के बाहर आ गए.....खाने की टेबल पर पहुचे तो काकी वहां पहले से ही मौजूद थी....लेकिन भानु और रानी का कहीं अता पता नहीं था.....नीलू ने काकी से इशारे में पुचा तो काकी ने कहा की दोनों अभी भी अपने अपने कमरे में हैं.....नीलू ने दोनों को उनके सेल पर कॉल किया....आजकल एक ही घर में रहने वाले एक दुस्सरे के कमरे में नहीं जाते बल्कि फ़ोन पर बात कर लेते हैं...दोनों ने कहा की वो लोग जल्दी ही नीचे आ जायेंगे...तब तक सुधा भी नीलू और सोम के साथ टेबल पर बैठ चुकी थी.....
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