RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
कूवोल्गी ने अपना हाथ उसकी जीन्स के अंदर डाल दिया और उसके योनि प्रदेश तो पॅंटी के उपर से ही सहलाता रहा-नेहा की हालत भी ऐसी हो चली थी मानो वो नशे मे हो और उसके मूह से तरह तारह की आवाज़ें उत्तेजन्ना के रूप मे निकल रही थी.कुछ देर बाद कूवोल्गी ने नेहा की जीन्स की ज़िप भी नीचे की तरफ सरका दी और उसकी जीन्स भी उसके बदन से अलग कर दी-जीन्स अलग होते ही नेहा के बदन पर सिर्फ़ ब्रा और पॅंटी ही रह गये थे.उसकी सुडौल और खूबसूरत चिकनी टाँगे और जंघें किसी को भी बेकाबू कर दें एक मर्द के लिए काफ़ी थी-कूवोल्गी का भी बुरा हाल था-उसने नेहा की मखखान जैसी चिकनी जांघों पर अपना हाथ फिराना शुरू किया और ऐसा करते करते उसने यकायक उसकी पॅंटी को भी उसके बदन से अलग कर डाला-इसके बाद उसने नेहा की ब्रा को भी उसके बदन से अलग करके उसे पूरी तरह नंगा कर दिया और बोला-“अब ज़रा तुम मुझे एक सेक्सी आइटम नंबर पर डॅन्स करके दिखाओ –निशा तुम्हारे सेक्सी डॅन्स की बहुत तारीफ़ कर रही थी.” कहने के साथ ही कूवोल्गी ने म्यूज़िक सिस्टम ऑन कर दिया और उस पर एक नया बॉलीवुड सेक्सी आइटम सॉंग बजने लगा और नेहा ने उसके उपर थिरकना शुरू कर दिया.
गाना चलते चलते कयी बार नेहा अपने डॅन्स मूव्मेंट्स करती हुई कूवोल्गी के नज़दीक तक आई और उस समय कूवोल्गी ने उसे दबा-सहलकर उसके बदन को जी भरकर छेड़ा-कूवोल्गी ने अपने लिंग को अपनी पॅंट की ज़िप खोलकर उसे बाहर निकाल लिया था और उसे वो अपने हाथ से लगातार सहला रहा था-गाना ख़तम होते ही कूवोल्गी ने नेहा को हुक्म दे डाला-“ घुटनो के बाल बैठो और इसे अपने मूह मे लेकर चॅटो ! “
नेहा समझ गयी थी कि यह सब तो होना ही था-वो अपनी ठीक पोज़िशन मे कूवोल्गी की जांघों के बीच अपने घुटनो के बल बैठ गयी और अपने एक हाथ से उसके खड़े लिंग को सहलाने लगी.कूवोल्गी ने एक हल्की सी चपत नेहा के गालों पर लगाते हुए कहा-“ हाथों से नही,अपने होंठों या फिर जीभ से सहलाओ इसे.” इसके बाद नेहा ने अपनी जीभ उसके खड़े लिंग पर फिरानी शुरू कर दी.
कुछ देर तक कूवोल्गी उसकी जीभ से अपने लिंग पर की जाने वाली इस अद्भुत एरॉटिक मसाज का मज़ा लेता रहा,फिर यकायक उससे बोला-“ ठीक है….अब इसे अपने मूह मे लेकर इस पर अपनी जीभ को गोल गोल घूमाओ ! “ नेहा ने कूवोल्गी के लिंग को अपने गुलाबी होंठों के बीच मे लिया और उस पर गोल गोल अपनी जीभ फिराने लगी.कुछ ही देर बाद कूवोल्गी के मूह से आवाज़ निकली-“ तुम्हारे मूह मे अभी वीरया रस भरने वाला है-ध्यान रहे कि तुम्हे वो सारा का सारा वीरया रस पीना है-एक भी बूँद ज़मीन पर नही गिरनी चाहिए.” यह कहने के साथ ही कूवोल्गी ने उसके मूह मे अपना सारा का सारा वीरया रस छोड़ दिया और नेहा उसे ना चाहते हुए भी पीने लगी.
नेहा को कूवोल्गी ने अपने लिंग से आज़ाद कर दिया था और अपनी पॅंट की ज़िप बंद करने लगा,तभी उसकी नज़र अपने जूतों पर पड़ी –उसके दोनो जूतों पर वीरया रस की कुछ बूंदे छलक कर गिर पड़ी थी-बस कूवोल्गी को तो बहाना चाहिए था-वो नेहा से बोला-“ तुमने मेरे पोलिश किए हुए शूज भी खराब कर दिए-चलो अब तुम्हारी यही सज़ा है कि इन पर अपनी जीभ से पोलिश करके इन्हे चमकाओ !”
कूवोल्गी के लिए यह हुक्म देना जितना सरल था नेहा के लिए उसे एक्सेक्यूट करना उतना ही मुश्किल-कुछ ही देर मे नेहा ज़मीन पर उल्टी होकर पेट के बल लेट गयी क्यूंकी सिर्फ़ इसी पोज़िशन मे रहकर वो अपनी जीभ से कूवोल्गी के जूतों को सॉफ कर सकती थी-नेहा का यह जबरदस्त ह्युमाइलियेशन देखकर कूवोल्गी का लिंग एक बार फिर से तन गया था –उसने नेहा को हूकम देते हुए कहा-“जब तक निशा और सलोनी वापस नही आ जाती तुम इसी तरह लेटी रहो और मेरे शूज चाट चाट कर उन्हे सॉफ करती रहो.समझी…….?”
“ यस सर…….मैं वोही करूँगी जैसा आप चाहते हैं.” नेहा अपनी जीभ कूलगुय के शूज पर फिराते हुए बोली.
अगर आप इस कहानी के सभी पार्ट पढेंगे तो मजा कुछ और होगा
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