RE: Desi Sex Kahani मेरी चूत पसंद है
मेरी चूत पसंद है पार्ट--4
गतान्क से आयेज.......
करिश्मा ने अपने हाथों से गौतम के लंड को पकड़ कर अपनी चूत से भिड़ा
कर गौतम की गोद पर झटके साथ बैठ गयी और गौतम का लंड
करिश्मा की चूत के अंदर चला गया. करिश्मा अब गौतम की गोद
पर बैठ कर अपनी चूतर उठा उठा कर गौतम के लंड का धक्का
अपनी चूत पर लेने लगी. कमरे मेसिर्फ़ फकच, फकच का आवाज़ गूँज
रही थी और उसके साथ साथ सुमन और करिश्मा की सिसकियाँ.रमेश
थोरी देर तक सुमन की चूत पीछे से लंड डाल कर चोद्ता रहा. थोरी
देर के बाद अपनी एक उंगली मे थूक लगा कर सुमन की गंद मे
उंगली करने लगा. अपनी गंद मे रमेश की उंगली घुसते ही सुमन
ओह! ओह! हाई! कर उठी. सुमन रमेश से बोली, "क्या बात है, अब मेरी
गंद पर भी तुम्हारा नज़र पर गया है. अरे पहले मेरी चूत की आग
को शांत करो फिर मेरी गंद की तरफ देखना." लेकिन रमेश अपनी
उंगली सुमन की गंद के छेद पर रख कर धीरे धीरे घुमाने
लगा. थोरी देर के रमेश ने अपनी उंगली सुमन की गंद मे घुसेर
दी और धीरे धीर अंदर बाहर करने लगा. सुमन भी अपना हाथ
नीचे ले जाकर अपनी चूत की घुंडी को सहलाने लगी. जब अपनी
थूक और उंगली से रमेश ने सुमन की गंद की छेद काफ़ी ढीली
कर ली तब रमेश ने अपने लंड पर थूक लगाकर सुमन की गंद के
छेद पर रखा. अपनी गंद मे रमेश का लंड छूते ही सुमन बोल
पड़ी, "अरे अरे क्या कर रहे हो. मुझे अपनी गंद नही चुदवाना है.
मुझे मालूम है कि गंद मरवाने से बहुत तकलीफ़ होती है. हटो,
रमेश हटो अपना लंड मेरी गंद से हटा लो." लेकिन तब तक रमेश
अपना खरा हुआ लंड सुमन की गंद के छेद पर रख कर दबाने
लगा था और थोरी से देर के बाद रमेश का लंड का सुपरा सुमन की
गंद की छेद मे घुस गया. सुमन चिल्ला पड़ी, "अर्रररीईए माआरररर
दलाआआ, ओह! ओह! रमएस्स्स्शह निकलल्ल्ल्ल्ल लूऊ अपनाा
म्मूउस्स्स्साअररर ज्ज्जाआइइसस्स्साअ लुंद्द्द्द्ड म्म्मीरररीई
गाआंदड़ड़ सीई. मैईईईई मरररर जौंगीईए." लेकिन रमेश कहाँ
सुनने वाला था. वो अपनी कमर उछाल कर के और अपने लंड को हाथ
से पकड़ के एक धक्का मारा तो उसका आधा लंड सुमन की गंद मे
घुस गया . सुमन छटपटाने लगी.थोरी देर के बाद रमेश थोड़ा
रुक कर एक धक्का और मारा तो उसका पूरा का पूरा लंड सुमन की गंद
मे घुस गया और वो झुक कर एक हाथ से सुमन की चूंची
सहलाने लगा और दूसरी हाथ से सुमन की चूत मे उंगली करने
लगा. लेकिन सुमन मारे दर्द के छटपटा रही थी और बोल रही
थे, "अबे साले भारुए गौतम, देखो तुम्हारे सामने तुम्हारी बीबी की
गंद कैसे तुम्हारा दोस्त ज़बरदस्ती से मार रहा है. तुम कुछ
करते क्यों नही. अब मेरी गंद आज फॅट जाएगी. लग रहा है आज इस
चोदु रमेश मेरी गंद मार मार कर मेरी गंद और बुर एक कर
देगा. गौतम प्लीज़ तुम रमेश से मुझे बचाओ." तब रमेश
अपनी उंगलेओं से सुमन की चूत मे उंगली करते हुए सुमन से बोला,
"अरे सुमन रानी, बस थोरी देर तक सबर करो, फिर देखना आज गंद
मरवाने ने तुम्हे कितनी मज़ा मिलता है. आज मैं तुम्हारी गंद मार
कर तुम्हारी चूत का पानी निकालूँगा. बस तुम ऐसे ही झुक कर खड़ी
रहो." रमेश की बात सुन कर गौतम अपने लंड से करिश्मा की चूत
चोद्ता हुआ सुमन से बोला, "रानी, आज तुम रमेश का मोटा लंड
अपनी गंद डलवा कर खूब मज़े उड़ा, मैं भी अभी अपना लंड
रमेश की नयी बीवी की गंद मे घुसेड़ता हूँ आंड करिश्मा की गंद
मारता हूँ. मैं करिश्मा की गंद मार कर तुम्हारी गंद मारने का बदला
निकालता हूँ." करिश्मा जैसे ही गौतम की बात सुनी तो बोल पड़ी, "अरे
वाह क्या हिसाब है, रमेश आज मौका पा कर सुमन की गंद मार
रहा है और उसकी कीमत मुझे अपनी गंद मरवा कर चुकानी पड़ेगी.
नही मैं तो अपनी गंद मे लंड नही पिलवाती. गौतम तुम मेरी गंद
की बजाय रमेश की गंद मार कर अपना बदला निकालो." गौतम तब
करिश्मा से बोला, "नही मेरी चुड़दकर रानी, जिस तरह से रमेश
मेरी बीवी की गंद मे अपना लंड घुसेर कर मेरी बीवी की गंद मार रहा
है, मैं भी उसी तरह से रमेश की बीवी की गंद मे अपना लंड घुसेर
कर रमेश की बीवी की गंद मारूँगा और तभी मेरा बदला पूरा
होगा." इतना कह कर गौतम ने अपना लंड करिश्मा की चूत से निकाल
लिया और उसमे फिर से थोड़ा थूक लगा कर करिश्मा की गंद से भिड़ा
दिया. करिश्मा अपनी कमर इधर उधर घुमाने लगी लेकिन गौतम
ने अपने हाथों से करिश्मा की कमर पकड़ कर अपने लंड का आधा
सुपरा करिश्मा की गंद की छेद मे डाल दिया. करिश्मा दर्द के
मारे छटपटाने लगी.करिश्मा अपनी गंद से गौतम का लंड को
निकालने की कोशिश कर रही थी और गौतम अपने लंड को करिश्मा
की गंद मे घुसरने की कोशिस कर रहा था.
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