Rishton Mai Chudai खानदानी चुदाई का सिलसिला
09-03-2018, 09:12 PM,
#79
RE: Rishton Mai Chudai खानदानी चुदाई का सिलसिला
सब एक दूसरे को देखने लगे. सुजीत ने सबकी तरफ देखा. सबके घबराए हुए चेहरे और दबदबाती आँखों को देख के उसे शरम महसूस होने लगी. बाबूजी के इस फ़ैसले के पिछे क्या वजह थी ये उसे समझ आ गया था. शायद ऐसा ही कुच्छ संजय को भी लगा. उसका मन भी बहुत उखड़ा हुआ था. राजू जो कि कम्मो और मुन्नी के साथ किए गए कांड को भूल चुका था, उसे भी अचानक लगने लगा कि कहीं बाबूजी उसकी और इशारा तो नही कर रहे. राखी और सखी दोनो ही हैरान थी पर मिन्नी को समझ आ गया था कि बाबूजी ने बात को कहाँ घुमाया है.

इससे पहले की कोई कुच्छ कहता सरला ने सबसे पहले अपना मूह खोला. उसके मन में बड़ी जबरदस्त उथल पुथल चल रही थी. डर, आत्म्गलानि, शर्मिंदगी, गुस्सा और ना जाने कैसे कैसे भाव एक साथ उसके मन में चल रहे थे.

''समधी जी मुझे लगता है कि मुझे यहाँ से जाना चाहिए क्योंकि ये सब बातें आपके परिवार रिलेटेड हैं...मेरा यहा कोई काम नही.....'' सरला उठ के जाने लगी.

''बैठिए समधन जी. आप हमारे घर की सदस्य हैं. इन सबकी बड़ी हैं. आपका दर्जा मेरे बराबर का है इस घर में और कोई भी ये नही कह सकता कि आप इस घर से अलग हैं. आप ना माने तो आपकी मर्ज़ी पर हम आपको अपना मानते हैं. इसलिए आप कहीं नही जाएँगी ....सब बातें आपके सामने होंगी. '' बाबूजी ने कड़क आवाज़ में आदेश दिया.

''नही समधी जी.....हर रिश्ते की मर्यादा होती है और ये सब बातें जो चल रही हैं......ये इस रिश्ते से बाहर हैं इसलिए मेरा यहाँ रहना ठीक नही है.'' सरला ने अपने कमरे की तरफ कदम बढ़ा दिए.

''और अगर ये रिश्ते की मर्यादा पहले ही भंग हो चुकी हो ...?? और वो भी अगर आपने की हो....खुद....और आपका ऐसा करना ही वो वजह हो जिसकी वजह से मैं ये फ़ैसला ले रहा हूँ..तब भी आप यहाँ से जाएँगी ...???'' बाबूजी की आवाज़ उँची थी और कठोर. उसमे बड़ा सवाल था. सरला के पैर जहाँ थे वहीं जम के रह गए. सखी की आँखें और मूह खुला था और वो अपनी मा को देख रही थी. सबकी तरफ पीठ करके खड़ी सरला पहले तो डर गई और फिर ना जाने क्यों उसके मन में बहुत ज़ोर का गुस्सा आया और वो उबल पड़ी.

''राजपाल जी अब आप मेरी बात ध्यान से सुनिए...'' आज पहली बार उम्र में बड़ी होने के बावजूद सरला ने बाबूजी को नाम से बुलाया था.

"" मा ये तुम क्या कह रही हो...'' सखी के मूह से अचानक तीखे स्वर निकले. उसे अपनी मा से ये उम्मीद नही थी कि वो उसके ससुर को फर्स्ट नेम से बुलाए.

''तुम चुप रहो बहू...ये समधी और समधन के बीच की बात है...कहिए सरला जी मैं सुन रहा हूँ....'' बाबूजी ने गुस्से पे काबू पाते हुए बात आगे की.

'' तो सुनिए आप....मैने कोई मर्यादा भंग नही की ...की है तो आप सब लोगों ने. इन बच्चों को देखिए और पहचानिए इन्हे...... इनके चेहरे आपकी बातों के जवाब दे देंगे. यही वजह है जो मैं इतने दिन से यहाँ से जाना चाहती हूँ. यही वजह है.....कि अब शायद मैं अपनी बेटी को भी बेटी कहना पसंद नही करती..पर मजबूरी है...जनम दिया है कोख से'' कहते हुए सरला रो पड़ी. उसके आँसू बहने लगे और उसकी बातें सुन के सखी भी फूट फूट के रो पड़ी.

''तो ठीक है सरला जी अब आप सुनिए वो सब बातें जो आप कहते हुए कह नही पाई और वो सब चीज़ें जो आप देखते हुए भी देख नही पाई. हां ये सब बच्चे मेरी इन बहुओं की कोख से हुए हैं पर इनके बाप वो नही हैं जो कि समाज को दिखते हैं. ये सब बच्चे एक जोड़े के नही हैं. और इसके पिछे की वजह भी आप को बताउन्गा. पर वो बाद में. पहले आप को वो बता दूं जो आप अब तक देख के भी समझ नही पाई. ये सब बच्चे सब कुच्छ जानते हुए भी इसी परिवार में रहना चाहते है और इन छ्होटे मासूम बच्चों को अपनी औलाद की तरह पालना चाहते हैं. शायद आपने देखा कि सखी का बेटा उसके और सुजीत पे गया है पर प्यार उसे संजय से मिलता है. राखी की बेटी शकल से राजू पे गई है पर हमेशा सुजीत की गोद में खेलती है. उसी तरह संजय का बेटा मिन्नी का दूध पीता है पर बाप कहलाने का सुख राजू का ही है. आप ये सब देख के भी समझ नही पाई कि बहुओं के गर्भ का ठहरना आपके आने से पहले हुआ.

आप के आने से पहले किसके पेट में किसका बच्चा था ये आपको नही पता था. आपने सबको अच्छे से देखा और प्यार दिया. बच्चे होते ही आप सब समझ गई पर क्या कभी ये सोचा कि एक बहू का बच्चा उसके पति का नही होता तो उसके कॅरक्टर पे शक करना सही था. पर जब तीनो के ही अलग अलग थे तो ऐसा क्यों? कभी सोचा कि जो बातें आप देख समझ सकती हैं वो क्या हम सब नही ? कभी सोचा कि इसके बावजूद आज तक किसी बहू या बेटे ने कोई शिकायत या झगड़ा किया ? नही सोचा. तो अब सुनिए वो सब बातें जिस वजह से इनमे इतना प्यार था, है और रहेगा. '' ये कहते हुए बाबूजी ने शॉर्ट में सारी कहानी सरला को सुना दी.

क्रमशः...........................
Reply


Messages In This Thread
RE: Rishton Mai Chudai खानदानी चुदाई का सिलसिला - by sexstories - 09-03-2018, 09:12 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,616,848 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 557,494 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,283,337 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 969,821 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,718,995 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,135,569 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,047,308 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,386,667 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,140,011 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 295,997 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)