RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
विवेक ने बिल्कुल सोचा समझा हुआ जबाब दिया-“एसी पी साहब की सख़्त हिदायत है कि इस लड़की का इनटेरगेशन आप दोनो की प्रेज़ेन्स मे ही किया जाए.”
अभी यह बातचीत चल ही रही थी कि विवेक के मोबीलेफ़ोने की घंटी बज उठी.उसने फोन पर बात करते हुए किसी से कहा-,”ठीक है उसे रोक कर रखो.मैं अभी आधे घंटे मे पोलीस स्टेशन पहुँच रहा हूँ.”
फोन रखने के बाद विवेक ने मेरी तरफ देखकर कहा-“मुझे अभी पोलीस स्टेशन निकलना होगा-वहाँ कोई किसी लड़की को एक कॉन्स्टेबल पकड़कर लाया है-वो किसी ज्वेल्लरी शॉप मे शॉप्लिफ्टिंग करती हुई पकड़ी गयी है.उस मामले से निपटकर मैं यहाँ दुबारा हाजिर होता हूँ.तब तक तुम दोनो ही इस लड़की का इनटेरगेशन कर डालो.”
यह कहकर विवेक तो वहाँ से चला गया.उसके जाने के बाद मैने उस लड़की को ड्रॉयिंग रूम से अपनी तरफ वाले कमरे मे बुला लिया –यह कमरा काफ़ी बड़ा था और यहाँ इनटेरगेशन आराम से किया जा सकता था.
मैं और सलोनी सोफे पर बैठे हुए थे और वो डरी सहमी खूबसूरत लड़की हमारे सामने खड़ी हुई थी-उसके हाथ पीछे की तरफ हथकड़ी से बँधे हुए थे.विवेक जाते समय हतकड़ी की चाबी मुझे दे गया था ताकि ज़रूरत पड़ने पर उसकी हथकड़िया खोली जा सकें.
मैने पहली बार लड़की की तरफ देखकर पूछा-“क्या नाम है तुम्हारा ?”
“जी मेरा नाम रोशनी है ……मॅम हमने कुछ नही किया…हमे छोड़ दीजिए.” वो बेहद घबराई हुई थी.
सलोनी ने उसे डाँटने वाले अंदाज़ मे कहा-“फालतू बोलने की ज़रूरत नही है……….जितना पूछा जाए सिर्फ़ उतना जबाब दो……तुमने कुछ किया है या नही..यह देखना हमारा काम है……समझी ?”
“जी मॅम.” सलोनी की डाँट से रोशनी और ज़्यादा डर गयी.
रोशनी खूबसूरत होने के साथ ही बेहद गोरी और चिकनी भी थी.वाइट कलर का टाइट टॉप और घुटनो से काफ़ी उपर उसने ब्लू डेनिम की टाइट स्कर्ट पहनी हुई थी.
सलोनी ने मुस्कराते हुए मेरी तरफ देखकर कहा-“यार,विवेक ने कुछ भी नही किया हो तो इस मक्खन मलाई को सहलाया तो खूब होगा क्यूंकी इसके हाथ तो पहले से ही बँधे हुए हैं और घुटनो के उपर भी चिकनी जंघें सबको अपनी तरफ इन्वाइट कर रही हैं.”
सलोनी के इस कॉमेंट से रोशनी के चेहरे पर शर्म और जलालत सॉफ झलक रही थी.
मैने हंसकर उसे जबाब दिया-“अभी इनटेरगेशन मे सब मालूम पड़ जाएगा.”
मैने रोशनी की तरफ देखकर सवाल किया-“हां अब बता की तू ब्लूमून नाइट क्लब मे क्या कर रही थी ?”
“मॅम…..मैं बिल्कुल निर्दोष हूँ…….” इतना कह ही पाई थी की सलोनी ने एक हंटर रोशनी को लगाते हुए कहा-“तुझे कहा था कि जो पूछा जाए सिर्फ़ उसका ही जवाब देना है.”
“सॉरी मॅम….. अब ग़लती नही होगी.प्लीज़ मुझे हंटर मत मारिए-मैं पहली बार अपने फ्रेंड अभिषेक के साथ इस क्लब मे आई थी.उसे किसी फ्रेंड ने अपनी बर्तडे पार्टी मे यहाँ इन्वाइट किया था.” रोशनी बोली.
“तुम करती क्या हो !” सलोनी ने बेबाज़ाह ही उसके एक हंटर और लगा दिया.
रोशनी हंटर लगने पर जिस तरह उछल रही थी,शायद उसी की वज़ह से सलोनी को उसे हंटर लगाने मे ज़्यादा मज़ा आ रहा था.
रोशनी फिर से उछलकर सलोनी से गिड़गिदते हुए बोली-“प्लीज़ मॅम मुझे मारो मत.मैं तो आपको पूरी तरह सहयोग का रही हूँ और आपकी हर बात भी मानने के लिए तैयार हूँ…बस मेरी पिटाई मत कीजिए..”
रोशनी की इस हालत पर मेरी हँसी निकल गयी और मैने उससे कहा-“ठीक है, तुम्हे अब और हंटर नही लगाए जाएँगे.लेकिन तुमसे जो भी पूछा जाए उसका ठीक ठीक जबाब देना और जो कुछ भी तुमसे कहा जाए उस हुक्म की बिना किसी देरी के तामील करना.”
“ओके मॅम.” रोशनी के चेहरे पर कुछ राहत दिखाई डी.
“चलो इधर आओ !” मैने उंगली के इशारे से रोशनी को अपने पास बुलाया.
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