RE: Desi Chudai Kahani कमसिन जवानी
भाभी उठ कर तेल की शीशियों के पास गयी और वाहा से जेतून का तेल लेकेर आ गयी और अजय को लेटा दिया
भाभिजी ने हाथ मे तेल लेकेर अच्छी तरह से लंड को मलना शुरू करा
भाभी"हययए यी लंड मेरी फड़ेगा ...इतना बड़ा लंड लेकेर कहाँ घूम रहा था ..मदर्चोद देख तो ज़रा कैसी फेडक रही है मेरी चूत हययए मेरे रज्जा .."
अजय"और मल रंडी ज़ोर ज़ोर से मल... लंड की दीवानी मेरी कुतिया ....बुर मारी ..चुड़दक़्कड़ औरत और मल ...ये मेरा 9 " का लंड लड़का ही पैदा करेगा और तेरी प्यास अच्छे से बुझाएगा ...रंडी"
भाभिजी बोहोत ज़ोर ज़ोर से लंड को मसल मसल कर उत्तेजित करे जा रही थी...और तेल की चिकनाई से लंड भाभी के हाथो से फिसलता जा रहा था और भाभी अच्छे से गरम गरम लंड को अपने नरम नरम हाथों से दबा दबा कर मसल रही थी/और आगे पीछे करने में कोई कसर नहीं छ्चोड़ रही थी...
अजय"अर्रे मेरी रांडो ,हरमन देख मेरा माल निकलने वाला है मेरी कुतिया कहाँ टपकायूं इसे आहह आहह"
भाभी"अर्रे ये माल या तो चूत में जाएगा या तो सिर्फ़ मेरे मूह मे..मेरे बहेन के लवदे ..और कहाँ रुक जा ऐसा चूसूंगी कि माल कहीं और निकाल ही नहीं पाएगा....मदर्चोद "
भाभी पूरी ताक़त के साथ लंड को चूसने लगी जैसे माल को मूह में लेने की जल्दी है ...थोड़ी ही देर बाद अजय की पिचकारिया भाभिजी के मूह में निकलती गयी
अजय"ले पूरा का पूरा गटक ले मा की लॉवडी ,...रंडी की भोसड़ी पूरा गटक ले अहह आह"
भाभी का मूह पूरा वीर्य से लबालब हो चुका था उसने उसे बिल्कुल भी बाहर नहीं निकलने दिया और पूरा का पूरा वीर्य गटक गयी थी..
भाभी"अर्रे मेरे सेहरी भादुए ....मदर्चोद हराम के पिल्ले तेरे लंड का माल बोहोत अच्छा था हरम्खोर..आज से जब भी मुझे प्यास लगेगी यही निकाल कर पियूंगी भोसड़ी के दीवाने"
अजय वापस उठा और भाभी को लेटा दिया और थोड़ा सा जेतून का तेल लेकर भाभी की चूत के उपेर तेल से मालिश केरने लगा"हययए मेरी छम्मक्छल्लो चूत जो तेरी फूल कर पाव हो रही है चुदवाने मे कोई जल्दी हो रही है क्या ..पहले अच्छे से मल कर मालिश तो कर लेने दे ........वरना कहेगी कि भोसड़ी के ने चूत मालिश नही करी"
भाभी"हहान हां मल दे और मल कोन मना कर रहा है तुझे हराम के पिल्ले चूत मलवाने में भी कोई मना करता है क्या...ज़ोर ज़ोर से मल अंदर तक उंगली करके मल मेरे पिया मेरे साजन ..हराम के लंड ..मदर्चोद की औलाद....आह...और ज़ोर से कर मालिश"
अजय उसके चूत के दाने और क्लिटॉरिस को तेल से मल मल कर उमेथ रहा था....कुछ ही देर में भाभिजी ने ढेर सारा 2 3 चम्मच लावा बाहर निकाल कर फेक दिया और अजय का हाथ तेल और भाभी के लावे क मिश्रण से सराबोर हो उठा था..
भाभी"भादुए की औलाद मदर्चोद हराम से उगे हुए लंड ,चॉड दे मुझे अब मत तरसा तेरी मा का भोसड़ा जल्दी चोद ना देर मत कर अहह कुछ खुजली सी हो रही है चूत मे आहह कैसा मदारचोड़ है तू"
क्रमशः.............................
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